भारत ने फिलीपींस को ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल की आपूर्ति की

भारत ने 20 अप्रैल को फिलीपींस को ब्रह्मोस मिसाइलों के पहले सेट की आपूर्ति की. इस आपूर्ति के लिए भारतीय वायुसेना (आईएएफ) ने अपना C-17 ग्लोबमास्टर मालवाहक विमान फिलीपींस भेजा था. इन मिसाइलों को फिलीपीन मरीन कॉर्प्स को सौंपा गया.

मुख्य बिन्दु

  • भारत और फिलीपींस के बीच 2022 में इस हथियार प्रणाली को लेकर 375 मिलियन अमेरिकी डॉलर का सौदा हुआ था. उसी सौदे के हिस्से के रूप में यह आपूर्ति की गई.
  • फिलीपींस को उस समय मिसाइल सिस्टम की डिलीवरी मिली है, जब उसके और चीन के बीच साउथ चाइना सी में तनाव बढ़ा हुआ है.
  • दक्षिण चीन सागर में स्थित दूसरे थॉमस शोल और स्कारबोरो शोल को लेकर चीन और फिलीपींस के बीच तनाव है. यह एक विवादित क्षेत्र है और कई देश इस पर दावा करते हैं.
  • फिलीपींस ने चीन की आक्रामकता का मुकाबला करने और अपनी रक्षात्मक क्षमताओं को बढ़ाने के लिए भारत से ब्रह्मोस मिसाइलों का अधिग्रहण किया है.
  • ब्रह्मोस मिसाइल प्रणाली की तीन बैटरियों को फिलीपींस अपने तटीय क्षेत्रों में तैनात करेगा, ताकि क्षेत्र में किसी भी खतरे से बचाव किया जा सके.
  • मिसाइल कार्यक्रम के भागीदार देशों से कई अनुमदनों के बाद इस सौदे को मंजूरी दी गई. इसका निर्माण रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और रूसी संघ के एनपीओ माशिनोस्ट्रोयेनिया के बीच बीच संयुक्त उद्यम ने किया है.
  • इस मिसाइल को जमीन, समुद्र और हवाई प्लेटफॉर्म से प्रक्षेपित किया जा सकता है तथा इसकी मारक क्षमता 290 किलोमीटर तक है. 300 किलोग्राम तक वजन वाले यह मिसाइल मैक 2.8 की गति से उड़ान भर सकता है.

भारत ने 16 देशों में सैन्य प्रतिनिधि ‘सैन्य अताशे’ की नियुक्ति की

भारत सरकार ने 16 देशों में सैन्य प्रतिनिधियों ‘सैन्य अताशे’ (military attache) की नियुक्ति की है. ये वो देश है जहां भारत हथियारों निर्यात करता है या जहां निर्यात किए जाने की संभावनाएं हैं. इन देशों में पोलैंड आर्मेनिया जिबूती पोलैंड तंजानिया मोजाम्बिक इथियोपिया और फिलीपींस आदि शामिल हैं.

