Tag Archive for: Awards and Prizes

भारतीय गणितज्ञ निखिल श्रीवास्तव को ‘माइकल एवं शीला हेल्ड पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया

भारतीय युवा गणितज्ञ निखिल श्रीवास्तव को गणित का प्रतिष्ठित ‘माइकल एवं शीला हेल्ड पुरस्कार’ (Michael and Sheila Held Prize) 2021 का विजेता घोषित किया गया है. उनको दो अन्य लोगों के साथ यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा. निखिल श्रीवास्तव को यह पुरस्कार इकोल पॉलिटेक्निक फेडरल डी लॉसाने (EPFL) के एडम मार्कस और येल विश्वविद्यालय के डैनियल एलन स्पीलमैन के साथ संयुक्त रूप दिया गया है.

निखिल श्रीवास्तव, मार्कस और स्पीलमैन ने कैडिसन-सिंगर समस्या और रामानुजन ग्राफ से जुड़े लंबे समय से अनुत्तरित सवालों को हल किया है. इस प्रक्रिया में रैखिक बीजगणित, बहुपदीय ज्यामिति और ग्राफ सिद्धांत के बीच एक गहरे नए संबंध का पता लगाया गया है.

निखिल श्रीवास्तव वर्तमान में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में गणित के एसोसिएट प्रोफेसर हैं. वह लंबे समय से कैडिसन-सिंगर समस्या और रामानुज ग्राफ पर अनुत्तरित सवालों को हल करने के लिए काम कर रहे हैं.

माइकल एवं शीला हेल्ड पुरस्कार: एक दृष्टि

  • माइकल एवं शीला हेल्ड पुरस्कार (Michael and Sheila Held Prize) प्रत्येक वर्ष ऐसे गणितज्ञ को दिया जाता हैं जिन्होंने कंप्यूटर विज्ञान के संबंधित भागों, जैसे अल्गोरिथम और जटिल सिद्धांत के डिजाइन और विश्लेषण के क्षेत्रों में उल्लेखनीय अनुसंधान किये हो.
  • इस पुरस्कार को अमेरिका में माइकल और शीला हेल्ड के नेतृत्व में 2017 में शुरू किया गया था. इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाले व्यक्ति को 1,00,000 अमेरिकी डॉलर की राशि पुरस्कार के रूप में दी जाती है.

ई-गवर्नेंस के लिए जनजातीय मामलों के मंत्रालय को स्‍कॉच चैलेंजर पुरस्कार

जनजातीय मामलों के मंत्रालय को ‘स्‍कॉच चैलेंजर पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया है. यह पुरस्कार ई-गवर्नेंस के लिए दिया गया है. विभाग के मंत्री अर्जुन मुंडा ने 16 जनवरी को यह पुरस्‍कार स्‍वीकार किया.

मंत्रालय को यह पुरस्कार आईटी-नीत की पहल और दूसरे परिवर्तनकारी कार्यों के लिए दिया गया है. इन परिवर्तनों से मंत्रालय में कार्यकुशलता में सुधार हुआ है. जनजातीय कार्य मंत्रालय ने छात्रवृत्ति जारी करने की पूरी प्रक्रिया को डिजिटल कर दिया है.

राष्‍ट्रपति ने डिजिटल इंडिया पुरस्‍कार 2020 प्रदान किया

राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 30 दिसम्बर को डिजिटल इंडिया पुरस्‍कार (Digital India Awards) 2020 प्रदान किया. पहली बार डिजिटल इंडिया पुरस्‍कारों की नामांकन से लेकर पुरस्कार समारोह तक की समूची प्रकिया ऑनलाइन आयोजित की गई थी. यह डिजिटल इंडिया अवार्ड्स का 6ठा संस्करण था.

इस वर्ष यह पुरस्कार छह श्रेणियों में प्रदान किये गये. 2020 के डिजिटल इंडिया अवार्ड्स में, बिहार ने ‘महामारी में नवाचार’ में पुरस्कार जीता है. बिहार के मुख्यमंत्री सचिवालय, राज्य के राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) के साथ-साथ आपदा प्रबंधन विभाग को संयुक्त रूप से ‘महामारी में नवाचार’ का पुरस्कार विजेता चुना गया.

