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पुलित्जर पुरस्कार 2025: सार्वजनिक सेवा के क्षेत्र में प्रो-पब्लिका को सम्मानित किया गया

पुलित्जर पुरस्कार (Pulitzer Prize) 2025 के विजेताओं की घोषणा हाल ही मे की गई थी. इन पुरस्कारों की घोषणा अमेरिका में कोलंबिया विश्वविद्यालय ने पुलित्जर पुरस्कार बोर्ड की सिफारिशों पर की जाती है.

पुलित्जर पुरस्कार 2025 के कुछ महत्वपूर्ण श्रेणी और विजेता

  1. सार्वजनिक सेवा: प्रो-पब्लिका (ProPublica), यह कैलिफोर्निया में एक गैर-लाभकारी खोजी पत्रकारिता संस्था है. इसे अपने रिपोर्टरों, कविता सुराना, लिज़े प्रेसर, कैसंड्रा जारामिलो और स्टेसी क्रैनिट्ज़ के खोजी कार्य के लिए सम्मानित किया गया.
  2. खोजी पत्रकारिता: समाचार एजेंसी रॉयटर्स के कर्मचारियों को (Staff of Reuters) उनके अमरीका में फेंटेनाइल दवाओं के प्रवेश की जांच के लिए.
  3. अंतर्राष्ट्रीय रिपोर्टिंग: डेक्लन वॉल्श और द न्यूयॉर्क टाइम्स के कर्मचारियों को (Declan Walsh and the Staff of The New York Times) उनके सूडान में चल रहे संघर्ष की जांच के लिए.
  4. ब्रेकिंग न्यूज़ रिपोर्टिंग: वाशिंगटन पोस्ट के कर्मचारियों को (Staff of The Washington Post) तत्कालीन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प की हत्या के प्रयास की कवरेज के लिए सम्मानित किया गया.

पुलित्जर पुरस्कार (Pulitzer Prize): एक दृष्टि

  • पुलित्जर पुरस्कार, संयुक्त राज्य अमेरिका का एक प्रमुख पुरस्कार है. इसकी स्थापना 1917 में हंगरी मूल के अमेरिकी प्रकाशक जोसेफ पुलित्जर ने की थी.
  • यह पुरस्कार पत्रकारिता, साहित्य एवं संगीत रचना के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वालों को प्रदान किया जाता है. यह पत्रकारिता के क्षेत्र का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार माना जाता है.
  • इस पुरस्कार की घोषणा प्रत्येक वर्ष कोलम्बिया विश्वविद्यालय द्वारा किया जाता है. यह पुरस्कार 21 श्रेणियों में प्रदान किया जाता है.
  • पुलित्जर लोकसेवा श्रेणी के पुरस्कार के विजेताओं को एक गोल्ड मेडल दिया जाता है और अन्य श्रेणी के पुरस्कारों में सभी को 15,000 डॉलर दिए जाते हैं.

तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा को शांति के लिए गोल्ड मर्करी पुरस्कार से सम्मानित किया गया

  • तिब्बती धर्मगुरु 14वें दलाई लामा को शांति और स्थिरता के लिए गोल्ड मर्करी अवार्ड 2025 प्रदान किया गया.
  • दलाई लामा को यह पुरस्कार धर्मशाला स्थित उनके आवास पर गोल्ड मर्करी इंटरनेशनल संस्था के अध्यक्ष एवं महासचिव निकोलस डी सेंटिस ने प्रदान किया.
  • दलाई लामा को यह पुरस्कार शांति, अहिंसा, ज्ञान संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने में उनके नेतृत्व के लिए दी गई, जब दुनिया बढ़ते वैश्विक तनाव, संघर्ष और पर्यावरणीय चुनौतियों का सामना कर रही है.
  • गोल्ड मर्करी इंटरनेशनल पुरस्कार की स्थापना गोल्ड मर्करी इंटरनेशनल द्वारा 1961 में की गई थी. इसकी स्थापना इटैलियन फिल्म निर्माता एडुआर्डो डी सैंटिस ने की थी.
  • यह पुरस्कार उन व्यक्तियों, राष्ट्राध्यक्षों, वैश्विक सीईओ, कंपनियों और संगठनों को सम्मानित करता है जो वैश्विक शासन के आठ महत्वपूर्ण क्षेत्रों में दूरदर्शिता का प्रदर्शन करते हैं.