मुख्य बिन्दु

  • सैन्य अताशे एक उच्च-रैंकिंग सैन्य अधिकारी होते हैं जो दूतावासों में राजदूत के मातहत काम करते हैं. यह दोनों देशों के द्विपक्षीय सैन्य और रक्षा संबंधों पर ध्यान केंद्रित करते हैं.
  • सैन्य अताशे इन देशों के साथ न सिर्फ भारत का सैन्य तालमेल बढ़ाने में मदद करेंगे बल्कि चीन के बढ़ते प्रभाव से भी निपटने में मदद करेंगे.
  • भारत ने अप्रैल 2024 में अफ्रीका के कई देशों, पोलैंड, आर्मेनिया और फिलीपींस सहित करीब 16 देशों में पहली बार अपने डिफेंस अताशे (सैन्य प्रतिनिधि) की नियुक्ति की है. जबकि कुछ ही दिनों पहले भारत ने रूस, यूके समेत कुछ देशों से डिफेंस अताशे की संख्या में कमी की थी.
  • पिछले वित्त वर्ष (2022-23) में 21,083 करोड़ रुपए का रिकॉर्ड रक्षा निर्यात होने से भारत सरकार इस सेक्टर को लेकर उत्साहित है.
  • 2023-24 में देश से रक्षा निर्यात रिकॉर्ड 21,083 करोड़ रुपये (2.63 अरब डॉलर) तक पहुंच गया. छह साल पहले इसका आकार 5 हजार करोड़ रुपए से भी कम था. प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ष 2025 तक 5 अरब डॉलर के रक्षा निर्यात का लक्ष्य रखा है.
  • भारत सरकार की योजना इन देशों के साथ अपने रणनीतिक संबंध मजबूत करने और हथियारों के निर्यात को बढ़ावा देने की है. इन देशों में डिफेंस अताशे की मौजूदगी से हमें अपना डिफेंस एक्सपोर्ट बढ़ाने में भी मदद मिलेगी.
  • स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट के अनुसार, म्यांमार भारतीय हथियारों का सबसे बड़ा आयातक है, जिसका भारत के निर्यात में 31 फीसदी हिस्सा है. श्रीलंका (19%) दूसरे स्थान पर है. मॉरीशस, नेपाल, आर्मेनिया, वियतनाम और मालदीव अन्य प्रमुख आयातक हैं.
  • जहाज भारत से सबसे अधिक निर्यात होने वाली रक्षा सामग्री है, जिसकी देश के कुल रक्षा निर्यात में करीब 61% हिस्सेदारी है. इसके बाद विमान, सेंसर, बख्तरबंद, तटीय निगरानी प्रणाली, कवच एमओडी लॉन्चर और एफसीएस, रडार के लिए स्पेयर, इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम और लाइट इंजीनियरिंग मैकेनिकल पार्ट्स आदि आते हैं.

भारत, मोजाम्बिक और तंजानिया के बीच सैन्य अभ्यास IMT TRILAT 24 आयोजित किया गया

भारत, मोजाम्बिक और तंजानिया के बीच 21 से 28 मार्च तक त्रिपक्षीय नौसैनिक अभ्यास IMT TRILAT 24 आयोजित किया गया था.  यह IMT TRILAT का दूसरा संस्करण था जो 28 मार्च 2024 को मोजाम्बिक के नाकाला में संपन्न हुआ.

मुख्य बिन्दु

  • इस अभ्यास का उद्देश्य भारत, मोजाम्बिक और तंजानिया की नौसेनाओं के बीच समुद्री सहयोग और अंतर-संचालनीयता को बढ़ाना था. भारतीय नौसेना के जहाज ‘तीर’ और ‘सुजाता’ ने इस अभ्यास में भाग लिया था.
  • IMT TRILAT 24 दो चरणों में आयोजित किया गया था. पहला चरण हार्बर चरण था जो 21-24 मार्च तक जंजीबार में आयोजित किया गया. दूसरा चरण समुद्री चरण था जो 24-28 मार्च तक आयोजित किया गया.
  • मोजाम्बिक, दक्षिण-पूर्वी अफ्रीका का एक देश है जो 1975 में पुर्तगाल से आज़ाद हुआ था. इसकी राजधानी मापुटो है. पूर्वी अफ्रीका में स्थित तंजानिया को 1961 में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से स्वतंत्रता मिली थी. तंजानिया की राजधानी डोडोमा है.

भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास टाइगर ट्रायम्फ-24 आयोजित किया गया

भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस) की नौसेनाओं ने 18 से 31 मार्च तक ‘टाइगर ट्रायम्फ-24’ (Tiger Triumph Exercise 24) सैन्य अभ्यास आयोजित किया था. यह अभ्यास भारत के पूर्वी समुद्री तट पर आयोजित किया गया था. इस अभ्यास का उद्देश्य द्विपक्षीय मानवीय सहायता और आपदा राहत (HADR) था.

