भारत के सहयोग से मॉरिशस में बने दो महत्‍वपूर्ण परियोजनाओं का संयुक्‍त रूप से उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविन्‍द जगन्‍नाथ ने 3 अक्टूबर को वीडियो कांर्फ्रेंसिंग के माध्यम से मॉरिशस में दो महत्‍वपूर्ण परियोजनाओं का संयुक्‍त रूप से उद्घाटन किया. ये परियोजनाएं हैं– मेट्रो एक्‍सप्रेस प्रथम चरण और नये ENT अस्‍पताल की स्‍थापना. 2016 में भारत ने मॉरिशस को पांच परियोजनाओं के लिए 35 करोड़ 30 लाख डॉलर का विशेष आर्थिक पैकेज उपलब्‍ध कराया था.


मॉरीशस मेट्रो परियोजना के तहत क्योर पाइप से पोर्ट लुई तक 26 किलोमीटर लंबे लाइन पर कुल 19 स्टेशन और छह शहरी टर्मिनल हैं. यह पहली विदेशी मेट्रो परियोजना है, जिसे किसी भारतीय कंपनी स्वतंत्र रूप से बनाया है. भारत सरकार ने मेट्रो एक्सप्रेस के लिए $275 मिलियन डॉलर की सहायता राशि दी है.

मार्च 2018 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ईएनटी अस्पताल की आधारशिला रखी थी जो अब बनकर लोगों के लिए तैयार हो चुका है. अस्पताल पर कुल 14 मिलियन डॉलर की लागत आई है. दरअसल, 2017 में पीएम मोदी ने मॉरिशस यात्रा के दौरान वहां की 5 परियोजनाओं के लिए कुल 353 मिलियन डॉलर की सहायता देने का वादा किया था.

भारत और थाइलैंड के बीच मैत्री-2019 संयुक्त सैन्य अभ्यास मेघालय में आयोजित किया गया

भारत और थाइलैंड के बीच ‘मैत्री 2019’ संयुक्त सैन्य अभ्यास 16 सितम्बर से 29 सितम्बर, 2019 तक मेघालय के उमरोई में फॉरेन ट्रेनिंग नोड में आयोजित किया गया. भारत और थाइलैंड की सेनाओं के प्रत्येक 50-50 सैनिक इस अभ्यास में हिस्सा लिया.

इसका उद्देश्य अपने-अपने देशों में आतंकवाद विरोधी कार्रवाइयों के दौरान प्राप्त किए गए अनुभवों को साझा करना था. संयुक्त सैन्य अभ्यास से भारतीय सेना और रॉयल थाइलैंड आर्मी के बीच रक्षा सहयोग बढ़ेगा साथ ही द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में मदद मिलेगी.

अभ्यास मैत्री एक वार्षिक प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जिसे 2006 से थाइलैंड और भारत में बारी-बारी से आयोजित किया जाता है.


प्रधानमंत्री की अमेरिका यात्रा: UNGA के 74वें अधिवेशन सहित कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 21 से 27 सितंबर तक अमेरिका की यात्रा की. इस यात्रा के दौरान उन्होंने संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा (UNGA) के 74वें अधिवेशन को संबोधित करने के साथ-साथ कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया.

