Tag Archive for: Defence

भारत ने स्‍वदेशी टैंक रोधी मिसाइल हेलिना का सफल परीक्षण किया

भारत ने 11 अप्रैल को स्‍वदेशी टैंक रोधी मिसाइल हेलिना (HELINA) का सफल परीक्षण किया था. यह परीक्षण रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO), भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना (IAF) के वैज्ञानिकों की एक टीम ने राजस्थान के पोखरण में किया था.

  • इस परीक्षण में हेलिना का उड़ान परीक्षण एक उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर (एएलएच) से किया गया था. इस परीक्षण में एक नकली टैंक लक्ष्य को शामिल किया गया था.
  • स्वदेशी विकसित हेलिना टैंक रोधी मिसाइल, हैलिकॉप्‍टर से दागी जाने वाली दुनिया के अत्‍याधुनिक टैंक रोधी हथियारों में से एक है.
  • इस मिसाइल की अधिकतम मारक क्षमता 7 किलोमीटर है. इसे रक्षा अनुसंधान और विकास प्रयोगशाला (DRDL) हैदराबाद द्वारा विकसित किया गया है.

भारत ने पिनाका MK-I उन्‍नत रॉकेट सिस्टम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया

भारत ने 9 अप्रैल को पिनाका रॉकेट सिस्टम के नए और उन्‍नत संस्करण का परीक्षण शृंखला सफलतापूर्वक पूरा किया है. यह परीक्षण शृंखला रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) तथा भारतीय सेना द्वारा पोखरण फायरिंग रेंज से किया गया था.

मुख्य बिंदु

  • इस परीक्षण शृंखला में पिनाका MK-I (enhanced) रॉकेट सिस्टम (EPRS) और पिनाका एरिया डेनियल मुनिशन (ADM) रॉकेट सिस्टम शामिल था.
  • पिछले 15 दिनों के दौरान विभिन्न क्षमता वाले पिनाका MK वन अपग्रेडेड रॉकेट प्रणाली के अंतर्गत 24 रॉकेटों का सफल परीक्षण किया गया है.
  • इन परीक्षणों के साथ EPRS की तकनीकी दक्षता का प्रारंभिक चरण सफलतापूर्वक पूरा हो गया है. इस चरण के पूरा होने के बाद यह अब निर्माण श्रृंखला के लिए तैयार हैं.
  • पिनाका रॉकेट प्रणाली को पुणे के आयुध अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान ने विकसित किया है जिसमें DRDO की पुणे स्थित एक अन्य इकाई ‘उच्च ऊर्जा सामग्री अनुसंधान प्रयोगशाला’ ने मदद की है.

सरकार ने देश के पहले राष्ट्रीय समुद्री सुरक्षा समन्वयक की नियुक्ति की

सरकार ने वाइस एडमिरल (सेवानिवृत्त) जी अशोक कुमार को भारत का पहला राष्ट्रीय समुद्री सुरक्षा समन्वयक (national maritime security coordinator- NMSC) नियुक्त किया है. सुरक्षा पर कैबिनेट समिति ने इस पद के निर्माण के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी.

मुख्य बिंदु

  • नए NMSC की नियुक्ति को 14 साल पहले हुए 26/11 के मुंबई आतंकी हमले के बाद अपनी समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सरकार के लगातार प्रयासों के रूप में देखा जा रहा है.
  • NMSC, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय के समन्वय में काम करेंगे.
  • NMSC को भारतीय नौसेना, तटरक्षक बल, तटीय और समुद्री सुरक्षा में शामिल सुरक्षा एजेंसियों और 13 तटीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के बीच समन्वय का काम सौंपा गया है.

