रीवा में एशिया की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा परियोजना का उद्घाटन
मध्यप्रदेश के रीवा में 10 जुलाई को एशिया की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा परियोजना का उद्घाटन किया गया. यह उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से किया गया. इस कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कई केन्द्रीय मंत्री उपस्थित थे.
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में सौर ऊर्जा को 21वीं सदी के लिए ऊर्जा का सबसे महत्वपूर्ण स्रोत बताया. उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा, श्योर, प्योर और सिक्योर है.
रीवा सौर ऊर्जा परियोजना: एक दृष्टि
- इस सौर उर्जा पार्क को मध्यप्रदेश उर्जा विकास निगम लिमिटेड (MPUVNL) और सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) के संयुक्त उपक्रम रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड (RUMSL) ने 1590 हैक्टेयर क्षेत्र में विकसित किया गया है.
- इस परियोजना की लागत लगभग 4000 करोड़ रुपये है. इसमें कुल तीन इकाईयां है. प्रत्येक इकाई में 250 मेगावाट यानी कुल 750 मेगावाट विद्युत का उत्पादन हो रहा है.
- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 22 दिसम्बर 2017 को इस परियोजना का शिलान्यास किया था. परियोजना को लगभग ढाई साल के रिकार्ड समय में पूरा किया गया.
- यह परियोजना इस मायने में भी महत्वपूर्ण है क्योकि इसमें प्रति यूनिट की क्रय दर 2 रुपये 97 पैसे है, जो अब तक की न्यूनतम दर है.
- पर्यावरण की दृष्टि से देखे तो रीवा सौर परियोजना से प्रतिवर्ष 15.7 लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) के उर्त्सजन को रोका जायेगा जो 2 करोड़ 60 लाख पेड़ों को लगाने के बराबर है.
- दिल्ली मेट्रो सहित राज्य के बाहर संस्थागत ग्राहकों को आपूर्ति करने वाली यह पहली अक्षय ऊर्जा परियोजना है. दिल्ली मेट्रो को इस परियोजना से 24 प्रतिशत ऊर्जा प्राप्त होगी.