Tag Archive for: International Summit

रक्षा वित्त और अर्थशास्त्र पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन नई दिल्ली में आयोजित किया गया

रक्षा वित्त और अर्थशास्त्र पर अंतरराष्‍ट्रीय सम्मेलन नई दिल्ली में 9 से 11 अप्रैल तक आयोजित किया गया था. इस सम्मेलन का उद्घाटन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया था. सम्मेलन में अमरीका, ब्रिटेन, जापान, ऑस्‍ट्रेलिया, श्रीलंका, बंगलादेश और कीनिया के प्रतिनिधि ने भाग लिया.

  • यह सम्मेलन वर्तमान सुरक्षा चुनौतियों के बीच नीति निर्माताओं, शिक्षाविदों और सरकारी अधिकारियों को रक्षा वित्‍त और अर्थशास्‍त्र के विषय पर अपने विचार और अनुभव साझा करने पर केंद्रित था.
  • सम्मेलन का उद्देश्य विभिन्न देशों के सर्वोत्तम प्रचलन, अनुभव और विशेषज्ञता साझा करना था. यह रक्षा क्षेत्र में आत्‍म-निर्भरता के सरकार के लक्ष्‍य को बढ़ावा देने के लिए विभ‍िन्‍न देशों की सरकारों, अंतरराष्‍ट्रीय संस्‍थानों और वैश्विक नेताओं के साथ सहयोग-समन्‍वय बढ़ाएगा.
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खजुराहो में जी20 के संस्कृति कार्य दल की पहली बैठक

मध्य प्रदेश के खजुराहो में जी20 के संस्कृति कार्य दल (CWG) की पहली बैठक 22-25 फ़रवरी तक आयोजित की गई थी. यह बैठक पुरातात्विक वैभव की पुनर्स्थापना पर केन्द्रित था. बैठक में, दो अहम सत्रों में सदस्य देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर चर्चा हुई.

मुख्य बिन्दु

  • इस बैठक में जी-20 देशों के प्रतिनिधियों के लिए खजुराहो नृत्य महोत्सव सहित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था.
  • प्रतिनिधियों को पश्चिमी समूह के मंदिरों का भी भ्रमण कराया गया. ये मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में शामिल हैं.
  • बाद में प्रतिनिधि खजुराहो के मंदिर देखे और हुनर हाट और खजुराहो नृत्य उत्सव जैसे आयोजनों में शामिल हुए.
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भारत, इस्राइल, संयुक्‍त अरब अमीरात और अमरीका के समूह की बैठक

भारत, इस्राइल, संयुक्‍त अरब अमीरात और अमरीका के समूह (I2U2) व्यापार मंच की बैठक 22 फ़रवरी को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के अबू धाबी में हुई.

इसमें समूह‍ देशों के अधिकारियों और व्यापारिक समुदाय के बीच सहयोग के अवसरों पर चर्चा की गई. पिछले साल जुलाई में I2U2 लीडर्स समिट के दौरान शुरु किए गए इस व्यापार मंच का इस तरह का यह पहला आयोजन था.

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विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक दावोस में आयोजित की गई

विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक (WEF Annual Meeting)  2023 स्विटजरलैंड के दावोस में 16 से 20 जनवरी तक आयोजित की गई थी. इस वर्ष मंच की बैठक का विषय था ‘बटे विश्व में सहयोग’.

मुख्य बिन्दु

  • इस बैठक में विशेषज्ञ, शिक्षाविद्, निवेशकर्ता, राजनीतिक और व्‍यवसायिक नेता विश्व की जटिल समस्याओं के समाधान के लिए विचार-विमर्श किए.
  • बैठक में रूस यूक्रेन संकट, वैश्विक मुद्रा स्‍फीति, जलवायु परिवर्तन और इन सभी समस्याओं के नवाचार समाधान के लिए मुख्य रूप से विचार-विमर्श किया गया.
  • विश्व आर्थिक मंच में फाइनेंशियल टाइम्स के मुख्य अर्थशास्त्री मार्टिन वुल्फ ने भारत की विकास संभावना पर कहा है कि भारत अगले दस-बीस वर्षों में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था वाला देश होगा.
  • श्री वुल्फ ने कहा कि व्यापार और अन्य क्षेत्रों में भारत के विकास के बारे में अनुमान ना लगा सकने वाले लोग तब इसे याद करेंगे.
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भारत की मेजबानी में ‘वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट’

भारत की मेजबानी में 12-13 जनवरी को ‘वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट’ (Voice of the Global South Summit) का आयोजन किया गया था. इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से किया था. सम्मेलन में 120 से अधिक देशों ने हिस्सा लिया था.

