Tag Archive for: Ranking India

भारतीय पर्यटन सांख्यिकी 2020 रिपोर्ट: उत्तरप्रदेश शीर्ष स्थान पर

भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने हाल ही में भारतीय पर्यटन सांख्यिकी (Indian Tourism Statistics) 2020 रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में वर्ष 2019 में घरेलू पर्यटकों को आकर्षित करने वाले राज्यों की सूची जारी की गयी है.

रिपोर्ट के अनुसार राज्य में आने वाले सबसे अधिक घरेलू पर्यटकों को आकर्षित करने में उत्तर प्रदेश ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया है. वर्ष 2019 में लगभग 53.6 करोड़ घरेलू पर्यटकों ने उत्तर प्रदेश का दौरा किया, जो कुल यात्रियों का 23.1% है. इसके बाद तमिलनाडु (21.3%) दूसरे और आंध्र प्रदेश (10.2%) तीसरे स्थान पर रहा.

विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के मामले में तमिलनाडु पहले स्थान पर

वर्ष 2019 में विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के मामले में तमिलनाडु, महाराष्ट्र और उत्तरप्रदेश ने क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया. 2019 में तमिलनाडु में लगभग 68 लाख विदेशी पर्यटक आये. इस दौरान महाराष्ट्र में 55 लाख और उत्तरप्रदेश में 47 लाख विदेशी पर्यटकों ने दौरा किया था.

लेटेस्ट कर्रेंट अफेयर्स 〉

फोर्ब्स के शीर्ष 100 अमीर भारतीय की सूची: मुकेश अंबानी लगातार 13वें साल शीर्ष पर

फोर्ब्स (Forbes) ने साल 2020 के शीर्ष 100 अमीर भारतीय की सूची जारी की है. इस सूची में 2019 के मुकाबले इस बार 14 फीसदी यानी 517.5 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है.

इस सूची के अनुसार रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के चेयरमैन मुकेश अंबानी सबसे अमीर व्यक्ति हैं. मुकेश अंबानी लगातार 13 साल से भारत के सबसे अमीर व्यक्ति बने हुए हैं. मुकेश अंबानी 88.7 अरब डॉलर की कुल संपत्ति के मालिक हैं.

शीर्ष 5 में शामिल भारतीय

फोर्ब्स की 100 अमीर भारतीयों की सूची में दूसरे पायदान पर 25.2 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ गौतम अडानी को स्थान मिला है. इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर 20.4 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ शिव नडार ने जगह पाई है. चौथे स्थान पर 15.4 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ डी-मार्ट के मालिक राधाकिशन दमानी हैं. लिस्ट में पांचवा स्थान हिंदुजा ब्रदर्स ने हासिल किया है. इनकी संपत्ति 12.8 अरब डॉलर की है.

लेटेस्ट कर्रेंट अफेयर्स 〉

नीति आयोग ने निर्यात तत्‍परता सूचकांक 2020 जारी किया, गुजरात शीर्ष पर

नीति आयोग ने 26 अगस्त को निर्यात तत्‍परता सूचकांक (Export Preparedness Index- EPI) 2020 जारी किया. इसका उद्देश्‍य चुनौतियों और अवसरों की पहचान करना, सरकारी नीतियों की कारगरता को बढ़ाना और सुविधाजनक नियामक ढांचे को प्रोत्‍साहन देना है. इस रिपोर्ट में भारतीय राज्यों की निर्यात तैयारी और प्रदर्शन का मूल्यांकन किया गया है.

गुजरात, महाराष्‍ट्र और तमिलनाडु शीर्ष तीन स्‍थान पर

  • EPI से पता लगा है कि निर्यात विविधता, यातायात व्‍यवस्‍था और मूलभूत ढांचे के पैमाने पर अधिकांश भारतीय राज्‍यों का प्रदर्शन अच्‍छा रहा है.
  • इसमें यह भी कहा गया है कि अच्छे प्रदर्शन करने वाले राज्यों में अधिकतर तटवर्ती राज्‍य हैं. गुजरात, महाराष्‍ट्र और तमिलनाडु को शीर्ष तीन स्‍थान प्राप्‍त हुए हैं.
  • केंद्र शासित प्रदेशो में दिल्ली ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है जिसके बाद गोवा और चंडीगढ़ हैं.