  1. अमरीका की अपनी यात्रा के दौरान श्री मोदी ने 22 सितम्‍बर को भव्‍य ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में हिस्‍सा लिया. ह्यूस्‍टन के एनआरजी स्‍टेडियम में आयजित इस कार्यक्रम में उन्‍होंने भारतीय मूल के करीब पचास हजार अमरीकी नागरिकों और प्रवासियों को संबोधित किया. अमरीकी राष्‍ट्रपति डोनल्‍ड ट्रम्‍प ह्यूस्‍टनके इस कार्यक्रम में शामिल हुए.
  2. 23 सितम्‍बर को प्रधानमंत्री ने न्‍यूयार्कमें संयुक्‍त राष्‍ट्र मुख्‍यालय में जलवायु शिखर सम्‍मेलन (Climate Action Summit) को संबोधित किया. इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य पेरिस समझौते का शीघ्र क्रियान्वयन सुनिश्चित करना था.
  3. 24 सितम्‍बर को प्रधानमंत्री ने गांधीसोलर पार्क का उद्घाटन किया और महात्‍मा गांधी की 150वीं जंयती के सिलसिले में एक विशेष कार्यक्रम को सबोधित किया. उन्‍होंने अमरीकी राष्‍ट्रपति से द्विपक्षीय वार्ता भी की.
  4. प्रधानमंत्री मोदी को 24 सितंबर को ग्लोबल गोलकीपर अवार्ड से सम्मानित किया गया. यह सम्मान अमेरिका स्थित बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन द्वारा भारत में स्वच्छ भारत मिशन के कुशल नेतृत्व के लिये प्रदान किया गया.
  5. उन्‍होंने 25 सितम्‍बर को ग्‍लोबल बिजनेस फोरम की बैठक को संबोधित किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की विकास गाथा के चार अहम तत्व हैं जो एक साथ, दुनिया में मिलने मुश्किल हैं. ये 4D हैं, डेमोक्रेसी, डिमांड, डेमोग्राफी और डिसाइसेवनेस.
  6. 26 सितम्‍बर को न्यूयॉर्क में भारत-कैरिकॉम नेताओं की पहली बैठक में 15 कैरिकॉम देशों के नेताओं ने हिस्सा लिया. बैठक का आयोजन भारत की पहल पर हुआ था. सेंट लूसिया के प्रधानमंत्री ने इस बैठक की अध्यक्षता की थी.
  7. प्रधानमंत्रीकी अमरीका यात्रा का समापन 27 सितम्‍बर को संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा (UNGA) के 74वें अधिवेशन में उनके भाषण से हुआ. प्रधानमंत्री मोदी का संयुक्त राष्ट्र महासभा में यह दूसरा संबोधन था. पिछली बार 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया था. संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रधानमंत्री मोदी ने हिंदी में ही अपनी बात रखी.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा 2019: ह्यूस्टन में ‘हाउडी-मोदी’ रैली का आयोजन

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 21 से 27 सितंबर तक अमेरिका की यात्रा पर थे. इस यात्रा के दौरान वह संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा के 74वें अधिवेशन को संबोधित करने के साथ-साथ कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया.

ह्यूस्टन में ‘हाउडी-मोदी’ रैली

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस अमेरिका यात्रा के दौरान 22 सितम्बर को एक रैली को संबोधित किया. यह रैली अमेरिका में ह्यूस्टन के NRG स्‍टेडियम में आयोजित किया गया था. अमरीका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प भी प्रधानमंत्री मोदी की इस रैली में विशेष मैत्री सद्भाव के तौर शामिल हुए.

हाउडी-मोदी: साझा सपने और सुनहरा भविष्‍य

इस रैली का नाम “हाउडी-मोदी” दिया गया था. इस रैली की थीम “साझा सपने और सुनहरा भविष्‍य” था. हाउडी का अर्थ है- आप कैसे हैं. इसका इस्‍तेमाल दक्षिण-पश्चिम अमरीका में सामान्‍य अभिवादन के लिए किया जाता है.

यह कार्यक्रम अपने आप में ऐतिहासिक था क्योंकि पूरे अमरीका से 50 हजार से अधिक भारतीय-अमरीकी लोगों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया. हाउडी मोदी कार्यक्रम का आयोजन टैक्‍सस इंडिया फोरम ने किया था.

हाउडी-मोदी के मुख्य बिंदु

  • पहली बार अमरीका में किसी विदेशी नेता ने इतने विशाल जन-समुदाय को संबोधित किया.
  • अमरीका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने हाउडी-मोदी को संबोधित करते हुए मोदी सरकार के आर्थिक सुधारों की सराहना की.
  • राष्‍ट्रपति ट्रम्‍प ने दोनों देशों के बीच सुरक्षा संबंध मजबूत करने पर बल दिया. उन्होंने कट्टर इस्‍लामी आतंकवाद के खात्मे की बात कही. उन्‍होंने कहा कि सीमा सुरक्षा अमरीका और भारत दोनों के लिए महत्‍वपूर्ण है.
  • अमरीकी राष्ट्रपति ने नवम्‍बर 2019 में दोनों देशों की सेनाओं के तीनों अंगों के संयुक्‍त अभ्‍यास की घोषणा की. यह इस तरह का पहला अभ्‍यास होगा.
  • प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने आतंकवाद और इसे बढ़ावा देने वालों के खिलाफ निर्णायक संघर्ष का आह्वान किया.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जम्‍मू-कश्‍मीर के लोग अनुच्‍छेद-370 के कारण विकास के लाभ से वंचित थे तथा आतंकवादी और अलगाववादी ताकतें हालात का फायदा उठा रही थीं.
  • उन्‍होंने दोनों देशों के बीच सुरक्षा संबंध मजबूत करने पर बल दिया. उन्‍होंने कहा कि भारत और अमरीका के मजबूत संबंध एक नये इतिहास के निर्माण के साक्षी बनेंगे.