राफेल के समुद्री संस्करण ‘राफेल-M’ का गोवा में सफल परीक्षण

भारत ने लड़ाकू विमान राफेल के समुद्री संस्करण ‘राफेल-M’ का 3 फरवरी को सफल परीक्षण किया था. यह परीक्षण गोवा में INS विक्रांत से किया गया था. इस परीक्षण में राफेल-M की उड़ान भरने की क्षमता को जांचा गया और यह विमान इसमें पूरी तरह खरा उतरा.

इससे पहले गोवा के INS हंसा पर राफेल-M का परीक्षण हुआ था. इसमें छोटे रनअप के साथ विमान को उड़ान भरनी थी और राफेल-M ने इसे सफलतापूर्वक पूरा किया.

नौसेना अरब सागर व बंगाल की खाड़ी में INS विक्रांत पर राफेल-M को कमीशन करने की तैयारी में है. राफेल-M को अमेरिकी लड़ाकू विमान ‘सुपर हॉर्नेट’ के मुकाबले में देखा जा रहा है. नौसेना इन दोनों में से किसी एक की खरीद पर विचार कर रही है.

नौसेना ऐसे लड़ाकू विमान की तलाश में है जो परमाणु हथियारों को लेकर उड़ान भरे और हवा से हवा में व हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलों को ले जाने में सक्षम हो. नौसेना शुरुआत में ऐसे 26 लड़ाकू जेट खरीदेगी.

प्रज्‍ज्‍वलित अमर जवान ज्‍योति को राष्‍ट्रीय समर स्‍मारक की लौ के साथ विलय किया गया

नई दिल्ली स्थित इंडिया गेट पर पांच दशक से प्रज्‍ज्‍वलित ‘अमर जवान ज्‍योति’ को ‘राष्‍ट्रीय समर स्‍मारक’ की लौ के साथ 21 जनवरी को विलय कर दिया गया. ज्योति विलय समारोह एकीकृत रक्षा प्रमुख एयर मार्शल बलभद्र राधाकृष्ण की अध्यक्षता में संपन्न हुआ.

इंडिया गेट, अमर जवान ज्योति और राष्ट्रीय समर स्मारक: एक दृष्टि

  • इंडिया गेट का अनावरण 1931 में हुआ था. इसका निर्माण ब्रिटिश भारत के 70 हजार सैनिकों के बलिदान के स्मृति में किया गया था. इंडिया गेट पर प्रथम विश्व युद्ध और आंग्ल-अफगान युद्ध के कुछ शहीदों के नाम अंकित हैं.
  • अमर जवान ज्योति 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में शहीद भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि स्वरूप प्रज्वलित की गई थी.
  • इंडिया गेट परिसर में राष्ट्रीय समर स्मारक का उद्घाटन फरवरी 2019 में हुआ था. इस स्मारक में 1971 सहित सभी युद्धों में शहीद भारतीय सैनिकों के नाम अंकित हैं. अमर जवान ज्योति का विलय होना शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि है.

भारत ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के उन्नत संस्करण का सफल परीक्षण किया

भारत ने 11 जनवरी को समुद्र से समुद्र तक मार करने वाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के उन्नत संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था. यह परीक्षण नौसेना के INS विशाखापत्तनम पोत से किया गया था. इस परीक्षण में मिसाइल ने अपने लक्ष्य पर सफल प्रहार किया.

ब्रह्मोस एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है. इसका नाम ‘ब्रह्मोस’ भारत के ब्रह्मपुत्र और रूस के मोस्कवा नदियों को जोड़ कर रखा गया है. ब्रह्मोस में पहले चरण में इस्तेमाल होने वाला प्रणोदक (propellant) ठोस ईंधन है और दूसरे चरण में प्रयुक्त होने वाला तरल ईंधन है. यह मैक 2.0 से 2.8 की अधिकतम गति प्राप्त कर सकता है.

