अमरीका ने तालिबान के साथ प्रस्‍तावित शांतिवार्ता रद्द किया

अमरीका के राष्‍ट्र‍पति डोनाल्‍ड ट्रंप ने तालिबान के साथ प्रस्‍तावित शांतिवार्ता रद्द कर दिया है. इस वार्ता से अफगानिस्‍तान में आतंकवाद के विरूद्ध 18 वर्षों से चल रहे संघर्ष का अंत होना था.

अमेरिका के कैम्‍प डेविड में राष्‍ट्र‍पति डोनाल्‍ड ट्रंप, अफगानिस्‍तान के राष्‍ट्रपति अशरफ गनी और तालिबान के शीर्ष नेताओं के साथ शांतिवार्ता बैठक का कार्यक्रम था. लेकिन काबुल हमले के बाद यह बातचीत रद्द कर दी है. इस हमले में एक अमरीकी सैनिक मारा गया था. तालिबान ने इस हमले की जिम्‍मेदारी ली थी.

अफ़ग़ानिस्तान के लिए विशेष अमरीकी राजदूत ज़ल्मे ख़लीलज़ाद ने तालिबान के साथ ‘सैद्धांतिक तौर’ पर एक शांति समझौता होने का एलान किया था. प्रस्तावित समझौते के तहत अमरीका अगले 20 हफ़्तों के भीतर अफ़ग़ानिस्तान से अपने 5,400 सैनिकों को वापस लेने वाला था.


अमेरिका का ASEAN देशों के साथ पहला संयुक्त नौसैनिक अभ्यास आयोजित किया गया

अमेरिका का दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के संगठन (ASEAN) देशों के साथ पहला संयुक्त नौसैनिक अभ्यास 2 से 7 सितम्बर 2019 तक आयोजित किया गया.

यह सैन्य अभ्यास थाइलैंड के नौसैनिक अड्डे से शुरू हुआ था और विवादित दक्षिण चीन सागर से होते हुए सिंगापुर में समाप्त हुआ.

इस सैन्य अभ्यास में आठ युद्धपोत, तीन NH 60 हेलीकॉप्टर, एक P-8 पोसाइडन विमान और एक हजार से अधिक अमेरिकी और ASEAN सैनिकों ने हिस्सा लिया.

अमेरिका ने ASEAN देशों के साथ पहली बार संयुक्त सैन्य अभ्यास किया. ASEAN देशों ने हालांकि इसी तरह का सैन्य अभ्यास पिछले साल चीन के साथ भी किया था.

यह अभ्यास ऐसे समय हो रहा है, जब जुलाई 2018 में वियतनाम के जल क्षेत्र में चीन का एक तेल सर्वे पोत घुस आया था. इसे लेकर तनाव पैदा हो गया था. चीन ने हालांकि दावा किया था कि यह उसका क्षेत्र है.

दक्षिण चीन सागर पर चीन का दावा
चीन लगभग पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता है. जबकि ब्रुनेई, फिलीपींस, मलेशिया और वियतनाम भी इस पर अपना दावा करते हैं.

आसियान के सदस्य देश
आसियान के सदस्य देशों में इंडोनेशिया, थाइलैंड, सिंगापुर, मलेशिया, फिलीपींस, वियतनाम, म्यांमार, कंबोडिया, ब्रुनेई और लाओस शामिल हैं.


अमेरिका के फेडरल ट्रेड कमिशन ने YouTube पर 170 मिलियन डॉलर का जुर्माना लगाया

अमेरिका के फेडरल ट्रेड कमिशन (FTC) ने Google की विडियो सर्विस YouTube पर 170 मिलियन डॉलर का जुर्माना लगाया है. YouTube पर यह जुर्माना गैर-कानूनी तरीके से बच्चों की निजी जानकारी इकट्ठा करने के कारण लगाया गया है. YouTube पर आरोप है कि वह माता-पिता की सहमति के बिना के बच्चों के चैनलों के दर्शकों को कूकीज के जरिए ट्रैक करता था. YouTube इन कूकीज का इस्तेमाल लक्षित दर्शकों को विज्ञापन दिखाकर करोड़ों डॉलर कमाने के लिए करता था.


ब्राजील के ‘हार्ट ऑफ ऑक्‍सीजन’ के नाम से मशहूर अमेजन जंगल में भीषण आग

ब्राजील के ‘हार्ट ऑफ ऑक्‍सीजन’ के नाम से मशहूर अमेजन जंगल में पिछले कई दिनों से भीषण आग लगी हुई है. ये क्षेत्र जलवायु को नियंत्रित करने में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. पर्यावरण समूहों ने आग को बुझाने की मांग करते हुए ब्राजील के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

आग बुझाने के प्रयास

ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सनारो ने अमेजन के जंगलों में लगी भीषण आग से निपटने के लिए सेना को तैनात करने की हाल ही में घोषणा की है. यूरोपियन नेताओं के भारी दवाब के बाद राष्ट्रपति बोल्सनारो ने यह घोषणा की. फ्रांस और आयरलैंड का कहना है कि वह दक्षिणी अमीरिकी राष्ट्रों से एक बड़े व्यापार समझौते की पुष्टि तब तक नहीं करेंगे जब तक ब्राजील अमेजन के जंगलों में लगी आग पर काबू पाने के लिए अधिक प्रयास नहीं करता है.

