Tag Archive for: Awards and Prizes

डॉ. नीति कुमार को ‘SERB महिला उत्कृष्टता पुरस्कार 2020’ से सम्मानित किया जायेगा

CSIR-सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टिट्यूट की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. नीति कुमार को ‘SERB (Science and Engineering Research Board) महिला उत्कृष्टता पुरस्कार 2020’ से नवाजा गया है. उन्हें यह पुरस्कार 28 फरवरी को विज्ञान भवन में होने वाले राष्ट्रीय विज्ञान दिवस समारोह के दौरान भारत के राष्ट्रपति प्रदान करेंगे. पुरस्कार के तहत साइंटिस्ट को विज्ञान और इंजिनियरिंग अनुसंधान बोर्ड 15 लाख रुपये की धनराशि देती है.

डॉ. नीति कुमार को यह पुरस्कार मलेरिया की रोकथाम के लिए वैकल्पिक दवाओं और नवीन लक्ष्यों की खोज के लिए मिला है. वह मानव मलेरिया परजीवी में प्रोटीन क्वॉलिटी कंट्रोल मशीनरी को समझने के लिए शोध कर रही हैं.

डॉ. नीति कुमार CSIR-सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टिट्यूट (CDRI) के डिवीजन ऑफ मॉलिक्यूलर पैरासिटॉलजी ऐंड इम्युनॉलजी में कार्यरत हैं. उन्हें इनोवेटिव यंग बायोटेक्नोलॉजिस्ट अवार्ड (DBT-IYBA 2015), भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी द्वारा INSA मेडल फॉर यंग साइंटिस्ट (2010) आदि जैसे कई पुरस्कार और सम्मान प्राप्त हो चुके हैं.

SERB महिला उत्कृष्टता पुरस्कार: एक दृष्टि

यह पुरस्कार 40 वर्ष से कम आयु की महिला वैज्ञानिक को दिया जाता है, जिन्हें विभिन्न राष्ट्रीय अकादमियों से सम्मान प्राप्त हुआ है. महिला शोधकर्ताओं को भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड द्वारा 3 वर्षों के लिए 5 लाख प्रति वर्ष के अनुसंधान अनुदान की सहायता दी जाएगी.

राष्‍ट्रपति ने नौसेना के शिवाजी प्रशिक्षण संस्‍थान को राष्‍ट्रपति ध्‍वज प्रदान किया

राष्‍ट्रपति राम नाथ कोविंद ने भारतीय नौसेना के INS शिवाजी प्रशिक्षण संस्‍थान को राष्‍ट्रपति ध्‍वज (President’s Colour) प्रदान किया है. पुणे के लोणावला में इस प्रशिक्षण संस्‍थान की स्‍थापना के प्‍लेटिनम जुबली समरोह में उन्‍होंने इस संसथान के राष्‍ट्र निर्माण में उल्‍लेखनीय योगदान के लिए सराहना की.

राष्‍ट्रपति ध्‍वज सेना की किसी ईकाई को प्रदान किए जाने वाला सर्वोच्‍च सम्‍मान है. INS शिवाजी नौसेना, अन्य सहयोगी सेनाओं और संबंधित देशों के कर्मियों को इंजीनियरिंग अनुशासन में प्रशिक्षण प्रदान करता है.

ऑक्सफोर्ड ने ‘संविधान’ शब्द को ‘2019 का ऑक्सफोर्ड का हिंदी शब्द’ नामित किया

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस (OUP) ने ‘संविधान’ शब्द को 2019 का ऑक्सफोर्ड का हिंदी शब्द नामित किया है. OUP ने कहा कि इस शब्द ने वर्ष 2019 में व्यापक स्तर पर अपनी ओर ध्यान आकृष्ट किया. यह शब्द इसलिए चुना गया कि 2019 में लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता, न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के मूल्यों को संविधान की कसौटी पर परखा गया.

साल का ऑक्सफोर्ड हिंदी शब्द एक ऐसा शब्द या अभिव्यक्ति है जिसने अपनी ओर काफी ध्यान आकृष्ट किया और जो बीते साल के लोकाचार, मिजाज़ या व्यस्तता को प्रदर्शित करता है. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस ने कहा कि संविधान का अर्थ है, ‘मूलभूत सिद्धांतों की इकाई या स्थापित दृष्टांत जिनके मुताबिक एक देश या अन्य संगठन शासित होता है.

