भारत ने निर्भय क्रूज मिसाइल का सफल प‍रीक्षण किया

भारत ने 19 अप्रैल 2024 को निर्भय क्रूज मिसाइल (Nirbhay cruise missile) का सफल परीक्षण किया था. रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने यह परीक्षण ओडिशा तट पर चांदीपुर एकीकृत परीक्षण रेंज में किया था. परीक्षण के दौरान इस मिसाइल ने 864 किमी से 1111 किमी प्रति घंटे की रफ्तार हासिल की थी.

निर्भय मिसाइल: मुख्य बिन्दु

  • निर्भय मिसाइल को स्वदेशी प्रौद्योगिकी क्रूज मिसाइल (Indigenous Technology Cruise Missile, ITCM) के रूप में भी जाना जाता है.
  • यह लंबी दूरी की सब-सोनिक क्रूज मिसाइल है. यह भारत की पहली स्वदेश निर्मित क्रूज मिसाइल है. इस मिसाइल को डीआरडीओ ने स्वदेशी रूप से विकसित किया है.
  • लॉन्च के समय निर्भय की लंबाई 6.0 मीटर, व्यास 0.5 मीटर और वजन 1,500-1,600 किलोग्राम था. यह 1,000 किलोमीटर की दूरी तक जमीन पर मौजूद लक्ष्य पर हमला कर सकती है.
  • इसमें एक ठोस प्रप्लशन बूस्टर मोटर का उपयोग किया जाता है जो लॉन्च के तुरंत बाद बंद हो जाती है और टर्बोजेट इंजन में बदल जाती है.
  • यह 100 मीटर से भी कम ऊंचाई पर 0.7 मैक (सब-सोनिक) गति से घूमने और परिभ्रमण करने में सक्षम है. यह दो स्टेज की मिसाइल है, पहले दौर में ठोस और दूसरे दौर में तरल ईंधन का इस्तेमाल होता है.
  • यह मिसाइल 200-300 किलोग्राम के परंपरागत हथियार ले जा सकती है. यह परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है. इसकी अधिकतम रेज 1500 किमी है.
  • इसमें टेरेन हगिंग कैपेबिलिटी भी है. यह एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें उस पर निशाना लगाकर उसे निष्क्रिय करना मुश्किल होता है.
  • यह मिसाइल जमीन से कम से कम 50 मीटर ऊपर और अधिकतम चार किमी ऊपर उड़कर लक्ष्य को तबाह कर सकती है.
  • इसमें ऐसी प्रणाली है कि यह मिसाइल रास्ते में अपनी दिशा बदल सकती है. यानी यह चलते फिरते टारगेट को भी निशाना बनाने में सक्षम है.
  • यह समुद्र और जमीन दोनों जगहों से दागी जा सकती है. यह मिसाइल समुद्र से कम ऊंचाई पर उड़ते हुए दुश्मन के रडार को चकमा देने में सक्षम है.
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