भारतीय सेना ने मध्य प्रदेश में क्वांटम प्रयोगशाला स्थापित की

भारतीय सेना ने मध्य प्रदेश में क्वांटम प्रयोगशाला (Quantum Laboratory) और कृत्रिम बुद्धिमत्ता केंद्र (AI) की स्थापना की है. इसकी स्थापना राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय (NSCS) के सहयोग से  महू के मिलिट्री कॉलेज ऑफ टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (MCTE) में की गयी है. इसका उपयोग प्रौद्योगिकी के प्रमुख विकासशील क्षेत्र में अनुसंधान एवं प्रशिक्षण के लिए होगा.

भारतीय सेना ने उसी संस्थान में एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) केंद्र भी स्थापित किया है. क्वांटम कंप्यूटिंग प्रयोगशाला और कृत्रिम बुद्धिमत्ता केंद्र (AI) सशस्त्र बलों द्वारा उपयोग के लिए परिवर्तनकारी प्रौद्योगिकियों के विकास में व्यापक शोध करेंगे. थल सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे ने हाल ही में महू की अपनी यात्रा के दौरान इस सुविधा का दौरा किया था.

लखनऊ में रक्षा प्रौद्योगिकी और परीक्षण केंद्र तथा ब्रह्मोस विनिर्माण केंद्र की आधारशिला

रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने 26 दिसम्बर को लखनऊ में रक्षा प्रौद्योगिकी और परीक्षण केंद्र तथा ब्रह्मोस विनिर्माण केंद्र की आधारशिला रखी. ये केंद्र रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा बनाए जा रहे हैं.

उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे (UPDIC) में रक्षा और अंतरिक्ष वैमानिकी निर्माण समूहों के तेज विकास के लिए लगभग 22 एकड़ में अपनी तरह का पहला रक्षा प्रौद्योगिकी और परीक्षण केंद्र (DTTC) स्थापित किया जा रहा है.

ब्रह्मोस एयरोस्पेस का यह ब्रह्मोस विनिर्माण केंद्र, UPDIC के लखनऊ नोड में एक अत्याधुनिक सुविधा वाला केंद्र होगा. यहां अगली पीढ़ी के ब्रह्मोस मिसाइल बनाए जाएंगे. यह नया केंद्र अगले दो से तीन वर्षों में बनकर तैयार हो जाएगा. यहां प्रतिवर्ष 80 से 100 ब्रह्मोस-एनजी मिसाइलें बनाई जाएंगी.

भारतीय वायु सेना ने पंजाब सेक्टर में एस-400 वायु रक्षा प्रणाली को तैनात किया

भारतीय वायु सेना ने पंजाब सेक्टर में एस-400 वायु रक्षा प्रणाली की पहली स्वाड्रन को तैनात किया है. यह वायु रक्षा प्रणाली पाकिस्तान और चीन दोनों से हवाई खतरों से निपटने में सक्षम होगी.

मुख्य बिंदु

  • रूस ने हाल ही में एस-400 वायु रक्षा प्रणाली का पहला स्क्वाड्रन भारत को सौंपा था. भारत ने रूस से पांच S-400 वायु रक्षा प्रणाली की खरीद के लिए लगभग 35,000 करोड़ रुपये में सौदा किया था. यह 400 किमी तक हवाई खतरों से निपटने में सक्षम है.
  •  वायु रक्षा प्रणाली भारत को दक्षिण एशियाई आसमान में मजबूती देगी क्योंकि वे 400 किमी की दूरी से दुश्मन के विमानों और क्रूज मिसाइलों को बाहर निकालने में सक्षम होंगे.
  •  S-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली चार अलग-अलग मिसाइलों से लैस है जो दुश्मन के विमानों, बैलिस्टिक मिसाइलों और AWACS विमानों को 400 किमी, 250 किमी, मध्यम दूरी की 120 किमी और कम दूरी की 40 किमी पर मार सकती है.

भारत ने सतह से सतह पर मार करने में सक्षम मिसाइल प्रलय का सफल परीक्षण किया

भारत ने स्‍वदेश विकसित मिसाइल ‘प्रलय’ (Pralay) मिसाइल का 22 दिसम्बर को सफल परीक्षण किया था. यह परीक्षण रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने ओडिसा तट पर डॉक्‍टर एपी अब्‍दुल कलाम द्वीप से इस का परीक्षण किया था.