भारतीय संविधान के दो अहम संवैधानिक प्रावधानों, अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35 (A) के निरस्त किए जाने के साथ संविधान शब्द ने अगस्त 2019 में पहली बार व्यापक स्तर पर अपनी ओर ध्यान आकृष्ट किया. इन प्रावधानों को रद्द किए जाने से जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा प्रभावी रूप से हट गया.

किस प्रकार शब्द का चुनाव किया गया?

ऑक्सफोर्ड डिक्सनरी की टीम ने अपने फेसबुक पेज के जरिए ऑक्सफोर्ड हिंदी शब्द के लिए शब्द मांगे थे और उसे हजारों शब्द प्राप्त हुए. साल का ऑक्सफोर्ड हिंदी शब्द भारत में ऑक्सफोर्ड शब्दकोश टीम द्वारा भाषा विशेषज्ञों की एक सलाहकार समिति की मदद से चुना गया.

पद्म पुरस्कार 2020 की घोषणा, जानिए पद्म पुरस्कार के बारे में, पद्म पुरस्कार 2020 की पूरी सूची

गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सरकार ने वर्ष 2020 के पद्म पुरस्कारों की घोषणा की. इस वर्ष कुल 141 लोगों को पद्म पुरस्कार दिए जायेंगे. 7 लोगों को पद्म विभूषण, 16 को पद्म भूषण और 118 को पद्मश्री पुरस्कार दिया जाएगा.

पूर्व केन्‍द्रीय मंत्री जॉर्ज फर्ना‍न्डीस, सुषमा स्‍वराज, अरूण जेटली और पेजावर मठ के महंत विश्वेषतीर्थ स्‍वामी जी को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा. मॉरिशस के पूर्व प्रधानमंत्री अनिरूद्ध जगनाथ, शास्‍त्रीय संगीत गायक छन्‍नू लाल मिश्र और मुक्‍केबाज एमसी मैरीकॉम को भी पद्म विभूषण प्रदान किया जायेगा.

गोवा के पूर्व मुख्‍यमंत्री मनोहर पर्रिकर तथा विख्‍यात कानून और शिक्षाविद एन.आर. माधव मेनन को मरणोपरांत पद्म भूषण से सम्मानित किया जायेगा. जाने माने लेखक मनोज दास, बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू और उद्योगपति आनंद मंहिद्रा को पद्म भूषण से सम्मानित किया जाएगा.

फुटबॉल खिलाड़ी ओइनेम बेमबेम देवी, फिल्‍म निर्देशक करण जौहर और अभिनेत्री कंगना रनौत को पद्मश्री प्रदान किया जायेगा. पद्मश्री पुरस्‍कार के लिए चुने गए गण्यमान्य व्यक्तियों में जगदीश लाल आहूजा, जावेद अहमद टाक, तुलसी गौड़ा, मोहम्‍मद शरीफ, सत्‍यनयन मुंडयूर, एस रामकृष्‍ण और योगी ऐरन शामिल हैं.

जाने पद्म पुरस्कार के बारे में, पद्म पुरस्कार 2020 की पूरी सूची…»

ग्वालियर में शास्त्रीय संगीत उत्सव ‘तानसेन समारोह’ का आयोजन किया जा रहा है

मध्य प्रदेश में लोकप्रिय शास्त्रीय संगीत उत्सव ‘तानसेन समारोह’ का आयोजन 17 से 21 दिसम्बर तक ग्वालियर में किया जा रहा है. इस उत्सव इसकी शुरुआत हरिकथा और मिलाद के साथ हुई. यह उत्सव हर वर्ष भारतीय इतिहास के सबसे प्रतिष्ठित गायकों में से एक, ‘मियां तानसेन’ की याद में मनाया जाता है.

विद्याधर व्यास राष्ट्रीय तानसेन पुरस्कार से सम्मानित

प्रसिद्ध गायक पंडित विद्याधर व्यास को मध्‍य प्रदेश सरकार के राष्ट्रीय तानसेन पुरस्कार 2019 से सम्मानित किया गया. यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष भारतीय शास्त्रीय संगीत की जाने-माने हस्तियों को दिया जाता है. तानसेन पुरस्कार में दो लाख रुपये नकद और प्रशस्ति-पत्र दिया जाता है.