इस वर्ष कोरोना महामारी में राज्य से बाहर काम करने वाले बिहार के 21 लाख से अधिक श्रमिकों को ‘बिहार सहायता मोबाइल ऐप’ के जरिए वित्तीय मदद पहुंचाई गई थी. इसके लिए बिहार सरकार को यह पुरस्कार दिया गया.

डिजिटल इंडिया पुरस्‍कार: एक दृष्टि

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के तहत राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) द्विवार्षिक डिजिटल इंडिया पुरस्‍कारों का आयोजन करता है. इन पुरस्कारों का उद्देश्य ई-गवर्नेंस को बढ़ावा देना है.

अशरफ पटेल को सोशल एंटरप्रन्योर ऑफ द ईयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया

प्रवाह एंड कम्यूनिटी यूथ कलेक्टिव (CYC) की संस्थापक सदस्य अशरफ पटेल को सोशल एंटरप्रेन्योरशिप ऑफ द ईयर (SEOY) इंडिया 2020 अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है. केन्द्रीय मंत्री स्मृति जुबीन ईरानी ने उन्हें इस सम्मान से सम्मानित किया.

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के संस्थापक और कार्यकारी अध्यक्ष व शाब फाउंडेशन के सह संस्थापक प्रो क्लाउस शाब ने SEOY के विजेता की घोषणा की थी.

अशरफ पटेल दुनियाभर से सामाजिक नवप्रवर्तनकर्ताओं के विश्व के सबसे बड़े और प्रतिष्ठित नेटवर्क, सोशल एंटरप्रेन्योरशिप कम्युनिटी के लिए श्वाब फाउंडेशन में शामिल होंगी. विजेता विश्व आर्थिक मंच (WEF) की वार्षिक और क्षेत्रीय बैठकों में भी भाग लेंगी.

SEOY इंडिया अवॉर्ड उन उद्यमियों को सम्मानित करता है जो भारत की सोशल समस्याओं को हल करने के लिए नए, स्थायी और स्केलेबल समाधानों को लागू करते हैं. यह 2010 में श्वाब फाउंडेशन और जुबिलेंट भारतीय फाउंडेशन द्वारा स्थापित वार्षिक पुरस्कार का 11वां संस्करण है.

भारतीय मूल की बालिका गीतांजलि राव को टाइम्स मैगजीन ने ‘किड ऑफ द इयर’ चुना

टाइम्स मैगजीन ने भारतीय मूल की अमरीकी बालिका गीतांजलि राव को ‘किड ऑफ द इयर’ चुना है. मैगजीन ने पहली बार किसी को इस सम्मान के लिए चुना है. गीतांजलि को यह पुरस्कार प्रोद्योगिकी के इस्तेमाल से दूषित पेयजल से लेकर अफीम की लत छुड़ाने और साइबर बुलिंग की समस्‍याओं से निपटने के लिए दिया गया है.

अमेरिका के कोलोराडो की 15 वर्षीय गीतांजलि को पांच हजार उम्‍मीदवारों में से चुना गया है. टाइम के लिये उनका साक्षात्‍कार एकेडमी अवार्ड विजेता हॉलीवुड अभिनेत्री एं‍जेलिना जोली ने किया था. टाइम अमेरिकी साप्ताहिक समाचार पत्रिका है.

महाराष्‍ट्र के स्‍कूल शिक्षक रणजीत सिंह को वैश्विक शिक्षक पुरस्‍कार से सम्मानित किया गया

महाराष्‍ट्र के सोलापुर जिले के एक प्राथमिक स्‍कूल शिक्षक रणजीत सिंह डिसाले को 2020 का वैश्विक शिक्षक पुरस्‍कार से सम्मानित किया गया है. लंदन के नेचुरल हिस्ट्री म्यूजियम में संपन्न हुए पुरस्‍कार समारोह में विजेता की घोषणा सुप्रसिद्ध फिल्म अभिनेता स्टीफन फ्राय ने की.