टाइगर ट्रायम्फ-24: मुख्य बिन्दु

  • इस अभ्यास में भारतीय नौसेना, भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना के साथ-साथ अमेरिकी नौसेना, अमेरिकी मरीन कॉर्प्स और अमेरिकी सेना के युद्धपोत और सैनिक शामिल हुए थे.
  • टाइगर ट्रायम्फ-24 अभ्यास का उद्देश्य मानवीय सहायता और आपदा राहत (HADR)  ऑपरेशनों के संचालन के लिए अमेरिकी और भारतीय सेनाओं के बीच अंतर-संचालन क्षमता विकसित करना था.
  • अभ्यास को दो चरणों में विभाजित किया गया था- हार्बर चरण (18-25 मार्च) और समुद्री चरण (19-31 मार्च). हार्बर चरण के दौरान, दोनों नौसेनाओं के कार्मिक प्रशिक्षण, विषय-वस्तु विशेषज्ञों के आदान-प्रदान, खेल आयोजन आदि थे.
  • समुद्री चरण में समुद्री, जलस्थलीय मानवीय सहायता और आपदा राहत (HADR)  ऑपरेशन आयोजित किया गया. समुद्री चरण के पूरा होने के बाद समापन समारोह आयोजित किया गया था.

टाइगर ट्रायम्फ: एक दृष्टि

  • टाइगर ट्रायम्फ भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के सशस्त्र बलों के बीच एक द्विपक्षीय त्रि-सेवा उभयचर सैन्य अभ्यास है. यह दोनों देशों के बीच पहला त्रि-सेवा सैन्य अभ्यास है.
  • भारत और अमेरिका ने 6 सितंबर 2018 को एक रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जिसमें 2019 में भारत में एक संयुक्त थल, वायु और समुद्री अभ्यास आयोजित करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की गई थी.
  • ‘टाइगर ट्रायम्फ’ नाम दोनों देशों के राष्ट्रीय पशुओं से लिया गया है. भारत के लिए बंगाल टाइगर और संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए बाल्ड ईगल.

टोक्यो में रायसीना गोलमेज सम्मेलन आयोजित किया गया

टोक्यो में ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ORF) द्वारा 7 मार्च को रायसीना गोलमेज सम्मेलन (Raisina Roundtable in Tokyo) 2024 का आयोजन किया गया था. इस सम्मेलन में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हिस्सा लिया था.

मुख्य बिन्दु

  • सम्मेलन को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि अल्‍पविकसित देशों की आवाज के रूप में, भारत अपनी जिम्मेदारी को समझता है और इसी के तहत अलग-अलग महाद्वीपों के 78 देशों में विकास कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं.
  • विदेश मंत्री जयशंकर ने भारत और जापान के बीच संबंधों की सराहना करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच वैश्विक व्यवस्था की चुनौतियों से निपटने के लिए एक विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी है.
  • उन्होंने कहा कि भारत और जापान रणनीतिक और ग्लोबल पार्टनरशिप का भरपूर आनंद उठा रहे हैं.
  • लाल सागर में मालवाहक जहाजों पर यमन के हौथी संगठन के हाल के हमलों का उल्लेख करते हुए कहा कि समुद्री सुरक्षा गंभीर चिंता का विषय बन गई है.
  • विदेश मंत्री ने कहा कि लचीली और विश्वसनीय आपूर्ति श्रृंखलाओं और भरोसेमंद और पारदर्शी डिजिटल लेन-देन के निर्माण के साथ दुनिया पुन: वैश्वीकरण की ओर बढ़ रही है.

ग्रीस के प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्‍सोताकिस ने भारत की यात्रा संपन्न की

ग्रीस के प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्‍सोताकिस 21-22 फ़रवरी को भारत की यात्रा पर थे. उनके साथ व्यापारिक शिष्टमंडल और वरिष्ठ अधिकारी भी भारत आये थे.