नीति आयोग उपाध्‍यक्ष डॉ. राजीव कुमार ने कहा कि विश्‍व के बाजार में भारत एक मजबूत निर्यातक बनने की क्षमता रखता है. उन्‍होंने कहा कि इस उद्देश्‍य को पूरा करने के लिए EPI सूचकांक विभिन्‍न राज्‍यों की क्षमता को आंकता है.

नीति आयोग के मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी अभिताभ कांत ने कहा कि निर्यात तत्‍परता सूचकांक आंकड़ों पर आधारित एक प्रयास है जिससे देश के विभिन्‍न हिस्‍सों में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए प्रमुख केंद्र बिंदुओं की पहचान की जाएगी.

लेटेस्ट कर्रेंट अफेयर्स 〉

वर्ष 2020 के लिए ARIIA रैंकिंग जारी, IIT-मद्रास ने पहला स्थान प्राप्त किया

वर्ष 2020 के लिए अटल नवाचार संस्थानों की रैंकिंग (Atal Rankings of Institutions on Innovation Achievements- ARIIA) 18 अगस्त को जारी की गयी. इस रैंकिंग-में एक बार फिर IIT-मद्रास ने केंद्र पोषित श्रेष्ठ संस्थानों में पहला स्थान प्राप्त किया है. इसके बाद IIT-बम्बई और IIT-दिल्ली का स्थान है.

स्वपोषित श्रेणी में एसआर इंजीनियरिंग कॉलेज, तेलंगाना ने शीर्ष स्थान हासिल किया. निजी क्षेत्र के संस्थानों की श्रेणी में ओडिसा का कलिंग औद्योगिक प्रौद्योगिकी संस्थान शीर्ष पर रहा. इसके बाद SRM विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान तथा वेल्लोर प्रौद्योगिकी संस्थान का स्थान है.

राज्य पोषित स्वायत्त संस्थानों की सूची में महाराष्ट्र के पुणे इंजीनियरिंग कॉलेज को पहला स्थान मिला. ARIIA ने पहली बार केवल महिलाओं के लिए उच्चतर शैक्षिक संस्थानों की श्रेणी में विशेष पुरस्कार प्रदान किया गया.

लेटेस्ट कर्रेंट अफेयर्स 〉

भारत ने चार सालों में बाघों की संख्या में दोगुनी बढ़ोतरी का रिकॉर्ड बनाया

बाघों के संरक्षण मामले में भारत ने एक नए तरीके का विश्व रिकॉर्ड बनाया है. चार सालों में बाघों की संख्या में दोगुनी बढ़ोतरी के साथ ही ‘ऑल इंडिया टाइगर एस्टीमेशन’ का ‘कैमरा ट्रैप’ गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हो गया है. इसके साथ ही भारत ने 2022 तक बाघों की संख्या दोगुनी करने के अपने संकल्प को समय से पहले पूरा किया.

देश में बाघों की अनुमानित संख्या 2,967

नवीनतम गणना के अनुसार, देश में बाघों की अनुमानित संख्या 2,967 हैं. वैश्विक संख्या का लगभग 75% बाघ भारत में निवास करते हैं. भारत ने 2010 में सेंट पीटर्सबर्ग सम्मलेन में वर्ष 2022 बाघों की संख्या दोगुनी करने का संकल्प निर्धारित किया था.

