Tag Archive for: Important Days- November

10 नवम्बर: शांति व विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस

प्रत्येक वर्ष 10 नवम्बर को ‘शांति व विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस’ (World Science Day for Peace and Development) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य हमारे दैनिक जीवन में विज्ञान के महत्व और प्रासंगिकता को रेखांकित करना है.

इस वर्ष यानी 2022 में इस दिवस का विषय (Theme) ‘सतत विकास के लिए बुनियादी विज्ञान’ (Basic Sciences for Sustainable Development) है.

संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) की सामान्य सभा ने वर्ष 2001 में इस दिवस को मनाने की घोषणा की थी. इसे 2002 में पहली बार मनाया गया था.

विज्ञान में महिलाओं व बालिकाओं के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस

प्रत्येक वर्ष 11 फरवरी को विज्ञान में महिलाओं व बालिकाओं के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day of Women and Girls in Science) भी मनाया जाता है. संयुक्त राष्ट्र द्वारा इस दिवस को 2015 से मनाया जा रहा है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य विज्ञान व प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका पर प्रकाश डालना है.

9 नवम्बर 2022: उत्तराखंड का 22वां स्‍थापना दिवस

प्रत्येक वर्ष 9 नवम्बर को उत्तराखंड अपना स्थापना दिवस (Uttarakhand Sthapna Diwas) मनाता है. वर्ष 2000 में इसी दिन उत्तराखंड अस्तित्‍व में आया था. इसके पहले यह उत्‍तर प्रदेश का हिस्सा था.

उत्तराखंड: मुख्य बिंदु

  • कई वर्षों तक चले आंदोलन के बाद 9 नवंबर 2000 को उत्तराखण्ड को सत्ताइसवें राज्य के रूप में भारत गणराज्य में शामिल किया गया था.
  • वर्ष 2000 से 2006 तक इसे उत्तरांचल के नाम से पुकारा जाता था, लेकिन जनवरी 2007 में स्थानीय लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए इसका आधिकारिक नाम बदलकर उत्तराखण्ड कर दिया गया.
  • उत्तराखंड की सीमाएँ उत्तर में तिब्बत और पूर्व में नेपाल से लगी हैं. पश्चिम में हिमाचल प्रदेश और दक्षिण में उत्तर प्रदेश इसकी सीमा से लगे राज्य हैं.
  • उत्तराखंड को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि कई प्राचीन धार्मिक स्थलों के साथ ही यह राज्य हिन्दू धर्म में सबसे पवित्र मानी जाने वाली देश की सबसे बड़ी नदियों गंगा और यमुना का उद्गम स्थल है.

9 नवंबर: राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस

प्रत्येक वर्ष 9 नवंबर को राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस (National Legal Services Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य सभी नागरिकों के लिए उचित निष्पक्ष और न्याय प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए जागरूकता फैलाना है.

मुख्य बिंदु

  • राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस (NLSD) की शुरुआत पहली बार 1995 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा समाज के गरीब और कमजोर वर्गों को सहायता और समर्थन प्रदान करने के लिये की गई थी.
  • कमजोर वर्गों को नि:शुल्क कानूनी सेवाएँ प्रदान करने के लिये राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (National Legal Services Authority-NALSA) का गठन किया गया है. भारत का मुख्य न्यायाधीश इसका मुख्य संरक्षक होता है.
  • संविधान के अनुच्छेद 39 A अवसर की समानता के आधार पर न्याय को बढ़ावा देने के लिये समाज के गरीब और कमजोर वर्गों को मुफ्त कानूनी सहायता प्रदान करने का प्रावधान करता है. अनुच्छेद 14 और अनुच्छेद 22 (1), विधि के समक्ष समानता सुनिश्चित करने के लिये राज्य को बाध्य करता है.
  • NALSA महिलाओं, विकलांग व्यक्तियों, अनुसूचित जनजातियों (ST), बच्चों, अनुसूचित जातियों (SC), मानव तस्करी पीड़ितों के साथ-साथ प्राकृतिक आपदाओं के शिकार लोगों को कानूनी सहायता प्रदान करता है.

8 नवंबर: विश्व रेडियोग्राफी दिवस

प्रत्येक वर्ष 8 नवंबर को विश्व रेडियोग्राफी दिवस (International Day of Radiology) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों के बीच रेडियोलॉजी के बारे में जागरूकता बढ़ाना है.

यह दिवस भौतिकी के वैज्ञानिक विल्हेम कॉनराड रॉन्टगन जिन्होंने एक्स-रे की खोज की थी, के जन्मदिन पर मनाया जाता है. वर्ष 1895 में आज के ही दिन रॉन्टगन ने एक्स-रे की खोज की थी.