विश्व पर्यावरण के लिए बेहद चिंता का विषय

अमेजन जंगल में आग की घटना पूरे विश्व पर्यावरण के लिए बेहद चिंता का विषय बना हुआ है. पिछले एक साल में 72 हजार से अधिक आग लगने की छोटी और बड़ी घटनाएं सामने आई हैं. नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस रिसर्च के अनुसार 2018 की तुलना में 2019 में आग लगने की घटना में 83% की बढ़ोत्तरी हुई है. वैज्ञानिकों ने माना कि अगर इसी तरह वन क्षेत्र खत्म होते रहे तो इसका पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.

अमेजन जंगल क्यों महत्वपूर्ण?

  • अमेजन वन का क्षेत्र पूरी दुनिया को 20 प्रतिशत ऑक्सीजन देता है.
  • विश्व का सबसे बड़ा वर्षा वन का क्षेत्र ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव को कम करने में अहम भूमिका निभाता है.
  • कुल 10 प्रतिशत जैव-विविधता वाले इस क्षेत्र में पौधों और जानवरों की लगभग 30 लाख प्रजातियां और करीब 10 लाख स्थानीय लोगों का निवास है.


ईरान ने नई देसी वायु रक्षा प्रणाली ‘बावर-373’ का अनावरण किया

ईरान ने 22 अगस्त को नई देसी वायु रक्षा प्रणाली (एयर डिफेंस सिस्टम) ‘बावर-373’ का अनावरण किया. इस मिसाइल प्रणाली को रूस की S-300 का उन्नत रूप बताया गया है. यह एक बार में 100 लक्ष्यों को पहचान सकता है और छह अलग-अलग हथियारों से लक्ष्यों को भेद सकता है.

साल 1992 से लेकर अब तक ईरान ने स्वेदशी रक्षा उद्योग विकसित किया जिसके तहत मोटार्र और टॉर्पीडो से लेकर टैंक और पनडुब्बियों तक हल्के और भारी हथियार बनाए हैं.

अमेरिका के साथ बातचीत निरर्थक: अमेरिका के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हुए ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि अमेरिका के साथ वार्ता व्यर्थ है क्योंकि विश्व शक्तियों के साथ तेहरान का परमाणु समझौता और कमजोर होगा.

फ्रांस के परमाणु समझौते के प्रस्ताव पर विचार करने के लिए तैयार: ईरान के विदेश मंत्री जावेद जरीफ ने कहा है कि हम 2015 में हुए परमाणु समझौतों को आगे बढ़ाने व उस पर विचार करने के लिए तैयार हैं. इस समझौते में फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी ने अहम भूमिका निभाई थी.


फाइनेंशियल ऐक्शन टास्क फोर्स के एशिया-पैसिफिक ग्रुप ने पाकिस्‍तान को काली सूची में डाला

वित्‍तीय कार्यवाही कार्यबल (Financial Action Task Force- FATF) के एशिया प्रशांत समूह (Asia/Pacific Group- APG) ने पाकिस्‍तान को काली सूची (ब्लैक लिस्ट) में डाल दिया है. ऑस्‍ट्रेलिया के केनबरा में 22-23 अगस्त को हुई APG की बैठक में यह निर्णय लिया गया. APG ने पाकिस्‍तान द्वारा आतंक के लिए धन जुटाने और धन-शोधन से जुड़े निर्धारित मानक पूरे न कर पाने के कारण इसको काली सूची में डाला है.

पाकिस्तान APG के 40 मानकों में से 32 का पालन कर पाने में विफल रहा है, जबकि वित्तीय पोषण और धन शोधन के 11 ‘प्रभावशाली मानक’ में से 10 का पालन कर पाने में विफल रहा.

FATF अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद के वित्तपोषण की निगरानी करने वाली संस्था है. इसके विश्व में 9 क्षेत्रीय केंद्र हैं. APG, FATF के इन 9 क्षेत्रिय केंद्रों में से एक है. APG के 41 सदस्य देश हैं.

गौरतलब है कि जून 2018 से ही पाकिस्तान, वैश्विक संस्था के – ग्रे लिस्ट में शामिल है. APG के इस फैसले पर, फाइनेंशियल एक्शन टाक्स फोर्स, अक्टूबर में होने वाली बैठक में विचार करेगा. यह संस्था यह सुनिश्चित करती है कि सदस्य देश मनी लॉन्ड्रिंग, टेरर फंडिंग और व्यापक तबाही के हथियारों के प्रसार पर रोक लगाने के लिए, तय अंतरराष्ट्रीय मानकों को अपने यहां प्रभावी तरीके से लागू करें.