मुख्य बिन्दु

  • शिखर सम्मेलन का विषय – यूनिटी ऑफ वायस, यूनिटी ऑफ परपज यानि एक स्वर में साझा उद्देश्य की अभिव्यक्ति था.
  • सम्मेलन का उद्देश्य विकासशील देशों को एक साथ आने और अपने मुद्दों के दृष्टिकोण और प्राथमिकताओं को एक मंच पर साझा करने का अवसर देना था.
  • यह पहल प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास तथा भारत के वसुधैव कुटुम्बकम के सिद्धांत से प्रेरित था.
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत जी 20 के अध्यक्ष के रूप में ग्लोबल साउथ यानी विकासशील देशों से जुड़े मुद्दों को उठाने का प्रयास करेगा.
  • श्री मोदी ने कहा कि भारत ग्लोबल साउथ उत्‍कृष्‍टता केन्‍द्र की स्थापना करेगा. यह केन्‍द्र विकासशील देशों के विकास समाधानों या सर्वोत्तम प्रथाओं पर शोध करेगा.
  • उन्होंने कहा कि भारत अन्य विकासशील देशों के साथ विशेषज्ञता साझा करने के लिए ग्लोबल साउथ विज्ञान और प्रौद्योगिकी पहल शुरू करेगा.
  • श्री मोदी ने एक नई आरोग्य मैत्री परियोजना की घोषणा की. इसमें भारत प्राकृतिक आपदाओं या मानवीय संकट से प्रभावित किसी भी विकासशील देश को आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति करेगा.
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सातवां वैश्विक प्रौद्योगिकी शिखर सम्मेलन नई दिल्ली में आयोजित किया गया

सातवां वैश्विक प्रौद्योगिकी शिखर सम्मेलन 29 नवंबर से 1 दिसम्बर तक नई दिल्ली में आयोजित किया गया था. इसका आयोजन विदेश मंत्रालय और कारनेगी इंडिया की मेज़बानी में किया गया था.

मुख्य बिन्दु

  • भू-प्रौद्योगिकी पर होने वाला यह भारत का प्रमुख वार्षिक सम्मेलन है. इस सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को विदेश मंत्री डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने संबोधित किया.
  • सम्मेलन में प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष, स्टार्टअप, जलवायु परिवर्तन और आर्थिक मुद्दों सहित विभिन्न विषयों पर विश्व के प्रमुख बुद्धिजीवी अपने विचार रखे.
  • इस वर्ष के शिखर सम्मेलन का मुख्य विषय ‘प्रौद्योगिकी भू-राजनीति’ था.
  • अमरीका, सिंगापुर, जापान, नाइजीरिया, ब्राजील, भूटान, यूरोपीय संघ और अन्य देशों के मंत्री और वरिष्‍ठ सरकारी अधिकारियों ने भी शिखर सम्मेलन में भाग लिया.
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भारत में ‘नो मनी फॉर टेरर’ सम्मेलन आयोजित किया गया

आतंकियों के धन आपूर्ति पर रोकथाम संबंधी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन ‘नो मनी फॉर टेरर’ (No Money for Terror) नई दिल्ली में 18-19 नवंबर को आयोजित किया गया था. इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ रणनीति तैयार करना था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया था.

मुख्य बिन्दु

  • इस मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में 70 से अधिक देशों ने भाग लिया. इंटरपोल सहित पंद्रह बहुपक्षीय अंतर्राष्ट्रीय संगठन, और वित्तीय कार्रवाई बल (FATF) के प्रतिनिधिमंडल भी शामिल हुए.
  • इस सम्मेलन में विचार-विमर्श चार सत्रों में किया गया था. इन सत्रों में आतंकवाद और आतंकवादी वित्तपोषण के वैश्विक रुझानों, आतंकवाद के लिए धन मुहैया कराने के औपचारिक और अनौपचारिक रास्तों, नई तकनीकों और आतंकवादियों को धन की आपूर्ति और इसका मुकाबला करने में आ रही चुनौतियों से निपटने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया गया.
  • एक साल में आतंकवाद विरोधी 2 वैश्विक सम्मेलन का आयोजन भारत में किया जा चुका है. भारत में हाल ही में इंटरपोल और संयुक्त राष्ट्र की आतंकवाद निरोधी समिति की बैठक आयोजित की गई थी.
  • यह तीसरा मंत्रिस्तरीय ‘नो मनी फॉर टेरर’ सम्मेलन थे. इससका आयोजन भारत सरकार का गृह मंत्रालय द्वारा दिल्ली में किया गया. इस सम्मेलन का प्रथम संस्करण 2018 में पेरिस में और दूसरा संस्करण 2019 में मेलबर्न में हुआ था.
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लंदन में वर्ल्‍ड ट्रेवल मार्केट प्रदर्शनी आयोजित की गई