तानसेन समारोह: एक दृष्टि

  • तानसेन समारोह देश के सबसे पुराने और सम्मानित शास्त्रीय संगीत समारोहों में से एक है. इसका आयोजन मध्‍य प्रदेश के संस्कृति विभाग के अंतर्गत उस्ताद अलाउद्दीन खां कला एवं संगीत अकादमी द्वारा किया जाता है.
  • इस समारोह में देशभर के जाने माने संगीतकार और गायक हिस्सा लेते है. इस बार तानसेन समारोह में विभिन्न सत्रों में ग्रीस, अमेरिका, ईरान और बेल्जियम के कलाकार भी अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे.

पर्यावरणविद् चंडी प्रसाद भट्ट को 31वें इंदिरा गांधी पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा

31वां इंदिरा गांधी पुरस्कार चिपको आंदोलन से जुड़े देश के पर्यावरणविद् चंडी प्रसाद भट्ट को दिया जाएगा. उन्हें यह पुरस्कार साल 2017 और 2018 के लिए दिया जा रहा है. भट्ट को यह पुरस्कार 31 अक्तूबर को पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर मिलेगा.

सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई सलाहकार समिति की बैठक में उनके नाम का चयन किया गया था. इस समिति में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी उन्हें यह पुरस्कार देंगी.

यह पुरस्कार राजनीतिक दल कांग्रेस द्वारा देश की एकता एवं अखंडता में योगदान देने वाली हस्तियों एवं संस्थाओं को दिया जाता है. इस पुरस्कार के रूप उन्हें 10 लाख रुपये नकद और प्रशस्ति पत्र दिया दिया जाता है.

चंडी प्रसाद भट्ट के मिले कुछ मुख्य सम्मान

  1. 1982: रमन मैग्ससे पुरस्कार
  2. 1986: पद्मश्री सम्मान
  3. 1987: संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम का ग्लोबल 500 सम्मान
  4. 2005: पद्म भूषण
  5. 2013: गांधी शांति पुरस्कार

नोबेल पुरस्‍कार 2019 की घोषणा: 10 दिसंबर को सम्मानित किया जाएगा

रॉयल स्वीडिश अकादमी ऑफ साइंस ने वर्ष 2019 के भौतिकी, रसायन और चिकित्सा के लिए नोबेल पुरस्‍कारों की घोषणा कर दी है. इन वैज्ञानिकों को यह पुरस्‍कार 10 दिसंबर को स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में एक समारोह में दिया जायेगा. पुरस्कार विजेता इस प्रकार हैं:

रसायन विज्ञान

रसायन विज्ञान का नोबेल प्राइज तीन वैज्ञानिकों को संयुक्त रूप से देने की घोषणा 9 अक्टूबर को की गयी. ये हैं जॉन बी गुडइनफ (अमेरिका), एम स्टैनली विटंगम (अमेरिका) और अकीरा योशिनो (जपान). इस पुरस्कार के विजेता को 9,14,000 अमेरिकी डॉलर प्रदान किये जायेंगे. यह राशि तीनों वैज्ञानिकों को आपस में बांटी जाएगी.
97 साल के जॉन गुडइनफ अमेरिकी प्रफेसर हैं और इतनी उम्र में नोबेल पाने वाले पहले शख्स हैं. इसके अलावा विटंगम स्टैनली विटंगम इंग्लिश-अमेरिकन केमिस्ट हैं और वर्तमान में बिंगम्टन यूनिवर्सिटी में प्रफेसर हैं. अकारी योशिनो जापानी साइंटिस्ट हैं. वह लीथियम-आयन बैटरी के आविष्कारक भी हैं.

भौतिकी

वर्ष 2019 के भौतिकी के लिए नोबेल पुरस्‍कार की घोषणा 8 अक्टूबर को की गयी थी. यह तीन वैज्ञानिकों- जेम्‍स पीबल्स (अमेरिका), माइकल मेयर (स्विट्ज़रलैंड) और दिदिअर क्वैलोज (स्विट्ज़रलैंड) को दिया जायेगा. इस पुरस्कार के विजेता को 9,14,000 अमेरिकी डॉलर प्रदान किये जाते हैं.

पुरस्‍कार का आधा हिस्‍सा जेम्‍स पीबल्स को भौतिक ब्रहमांड विज्ञान में सैद्धांतिक आविष्‍कारों के लिए दिया जायेगा. 1987 में पीबल्स ने Primordial Isocurvature Baryon Model की खोज की थी, इस मॉडल के द्वारा प्रारंभिक ब्रम्हांड के विकास की व्याख्या की गयी थी.