मुख्य बिन्दु

  • ग्रीस के प्रधानमंत्री का 15 वर्ष बाद भारत का यह पहला दौरा था. इससे पहले ग्रीस के किसी भी प्रधानमंत्री का भारत दौरा 2008 में हुआ था.
  • श्री मित्‍सोताकिस नई दिल्‍ली में नौंवे रायसीना संवाद के मुख्‍य अतिथि और वक्ता भी थे. वे एथेंस लौटने से पहले मुंबई भी गए थे.
  • प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने नई दिल्‍ली में ग्रीस के प्रधानमंत्री के साथ द्विपक्षीय और प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की थी.
  • वार्ता में दोनों नेताओं ने अंतरिक्ष, औषधि, नौवहन, संचार, रक्षा, कृषि, समुद्री तथा हवाई सम्‍पर्क सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढाने की प्रतिबद्धता व्‍यक्‍त की. वर्ष 2030 तक आपसी व्‍यापार दोगुना करने पर सहमत हुए.

प्रधानमंत्री की UAE और कतर यात्रा: अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13-14 फ़रवरी तक संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की यात्रा पर थे. प्रधानमंत्री मोदी की उनके कार्यकाल में 7वीं UAE की यात्रा थी.

UAE यात्रा: मुख्य बिन्दु

  • UAE के इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ द्विपक्षीय बैठक की थी.
  • बैठक में दोनों नेता भारत और UAE के बीच सामरिक साझेदारी आगे बढाने तथा मजबूत करने पर चर्चा किए और आपसी हित के क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान हुआ.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने ‘विश्‍व सरकार शिखर सम्‍मेलन’ (World Governments Summit) 2024 में भाग लिए और संबोधित किए. भारत विश्व सरकार शिखर सम्मेलन में सम्मानित अतिथि देश था.
  • अपने संबोधन में उन्होंने भारत और UAE के बीच मजबूत होते द्विपक्षीय संबंधों का उल्लेख करते  हुए कहा कि UAE भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार और सातवां सबसे बड़ा निवेशक है.
  • उन्होंने नवाचारी मार्केट प्‍लेस भारत मार्ट का वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ किया. इस मार्केट प्‍लेस का उद्देश्‍य दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए वैश्विक स्‍तर पर भारतीय उत्पादों का प्रदर्शन करना है.
  • प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने संयुक्त अरब अमीरात में उनके सम्मान में आयोजित कार्यक्रम ‘अहलन मोदी’ में भारतीय समुदाय को संबोधित किया था.

अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  ने इस यात्रा के दौरान अबू धाबी में बने पहले हिंदू मंदिर ‘बोचासनवासी अक्षर पुरूषोत्तम स्वामीनारायण संस्था’ (BAPS) का उद्घाटन किया था.
  • इस मंदिर निर्माण के लिए जमीन प्रधानमंत्री मोदी के पिछले दौरे के दौरान मिली थी. इसके बाद मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हुआ.
  • इस मंदिर के लिए कुल जमीन अपनी 27 एकड है, साढे तेरह एकड में मंदिर है और साढे तेरह एकड में पार्किंग है.

कतर की राजधानी दोहा के लिए प्रस्थान

  • संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा संपन्न होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी 14 फ़रवरी को कतर की राजधानी दोहा गए थे.
  • यात्रा के दौरान श्री मोदी कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद के साथ द्विपक्षीय बैठक किए थे. इस बैठक में द्विपक्षीय, क्षेत्रीय तथा वैश्विक मुद्दों पर बातचीत हुई.
  • बैठक में दोनों देशों की अर्थव्‍यवस्‍थाओं के महत्‍वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा हुई। प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद सीमित चर्चा में आर्थिक सहयोग, निवेश, ऊर्जा साझेदारी, अंतरिक्ष सहयोग, शहरी बुनियादी ढांचे, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और लोगों के बीच संपर्क जैसे कई विषयों पर विचार किया गया.

कतर की अदालत ने हिरासत में बंद सभी आठ पूर्व भारतीय नौसेनिकों को रिहा किया

कतर की अदालत ने हिरासत में बंद सभी आठ पूर्व भारतीय नौसैनिकों को 12 फ़रवरी को रिहा कर दिया. ये सभी लोग अक्टूबर 2022 से कतर की जेल में बंद थे.