रेडियोग्राफी स्वास्थ्य सेवा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह रोगियों की देखभाल करने में सहायता करता है. एक्स-रे लोगों के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को खोजने में मदद करती हैं.

पहली बार विश्व रेडियोलॉजी दिवस 8 नवंबर 2012 को मनाया गया था. यूरोपियन सोसाइटी ऑफ रेडियोलॉजी (ESR), रेडियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ नॉर्थ अमेरिका (RSNA) और अमेरिकन कॉलेज ऑफ रेडियोलॉजी (ACR) ने विश्व रेडियोलॉजी दिवस शुरू करने के लिए पहल की थी.

विश्व रेडियोग्राफी दिवस 2022 की थीम

इस वर्ष यानी 2021 का विश्व रेडियोग्राफी दिवस की थीम (मुख्य विषय) ‘रोगियों का समर्थन करने वाले रेडियोलॉजिस्ट और रेडियोग्राफर’ (Radiologists and Radiographers supporting patients) है.

7 नवंबर: राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 7 नवम्बर को ‘राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस’ (National Cancer Awareness Day) मनाया जाता है. कैंसर रोग, कोशिकाओं में अनियंत्रित वृद्धि के कारण होता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य उद्देश्‍य कैंसर के निदान, समय रहते पहचान और उपचार के महत्‍व पर प्रकाश डालना और जागरूकता बढ़ाना है.

भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने ‘7 नवंबर’ को ‘राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस’ के रूप में मनाये जाने का निर्णय 2014 में लिया था. पहला राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस 7 नवंबर 2014 को मनाया गया था.

इसके अलाबा प्रत्येक वर्ष 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day) के रूप में मनाया जाता है.

डॉ. कमल रणदिवे को कैंसर पर उनके शोध के लिए जाना जाता है. वह भारतीय बायोमेडिकल शोधकर्ता थीं जिन्होंने कैंसर और वायरस के बीच सम्बन्ध पर शोध कार्य किया था. वे Indian Women Scientists’ Association (IWSA) की संस्थापक सदस्यों में से एक थीं. उन्होंने 1960 के दशक में मुंबई में Indian Cancer Research Centre में भारत की प्रथम टिश्यू कल्चर रिसर्च लेबोरेटरी की स्थापना की थी.

5 नवंबर: विश्व सुनामी जागरूकता दिवस

प्रत्येक वर्ष 5 नवंबर को दुनिया भर में ‘विश्व सुनामी जागरूकता दिवस’ (World Tsunami Awareness Day) मनाया जाता है. इस दिवस का उद्देश्य सुनामी के खतरों और इसके प्रभाव को कम करने हेतु चेतावनी प्रणालियों के बारे में जागरूक करना है.

विश्व सुनामी जागरूकता दिवस का लक्ष्य ‘सेंदाई सेवेन कैम्पेन’ (Sendai Seven Campaign) को बढ़ावा देना है, जो महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचे में आपदा नुकसान को कम करने और बुनियादी सेवाओं के विघटन पर केंद्रित है.

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रतिवर्ष 5 नवंबर को इस दिवस के रूप में मनाने की घोषणा 2015 में की थी. पहला विश्व सुनामी जागरूकता दिवस 5 दिसंबर 2016 को मनाया गया था.

शब्द Tsunami (सुनामी) जापानी नाम है. “tsu” का अर्थ है बंदरगाह और “nami” का अर्थ है लहर. सुनामी बड़ी लहरें हैं जो समुद्र के किनारों पर उत्पन्न होती हैं जो मुख्य रूप से भूस्खलन या भूकंप से जुड़ी होती हैं.

गयाना के राष्‍ट्रपति 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में मुख्य अतिथि होंगे

गयाना के राष्ट्रपति डॉक्टर मोहम्‍मद इरफान अली 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में मुख्य अतिथि होंगे. यह सम्मेलन 8 से 10 जनवरी 2023 तक मध्य प्रदेश के इंदौर में होगा.

ऑस्‍ट्रेलिया की संसद सदस्य जैनेट मैस्‍करनहैंस 8 जनवरी 2023 को युवा प्रवासी भारतीय दिवस में मुख्य अतिथि होंगी.

इस सम्मेलन का विषय है “अमृतकाल में भारत के विकास में विश्वसनीय साझेदार भारतवंशी”.