भारत-श्रीलंका वार्षिक समुद्री अभ्‍यास ‘स्‍लीनैक्‍स 2019’ का विशाखापत्तनम में आयोजन किया गया

भारत-श्रीलंका वार्षिक समुद्री नौसेना अभ्‍यास ‘स्‍लीनैक्‍स (SLINEX) 2019’ 7 से 13 सितम्बर तक विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) में आयोजित किया गया. इस अभ्‍यास में नौसेना बेड़े के कमांडिंग फ्लैग आफिसर सहित श्रीलंका की नौसेना के 323 कर्मचारीयों ने हिस्सा लिया. इस अभ्यास के लिए श्रीलंकाई नौसेना ने अपने दो ऑफशोर पट्रोल वेसल ‘SLNS सिन्दुराला’ तथा ‘SLNS सुरानिमाला’ को भेजा था.


भारत-चीन छठी आर्थिक वार्ता नई दिल्‍ली में आयोजित की गयी

भारत-चीन छठी महत्वपूर्ण आर्थिक वार्ता 7 से 9 सितम्बर तक नई दिल्‍ली में आयोजित की गयी. वार्ता का उद्देश्‍य आर्थिक विकास के लिए दोनों देशों के बीच सहयोग की संभावनाओं का पता लगाना था.

इस वार्ता बैठक में संयुक्‍त कार्य समूहों के बीच बुनियादी संरचना, ऊर्जा, उच्‍च तकनीकी संरक्षण के संसाधन, फार्मास्यूटिकल और समन्‍वय नीति पर चर्चा की गयी. भारत की ओर से नीति आयोग के उपाध्‍यक्ष राजीव कुमार और चीन की ओर से राष्‍ट्रीय विकास और सुधार आयोग के अध्‍यक्ष ने इस वार्ता का नेतृत्‍व किया.

इस वार्ता बैठक में भारत ने अपने यहां निवेश के लिए चीन की कम्‍पनियों को आमंत्रित किया है. वार्ता को सम्‍बोधित करते हुए नीति आयोग के उपाध्‍यक्ष राजीव कुमार ने कहा कि भारत चाहता है कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्‍यापार वर्तमान 95 अरब डॉलर से बढ़कर सौ अरब डॉलर पर पहुंच जाये.

वार्ता के बारे में नीति आयोग के उपाध्‍यक्ष ने कहा कि 66 अरब डॉलर के भारत के व्‍यापार घाटे और कृषि, सूचना प्रौद्योगिकी से जुड़ी सेवाओं और औ‍षधि जैसे विभिन्‍न क्षेत्रों के लिए चीन के बाजार में पहुंच सुनिश्चित करने जैसे बिन्‍दुओं पर विस्‍तृत चर्चा हुई.


प्रधानमंत्री ने भारत और नेपाल के बीच मो‍तीहारी-अमलेखगंज पाइपलाइन का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने 10 सितम्बर को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के साथ मो‍तीहारी-अमलेखगंज पाइपलाइन का उद्घाटन किया.

मो‍तीहारी-अमलेखगंज पाइपलाइन: मुख्य बिंदु

  • यह दक्षिण एशिया में दोनों देशों के बीच, पहली पेट्रोलियम उत्पाद पाइपलाइन है. यह पाइपलाइन भारत और नेपाल के बीच पेट्रोलियम पदार्थों की आपूर्ति के लिए भारत द्वारा बिछाया गया है.
  • बिहार में मोतीहारी से नेपाल में अमलेखगंज तक 69 किलोमीटर लंबी तेल पाइपलाइन भारत ने तीस महीने की निर्धारित सीमा से आधे समय केवल 15 महीने में ही तैयार कर दी गयी है.
  • फिलहाल भारत से टैंकरों के माध्‍यम से पेट्रोलियम पदार्थ नेपाल ले जाये जाते थे. यह क्रास बार्डर पेट्रालियम पाइपलाइन रिकार्ड समय में पूरी हुई है.
  • इस पाइप लाइन से हर साल दो मिलियन मैट्रिक‍ टन तक के क्‍लीन पेट्रोलियम प्रोडक्‍टस एफोर्डेबल रेटस पर नेपाल के सामान्‍य लोगों को प्राप्‍त होंगे.