पुरस्‍कार का शेष आधा हिस्‍सा संयुक्‍त रूप से माइकल मेयर और दिदिअर क्वैलोज को सौर-प्रकार के तारे की परिक्रमा करने वाले एक बाह्य ग्रह (एक्सो-प्लेनेट 51 पेगासी बी) की खोज के लिए दिया जायेगा.

चिकित्सा (फिजियोलॉजी)

चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार भी तीन वैज्ञानिकों को दिया जाएगा. इसमें विलियम जी कॉलिन, पीटर जे रेटक्लिफ और ग्रेग एल सेमेंजा का नाम शामिल है.

कोशिकाओं के ऑक्सीजन की उपलब्धता का आभास करना और उसे अनुकूल बनाने की खोज के लिए इन तीनों को चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार दिया जाएगा.

साहित्य का नोबेल: 2018 के लिए पोलैंड की ओल्गा और 2019 के लिए ऑस्ट्रियाई पीटर को दिया जायेगा

वर्ष 2018 और 2019 के साहित्य के नोबेल पुरस्कार की घोषणा 10 अक्टूबर को की गई. 2018 के लिए यह सम्मान पोलैंड की लेखिका ओल्गा तोकारजुक को और 2019 के लिए यह सम्मान पीटर हैंडके को दिया जाएगा. उल्लेखनीय है कि यौन उत्पीड़न के मामले को देखते हुए वर्ष 2018 के साहित्य के नोबेल पुरस्कार की घोषणा को स्थगित कर दिया गया था.

ओल्गा तोकारजुक: ओल्गा तोकारजुक एक पोलिश लेखक, कार्यकर्ता और बुद्धिजीवी हैं. 2018 में उन्हें उनके उपन्यास फ्लाइट्स के लिए ‘मैन बुकर इंटरनैशनल प्राइज’ से सम्मानित किया गया था. यह सम्मान पाने वाली वह पहली पोलिश लेखिका हैं.

पीटर हैंडके: पीटर हैंडके ऑस्ट्रियाई उपन्यासकार हैं. पीटर ने कभी अपनी मां की खुदकुशी से प्रभावित होकर ‘द सॉरो बियॉड ड्रीम्स’ बुक की रचना की थी. पीटर फिल्म लेखक भी रहे हैं और उनकी लिखी एक फिल्म को 1978 के कान फेस्टिवल और 1980 के गोल्ड अवॉर्ड के लिए नामित किया गया था.

साहित्य नोबेल का इतिहास
साहित्य के नोबेल की शुरुआत 1901 में हुई थी. साहित्य का नोबेल पाने वाले सबसे कम उम्र के साहित्यकार का रेकॉर्ड जंगल बुक लिखने वाले रुडयार्ड किपलिंग के नाम रहा है. उस वक्त उनकी उम्र 41 साल थी. उनका जन्म ब्रिटिश शासित भारत में मुबई में हुई थी.

नोबेल शांति पुरस्कार 2019: इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद अली को दिया जाएगा

अफ्रीकी देश इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद अली को 2019 के लिए प्रतिष्ठित नोबेल शांति पुरस्कार दिया जाएगा. उन्हें यह प्रतिष्ठित पुरस्कार पड़ोसी देश इरिट्रिया के साथ सालों से चले आ रहे सीमा विवाद को हल करने में प्रमुख भूमिका निभाने के लिए दिया जाएगा.

43 साल के अबी अहमद को इथियोपिया का ‘नेल्सन मंडेला’ भी कहा जाता है. वह अप्रैल 2018 में इथियोपिया के प्रधानमंत्री बने थे. उन्होंने चिर प्रतिद्वंद्वी इरिट्रिया के साथ खूनी संघर्ष को खत्म करने के उनके शांति प्रयासों को देखते हुए लोग उनकी तुलना नेल्सन मंडेला से करने लगे.

उन्हीं के प्रयासों का नतीजा था कि 2018 में इथियोपिया और इरिट्रिया ने सीमा विवाद को हल करने के लिए शांति समझौता किया. इस तरह 20 सालों से दोनों देशों में चल रहा सैन्य तनाव खत्म हुआ. 1998 से 2000 के बीच दोनों देशों के बीच युद्ध चला था.

अर्थशास्त्र का नोबेल: अभिजीत बनर्जी, एस्तेय डिफ्लो और माइकल क्रेमर को संयुक्त रूप से दिया जाएगा

साल 2019 के लिए अर्थशास्त्र का प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार भारतीय मूल के अमेरिकी अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी, उनकी पत्नी एस्तेय डिफ्लो के साथ-साथ अर्थशास्त्री माइकल क्रेमर को संयुक्त रूप से दिया जाएगा. इन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गरीबी कम करने के उनके प्रयोगात्मक नजरिए के लिए नोबेल दिया गया है.