लंदन में 7 से 9 नवंबर तक वर्ल्‍ड ट्रेवल मार्केट प्रदर्शनी आयोजित की गई थी. भारत के पर्यटन मंत्रालय ने इस प्रदर्शनी में हिस्सा लिया था.

मुख्य बिंदी

  • यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सबसे बडी प्रदर्शनियों में है. इस वर्ष प्रदर्शनी का थीम था- ‘यात्रा का भविष्य अब शुरू होता है’ (The future of travel starts now).
  • इस प्रदर्शनी का उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय व्यापार समुदाय के लिए विभिन्न पर्यटन उत्पादों और चिकित्सा मूल्य यात्रा तथा लग्‍जरी ट्रेन को प्रदर्शित करना था.
  • वर्ष 2019 के दौरान भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में यात्रा और पर्यटन क्षेत्र का योगदान 5.19 प्रतिशत रहा था. भारतीय पर्यटन क्षेत्र लगभग आठ करोड़ लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करता है.
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संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद रोधी समिति की विशेष बैठक

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की आतंकवाद रोधी समिति की विशेष बैठक 28-29 अक्तूबर को मुंबई और दिल्ली में आयोजित की गई थी.

UNSC की आतंकवाद रोधी समिति की बैठक: मुख्य बिन्दु

  • यह बैठक 28 अक्तूबर को मुंबई में और 29 अक्तूबर को नई दिल्ली में जारी रही थी. बैठक का विषय था- आतंकी कार्रवाइयों में नई तकनीक के इस्तेमाल से निपटना.
  • UNSC की आतंकवाद रोधी समिति के प्रतिनिधिमंडल प्रमुखों ने नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की. राष्‍ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि भारत आतंकवाद के सभी रूपों से लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है.
  • समिति ने सभी सदस्य देशों से आतंकवाद के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने की नीति अपनाने का आग्रह किया गया है. यह घोषणा, आतंकवाद को किसी भी धर्म, राष्ट्रीयता, सभ्यता या जातीय समूह से न जोड़ने की पुष्टि करती है.
  • विदेशमंत्री सुब्रहमण्यम जयशंकर ने अपने संबोधन में कहा कि नई टैक्‍नोलॉजी के कारण सुरक्षा व्यवस्था को गंभीर चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. आतंकवादी गुटों और संगठित आपराधिक नेटवर्कों द्वारा मानव रहित ड्रोन प्रणालियों का इस्तेमाल बड़ा खतरा बन गया है.
  • भारत, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का वर्तमान अध्यक्ष है. सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष हर महीने वर्णमालानुसार बदलता है.
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संयुक्त राष्ट्र महासभा का 77वां अधिवेशन, भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री ने किया

संयुक्त राष्ट्र महासभा का 77वां अधिवेशन (77th Session of the UN General Assembly) 20 सितम्बर से न्यूयॉर्क में आयोजित किया जा रहा है. इस अधिवेशन का विषय है- एक ऐतिहासिक क्षण: सामूहिक चुनौतियों के लिए परिवर्तनकारी समाधान.