मुख्य बिन्दु

  • जिन भारतीयों को गिरफ़्तार किया गया था उनमें कमांडर (रिटायर्ड) पूर्नेंदु तिवारी, कैप्टन (रिटायर्ड) नवतेज सिंह गिल, कमांडर (रिटायर्ड) बीरेंद्र कुमार वर्मा, कैप्टन (रिटायर्ड) सौरभ वशिष्ठ, कमांडर (रिटायर्ड) सुग्नाकर पकाला, कमांडर (रिटायर्ड) अमित नागपाल, कमांडर (रिटायर्ड) संजीव गुप्ता, और सेलर रागेश शामिल थे.
  • इन पर कथित तौर पर कतर के सबमरीन प्रोग्राम की जासूसी करने का आरोप था. इन आठ लोगों को जासूसी का दोषी पाया गया था और मौत की सज़ा सुनाई गई थी.
  • गिरफ़्तार किए गए भारतीयों पर दोहा में काम कर रहे एक सबमरीन प्रोजेक्ट की संवेदनशील जानकारियाँ इसराइल से साझा करने का आरोप है. ये भारतीय दाहरा ग्लोबल टेक्नोलॉजीज़ एंड कंसल्टिंग सर्विसेज़ में काम करते थे.
  • भारत ने इससे पहले इन भारतीयों को मिली मौत की सज़ा के ख़िलाफ़ दोहा में अपील भी दायर की थी. भारत की ओर से कूटनीतिक हस्तक्षेप के बाद जनवरी में इन लोगों के मृत्युदंड को लंबी कैद में बदल दिया गया था. और अब रिहा कर दिया गया है.

यूपीआई पेमेंट सिस्‍टम अपनाने वाला फ्रांस पहला यूरोपीय देश बना

फ्रांस में हाल ही में भारत की एकीकृत भुगतान प्रणाली (UPI) की औपचारिक शुरुआत हुई है.भारत ने फ्रांस की राजधानी पेरिस स्थित आइफिल टावर पर 2 फ़रवरी को UPI की औपचारिक शुरुआत की थी. यह पेमेंट सिस्‍टम अपनाने वाला फ्रांस पहला यूरोपीय देश बन गया है.

मुख्य बिन्दु
  • UPI मोबाइल से भुगतान की भारतीय प्रणाली है. यह ऐसी प्रणाली है, जो कई बैंक खातों को एक ही मोबाइल एप्लिकेशन में प्रदान करती है.
  • UPI को भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPIL) ने 2016 में विकसित किया था. इसकी सहायता से ग्राहक UPI से जुड़े किसी भी बैंक खाते में किसी भी समय सहजता से भुगतान कर सकता है.
  • 2022 में एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (एनआईपीएल) और फ्रांस की लाइरा कलेक्ट ने फ्रांस में UPI को लागू करने के लिए एक समझौता किया था.
  • भारत का UPI सिंगापुर और यूएई समेत अन्य देशों के साथ द्विपक्षीय रिश्ते बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहा है.

विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा की भूटान यात्रा

विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा 29 से 31 जनवरी तक भूटान की आधारिक यात्रा पर थे. इस यात्रा के दौरान उन्होंने भूटान के प्रधान मंत्री क्षेरिंग तोबगे से मुलाकात की थी. इस मुलाकात में भारत और भूटान के बीच बहुमुखी सहयोग पर चर्चा हुई.

यात्रा के दौरान, श्री क्वात्रा ने अंतरिक्ष, ऊर्जा, व्यापार, प्रौद्योगिकी, आर्थिक संबंधों और लोगों के बीच संपर्क तथा भारत और भूटान के बीच आपसी सहयोग के व्यापक मुद्दों पर भूटान के विदेश सचिव के साथ द्विपक्षीय बातचीत की.

जनवरी 2024 में भूटान में संपन्न हुए चुनाव में शेरिंग तोबगे को दूसरे कार्यकाल के लिए प्रधान मंत्री के रूप में चुना गया है. तोबगे के नेतृत्व वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने चुनाव में लगभग दो-तिहाई सीटें हासिल कीं.