उन्हें यह पुरस्‍कार बालिका शिक्षा को बढावा देने और भारत में पाठ्य-पुस्‍तक में क्‍यूआर कोड का इस्तेमाल शुरू करने के अनूठे प्रयासों के लिये दिया गया है.

रणजीत सिंह डिसाले को पुरस्कार स्वरुप दस लाख डॉलर मिलेंगे. 32 वर्षीय शिक्षक को यह पुरस्‍कार विश्वभर से चुने गये दस प्रतिभागियों के बीच हुई प्रतियोगिता के बाद मिला है. इस प्रतियोगिता में 140 देशों के 12 हजार से ज्यादा शिक्षकों ने हिस्सा लिया था.

लंदन स्थित वार्की फाउंडेशन द्वारा शुरू किया गया यह पुरस्कार यूनेस्‍को के सहयोग से दिया जाता है. यह पुरस्कार ऐसे असाधारण शिक्षक को दिया जाता है जिन्होंने अपने शिक्षण क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दिया हो.

सर डेविड एटनबरो को वर्ष 2019 के इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया

मशहूर प्रकृतिवादी और प्रसारक सर डेविड एटनबरो को वर्ष 2019 के इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. इंदिरा गांधी स्मारक न्यास की ओर से आयोजित डिजिटल कार्यक्रम में एटनबरो को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

2019 में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की अध्यक्षता वाले अन्तर्राष्ट्रीय निर्णायक मंडल ने शांति, निरस्त्रीकरण और विकास के लिए इंदिरा गांधी पुरस्कार के सम्मान हेतु सर एटनबरो का चयन किया था. हाल ही में मुखर्जी का निधन हो गया.

इंदिरा गांधी स्मारक न्यास के अनुसार, प्रकृति जगत के लिए कार्यों के चलते एटनबरो को यह पुरस्कार दिया गया है. इस पुरस्कार के तहत 25 लाख रुपये की नकद राशि और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है. एटनबरो लंबे समय से बीबीसी के साथ जुड़े हैं और उन्हें नाइटहुड सहित कई सम्मान मिले हैं.

इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार: एक दृष्टि

  • इंदिरा गाँधी शांति पुरस्कार भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की याद में दिया जाता है. 1984 में उनकी हत्या कर दी गई थी.
  • यह पुरस्कार इंदिरा गांधी स्मृति न्यास द्वारा ‘शांति, निरस्त्रीकरण एवं विकास’ के लिए काम करने वाले व्यक्तियों, समूहों एवं संस्थाओं को दिया जाता है.
  • इस पुरस्कार के अंतर्गत 25 लाख रुपए नकद, एक ट्रॉफी और प्रशस्तिपत्र प्रदान किया जाता है.
  • पहला इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार 1986 में ‘पार्लामेंटेरिअंस फार ग्लोबल ऐक्शन’ नमक संस्था को दिया गया था.
  • वर्ष 2017 का इंदिरा गांधी पुरस्कार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को प्रदान किया गया था. उन्हें यह पुरस्कार वर्ष 2004 से 2014 के बीच देश का नेतृत्व करने और उनकी उपलब्धियों के लिए दिया गया था.
  • वर्ष 2018 का इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार ‘सेंटर फॉर साइंस एंड एन्वाइरन्मन्ट’ (CSE) को दिया गया था. CSE की वर्तमान महानिदेशक सुनीता नारायण हैं.

नीलकंठ भानु दुनिया के सबसे तेज ह्यूमन कैलकुलेटर बने, वर्ल्ड चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता

हैदराबाद के नीलकंठ भानु ने ‘मेंटल कैलकुलेशन वर्ल्ड चैंपियनशिप’ (MCWC) में भारत को पहला स्वरण पदक जीता है. उन्होंने यह चैंपियनशिप हाल में लंदन में आयोजित माइंड स्पोर्ट्स ओलंपियाड (MSO) में जीती.

इस प्रकार अब वो दुनिया के सबसे तेज ह्यूमन कैलकुलेटर हैं. उन्होंने शकुंतला देवी और स्कॉट फ्लेन्सबर्ग जैसे दिग्गज गणितज्ञ के रिकॉर्ड को तोड़कर एक नया ऑल-टाइम रिकॉर्ड कायम किया है.