  • संयुक्त राष्ट्र महासभा के 77वें अधिवेशन में भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने किया था. वे इस अधिवेशन में भाग लेने के प्रयोजन से 18 – 28 सितंबर तक अमरीका यात्रा पर हैं.
  • डॉक्टर जयशंकर ने 24 सितम्बर को 77वें अधिवेशन में भारत का पक्ष रखा था. अधिवेशन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, आतंकवाद की किसी भी गतिविधि का कोई औचित्य नहीं है.
  • यूक्रेन के मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करते हुए भारत ने शांतिपूर्ण बातचीत और राजनयिक माध्यम से संघर्ष के समाधान की प्रतिबद्धता दोहराई.
  • विदेश मंत्री ने कहा कि भारत, जलवायु परिवर्तन की रोकथाम में समान भागीदारी के लिए ‘अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन’, ‘एक सूर्य-एक विश्‍व-एक ग्रिड’ और ‘आपदा समायोजी बुनियादी ढांचा पहल’ के अन्तर्गत अन्‍य साझेदारों के साथ प्रयास कर रहा है.

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में व्यापक सुधार की मांग

भारत सहित 32 देशों ने मौजूदा वैश्विक वास्तविकताओं के अनुरूप संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में तत्काल और व्यापक सुधार करने की मांग की है.

न्‍यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के अवसर पर इन देशों ने संयुक्त वक्तव्य में कहा है कि वे अंतर्राष्ट्रीय शासन व्यवस्था को अधिक समावेशी और सहभागिता पूर्ण बनाने के लिए काम करने के प्रति संकल्‍पबद्ध हैं ताकि विकास संबंधी चुनौतियों, गरीबी, जलवायु परिवर्तन, महामारी, खाद्य सुरक्षा, अंतर्राष्ट्रीय संकटों और आतंकवाद का समाधान किया जा सके.

वक्तव्य में कहा गया है कि सुरक्षा परिषद में सुधार में देरी से वैश्विक शांति और सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है और संयुक्त राष्ट्र घोषणा पत्र के इस सिद्धांतों पर अमल करने में व्यवधान हो रहा है.

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ग्रेटर नोएडा में अंतर्राष्ट्रीय डेयरी परिसंघ के विश्‍व डेयरी सम्‍मेलन का आयोजन

अंतर्राष्ट्रीय डेयरी परिसंघ के विश्‍व डेयरी सम्मेलन 2022 का आयोजन ग्रेटर नोएडा में इंडिया एक्‍सपो सेंटर और मार्ट में 12-15 सितम्बर तक किया गया था. इस सम्मेलन में पचास देशों के लगभग पन्द्रह सौ लोगों ने हिस्सा लिया था.

मुख्य बिन्दु

  • इस सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने किया था. सम्मेलन का थीम था – ‘पोषण और आजीविका के लिए डेयरी’.
  • भारत में पिछली बार 1974 में इस सम्मेलन का आयोजन किया गया था.
  • इस सम्मेलन में वैश्विक और भारतीय डेयरी हितधारकों सहित शीर्ष डेयरी उद्यमी, विशेषज्ञ, किसान और नीति योजनाकार ने हिस्सा लिया.
  • भारतीय डेयरी उद्योग की वैश्विक दूध में 30 प्रतिशत हिस्सेदारी है. भारत में सालाना करीब 210 मिलियन टन दूध का उत्पादन होता है और इससे आठ करोड़ डेयरी किसान सशक्त हो रहे हैं.
  • दूध उत्‍पादन में भारत पूरे विश्‍व में प्रथम स्थान पर है. आज पूरे विश्‍व में दूध उत्पादन 2 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ रहा है, जबकि भारत में इसकी रफ्तार 6 प्रतिशत से भी ज्यादा है.
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मिलान में गैसटेक सम्मेलन आयोजित किया गया

तरल प्राकृतिक गैस (LNG) पर केन्द्रित गैसटेक सम्मेलन इटली के मिलान में 5-8 सितम्बर को आयोजित किया गया था. पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इस सम्मेलन में हिस्सा लिया था. वे इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के प्रयोजन से 6-8 सितम्बर को इटली यात्रा पर थे.

गैसटेक LNG पर केन्द्रित दुनिया का सबसे बड़ा सम्मेलन है. इस सम्मेलन में ऊर्जा परिदृश्‍य पर चर्चा करने, कोविड महामारी के बाद आर्थिक गतिविधियों को पुन: पटरी पर लाने का आकलन करने और कार्बन उत्सर्जन मुक्त ऊर्जा के लिए मार्ग तैयार करने के बारे में विचार किया गया.

इस सम्मेलन से इतर श्री पुरी ने अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा फोरम (IEEF) के महासचिव जो‍सेफ मैकमोनिगल से भेंट की थी और मौजूदा ऊर्जा संकट के समाधान के उपायों पर विचार-विमर्श किया था.

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