फ्रांस के राष्‍ट्रपति की भारत यात्रा, 75वें गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि

फ्रांस के राष्‍ट्रपति एमैनुअल मैक्रों 25-26 जनवरी तक भारत की यात्रा पर थे. वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर 75वें गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप हिस्सा लेने के लिए भारत आए थे.

मुख्य बिन्दु

  • राष्‍ट्रपति मैक्रों इस भारत यात्रा की शुरुआत 25 जनवरी को राजस्‍थान के जयपुर से की थी. उनकी अगवानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की. जयपुर में राष्‍ट्रपति मैक्रों श्री मोदी के साथ रोड शो में भी शामिल हुए.
  • फ्रांस के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐतिहासिक महत्व के जिन स्थलों का दौरा किया, उनमें आमेर महल, जंतर मंतर और जयपुर शहर यूनेस्को की वैश्विक विरासत की सूची में दर्ज है.
  • श्री मेक्रों का यह दौरा इसलिये भी महत्वपूर्ण है क्योंकि राजस्थान में सर्वाधिक विदेशी पर्यटक फ्रांस से ही आते हैं.
  • प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री मोदी ने जयपुर में मैक्रों के साथ बैठक की. बैठक में द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्‍न पहलुओं और भू-राजनीतिक चुनौतियों के समाधान पर विचार-विमर्श हुआ.
  • भारत और फ्रांस ने उभरती वैश्विक चुनौतियों से निपटने और सतत विकास के लिए न्यायसंगत और शांतिपूर्ण अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था बनाए रखने का संकल्प दोहराया. दोनों देशों ने प्रभावी बहुपक्षीय व्यवस्था में सुधार का भी आह्वान किया है.
  • प्रधानमंत्री मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति ने बैठक के दौरान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया.
  • दोनों नेताओं ने 7 अक्तूबर 2023 को इजराइल पर हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का सम्मान करने और गजा क्षेत्र में प्रभावित लोगों तक सहायता सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया.
  • उन्होंने लाल सागर सहित समूचे क्षेत्र में संघर्ष के और बढ़ाने की संभावना पर गंभीर चिंता व्यक्त की.
  • फ्रांस के राष्‍ट्रपति की यात्रा के दौरान रक्षा अंतरिक्ष साझेदारी समझौता, न्‍यू स्‍पेस इंडिया लिमिटेड और आरियान स्‍पेस के बीच उपग्रह प्रक्षेपण के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए.
  • फ्रांस के मार्सेल शहर में भारतीय वाणिज्‍य दूतावास और हैदराबाद में फ्रांसिसी ब्‍यूरो पूरी तरह से शुरु होने के लिए सहमति बनी.

विदेश मंत्री के नाईजीरिया यात्रा: नाईजीरिया संयुक्‍त आयोग की बैठक

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर हाल ही में नाईजीरिया की यात्रा पर थे. भारत-नाईजीरिया संयुक्‍त आयोग की बैठक में हिस्सा लेने के लिए नाईजीरिया के लागोस पहुंचे थे. इस यात्रा के दौरान उन्‍होंने पश्चिम अफ्रीका में नियुक्त भारतीय राजदूतों के साथ बैठक भी की थी.

मुख्य बिन्दु

  • विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने 22 जनवरी को नाईजीरिया के विदेश मंत्री यूसुफ तुग्गर के साथ भारत-नाईजीरिया संयुक्‍त आयोग की बैठक की सहअध्‍यक्षता की थी.
  • बैठक में भारत और नाइजीरिया दोनों देश अपने नागरिकों के बीच आपसी सम्‍पर्क मजबूत करने और ऊर्जा, आवागमन तथा अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढाने पर सहमत हुए.
  • डॉ0 जयशंकर ने कहा कि विश्‍व में फिर से संतुलन की स्थिति और बहुध्रुवीयता को बढावा देने के साथ-साथ स्वाभाविक विविधता की पुर्नस्‍थापना आज वैश्विक एजेण्‍डा है.