व्लादिमीर पुतिन ने पांचवीं बार रूसी राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली
रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने 7 मई को मॉस्को में पांचवीं बार राष्ट्रपति पद की शपथ ली. शपथ ग्रहण समारोह मॉस्को के ग्रैंड क्रेमलिन पैलेस में आयोजित किया गया था.
पूर्व राष्ट्रपति जोसेफ स्टालिन के बाद सबसे लम्बे समय लगभग 25 वर्ष तक सत्ता में रहने वाले श्री व्लादीमिर पुतिन का नया कार्यकाल 2030 तक चलेगा. पुतिन दिसंबर 1999 से राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री के तौर पर रूस का नेतृत्व कर रहे हैं.
2024 रूसी राष्ट्रपति चुनाव: मुख्य बिन्दु
- रूस में 15 से 17 मार्च 2024 के बीच राष्ट्रपति चुनाव हुआ था. व्लादिमीर पुतिन इस चुनाव में एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में खड़े हुए थे. चुनाव में पुतिन को 87.3% मत मिला और वे विजयी घोषित किए गए थे. पुतिन के लिए करीब 7.6 करोड़ लोगों ने मतदान किया है जो उन्हें हासिल अब तक के सबसे ज्यादा वोट हैं.
- राष्ट्रपति चुनाव में पुतिन के सामने सिर्फ तीन उम्मीदवार थे. कम्युनिस्ट उम्मीदवार निकोले खारितोनोव ने लगभग 4% वोट के साथ दूसरा स्थान हासिल किया था, उसके बाद नए उम्मीदवार व्लादिस्लाव दावनकोव और अति-राष्ट्रवादी लियोनिद स्लटस्की का स्थान रहा.
- कई पश्चिमी देशों और स्वतंत्र पर्यवेक्षकों का मानना है कि रूसी राष्ट्रपति चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं था और विपक्ष को इसमें लड़ने का उचित मौका नहीं दिया गया था.
अमेरिका और यूरोपीय देशों ने बहिष्कार किया
- शपथ समारोह का संयुक्त राज्य अमेरिका और कई यूरोपीय देशों ने यह कहते हुए बहिष्कार किया कि राष्ट्रपति चुनाव एक धोखाधड़ी थी.
- 2014 में रूसी सैनिकों द्वारा यूक्रेन के क्रीमिया क्षेत्र पर आक्रमण करने और उस पर कब्ज़ा करने के बाद से संयुक्त राज्य अमेरिका के नेतृत्व वाले पश्चिमी देश पुतिन का विरोध कर रहे हैं.
- 2022 में पुतिन ने यूक्रेन में अपने सैनिक भेजे और तब से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है. पश्चिमी देशों द्वारा यूक्रेन को भारी समर्थन दिया जा रहा है और उन्होंने रूस पर कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध भी लगा रखा है.