माइंड स्पोर्ट्स ओलंपियाड (MSO) 60 से अधिक विभिन्न बोर्ड खेल प्रतियोगिताओं जैसे शतरंज, स्क्रैबल और 7 वंडर्स जैसे एक अन्तर्राष्ट्रीय कार्यक्रम है. इसे पहली बार 1998 में आयोजित किया गया था.

स्‍वच्‍छ सर्वेक्षण 2020: मध्‍य प्रदेश के इंदौर को प्रथम पुरस्‍कार

स्‍वच्‍छ सर्वेक्षण 2020 पुरस्‍कार 20 अगस्त को प्रदान किया गया. शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ये पुरस्‍कार प्रदान किए. यह वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण का पांचवां संस्करण था. इस वर्ष सर्वेक्षण में 4242 शहरों के करीब 1.87 करोड़ लोगों ने भाग लिया.

इंदौर को प्रथम पुरस्कार

इस वर्ष का प्रथम पुरस्‍कार मध्‍य प्रदेश के इंदौर शहर को दिया गया है. इंदौर ने यह पुरस्‍कार लगातार चौथी बार प्राप्‍त किया है. स्‍वच्‍छ सर्वेक्षण में गुजरात का सूरत दूसरे और महाराष्ट्र का नवी मुंबई तीसरे स्थान पर रहा है. गंगा नदी के किनारे बसे हुए शहरों में वाराणसी को सबसे स्‍वच्‍छ शहर का पुरस्‍कार मिला. वहीं नई दिल्‍ली को, देश की सबसे स्‍वच्‍छ राजधानी, शहर के लिए पुरस्‍कृत किया गया.

40 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहर में अहमदाबाद और 10-40 लाख की आबादी वाले शहर में विजयवाड़ा सबसे स्वच्छ शहर बना. 3-10 लाख की आबादी वाले शहर में मैसूर और दिल्ली शहर ने सबसे स्वच्छ राजधानी शहर का पुरस्कार जीता.

छत्‍तीसगढ़ को सौ से अधिक शहरों वाले राज्‍यों की श्रेणी में पहला स्‍थान मिला, जबकि झारखंड को सौ से कम शहरों वाले राज्‍य की श्रेणी में प्रथम पुरस्‍कार मिला है. जालंधर छावनी बोर्ड को देश के सबसे स्‍वच्‍छ छावनी बोर्ड का पुरस्‍कार दिया गया है. चालीस लाख से अधिक आबादी वाले, सबसे स्‍वच्‍छ शहरों में गुजरात का अहमदाबाद सबसे ऊपर रहा.

केन्‍द्र सरकार ने स्‍वच्‍छ सर्वेक्षण की शुरूआत, व्‍यापक पैमाने पर नागरिकों की भागीदारी और देश का सबसे स्‍वच्‍छ शहर बनने के लिए प्रतिस्‍पर्धा की भावना को बढ़ावा देने के उद्देश्‍य से की गई थी.

पुलित्जर पुरस्कार 2020 के विजेताओं की घोषणा

साल 2020 के लिए पुलित्जर पुरस्कार (Pulitzer Prize) के विजेताओं की घोषणा 5 मई को की गयी। इस वर्ष न्यूयॉर्क टाइम्स को 3 पुरस्कार मिले हैं।

‘द न्यू यॉर्कर’, ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’, ‘असोसिएटेड प्रेस’, ‘द लॉस एंजिलिस टाइम्स’, ‘द बाल्टिमोर सन’, ‘द फीलिस्तीन हेराल्ड प्रेस’ को भी अलग-अलग खबरों के लिए पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

फीचर फोटोग्राफी के क्षेत्र में भारत के तीन फोटोग्राफरों- डार यासीन, मुख्तार खान और चन्नी आनंद को भी पुरस्कार दिया गया है।