कैमरा ट्रैप विधि से सर्वेक्षण

गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के अनुसार, 2018-19 में किए गए सर्वेक्षण की चौथी पुनरावृत्ति- संसाधन और डेटा दोनों के हिसाब से अब तक का सबसे व्यापक रहा है. वन्यजीवों का सर्वेक्षण ‘कैमरा ट्रैप’ विधि से किया गया है. इस विधि में कैमरे में मोशन सेंसर्स लगा होता है, जो किसी भी जानवर के गुजरने पर रिकॉर्डिंग शुरू कर देते हैं

कैमरा ट्रैप को 141 विभिन्न साइटों में 26,838 स्थानों पर रखा गया था. इन कैमरा ट्रैप के माध्यम से 1,21,337 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र का सर्वेक्षण किया गया. कुल मिलाकर कैमरा ट्रैप ने वन्यजीवों की 3,48,58,623 तस्वीरों को खींचा (जिनमें 76,651 बाघों के, 51,777 तेंदुए के, शेष अन्य जीव-जंतुओं के थे). इन तस्वीरों के माध्यम से, 2,461 बाघों (शावकों को छोड़कर) की पहचान स्ट्राइप-पैटर्न- रिकॉग्नाइज सॉफ्टवेयर का उपयोग करके की गई.

लेटेस्ट कर्रेंट अफेयर्स 〉

UNCTAD की ‘विश्व निवेश रिपोर्ट 2020’ जारी, 2019 में भारत में 51 अरब डालर का FDI

संयुक्त राष्ट्र के व्यापार एवं विकास सम्मेलन (UN Conference on Trade and Development-UNCTAD) ने 15 जून को ‘विश्व निवेश रिपोर्ट 2020’ (World Investment Report 2020) जारी की है. इस रिपोर्ट के अनुसार भारत 2019 में 51 अरब डालर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (Foreign Direct Investment) हासिल करने साथ वर्ष के दौरान दुनियाभर में नौवें नंबर पर रहा है.

भारत को वर्ष 2019 में 51 अरब डालर का विदेशी निवेश (FDI) प्राप्त हुआ और वह वर्ष के दौरान दुनियाभर में अधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पाने वाले देशों में नौवें नंबर पर रहा. विकासशील एशिया क्षेत्र में भारत सबसे ज्यादा FDI प्राप्त करने वाले शीर्ष पांच देशों में शामिल रहा.

वर्ष 2018 में भारत को 42 अरब डालर का FDI प्राप्त हुआ था. तब भारत FDI पाने वाले शीर्ष 20 देशों में 12वें स्थान पर रहा था.

2020 में 40 प्रतिशत गिरावट का अनुमान

रिपोर्ट में कहा गया है कि COVID-19 के चलते 2020 में दुनियाभर में FDI में 40 प्रतिशत तक गिरावट आने का अनुमान लगाया गया है. यह गिरावट 2019 में हुये 1,540 अरब डालर के प्रवाह के मुकाबले आ सकती है.

यदि ऐसा होता है तो यह 2005 के बाद पहला अवसर होगा कि दुनिया के देशों में FDI पहली बार एक हजार अरब डालर के आंकड़े से नीचे आ जायेगा.

UNCTAD के इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में COVID-19 के बाद कमजोर लेकिन सकारात्मक आर्थिक वृद्धि हासिल होने और भारत के व्यापक बाजार देश के लिये निवेश आकर्षित करते रहेंगे.

लेटेस्ट कर्रेंट अफेयर्स 〉

उच्‍च शिक्षण संस्‍थानों के लिए NIRF Ranking-2020 जारी, IIT मद्रास पहले स्‍थान पर

मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने 12 जून को उच्‍च शिक्षण संस्‍थानों के लिए भारत रैंकिंग (NIRF Ranking) 2020 जारी की. इसके समग्र रैंकिंग में IIT मद्रास पहले स्‍थान पर रहा है.