दलाई लामा

  • दलाई लामा, तिब्बती बौद्ध धर्म के गेलुग स्कूल के आध्यात्मिक नेता होते हैं. उन्हें तिब्बत की निर्वासी सरकार का प्रमुख भी माना जाता था. वर्तमान दलाई लामा तेनज़िन ग्यात्सो हैं. दलाई लामा का अर्थ है ज्ञान का सागर.
  • 1959 में चीन द्वारा तिब्बत पर कब्ज़ा करने के बाद, दलाई लामा लाखों तिब्बतियों के साथ भारत चले आये थे. 1960 से वे धर्मशाला में रहते हैं.
  • दलाई लामा को पूरे विश्व में शांति, अहिंसा के प्रतीक माना जाता है. 1989 में, उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
  • दलाई लामा की नवीनतम पुस्तक, वॉयस फॉर द वॉइसलेस का हाल ही में विमोचन हुआ है. उन्होंने इस पुस्तक में कहा है कि तिब्बत मुद्दे को सुलझाने के लिए चीनी नेतृत्व में साहस और राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी है.

भारतीय-अमेरिकी गणितज्ञ सीआर राव को सांख्यिकी में अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार

प्रमुख भारतीय-अमेरिकी गणितज्ञ और सांख्यिकीविद् सीआर राव को सांख्यिकी में 2023 का अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार दिया जाएगा. इस पुरस्कार को सांख्यिकी के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार के समान माना जाता है. 75 साल पहले उनके कार्यों ने सांख्यिकीय सोच में क्रांति ला दी थी.

मुख्य बिन्दु

  • सीआर राव, जो अब 102 वर्ष के हैं, उन्हें ओटावा, ओंटारियो, कनाडा में द्विवार्षिक अंतरराष्ट्रीय सांख्यिकी संस्थान विश्व सांख्यिकी कांग्रेस में इस जुलाई में 80,000 अमरीकी डालर के पुरस्कार के साथ सम्मानित किया जाएगा.
  • सीआर राव का जन्म कर्नाटक के हदगली में एक तेलुगु परिवार में हुआ था. उन्होंने आंध्र विश्वविद्यालय से गणित में एमएससी और 1943 में कलकत्ता विश्वविद्यालय से सांख्यिकी में एमए किया. उन्होंने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के किंग्स कॉलेज से पीएचडी की डिग्री हासिल की.
  • वह वर्तमान में पेंसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर एमेरिटस और बफ़ेलो विश्वविद्यालय में रिसर्च प्रोफेसर हैं.
  • राव को कई सम्मान मिल चुके हैं. उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण (1968) और 2001 में पद्म विभूषण की उपाधि से सम्मानित किया गया था.
  • सांख्यिकी में अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्रत्येक दो वर्ष में पाँच प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय सांख्यिकी संगठनों के सहयोग से प्रदान किया जाता है.

वर्ष 2023 का एबेल पुरस्कार लुइस कैफरेली को देने की घोषणा

वर्ष 2023 का एबेल पुरस्कार (Abel Prize) अर्जेंटीना-अमेरिकी गणितज्ञ लुइस कैफरेली को देने की घोषणा हाल ही में की गयी है. इन्हें यह सम्मान गणित के कई क्षेत्रों में, जिसमें आंशिक अंतर समीकरण, विविधताओं की गणना और मुक्त सीमा समस्याएं शामिल हैं.