अभिजीत बनर्जी के साथ-साथ उनकी पत्नी एस्तेय डिफ्लो को भी अर्थशास्त्र का नोबेल मिला है. फ्रांसीसी मूल की अमेरिकी अर्थशास्त्री डिफ्लो ने अभिजीत बनर्जी की देखरेख में ही अपनी PhD पूरी की थी. माइकल क्रेमर भी अमेरिका से हैं.

अभिजीत अर्थशास्त्र के क्षेत्र में यह सम्मान पाने वाले भारतीय मूल के दूसरे अर्थशास्त्री हैं. उनसे पहले अर्थशास्त्र के क्षेत्र में अमर्त्य सेन को यह सम्मान दिया गया था.

अभिजीत बनर्जी: एक परिचय

  • इकनॉमिक साइंसेज कैटिगरी के तहत यह सम्मान पाने वाले अभिजीत बनर्जी भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक हैं.
  • अभिजीत ने 1981 में यूनिवर्सिटी ऑफ कलकत्ता से बीएससी के बाद 1983 में जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी से एमए की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद 1988 में उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पीएचडी किया.
  • अभिजीत बनर्जी और उनकी पत्नी एस्तेय डिफ्लो अभी अमेरिका में मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी में इकनॉमिक्स की प्रफेसर हैं.
  • 2003 में उन्होंने एस्तेय डिफ्लो और सेंडहिल मुलैंटन के साथ मिलकर अब्दुल लतीफ जमील पावर्टी ऐक्शन लैब (JPAL) की स्थापित किया था.
  • वह 2015 के बाद डिवेलपमेंट अजेंडा पर बनी यूएन सेक्रटरी जनरल के हाई-लेवल पैनल में भी रह चुके हैं.

अभिजीत बनर्जी द्वारा लिखी गयी चर्चित पुस्तक
‘पुअर इकनॉमिक्स’ अभिजीत बनर्जी द्वारा लिखी गयी प्रसिद्ध पुस्तक है. इस पुस्तक को गोल्डमैन सैक्स बिजनस बुक ऑफ द इयर का खिताब मिला था.

राष्ट्रपति ने वर्ष 2019 के राष्ट्रीय खेल पुरस्कार प्रदान किए: पुरस्कार पाने वालों की सूची

राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 29 अगस्त को नई दिल्‍ली में प्रतिष्ठित खिलाडि़यों को राष्‍ट्रीय खेल पुरस्‍कार (National Sports Awards) 2019 से सम्‍मानित किया. उन्होंने पहलवान बजरंग पूनिया और पैरा एथलीट दीपा मलिक को राजीव गांधी खेल रत्‍न पुरस्‍कार प्रदान किये. इसके अलाबे उन्होंने 19 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार, 6 खिलाडियों को द्रोणाचार्य और 5 को ध्यानचंद्र पुरस्कार प्रदान किये.

12 सदस्यीय चयन समिति ने इन पुरस्कारों की घोषणा 17 अगस्त को की थी. चयन समिति में पूर्व फुटबॉलर बाईचुंग भूटिया और बॉक्सर मैरीकॉम शामिल थे. ये पुरस्कार प्रत्येक वर्ष 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर प्रदान किये जाते है.

पुरस्कार पाने वालों की सूची:

राजीव गान्धी खेल रत्न पुरस्कार

  • यह देश का सबसे बड़ा खेल सम्मान है. इस पुरस्कार की शुरुआत 1991–92 में हुई थी. इस पुरस्कार के विजेता को ₹7.5 लाख रुपये पुरस्कार राशि के रूप में मिलते हैं.
  • राजीव गांधी खेल रत्‍न पुरस्कार 2019: वर्ष 2019 का राजीव गांधी खेल रत्‍न पुरस्कार पैरा ऐथलीट दीपा मलिक और पहलवान बजरंग पूनिया को दिया जाएगा.
  • दीपा मलिक: दीपा मलिक ने 2016 में रियो डी जनीरो पैराओलिंपिक में शॉट पुट में सिल्वर मेडल जीता था. इसके अलावा उन्होंने एशियन गेम्स में भी सिल्वर मेडल जीता था. वह यह पुरस्कार हासिल करने वाली दूसरी पैरा एथलीट बन गयी हैं. इससे पहले पैरालंपिक का दोहरा स्वर्ण पदक जीतने वाले भाला-फेंक एथलीट देवेंद्र झझारिया को 2017 में इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
  • बजरंग पूनिया: बजरंग पूनिया विश्‍व चैम्पियशिप में दो बार स्वर्ण पदक जीत चुके हैं. जकार्ता एशियाई खेलों 2018 में 65 किग्रा स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता था. उन्होंने गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में भी इसी वजन वर्ग में पहला स्थान हासिल कर स्वर्ण पदक जीता था. बजरंग ने 2013 विश्व चैंपियनशिप की 60 किग्रा स्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल जीता था और इस प्रदर्शन में सुधार करते हुए पिछले साल 65 किग्रा में सिल्वर मेडल अपने नाम किया.
क्र.सं.स्पोर्ट्सपर्सन का नामखेल
1श्री बजरंग पुनियाकुश्ती
2सुश्री दीपा मलिकपैरा एथलेटिक्स

द्रोणाचार्यपुरस्कार

द्रोणाचार्य पुरस्कार उन प्रशिक्षक (कोच) को दिया जाता है जिन्होंने अन्तर्राष्ट्रीय स्पर्धाओं में मेडल जीतने वाले खिलाड़ी दिए जाते हैं. इस पुरस्कार का प्रारम्भ 1985 में हुआ था. द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता को पांच लाख रुपए का नकद, लघु-प्रतिमाएं और प्रमाण पत्र दिया जाता है.
नियमित श्रेणी

क्र.सं.कोच का नामखेल
1श्री विमल कुमारबैडमिंटन
2श्री संदीप गुप्ताटेबल टेनिस
3श्री मोहिंदर सिंह ढिल्लोंएथलीटिक्स

जीवन-पर्यन्त श्रेणी

क्र.सं.कोच का नामखेल
1श्री मरज़बान पटेलहॉकी
2श्री रामबीर सिंह खोखरकबड्डी
3श्री संजय भारद्वाजक्रिकेट

अर्जुन पुरस्कार

अर्जुन पुरस्कार के लिए चार साल तक लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को चुना जाता है. इस पुरस्कार का प्रारम्भ 1961 में हुआ था. अर्जुन पुरस्कार विजेता को लघु-प्रतिमाएं, प्रमाण पत्र और पांच लाख रुपए का नकद पुरस्कार दिया जाता है.

क्र.सं.खिलाड़ी का नामखेल
1श्री तजिंदरपाल सिंह तूरएथलीटिक्स
2मोहम्मद अनस याहियाएथलीटिक्स
3श्री एस भास्करनबॉडी बिल्डिंग
4सुश्री सोनिया लाथेरमुक्केबाज़ी
5श्री रवींद्र जडेजाक्रिकेट
6श्री चिंगलेनसाना सिंह कंगुजमहॉकी
7श्री अजय ठाकुरकबड्डी
8श्री गौरव सिंह गिलमोटर स्पोर्ट्स
9श्री प्रमोद भगतपैरा स्पोर्ट्स (बैडमिंटन)
10सुश्री अंजुम मौदगिलशूटिंग
11श्री हरमीत राजुल देसाईटेबल टेनिस
12सुश्री पूजा ढांडाकुश्ती
13श्री फौआद मिर्ज़ाघुड़सवारी
14श्री गुरप्रीत सिंह संधूफ़ुटबॉल
15सुश्री पूनम यादवक्रिकेट
16सुश्री स्वप्ना बर्मनएथलीटिक्स
17श्री सुंदर सिंह गुर्जरपैरा स्पोर्ट्स (एथलेटिक्स)
18श्री भमिदीपति साई प्रणीतबैडमिंटन
19श्री सिमरन सिंह शेरगिलपोलो

ध्यानचंद पुरस्कार

लंबे वक़्त तक खेल के क्षेत्र में काम करने वाले खिलाड़ियों को ध्यानचंद पुरस्कार दिया जाता है. ध्यानचंद पुरस्कार विजेता को भी लघु-प्रतिमाएं, प्रमाण पत्र और पांच लाख रुपए का नकद पुरस्कार दिया जाता है.

क्र.सं.नामखेल
1श्री मैनुअल फ्रेड्रिकसहॉकी
2श्री अरूप बसकटेबल टेनिस
3श्री मनोज कुमारकुश्ती
4श्रीनितेनकिरतनेटेनिस
5श्री सी. लालरेमसंगातीरंदाजी