प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने रूस के व्लादिवोस्तोक में आयोजित 5वी पूर्वी आर्थिक मंच में हिस्सा लिया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 4 से 5 सितम्बर तक रूस की यात्रा पर थे. इस यात्रा के दौरान उन्होंने रूस के सुदूर पूर्व क्षेत्र के व्लादिवोस्तोक में आयोजित 5वी पूर्वी आर्थिक मंच (5th Eastern Economic Forum) की बैठक में भाग लिया. प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी रूस के राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर मुख्‍य अतिथि के रूप में इस मंच में शामिल हुए थे. इससे पहले उन्होंने व्लादिवोस्तोक में ही आयोजित रूस और भारत के बीच 20वें वार्षिक शिखर सम्‍मेलन में रूस के राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन के साथ शिष्‍टमंडल स्‍तर की वार्ता की थी.

पूर्वी आर्थिक मंच का पूर्ण सत्र

रूस के व्‍लादिवोस्‍तोक में 5 सितम्बर को पूर्वी आर्थिक मंच का पूर्ण सत्र आरम्‍भ हुआ था. प्रधानमंत्री मोदी ने इस मंच के पूर्ण सत्र को संबोधित किया. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भारत ने अपनी एक्‍ट ईस्‍ट नीति में पूर्व एशिया पर सक्रियता से विचार किया है. इस घोषणा से ‘एक्‍ट फार ईस्‍ट’ नीति भी शुरू हो गई है.

भारत ने रूस के सुदूर पूर्व क्षेत्र के विकास के लिए एक अरब अमरीकी डॉलर की ऋण सुविधा (लाइन ऑफ क्रेडिट) देने की घोषणा की. यह पहला मौका है कि जब भारत ने किसी देश के क्षेत्र विशेष को लाइन ऑफ क्रेडिट दिया है. भारत पहला देश है जिसने व्‍लादिवोस्‍तोक में वाणिज्‍य दूतावास स्‍थापित किया है.

पूर्वी आर्थिक मंच: एक दृष्टि

  1. पूर्वी आर्थिक मंच एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अंतर्राष्‍ट्रीय सहयोग का विस्‍तार करने और रूस की सुदूर पूर्व अर्थव्‍यवस्‍था विकसित करने संबंधी मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर प्रदान करता है.
  2. 2015 में रूस के सुदूर पूर्व क्षेत्र के विकास के लक्ष्य से बना EEF अब व्यापार और निवेश के अवसर प्रदान करने वाले एक बहुपक्षीय मंच के रूप में उभरा है.
  3. यह क्षेत्र चीन, जापान, कोरिया से निवेश प्राप्त कर रहा है लेकिन भारतीय उपस्थिति अभी तक सीमित थी.
  4. पुतिन के निमंत्रण पर श्री मोदी की इस यात्रा से अब भारतीय व्यापारियों को संसाधन संपन्न सुदूर पूर्वी रुसी क्षेत्र में अवसरों का दोहन करने का अवसर प्राप्‍त होगा.
प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कई द्विपक्षीय बैठक की

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने व्‍लादिवोस्‍तोक में पूर्वी आर्थिक मंच की बैठक से अलग कई द्विपक्षीय बैठक की.

जापान: जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ द्विपक्षीय बैठक में दोनों नेताओं ने भारत-प्रशांत क्षेत्र को सुरक्षित और समृद्ध बनाने के लिए इसे मुक्‍त क्षेत्र बनाए जाने का आह्वान किया. दोनों नेताओं ने यह फैसला भी किया कि दिसम्‍बर 2019 में नई दिल्‍ली में वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्‍मेलन से पहले दोनों देशों के विदेश और रक्षा मंत्रियों की बैठक कराई जाए.

श्री मोदी और श्री आबे ने 16 देशों के बीच चल रहे क्षेत्रीय आर्थिक सहयोग समझौते पर और अफ्रीकी देशों के साथ त्रिपक्षीय संबंधों के महत्‍व पर चर्चा की. दोनों नेताओं ने अफ्रीका में साथ-साथ काम करने की बात कही.

मलेशिया: प्रधानमंत्री ने मलेशिया के प्रधानमंत्री डॉक्‍टर महातिर बिन मोहम्‍मद से मुलाकात में विवादास्‍पद इस्‍लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के प्रत्‍यर्पण सहित अनेक मुद्दों पर बातचीत की. दोनों नेताओं ने किसी भी तरह के आतंकवाद से कड़ा संघर्ष जारी रखने का दृढ़ संकल्‍प व्‍यक्‍त किया.

मंगोलिया: प्रधानमंत्री मोदी मंगोलिया के राष्‍ट्रपति खल्‍तमागीन बट्टुल्‍गा से भी मिले. राष्‍ट्रपति बट्टुल्‍गा सितम्बर 2019 में भारत आने वाले हैं.