एबेल पुरस्कार (Abel Prize): एक दृष्टि

  • एबेल पुरस्कार प्रत्येक वर्ष गणित के क्षेत्र में असाधारण उपलब्धियों के लिए नॉर्वे के राजा द्वारा प्रदान किया जाता है. यह गणित का नोबेल पुरस्कार से भी जाना जाता है.
  • यह पुरस्कार नार्वेजियन अकादमी ऑफ साइंस एंड लेटर्स (Norwegian Academy of Science and Letters) द्वारा ओस्लो में प्रदान किया जाता है.
  • इस पुरस्कार की स्थापना के लिए नील्स हेनरिक एबेल मेमोरियल फंड की स्थापना 1 जनवरी, 2002 को नॉर्वे में की गई थी.
  • इस पुरस्कार के तहत 60 लाख नार्वेजियन क्रोनर (6 Million Norwegian Kroner) अर्थात 7 लाख 76 हजार अमेरिकी डॉलर के समतुल्य पुरस्कार राशि प्रदान की जाती है.

प्रथम एबेल पुरस्कार

पहला एबेल पुरस्कार वर्ष 2003 में फ्रांस के गणितज्ञ जीन-पियर सेर को दिया गया था.

एबेल पुरस्कार से सम्मानित भारतीय

श्रीनिवास एसआर वर्धन एक मात्र भारतीय गणितज्ञ हैं जिन्हें वर्ष 2007 में इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.

शशि थरूर को फ्रांस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया जाएगा

कांग्रेस के नेता शशि थरूर को फ्रांस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘शेवेलेयर दी ला लीजन दी ऑनर’ से सम्मानित किया जाएगा. फ्रांस की सरकार थरूर के लेखन और भाषणों के चलते उन्हें इस सम्मान से सम्मानित करेगी. भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनेन ने थरूर को लिखित रूप से इस सम्मान के बारे में जानकारी दी.

शशि थरूर दो बार के लोकसभा सांसद हैं. केरल की तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट का वह प्रतिनिधित्व करते हैं. थरूर ने संयुक्त राष्ट्र में 23 साल तक राजनयिक के तौर पर काम किया है. इससे पहले 2010 में स्पेनिश सरकार ने थरूर को Encomienda de la Real Order Espanola de Carlos III से सम्मानित किया था.

प्रतिष्ठित वास्तुकार बालकृष्ण दोशी को रॉयल गोल्ड मेडल-2022 से सम्मानित किया जायेगा

प्रतिष्ठित भारतीय वास्तुकार बालकृष्ण दोशी को ‘रॉयल गोल्ड मेडल’ (Royal Gold Medal) 2022 प्रदान किया जाएगा. उन्हें यह सम्मान उनके 70 वर्षीय करियर और 100 से ज्यादा परियोजनाओं में बेहद अहम उपलब्धि हासिल करने के लिए दिया गया है.

रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ ब्रिटिश आर्किटेक्ट्स (RIBA) द्वारा दिया जाने वाला यह वास्तुकला के लिए दुनिया के सर्वोच्च सम्मानों में से एक है. यह सम्मान आजीवन किए गए काम को मान्यता देने वाले रॉयल गोल्ड मेडल को व्यक्तिगत रूप से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय द्वारा अनुमोदित किया जाता है और इसे ऐसे व्यक्ति या लोगों को दिया जाता है, जिनका वास्तुकला की उन्नति पर महत्वपूर्ण प्रभाव रहा है.

बांग्लादेशी वैज्ञानिक व पाकिस्तानी अर्थशास्त्री सहित पांच को रेमन मैग्सेसे पुरस्कार

वर्ष 2021 का रेमन मैग्सेसे पुरस्कार (Raman Magsaysay Award) के लिए बांग्लादेश की वैक्सीन वैज्ञानिक डॉ. फिरदौसी कादरी और पाकिस्तान के अर्थशास्त्री मोहम्मद अमजद साकिब सहित पांच लोगों को चुना गया है.

डॉ. फिरदौसी और साकिब के अलावा इस सूची में फिलीपींस के मत्स्य एवं सामुदायिक पर्यावरणविद रॉबर्टो बैलोन, मानवीय कार्यों एवं शरणार्थी सहायता के क्षेत्र में काम करने वाले अमेरिकी नागरिक स्टीवन मंसी और इंडोनेशिया के खोजी पत्रकार वॉचडॉक शामिल हैं. विजेताओं को मनीला के रेमन मैग्सेसे पुरस्कार केंद्र में 28 नवंबर को एक समारोह में इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.