NIRF Ranking (National Institutional Ranking Framework Ranking) 2020: मुख्य बिंदु

  • इंजीनियरिंग में IIT मद्रास, विश्वविद्यालय में इंडियन इंस्टीटूयूट ऑफ साइंस (IIS) बेंगलूरू, प्रबंधन (मेनेजमेंट) श्रेणी में इंडियन इंस्टीटूयूट ऑफ मेनेजमेंट (IIM) सर्वोच्च स्थान पर हैं.
  • अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) मेडिकल श्रेणी में लगातार तीसरे साल सर्वोच्च श्रेणी में बना हुआ है.
    कॉलेजों में मिरांडा कॉलेज लगातार तीसरी बार प्रथम स्थान पर है.
  • दंत चिकित्सा के क्षेत्र में मौलाना आजाद इंस्टीटूयूट ऑफ डेन्टल कॉलेज पहले स्थान पर हैं. दंत चिकित्सा संस्थानों को पहली बार भारत रैंकिंग-2020 में शामिल किया गया था.

भारत की शीर्ष 10 विश्वविद्यालय

रैंकयूनिवर्सिटी का नाम व स्थानस्कोर (100 में से)
01इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc Bangalore)84.18
02जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली (JNU)70.16
03बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, वाराणसी (BHU)63.15
04अमृता विश्व विद्यापीठम, कोयंबटूर (Amrita Vishwa Vidyapeetham)62.27
05जादवपुर यूनिवर्सिटी, कोलकाता (Jadavpur University)61.99
06हैदराबाद यूनिवर्सिटी (Hyderabad University)61.70
07कलकत्ता यूनिवर्सिटी (Calcutta University)61.53
08मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन, मणिपाल (Manipal Academy of Higher Education)61.51
09सावित्रिबाई फूले पुणे यूनिवर्सिटी, पुणे (Savitribai Phule Pune University)61.13
10जामिया मिल्लिया इस्लामिया, नई दिल्ली (Jamia Millia Islamia)61.07
लेटेस्ट कर्रेंट अफेयर्स 〉

FSSAI ने राज्य खाद्य सुरक्षा सूचकांक 2019-20 जारी किया, गुजरात पहले स्थान पर

भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने हाल ही में ‘राज्य खाद्य सुरक्षा सूचकांक, 2019-20’ जारी किया था. यह खाद्य सुरक्षा पर दूसरा सूचकांक था. FSSAI ने इसे 7 जून को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के अवसर पर ‘खाद्य सुरक्षा सभी का विषय है’ थीम के साथ जारी किया था.

गुजरात, तमिलनाडु और महाराष्ट्र शीर्ष पर

इस सूचकांक में बड़े राज्यों की सूची में गुजरात पहले, तमिलनाडु दूसरे और महाराष्ट्र तीसरे स्थान पर रहे हैं. छोटे राज्यों में गोवा पहले स्थान पर रहा. इसके बाद मणिपुर और मेघालय रहे. केंद्र शासित प्रदेशों में चंडीगढ़, दिल्ली और अंडमान द्वीप समूह ने शीर्ष स्थान हासिल किया.

राज्य खाद्य सुरक्षा सूचकांक: एक दृष्टि

राज्य खाद्य सुरक्षा सूचकांक (State Food Safety Index) को FSSAI द्वारा जारी किया जाता है. पहला सूचकांक 7 जून 2019 को पहले ‘विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस’ पर जारी किया गया था.

इस सूचकांक में खाद्य सुरक्षा के पांच मानकों- ‘मानव संसाधन और संस्थागत डेटा, अनुपालन, खाद्य परीक्षण सुविधा, प्रशिक्षण, क्षमता निर्माण तथा उपभोक्ता सशक्तिकरण’ के पैमानों पर राज्यों का क्रम तय किया जाता है.

भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) क्या है?

  • भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (Food Safety and Standards Authority of India) खाद्य पदार्थों के लिए देश की नियामक संस्था है.
  • यह खाद्य सुरक्षा और खाद्य मानकों के बारे में सामान्य जागरूकता को बढ़ावा देने का कार्य करता है. साथ ही खाद्य पदार्थों के उत्पादन, भंडारण, वितरण, बिक्री और आयात के संदर्भ में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करता है.
  • FSSAI की स्थापना खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006 के तहत वर्ष 2008 में की गई थी. यह केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत आता है. इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है.
लेटेस्ट कर्रेंट अफेयर्स 〉

अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की राष्ट्रीय सूची जारी

भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने 18 अप्रैल को ‘अमूर्त सांस्कृतिक विरासत’ (Intangible Cultural Heritage-ICH) की राष्ट्रीय सूची जारी की. यह सूची संस्‍कृति मंत्रालय के ‘विज़न 2024’ का हिस्सा है. इस सूची का लक्ष्य, भारत के विभिन्न राज्यों की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत परंपराओं के बारे में जागरूकता फैलाना है.