रूस और भारत के बीच 20वां वार्षिक शिखर सम्‍मेलन

रूस और भारत के बीच 20वां वार्षिक शिखर सम्‍मेलन 4 सितम्बर को रूस के व्‍लादिवोस्‍तोक में आयोजित किया गया था. प्रधानमंत्री नरेन्‍द मोदी के इस सुदूर-पूर्व क्षेत्र का दौरा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बन गये. इस बैठक में रूस की यात्रा पर गये प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और रूस के राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन ने शिष्‍टमंडल स्‍तर की वार्ता की.

दोनों देशों के बीच कई समझौतों और सहमति पर हस्‍ताक्षर किए गए

प्रधानमंत्री मोदी और राष्‍ट्रपति पुतिन के बीच वार्ता के दौरान दोनों देशों में विभिन्‍न क्षेत्रों में 15 समझौतों पर हस्‍ताक्षर किए. चार समझौते तेल और गैस, तरल प्राकृतिक गैस और कोकिंग कोल पर और पांच समझौते व्‍यापार तथा निवेश से जुड़े हैं. दो समझौते बुनियादी ढांचा क्षेत्र से संबंधित हैं. रक्षा और श्रव्‍य-दृष्‍य कार्यक्रम तैयार करने के क्षेत्र का एक-एक समझौता भी हुआ.

चेन्नई से व्लादिवोस्तोक के बीच नौवहन सम्पर्क

दोनों देशों के बीच परिवहन के क्षेत्र में चेन्नई से व्लादिवोस्तोक के बीच नौवहन सम्पर्क स्थापित करने पर भी सहमति बनी है. रूस में श्रमिकों की कमी है इस सिलसिले में चेन्नई और व्लादिवोस्तिक मार्ग बहुत उपयोगी है. इससे दो प्रमुख बंदरगाह जुड़ जाएंगे, जिससे भारत और रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र के बीच सहयोग को बल मिलेगा.

रूस के राष्‍ट्रपति ने भारत में बड़ी बुनियादी ढांचा तथा अन्‍य परियोजनाओं में भाग लेने की इच्‍छा व्‍यक्‍त की. रक्षा क्षेत्र में हुआ समझौता ज्ञापन संयुक्‍त उद्यम के जरिए मेक-इन-इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत रूस में निर्मित हथियारों के लिए अतिरिक्‍त पुर्जों के उत्‍पादन के बारे में है.

संयुक्त संवाददाता सम्‍मेलन

प्रधानमंत्री मोदी और राष्‍ट्रपति पुतिन ने संयुक्‍त रूप से संवाददाता सम्‍मेलन किया. इस सम्मेलन के मुख्य बिंदु हैं:

  • श्री मोदी ने कहा कि बात-चीत का उद्देश्‍य भारत-रूस सहयोग के नये आयाम का पता लगाना था. इनमें व्‍यापार, सुरक्षा, समुद्री सहयोग और पर्यावरण संरक्षण के लिए मिलकर काम करना शामिल है.
  • हमने भारत की फ्री ओपन और इन्‍क्‍लुजिव इंडो-पेसिफिक के कॉनसेप्‍ट पर भी उपयोगी चर्चा की. हम सहमत हैं कि साइबर सिक्‍योरिटी, काउंटर टेरेरिज्‍म, इनवॉयरमेंट प्रोटेक्‍शन जैसे क्षेत्रों में भारत और रूस का सहयोग और मजबूत करेंगे.
  • प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और रूस किसी देश के आंतरिक मामलों में बाहरी हस्‍तक्षेप के खिलाफ हैं. रूस ने जम्‍मू-कश्‍मीर के मुद्दे पर भारत के कदम का यह कहते हुए समर्थन किया कि राज्‍य के दर्जे में बदलाव भारतीय संविधान के अनुरूप है.
  • दोनों नेताओं ने मौजूदा वैश्विक वास्‍तविकताओं के अनुरूप संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद में सुधारों का आह्वान किया. रूस ने संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्‍थाई सदस्‍यता की उम्‍मीदवारी पर अपना समर्थन व्‍यक्‍त किया.
  • रूस ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में भारत की सदस्‍यता का भी पुरजोर समर्थन किया. दोनों नेताओं ने सभी प्रकार के आतंकवाद की कड़ी निंदा की.

भारत-रूस व्‍यापार: एक दृष्टि

  • वर्तमान में दोनों देशों का कुल व्‍यापार लगभग 11 बिलियन अमरीकी डालर है जबकि दोनों देशों में 2025 तक 30 बिलियन अमरीकी डालर के व्‍यापार का लक्ष्‍य रखा है.
  • श्री मोदी और श्री पुतिन इस अवधि में 50 बिलियन अमरीकी डालर का निवेश का लक्ष्‍य भी प्राप्‍त करने का इरादा रखते हैं.
  • रूस का सुदूर पूर्व भारतीय निवेशों के लिए मजबूत क्षमता प्रदर्शित करता है जबकि रूसी कंपनियां मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत भारत में निवेश की संभावनाएं तलाश रही है.