वैक्सीन वैज्ञानिक 70 वर्षीय डॉ कादरी को वयस्कों, बच्चों और शिशुओं के लिए हैजा रोधी मुंह से दिया जाने वाला सस्ता टीका और टाइफाइड का टीका विकसित करने का श्रेय है.

64 वर्षीय पाकिस्तानी साकिब ने पहला ब्याज मुक्त माइक्रोफाइनेंस कार्यक्रम ‘अखूवत’ विकसित किया है. साकिब को पाकिस्तान में सबसे बड़ा माइक्रोफाइनेंस संस्थान बनाने का श्रेय है.

रेमन मैग्सेसे पुरस्कार

रेमन मैग्सेसे पुरस्कार को एशिया का नोबेल पुरस्कार माना जाता है. यह पुरस्कार एशिया के उन व्यक्तियों और संस्थाओं को दिया जाता है, जिन्होंने गरीबी उन्मूलन और समाज के विकास में असाधारण योगदान दिया है. फ़िलीपींस के पूर्व राष्ट्रपति रेमन मैग्सेसे की याद में यह पुरस्कार 1957 में शुरू किया गया था.

अब तक 53 भारतीयों को यह पुरस्कार मिल चुका है. पहला अवॉर्ड 1958 में विनोवा भावे को दिया गया था.

स्पेन ने भारतीय अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन को शीर्ष पुरस्कार से सम्मानित किया

स्पेन ने भारतीय अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन को “प्रिंसेस ऑफ ऑस्टुरियस अवार्ड” (Princess of Asturias Award) से सम्मानित किया है. उन्हें सामाजिक विज्ञान श्रेणी में सम्मानित किया गया है. इस पुरस्कार में 50,000 यूरो का नकद पुरस्कार, सहित जोआन मिरो की प्रतिमा प्रदान किया जाता है.

अकाल, मानव विकास का सिद्धांत, गरीबी असमानता आदि पर उनके द्वारा किये गये उल्लेखनीय कार्य के लिए उन्हें यह सम्मान दिया गया है. सामाजिक विज्ञान श्रेणी में यह स्पेन का सर्वोच्च पुरस्कार है.

अमर्त्य सेन को 1998 में अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार दिया गया था. भारत सरकार ने 1999 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया था.

भारतीय संरक्षणवादी नुक्लू फोम को 2021 के व्हिटली अवार्ड से सम्मानित किया गया

नागालैंड के संरक्षणवादी कार्यकर्त्ता नुक्लू फोम (Nuklu Phom) सहित विश्व के पांच व्यक्ति को व्हिटली अवार्ड (Whitley Awards) 2021 से सम्मानित किया गया है. वह यह पुरस्कार जीतने वाले पहले और एक-मात्र भारतीय है. पुरस्कार समारोह का आयोजन ब्रिटेन के व्हिटली फंड फ़ॉर नेचर (WFN) ने 12 मई को किया था. पुरस्कार विजेताओं को 40,000 पाउंड की राशि प्रदान की जाती है.

नुक्लू फोम (Nuklu Phom) नागालैंड के संरक्षणवादी कार्यकर्त्ता हैं. वह अमूर बाज़ (Amur Falcons) पक्षी के संरक्षण के लिए जाने जाते है. उन्हें “नागालैंड के अमूर फाल्कन मैन” (Amur Falcon Man of Nagaland) के रूप में भी जाना जाता है. नागालैंड में करीब 10 लाख से अधिक अमूर बाज़ पाए जाते हैं. इस कारण नागालैंड को “Falcon Capital of the World” कहा जाता है.

व्हिटली अवार्ड्स (Whitley Awards): एक दृष्टि

व्हिटली अवार्ड्स के वार्षिक पुरस्कार है जिसे Whitley Fund for Nature (Whitley Fund for Nature) द्वारा प्रदान किया जाता है. इस पुरस्कार से उल्लेखनीय योगदान देने वले संरक्षण कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया जाता है. इस पुरस्कार को “ग्रीन ऑस्कर” (Green Oscar) भी कहा जाता है. व्हिटली फंड फ़ॉर नेचर की स्थापना एडवर्ड व्हिटली (Edward Whitley) ने 1994 में की थी.