यूनेस्को (UNESCO) ने देश की 13 अमूर्त सांस्कृतिक विरासत परंपराओं को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के रूप में मान्यता प्रदान की है.

अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा के लिये 2003 के कन्वेंशन (Convention) का अनुसरण करते हुए भारत के संस्कृति मंत्रालय ने इस सूची को अमूर्त सांस्कृतिक विरासत को प्रकट करने वाले पाँच व्यापक डोमेन में वर्गीकृत किया है-

  1. अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के एक वाहक के रूप में भाषा सहित मौखिक परंपराएँ और अभिव्यक्ति;
  2. प्रदर्शन कला;
  3. सामाजिक प्रथाएँ, अनुष्ठान और उत्सव;
  4. प्रकृति एवं ब्रह्मांड के विषय में ज्ञान तथा अभ्यास;
  5. पारंपरिक शिल्प कौशल.
लेटेस्ट कर्रेंट अफेयर्स 〉

सरकार ने राज्य ऊर्जा दक्षता सूचकांक 2019 जारी किया, हरियाणा श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला राज्य

सरकार ने राज्य ऊर्जा दक्षता सूचकांक (State Energy Efficiency Index) 2019 जारी किया है. बिजली मंत्री आर के सिंह ने 10 जनवरी को नई दिल्ली में यह सूचकांक जारी किया. इस सूचकांक को ऊर्जा दक्ष अर्थव्यवस्था हेतु गठबंधन (Alliance for an Energy Efficient Economy-AEEE) तथा ऊर्जा दक्षता ब्‍यूरो (Bureau of Energy Efficiency-BEE) द्वारा मिलकर तैयार किया गया है.

इस तरह का पहला सूचकांक अगस्त 2018 में जारी किया गया था. इस साल के सूचकांक में छह अलग-अलग क्षेत्रों में ऊर्जा दक्षता पहल, कार्यक्रमों और परिणामों का आकलन करने के लिए गुणात्मक, मात्रात्मक तथा परिणाम आधारित संकेतक शामिल किए गए हैं. इन क्षेत्रों में भवन निर्माण, उद्योग, नगरपालिकाएँ, परिवहन, कृषि और बिजली वितरण शामिल हैं.

राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ऊर्जा दक्षता की प्रगति

यह सूचकांक 97 महत्त्वपूर्ण संकेतकों के आधार पर देश के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ऊर्जा दक्षता (Energy Efficiency-EE) पहल की प्रगति के बारे में जानकारी प्रदान करता है.

तर्कसंगत तुलना के लिये राज्‍यों और केंद्रशासित प्रदेशों को चार समूहों- फ्रंट रनर (Front Runner), अचीवर (Achiever), कंटेंडर (Contender) और एस्पिरेंट (Aspirant) में बांटा गया था.

इस सूचकांक में ‘फ्रंट रनर’ समूह में किसी भी राज्य को स्थान नहीं मिला है. हरियाणा, केरल और कर्नाटक ‘अचीवर’ समूह में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले शीर्ष तीन राज्य हैं.

लेटेस्ट कर्रेंट अफेयर्स 〉

हेनले पासपोर्ट इंडेक्‍स-2020: भारत 84वें स्थान पर, जापान शीर्ष पर

हेनले पासपोर्ट इंडेक्‍स-2020 की ताजा रैंकिंग हाल ही में जारी की गयी है. 199 देशों की इस पासपोर्ट रैंकिंग भारत इस रैंकिंग में 84वें स्थान पर है. भारत वर्ष 2019 की रैंकिंग में 86वें स्थान पर था

जापान और सिंगापुर इस रैंकिंग में क्रमशः पहले और दुसरे स्थान पर है जबकि जर्मनी और दक्षिण कोरिया ने संयुक्त रूप से तीसरा स्थान हासिल किया. इस पासपोर्ट रैंकिंग में सबसे नीचे अफगानिस्तान रहा है.