पुलित्जर पुरस्कार (Pulitzer Prize): एक दृष्टि

  • पुलित्जर पुरस्कार, संयुक्त राज्य अमेरिका का एक प्रमुख पुरस्कार है. इसकी स्थापना 1917 में हंगरी मूल के अमेरिकी प्रकाशक जोसेफ पुलित्जर ने की थी.
  • यह पुरस्कार पत्रकारिता, साहित्य एवं संगीत रचना के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वालों को प्रदान किया जाता है. यह पत्रकारिता के क्षेत्र का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार माना जाता है.
  • इस पुरस्कार की घोषणा प्रत्येक वर्ष कोलम्बिया विश्वविद्यालय द्वारा किया जाता है. यह पुरस्कार 21 श्रेणियों में प्रदान किया जाता है.
  • पुलित्जर लोकसेवा श्रेणी के पुरस्कार के विजेताओं को एक गोल्ड मेडल दिया जाता है और अन्य श्रेणी के पुरस्कारों में सभी को 15,000 डॉलर दिए जाते हैं.

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को ‘हीरो टू एनिमल्स अवार्ड’ से सम्मानित किया गया

पशु अधिकार संस्था पेटा इंडिया ने 5 अप्रैल को ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को ‘हीरो टू एनिमल्स अवार्ड’ से सम्मानित किया. उन्हें कोरोना वायरस महामारी को लेकर चल रहे लॉकडाउन के दौरान राज्य में सामुदायिक पशुओं को खिलाने के लिए धन आवंटित करने के लिए इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.

लॉकडाउन के दौरान पशुओं को भोजन मिलने में मुश्किलें हो रही है. इसे देखते हुए राज्य सरकार ने पांच नगर निगमों और सभी 48 नगर पालिकाओं में आवारा पशुओं को खिलाने के लिए 54 लाख रुपये मंजूर किया है.

नवीन पटनायक के प्रयासों का सम्मान करते हुए, पेटा इंडिया ने पटनायक को यह पुरस्कार देने की घोषणा की. पुरस्कार स्वरूप उन्हें एक प्रमाण पत्र और प्रशस्ति पत्र दिया गया.

पेटा (PETA): एक दृष्टि

पेटा (PETA), People for the Ethical Treatment of Animals का संक्षिप्त रूप है. यह पशुओं के साथ नैतिक व्यवहार के लिए एक पशु-अधिकार संगठन है. इसकी स्थापना 22 मार्च, 1980 के की गयी थी. इसका मुख्यालय अमेरिका के वर्जिनिया में स्थित है. विश्व भर में इसके लगभग 20 लाख सदस्य हैं और यह अपने को विश्व का सबसे बड़ा पशु-अधिकार संगठन होने का दावा करता है.

पर्यावरणविद् जाधव पयेंग को स्वामी विवेकानंद स्मृति कर्मयोगी पुरस्कार से सम्मानित किया गया

राजधानी दिल्ली में आयोजित एक समारोह में ‘स्वामी विवेकानंद स्मृति कर्मयोगी पुरस्कार 2020’ प्रदान किए गए. पर्यावरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए असम के पर्यावरणविद् जाधव पयेंग को यह पुरस्कार दिया गया. केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने उन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित किया. बड़े पैमाने पर वनीकरण और वास्तविक मानव निर्मित जंगल बनाने में उनके निरंतर प्रयासों के लिए उन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.

जाधव पयेंग जोरहाट, असम के पर्यावरण और वन कार्यकर्ता हैं. उन्हें ‘फॉरेस्ट मैन ऑफ इंडिया’ उप-नाम से भी जाना जाता है. जाधव को इससे पहले पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है.

जाधव पयेंग ने अपनी कड़ी मेहनत के दम पर ब्रह्मपुत्र नदी किनारे मिट्टी और कीचड़ से भरी जमीन को हरा-भरा कर जंगल में बदल दिया. यह जंगल असम के माजुली द्वीप पर स्थित है. जंगल का नामकरण भी अब उनके नाम पर ‘मोलाई जंगल’ रखा गया है जो 1360 एकड़ में है.

स्वामी विवेकानंद स्मृति कर्मयोगी पुरस्कार ‘माय होम इंडिया’ संस्था द्वारा पूर्वोत्तर भारत के महान हस्तियों को प्रदान किया जाता है. इस पुरस्कार में 1 लाख रुपये राशि और ट्रॉफी दी जाती है.