प्रधानमंत्री नरेन्‍द मोदी की रूस यात्रा: मुख्य बिंदु

  • प्रधानमंत्री महात्‍मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर एक स्मारक डाक टिकट जारी किया और योग ऐप की भी शुरूआत की.
  • प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और रूस के राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन व्‍लादिवोस्‍तोक के पास ज्‍वेज़दा पोत निर्माण संयंत्र देखने गये.
  • रूस के राष्‍ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दूसरे विश्‍व युद्ध में USSR की विजय के 75वें विजय दिवस समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है. यह समारोह मई 2020 में मॉस्‍को में होगा.


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बहरीन की यात्रा संपन्न की

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 24-25 अगस्त को बहरीन की यात्रा संपन्न की. वे तीन देशों- फ्रांस, संयुक्त अरब अमारात (UAE) और बहरीन की यात्रा के तीसरे चरण में मनामा पहुंचे थे. वे बहरीन की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं. अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने मनामा में बहरीन के सुल्‍तान हमद बिन ईसा अल खलीफा के साथ कई मुद्दों पर चर्चा की. उन्‍होंने बहरीन के प्रधानमंत्री खलीफा बिन सलमान अल खलीफा से भी मुलाकात की.

प्रधानमंत्री की बहरीन की यात्रा: मुख्य बिंदु

  • बहरीन के सुल्‍तान के साथ वार्ता बैठक में दोनों देशों के बीच संस्‍कृति, अंतरिक्ष, सौर ऊर्जा और रू-पे (RuPay) कार्ड को लेकर कई सहमति पत्रों पर हस्‍ताक्षर हुए हैं.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने इस यात्रा के दौरान भारतीय समुदाय को भी संबोधित किया.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने बहरीन के मनामा में प्राचीनतम श्रीनाथजी मंदिर के पुनरुद्धार कार्य का औपचारिक शुभारंभ किया.
  • क्यू-सेट ग्राउंड स्टेशन के निर्माण, आंकड़ों के आदान-प्रदान और प्रशिक्षण में सहयोग के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन और बहरीन की अंतरिक्ष एजेंसी के बीच समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किये गए.
  • बहरीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की उम्मीदवारी के लिए समर्थन व्यक्त किया है.
  • प्रधानमंत्री मोदी को बहरीन में “किंग हमद ऑर्डर ऑफ रेनेसां” सम्मान से सम्‍मानित किया गया.


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्‍त अरब अमारात की यात्रा की

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 23-24 अगस्त को संयुक्‍त अरब अमारात (UAE) की यात्रा की. इस यात्रा में प्रधानमंत्री मोदी ने UAE की राजधानी अबुधाबी में युवराज शेख मोहम्‍मद-बिन-जायद-अल-नह्यान से वार्ता बैठक की.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की UAE यात्रा: एक दृष्टि

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि UAE की अक्षय ऊर्जा, खाद्य, बंदरगाह, हवाई अड्डे, रक्षा विनिर्माण और अन्य क्षेत्रों में भारत में निवेश में रुचि बढ़ रही है. बुनियादी ढांचे और आवास सरीखे क्षेत्रों में UAE का निवेश बढ़ रहा है.

महात्‍मा गांधी की 150वीं जयंती पर स्‍मारक डाक टिकट: प्रधानमंत्री मोदी और अबूधाबी के युवराज शेख मोहम्‍मद बिन जायद अल नाहयान संयुक्‍त रूप से महात्‍मा गांधी की 150वीं जयंती पर स्‍मारक डाक टिकट जारी करेंगे.

UAE में रुपे-कार्ड की शुरूआत: प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज UAE में रुपे-कार्ड की शुरूआत की. मध्‍य एशिया में इस सुविधा को शुरू करने वाला UAE पहला देश हो गया है. इससे पहले सिंगापुर और भूटान में रुपे कार्ड लॉन्च किया जा चुका है. यूएई खाड़ी क्षेत्र का पहला देश होगा जहां रूपे कार्ड लॉन्च किया जा रहा है.