INF संधि से अलग होने के बाद अमेरिका ने पहली बार क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया

अमेरिका ने हाल ही में 500 किलोमीटर से अधिक रेंज वाली नई क्रूज मिसाइल ‘टॉमहाक’ का परीक्षण किया है. यह परीक्षण 18 अगस्त को कैलिफोर्निया के सैन निकालस द्वीप पर हुआ. इस परीक्षण को धरती की सतह से लांच किया गया. रूस के साथ मध्‍यम दूरी परमाणु संधि (Intermediate Range Nuclear Forces Treaty) से हटने के बाद अमेरिका ने पहली बार इस प्रकार के मिसाइल का परीक्षण किया है.

क्या है मध्‍यम दूरी परमाणु संधि (INF संधि)?

  • शीत युद्ध के दौरान 1987 में संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका और तत्‍कालीन सोवियत संघ ने मध्‍यम दूरी के परमाणु प्रक्षेपास्‍त्रों को समाप्‍त करने के लिए यह संधि किया था.
  • इस संधि पर तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन और रूसी राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव ने हस्ताक्षर किए थे.
  • यह संधि अमेरिका तथा रूस को 300 से 3,400 मील दूर तक मार करने वाली जमीन से छोड़े जाने वाली क्रूज मिसाइल के निर्माण को प्रतिबंधित करती थी. इसमें सभी जमीन आधारित मिसाइलें शामिल थीं.
  • इस संधि के द्वारा दो महाशक्तियों के बीच हथियारों के विकास की दौड़ पर रोक लगी थी तथा यूरोप में अमेरिका के नाटो सहयोगियों का रूसी आक्रमण से बचाव भी हुआ था.

अगस्त 2019 में अमरीका ने INF संधि से अलग होने की घोषणा की

  • अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने अगस्त 2019 में अधिकारिक तौर पर इस संधि से अमरीका के अलग होने की घोषणा की थी. अमेरिका की इस घोषणा के अगले ही दिन रूस ने भी इस संधि पर हटने का ऐलान कर दिया.
  • श्री ट्रम्प ने रूस द्वारा से इस संधि का उल्लंघन करने के आरोप लगते हुए संधि से अलग होने की घोषणा की.
  • अमेरिका का आरोप था कि रूस ने अमेरिका के पश्चिमी हिस्से के करीब पूर्व सोवियत राज्यों को डराने के लिए परमाणु हथियार तैनात किए, जो कि संधि का उल्लंघन है.
  • इस संधि के खत्म होने के बाद दोनों देशों के बीच फिर हथियारों की होड़ शुरू होने की आशंका जताई जा रही है.


अमेरिका ने चीन को मुद्रा के साथ छेड़छाड़ करने वाला देश घोषित किया

अमेरिका ने चीन को आधिकारिक तौर पर मुद्रा के साथ छेड़छाड़ करने वाला देश (करेंसी मैनिपुलेटर) 5 अगस्त को घोषित किया. अमेरिका ने चीन पर व्यापार में अनुचित प्रतिस्पर्धी लाभ लेने के लिए युआन का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. अमेरिका ने चीन की ओर से अपनी मुद्रा युआन को डॉलर के मुकाबले सात के स्तर से नीचे रखने की अनुमति देने के बाद यह कदम उठाया. इस कदम से अमेरिका और चीन के अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार मोर्चे पर चल रहे टकराव के गहराने की आशंका है. ट्रंप ने 2016 में राष्ट्रपति चुनावी अभियान के दौरान चीन को मुद्रा के साथ छेड़छाड़ करने वाला देश ठहराने का वादा किया था लेकिन वित्त मंत्रालय ने यह कदम उठाने से इनकार करते हुए चीन को निगरानी सूची में डाल रखा था.


अमेरिकी फेडरल बैंक ने 2008 के बाद पहली बार ब्याज दरों में कटौती की

अमेरिका के केंद्रीय बैंक FRB (फेडरल रिजर्व बैंक) ने 31 जुलाई को कर्ज की दर में कटौती का निर्णय लिया. FRB के अध्यक्ष ज़ीरोम पावेल ने वैश्विक अर्थव्‍यवस्‍था को लेकर चिंता जताते हुए आगे भी दरों में कटौती के संकेत दिए. अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक ने 2008 के बाद पहली बार कर्ज की दर में कटौती की है. इस कटौती के बाद अब अमेरिका में ब्याज दर 2% से 2.25 % के बीच रहेंगे. FRB का मानना है कि इस कटौती से बाज़ार में मांग में बढ़ोत्तरी देखने को मिलेगी.


ICJ ने पाकिस्‍तान में सजा काट रहे भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के संबंध में भारत के पक्ष में फैसला सुनाया

जापान के ओसाका में 14वें जी-20 शिखर सम्‍मेलन आयोजित किया गया

FATF ने पाकिस्तान को ‘ग्रे-लिस्ट’ में बरकरार रखने का फैसला किया