यह मिसाइल पूरे नियंत्रण और मार्गदर्शन के साथ उच्‍च स्‍तर की सटीकता से निशाना लगाने में सक्षम है. इस मिसाइल के पथ और दिशा में अचानक परिवर्तन करना भी संभव है.

यह सतह से सतह पर मार करने में सक्षम आधुनिक मिसाइल है. इस मिसाइल का विकास रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने किया है. डॉ जी सतीश रेड्डी DRDO के वर्तमान अध्यक्ष हैं.

भारतीय नौसेना ने अत्‍या‍धुनिक विध्‍वंसक पोत मोरमुगांव का समुद्र में परीक्षण किया

भारतीय नौसेना ने देश में बने अत्‍या‍धुनिक विध्‍वंसक पोत मोरमुगांव (Mormugao) का 19 दिसम्बर को पहली बार समुद्र में परीक्षण किया. इसका निर्माण मड्गांव डॉक शिप बिल्‍डर्स लिमिटेड (MDSL) ने किया है. इस पोत का नामकरण गोआ के बंदरगाह शहर के नाम पर किया गया है.

मोरमुगांव का निर्माण सितम्‍बर 2016 में उस समय किया गया था जब मनोहर पर्रिकर रक्षामंत्री थे. भारतीय नौसेना ने INS मोरमुगांव को 2022 के मध्‍य में इसे विधिवत् शुरू करने की योजना बनाई है. मोरमुगाओ दूसरा स्वदेशी स्टेल्थ डिस्ट्रॉयर है, जिसे प्रोजेक्ट P-15B के तहत बनाया गया है. INS विशाखापत्तनम P-15B प्रोजेक्ट के तहत बनाया गया पहला पोत था. इससे पहले चौथी P-75 पनडुब्‍बी INS वेला को भी नौसेना में शामिल किया गया था.

P-15B प्रोजेक्ट

P-15B प्रोजेक्ट के तहत विशाखापत्तनम, मोरमुगाओ, इंफाल और सूरत नामक कुल चार युद्धपोतों की योजना बनाई गई है. इन जहाजों के लिए 2011 में अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए थे. इन जहाजों को दुनिया भर में सबसे अधिक तकनीकी रूप से उन्नत निर्देशित मिसाइल विध्वंसक में गिना जाता है.

DRDO ने परमाणु क्षमता संपन्न बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-प्राईम का दूसरा सफल परीक्षण किया

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने परमाणु क्षमता संपन्न बैलिस्टिक मिसाइल ‘अग्नि-प्राईम’ (Agni P) का दूसरा सफल परीक्षण 18 दिसम्बर को किया था. यह परीक्षण ओडिशा तट के पास डॉक्टर अब्दुल कलाम द्वीप से किया गया था.

दूसरे परीक्षण  की सफलता ने इस मिसाइल में प्रयुक्त सभी उन्नत तकनीकों की विश्वसनीयता प्रमाणित कर दी है. परीक्षण के दौरान प्रक्षेपास्त्र का कार्य-निष्पादन अपने पूर्व निर्धारित मार्ग के अनुसार रहा और इसने सटीकता से सभी लक्ष्य पूरे किए.

अग्नि पी (Agni P)

अग्नि-पी ठोस ईंधन से चलने वाला बैलिस्टिक मिसाइल है. यह एक मध्यम दूरी की मिसाइल है, जिसे DRDO ने विकसित किया है. यह अग्नि (मिसाइल) श्रृंखला की छठी मिसाइल है जिसकी मारक क्षमता एक हजार से दो हजार किलोमीटर के बीच है. इसे मोबाइल लांचर के साथ ट्रेन से भी लांच किया जा सकता है.