छह समझौतों पर हस्‍ताक्षर: प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की UAE की यात्रा के दौरान भारत और संयुक्‍त अरब अमारात के बीच आज छह समझौतों पर हस्‍ताक्षर हुए. इनमें दूतावासों में काम कर रहे राजनयिक और वाणिज्‍य दूतावात के कर्मचारियों के आश्रितों की कार्य अनुमति और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय मुद्रा विनिमय समझौता शामिल है.

भारत-UAE व्यापारिक संबध: एक दृष्टि

  • प्रधानमंत्री मोदी बतौर प्रधानमंत्री दो बार UAE का दौरा कर चुके हैं वहीं शेख मोहम्मद बिन जायेद भी तीन साल में दो बार भारत आ चुके हैं.
  • UAE भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है. 2018-19 में दोनों देशों के बीच करीब 60 अरब डॉलर का वार्षिक द्विपक्षीय व्यापार हुआ है.
  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के महात्वाकांक्षी सपने को पूरा करने में UAE एक ‘मूल्यवान भागीदार’ हो सकता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने 2024-25 तक 50 खरब डॉलर की अर्थव्‍यवस्‍था के महत्‍वाकांक्षी लक्ष्‍य को हासिल करने के प्रयास शुरू कर दिये हैं.


प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने फ्रांस यात्रा संपन्न की

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने 22-23 अगस्त को फ्रांस यात्रा की. इस यात्रा में उन्‍होंने फ्रांस के राष्‍ट्रपति इमैन्युअल मैक्रॉं के साथ वार्ता बैठक में आपसी हित के मुद्दों पर वार्ता बैठक की. यह वार्ता पेरिस के निकट शेटू डी शैन्टली में आयोजित की गयी थी. शेटू डी शैन्टली पेरिस से 50 किलोमीटर दूर स्थिति ऐतिहासिक इमारत है.

प्रधानमंत्री मोदी और फ्रांस के राष्‍ट्रपति मैक्रॉं के इस वार्ता बैठक के बाद दोनों ने नेताओं ने साझा प्रेस कांफ्रेंस की. प्रधानमंत्री मोदी ने इस वार्ता बैठक में आतंकवाद से लड़ने में फ्रांस के समर्थन की सराहना की और इस क्षेत्र में शांति के लिए काम करते रहने का संकल्‍प व्‍यक्‍त किया. राष्ट्रपति मैक्रों ने कश्मीर पर भारत के रुख का समर्थन किया. राष्ट्रपति मैक्रों ने साफ किया कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच एक द्विपक्षीय मुद्दा है.

फ्रांस के राष्‍ट्रपति इमैन्युअल मैक्रॉं के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में चार सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किए गये. जलवायु पर्यावरण का मुद्दा दोनों नेताओं की प्राथमिकताओं में रहा. इसके अलावा कौशल विकास, नागर विमानन, आईटी और स्पेस जैसे मुद्दों पर चर्चा की. रक्षा सहयोग पर भी विस्तार से चर्चा हुई. साइबर सुरक्षा (साइबर सिटी) के मोर्चे पर एक समझौता हुआ. असैनिक परमाणु मोर्चे पर दोनों देशों ने जैतापुर संयंत्र पर काम करने पर सहमति जताई. भारत और फ्रांस ने अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. दोनों देशों ने कौशल विकास और व्यावसायिक प्रशिक्षण में सहयोग के लिए एक सहायक प्रबंधन और साइबर सुरक्षा पर सहयोग समझौते के साथ-साथ संयुक्त समुद्री डोमेन जागरूकता के लिए क्रियान्वयन में सुधार पर भी सहमति बनी.

प्रधानमंत्री की फ्रांस यात्रा: मुख्य बिंदु

  • वार्ता के दौरान दोनों देशों के मजबूत सांस्कृति संबंधों की भी झलक देखने को मिली. 2021-22 में फ्रांस भारतीय संस्कृति पर्व मनाया जायेगा. जिसको ‘नमस्ते फ्रांस’ नाम दिया गया है.
  • राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा कि पिछले एक साल में भारत और फ्रांस के बीच द्विपक्षीय व्यापार में 25% की वृद्धि हुई है.
  • दोनों नेताओं के साझा बयान में भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 से कुछ प्रावधानों के हटाये जाने को भारत का आंतरिक मामला बताया गया.
  • फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और पाकिस्तान को कश्मीर मुद्दा द्विपक्षीय ढंग से हल करना चाहिए. किसी तीसरे पक्ष को इसमें हस्तक्षेप या क्षेत्र में हिंसा भड़काने का काम नहीं करना चाहिए.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और फ्रांस जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने और पर्यावरण तथा प्रौद्योगिकी आधारित समावेशी विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं.
  • राष्‍ट्रपति इमैन्युअल मैक्रॉं ने कहा कि भारत को फ्रांस से 36 राफाल लड़ाकू विमानों में से पहला विमान अगले महीने दे दिया जाएगा.
  • प्रधानमंत्री मोदी पेरिस के युनेस्‍को मुख्‍यालय में भारतीय समुदाय को सम्‍बोधित किया. श्री मोदी 1950 और 1966 में एयरइंडिया विमान दुर्घटनाओं में मारे गये लोगों की स्‍मृति में बने स्‍मारक का युनेस्‍को मुख्‍यालय से उद्घाटन किया.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने इस यात्रा के दौरान फ्रांस के प्रधानमंत्री एडुआर्डो फिलिप से भी मुलाकात की.