प्रवासी भारतीय दिवस: एक दृष्टि

  • प्रवासी भारतीय दिवस प्रत्येक दो वर्ष में एक बार मनाया जाता है. विदेशों में रहने वाले भारतीयों को आपस में जोड़ने का, यह एक अनूठा मंच है.
  • यह दिवस 9 जनवरी को इसलिए मनाया जाता हैं क्योंकि 1915 में इसी दिन महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे.
  • भारत के विकास में प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान को देखते हुए, वर्ष 2003 में पहले प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन किया गया था.
  • यह सम्मेलन प्रवासी भारतीयों के मुद्दों और चिंताओं पर चर्चा करने और विभिन्न क्षेत्रों में असाधारण योगदान करने वाले प्रवासियों को सम्मानित करने का अवसर प्रदान करता है.

1 नवंबर: मध्य प्रदेश, कर्नाटक, पंजाब, केरल, हरियाणा, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस

प्रत्येक वर्ष 1 नवंबर को मध्य प्रदेश, कर्नाटक, पंजाब, केरल, हरियाणा, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ अपना स्थापना दिवस मनाते हैं. इन सभी राज्यों का गठन 1 नवंबर को ही हुआ था.

मध्य प्रदेश का गठन 1 नवंबर, 1956 को हुआ था. इसके गठन से पहले यह मध्य भारत में आता था. इस वर्ष 2022 में मध्य प्रदेश का 67वां स्थापना मनाया गया. मध्य भारत प्रांत की उस समय दो राजधानियां थीं. ग्वालियर शीतकालीन राजधानी और इंदौर ग्रीष्मकालीन राजधानी थी. मध्‍यप्रदेश के अस्तित्‍व में आने के साथ ही भोपाल को राजधानी बना दिया गया. डॉ. पटटाभि सीतारामैया मध्यप्रदेश के पहले राज्यपाल बने जबकि पंडित रविशंकर शुक्ल को पहला मुख्यमंत्री बनाया गया.

1 नवंबर 2000 को ही मध्य प्रदेश के कुछ भागों को अलग कर छत्तीसगढ़ नाम का एक नया राज्य अस्तित्व में आया था. इस वर्ष 2022 में छत्तीसगढ़ का 23वां स्थापना मनाया गया.

कर्नाटक का गठन 1 नवंबर, 1956 को राज्य पुनर्गठन अधिनियम के अधीन किया गया था. पहले यह मैसूर राज्य कहलाता था. 1973 में पुनर्नामकरण कर इसका नाम कर्नाटक कर दिया गया.

1 नवंबर, 1956 को आंध्र प्रदेश का निर्माण तत्कालीन आंध्र राज्य और हैदराबाद राज्य के विलय के साथ हुआ था. हालांकि साल 2014 में एक पृथक आंध्रप्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बनने के बाद चंद्रबाबू नायडू ने 2 जून को अपना स्थापना दिवस मनाने का फैसला लिया था, लेकिन जगन सरकार ने स्थापना दिवस मनाने के लिए 1 नवंबर की तारीफ पुन: निश्चित की.

कर्नाटक, मध्यप्रदेश, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ के अलावा पंजाब, केरल और हरियाणा का भी गठन 1 नवंबर को है हुआ था. इस कारण ये राज्य भी अपना स्थापना दिवस 1 नवम्बर को मनाते हैं.

27 नवम्बर 2021: 12वां राष्ट्रीय अंगदान दिवस

प्रत्येक वर्ष 27 नवम्बर को राष्ट्रीय अंगदान दिवस (National Organ Donation Day) मनाया जाता है. इस वर्ष 12वां अंगदान दिवस मनाया गया. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य सामान्य मनुष्य को मृत्यु के बाद अंगदान करने की प्रतिज्ञा दिलाने के लिए प्रोत्साहित करना हैं. यह दिवस राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO) द्वारा मनाया जाता है.

जागरूकता की कमी के कारण, लोगों के मन में अंगदान के बारे में भय और मिथक विद्यमान हैं. अंगदान में अंगदाता के अंगों जैसे कि हृदय, लीवर (यकृत), गुर्दे, आंत, फेफड़े, और अग्न्याशय का दान उसकी मृत्यु के पश्चात ज़रूरतमंद व्यक्ति में प्रत्यारोपित करने के लिए किया जाता है.

13 अगस्त को विश्व अंगदान दिवस
पूरे विश्व में अंगदान दिवस प्रतिवर्ष 13 अगस्त को मनाया जाता है.

26 नवम्बर: संविधान दिवस, भारतीय संविधान की 72वीं वर्षगांठ

प्रत्येक वर्ष 26 नवंबर को ‘संविधान दिवस’ (Constitution Day) के रूप में मनाया जाता है. संविधान सभा द्वारा 1949 में इसी दिन भारतीय संविधान को मंजूरी दी गयी और 26 जनवरी 1950 को इसे लागू किया गया था. इस वर्ष यानी 2021 में हमारे संविधान को अंगीकार किए जाने की 72वीं वर्षगांठ है.