क्या है हेनले पासपोर्ट रैंकिंग?

  • यह रैंकिंग देशों के पासपोर्ट की ताकत पर निर्भर करती है. इस रैंकिंग में स्कोर का मतलब है कि कितने देशों में उस पासपोर्ट के जरिए वीजा मुक्त या वीजा आन-अराइवल प्रवेश मिल सकता है. जिस देश के पासपोर्ट के जरिए बगैर वीजा या वीजा ऑन अराइवल सबसे अधिक देशों में आने-जाने की छूट होती है, उसकी रैंकिंग सबसे अच्छी होती है.
  • रैंकिंग के अनुसार जापान और सिंगापुर के पासपोर्ट से बगैर वीजा क्रमशः 191 और 190 देश आने की अनुमति देते हैं. भारत के पासपोर्ट से 58 देशों में बगैर वीजा आने-जाने की अनुमति है. हेनली पासपोर्ट इंडेक्स 2020 में अफगानिस्तान, इराक, सीरिया, और पाकिस्तान क्रमशः सबसे खराब रैंकिंग वाले देश हैं.
लेटेस्ट कर्रेंट अफेयर्स 〉

यूनिसेफ रिपोर्ट: 1 जनवरी 2020 को दुनिया में सबसे ज्यादा बच्चे भारत में जन्म लिए

नववर्ष (2020) के पहले दिन दुनिया में सबसे ज्यादा बच्चे भारत में जन्म लिए. संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) के अनुसार, नए साल के पहले दिन दुनियाभर में करीब 3,92,078 बच्चों ने जन्म लिया और इनमें से करीब 67,385 बच्चे भारत में पैदा हुए. इसके बाद दूसरे स्थान पर चीन है, जहां इस दिन 46,299 बच्चे पैदा हुए. यूनिसेफ हर साल जनवरी में विश्वभर में नववर्ष पर पैदा हुए बच्चों के जन्म का जश्न मनाता है.

2020 में सबसे पहले फिजी में बच्चे का जन्म हुआ, जबकि सबसे आखिरी नंबर अमेरिका का रहा. वैश्विक स्तर पर इनमें से आधे बच्चों का जन्म आठ देशों में हुआ है, जिसमें भारत (67,385), चीन (46,299), नाइजीरिया (46,299), पाकिस्तान (16,787), इंडोनेशिया (13,020), अमेरिका (10,452), कांगो (10,247) और इथियोपिया (8,493) शामिल है.

2027 तक भारत आबादी के मामले में सबसे बड़ा देश होगा

साल 2027 तक भारत आबादी के मामले में चीन को पीछे कर देगा. संयुक्त राष्ट्र के अनुमानों के अनुसार, 2019 से 2050 के बीच भारत की आबादी 27.3 करोड़ बढ़ने का अनुमान है. इसी अवधि में नाइजीरिया की आबादी में 20 करोड़ की वृद्धि होने का अनुमान है. ऐसा होने पर इन दोनों देशों की कुल आबादी 2050 में वैश्विक आबादी में वृद्धि का 23 फीसदी होगी.

वर्ष 2019 में चीन की आबादी 1.43 अरब और भारत की आबादी 1.37 अरब रही. सर्वाधिक आबादी वाले इन दोनों देशों ने 2019 में वैश्विक जनसंख्या में क्रमश: 19 और 18 फीसदी की हिस्सेदारी रखी.

यूनिसेफ के अनुसार भारत में प्रत्येक दिन 69 हजार बच्चे जन्म लेते हैं. भारत में प्रत्येक साल करीब 50 लाख बच्चों का जन्म घर में ही होता है.

लेटेस्ट कर्रेंट अफेयर्स 〉