प्रधानमंत्री ने भूटान की दो-दिवसीय यात्रा संपन्न की

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने 17-18 अगस्त को भूटान की यात्रा की. यह उनकी दूसरी बार भूटान की यात्रा थी. उन्होंने साल 2014 में पहली बार सत्‍ता में आने पर भूटान की यात्रा की थी.

इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने थिम्‍फू में भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग, भूटान नरेश जिग्‍मे खेसर नामग्‍याल वांगचुक और विपक्ष के नेताओं से मुलाकात की. यात्रा के दूसरे दिन उन्होंने थिम्फू में रॉयल यूनिवर्सिटी ऑफ भूटान के विद्यार्थियों को भी संबोधित किया.

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग के वार्ता के दौरान दोनों नेताओं ने कई समझौते सहित आपसी संबंधों को और मजबूत बनाने के तौर-तरीकों पर विचार-विमर्श किया. इस वार्ता में दोनों देशों ने अंतरिक्ष, शिक्षा, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और कानूनी शिक्षा क्षेत्रों में दस समझौता ज्ञापनों पर हस्‍ताक्षर किए.

‘मांगदेछु पनबिजली’ संयंत्र का उद्घाटन

प्रधानमंत्री मोदी और भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग ने थिम्‍फू में 720 मेगावाट क्षमता के ‘मांगदेछु पनबिजली’ संयंत्र (Mangdechhu Hydroelectric Project) का उद्घाटन किया. यह संयंत्र भूटान के मांगदेछु नदी पर है. दोनों देशों के सहयोग से भूटान में हाइड्रो पावर उत्‍पादन क्षमता दो हजार मेगावॉट को पार कर आगे बढ़ रही है. उन्‍होंने भारत और भूटान बीच पनबिजली क्षेत्र में संबंधों के पचास वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्‍य में स्‍मारक टिकट भी जारी किया.

इसरो के दक्षिण एशियाई उपग्रह के भू-केन्‍द्र का उद्घाटन

दोनों नेताओं ने भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के दक्षिण एशियाई उपग्रह के भू-केन्‍द्र (अर्थ स्‍टेशन) का उद्घाटन किया. यह भूटान में कम्‍यूनिकेशन, ब्रॉडकास्‍टिंग और डिजास्टर मेनेजमैंट के कवरेज को बढ़ाएगा. दोनों देश छोटे उपग्रह के निर्माण और स्‍पेस टेक्‍नोलॉजी के प्रयोग में भी सहयोग करेंगे.

प्रधानमंत्री ने भूटान में रूपे कार्ड जारी किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान के सिमटोखा दजोंग में खरीदारी कर रूपे (RuPay) कार्ड जारी किया. सिंगापुर के बाद भूटान दूसरा देश है जहां रूपे कार्ड जारी किया गया है. प्रधानमंत्री मोदी ने मई 2018 भारत में रूपे कार्ड जारी किए थे.

रुपे कार्ड भारत का स्वदेशी भुगतान प्रणाली पर आधारित एटीएम कार्ड है. इसे भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने विकसित किया है. रुपे कार्ड को वीजा और मास्टर कार्ड की तरह प्रयोग किया जाता है.

प्रधानमंत्री ने भूटान की यात्रा: अन्य मुख्य बिंदु

  • प्रधानमंत्री ने भूटान के सामान्‍य लोगों की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत से एलपीजी की आपूर्ति 700 से बढ़ाकर 1000 मीट्रिक टन प्रति माह करने का निर्णय किया है.
  • भारत के नेशनल नॉलेज नेटवर्क के साथ कनेक्‍शन भूटान के छात्रों और शोधकर्ताओं को भारतीय विश्‍वविद्यालयों के लिए नए साधनों से जोड़ेगा जो विशेष रूप से हमारे युवाओं को लाभान्‍वित करेगा.