संविधान दिवस को संविधान निर्माता डॉं. भीमराव अंबेडकर को याद किया जाता है. डॉं. अंबेडकर संविधान सभा के प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे.

भारत सरकार ने 26 नवम्बर को संविधान दिवस के रूप में मनाने की घोषणा 19 नवंबर 2015 को की थी. प्रधनमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुंबई में बीआर अम्बेडकर की ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वेलिटी मेमोरियल’ की आधारशिला रखने के दौरान इसकी घोषणा की थी. उनकी 125वीं जयंती वर्ष के रूप में 26 नवम्बर 2015 को पहली बार संविधान दिवस मनाया गया था.

भारतीय संविधान: एक दृष्टि

  • संविधान निर्माण के लिए 29 अगस्त 1947 को भारत के संविधान का मसौदा तैयार करनेवाली समिति की स्थापना की गई थी और इसके अध्यक्ष के तौर पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की नियुक्ति हुई थी.
  • संविधान सभा के 284 सदस्यों ने 24 जनवरी 1950 को दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए. दो दिन बाद इसे लागू किया गया था.
  • भारतीय संविधान को विश्व का सबसे बड़ा संविधान माना जाता है, जिसमें 448 अनुच्छेद, 12 अनुसूचियां शामिल हैं.
    यह हस्तलिखित संविधान है. इसे तैयार करने में 2 साल 11 महीने और 17 दिन का वक्त लगा था.

26 नवम्बर: राष्ट्रीय दुग्ध दिवस, वर्गीज कुरियन का जन्मदिन

प्रत्येक वर्ष 26 नवंबर को संपूर्ण देश में ‘राष्ट्रीय दुग्ध दिवस’ (National Milk Day) मनाया जाता है. विश्‍व में यह दिवस 1 जून को जबकि भारत में आज के दिन मनाया जाता है. भारत में राष्ट्रीय दुग्ध दिवस ‘श्वेत क्रांति’ के जनक डॉ. वर्गीज कुरियन के जन्मदिन के अबसर पर मनाया जाता है. दुनिया के सबसे बड़े कृषि कार्यक्रम ‘ऑपरेशन फ्लड’ के जनक डॉ. कुरियन का ये जन्म शताब्दी वर्ष भी है.

किसी व्यक्ति के जीवन में दूध के महत्व को बताने के उद्देश्य यह दिवस मनाया जाता है. पहली बार यह दिवस इंडियन डेयरी एसोसिएशन (IDA) द्वारा 26 नवंबर, 2014 को मनाया गया था.

डॉ वर्गीस कुरियन: एक दृष्टि

  • डॉ वर्गीस कुरियन को ‘मिल्कमैन ऑफ़ इंडिया’ के नाम से भी जाना जाता है, उन्होंने भारत में डेरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सराहनीय योगदान दिया था. कुरियन ने अमूल ब्रांड की स्थापना एवं सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
  • कुरियन ने ‘ऑपरेशन फ्लड’ में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. ऑपरेशन फ्लड को 1970 में शुरू किया गया था, यह विश्व का सबसे बड़ा डेरी विकास कार्यक्रम था. इस ऑपरेशन के चलते भारत विश्व का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश बन सका.
  • वर्गीस कुरियन को वर्ष 1963 में रमन मैगसेसे पुरस्कार (Ramon Magsaysay Award) से सम्मानित किया गया था. भारत सरकार ने 1999 में देश के दुसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान ‘पद्म विभूषण’ प्रदान किया था.

25 नवंबर: अन्तर्राष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस

प्रत्येक वर्ष 25 नवम्बर को महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन के लिये अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day for the Elimination of Violence Against Women) मनाया जाता है. यह दिवस महिलाओं पर हो रही हिंसा को रोकने के लिए लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से मनाया जाता है.

इस वर्ष यानी 2021 में अन्तर्राष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस का मुख्य विषय (थीम) ‘ऑरेंज द वर्ल्ड: अब महिलाओं के खिलाफ हिंसा समाप्त करें!’ (Orange the World: End Violence against Women Now!) है.

घरेलू हिंसा, के साथ-साथ महिलाओं को बाहर भी कई बार शारीरिक और मानसिक यातनाएं झेलनी पड़ती हैं. इसी भेदभाव को खत्म करने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने 17 नवंबर 1999 को 25 नवंबर का दिन अन्तर्राष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस के रूप में घोषित किया था. वर्ष 2000 से हर साल 25 नवंबर को अन्तर्राष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस मनाया जाने लगा.