जापान ने भारतीय शिक्षिका श्यामला गणेश को ‘ऑर्डर ऑफ राइजिंग सन’ से सम्मानित किया

जापान सरकार ने भारतीय शिक्षिका श्यामला गणेश को ‘ऑर्डर ऑफ राइजिंग सन’ (Order of Rising Sun) से सम्मानित किया है. उन्हें यह सम्मान भारत में जापान की बेहतर समझ को बढ़ावा देने और दोनों देशों के बीच संबंध को प्रगाढ़ बनाने के लिए सम्मानित किया है.

ऑर्डर ऑफ राइजिंग सन: एक दृष्टि

‘ऑर्डर ऑफ राइजिंग सन’ जापान की संस्कृति, पर्यावरण संरक्षण के प्रचार और अन्तर्राष्ट्रीय संबंधों में उपलब्धि के लिए किसी व्यक्ति को दिया जाता है. जापान के बादशाह मेइजी ने 1875 में इस सम्मान को शुरू किया था. यह जापानी सरकार द्वारा दिया जाने वाला तीसरा सर्वोच्च पुरस्कार है.

श्यामला गणेश

श्यामला गणेश, बेंगलुरु स्थित सेप्टुजेनिरेनियन संस्थान (Septuagenarian institution) में एक जापानी भाषा की शिक्षक हैं. श्यामला ने अपने पति गणेश के साथ 1983 में बेंगलुरु में जापानी भाषा स्कूल शुरू किया था.

अंजलि भारद्वाज सहित 12 को अन्तर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार रोधी चैंपियंस अवॉर्ड

अमेरिका ने 24 फरवरी को ‘अन्तर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार रोधी चैंपियंस अवॉर्ड’ (International Anticorruption Champions Award) के लिए 12 लोगों के नाम की घोषणा थी. इनमें भारत की सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि भारद्वाज का नाम भी शामिल है.

48 वर्षीय अंजलि भारद्वाज सतर्क नागरिक संगठन की (SNS) संस्थापक हैं. यह नागरिकों का एक ऐसा समूह है, जो सरकार में पारदर्शिता और जवाबदेही तथा नागरिकों की सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देता है. वे ‘सूचना के जन अधिकार का राष्ट्रीय अभियान’ की संयोजक हैं. उन्होंने भारत में सूचना के अधिकार आंदोलन में एक सक्रिय सदस्य के बतौर भूमिका निभाई है.

मणिपुर के थांगजाम धबाली सिंह को ‘ऑर्डर ऑफ राइजिंग सन’ से सम्मानित किया गया

जापान सरकार ने मणिपुर के डॉक्टर थांगजाम धबाली सिंह को ‘ऑर्डर ऑफ राइजिंग सन’ से सम्मानित किया है. उन्हें यह सम्मान भारत में जापान की बेहतर समझ को बढ़ावा देने और दोनों देशों के बीच संबंध को प्रगाढ़ बनाने के लिए दिया गया है.

थांगजाम धबाली सिंह पेशे से एलोपैथिक डॉक्टर और मणिपुर पर्यटन फोरम (MTF) के संस्थापक हैं. उन्हें 29 अप्रैल को जापान की सरकार ने ‘ऑर्डर ऑफ राइजिंग सन-गोल्ड एंड सिल्वर रेज’ से सम्मानित किया.
सिंह ने द्वितीय विश्वयुद्ध के इम्फाल युद्ध की 70वीं वर्षगांठ के मौके पर कार्यक्रम आयोजित कराया था जिसमें भारत में जापान के दूतावास के कई अधिकारियों समेत वहां के कई नागरिकों ने हिस्सा लिया था.

ऑर्डर ऑफ राइजिंग सन: एक दृष्टि

‘ऑर्डर ऑफ राइजिंग सन’ जापान की संस्कृति, पर्यावरण संरक्षण के प्रचार और अन्तर्राष्ट्रीय संबंधों में उपलब्धि के लिए किसी व्यक्ति को दिया जाता है. जापान के बादशाह मेइजी ने 1875 में इस सम्मान को शुरू किया था.