भारत और अमेरिका के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘वज्र प्रहार’ का आयोजन

भारत और अमेरिका के विशेष बलों के बीच हाल ही में संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘वज्र प्रहार’ (Vajra Prahar) का आयोजन किया गया था. यह आयोजन हिमाचल के चंबा जिले के बकलोह में किया गया था. यह ‘वज्र प्रहार’ का यह 11वां संस्करण था.

इस अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त मिशन योजना और परिचालन रणनीति जैसे क्षेत्रों में अनुभव साझा करना था. इस अभ्यास का आयोजन बारी-बारी से अमेरिका और भारत में किया जाता है.

भारतीय सेना का विशेष बल 1966 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद बनाया गया था. पैराशूट रेजिमेंट, भारतीय सेना के विशेष बल की पहली इकाई थी. विशेष बल ऑपरेशन ब्लू स्टार, ऑपरेशन पवन, ऑपरेशन कैक्टस और कारगिल युद्ध में शामिल थे.

प्रधानमंत्री ने भारत और बांग्लादेश के बीच मैत्री सेतु का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 9 मार्च को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से भारत और बांग्लादेश के बीच ‘मैत्री सेतु’ का उद्घाटन किया. प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी बांग्‍लादेश यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ इस पुल की आधारशिला रखी थी.

मैत्री सेतु: एक दृष्टि

  • ‘मैत्री सेतु’ त्रिपुरा में फेनी नदी पर बना 1.9 किलोमीटर लंबा पुल है. इस पुल का निर्माण नेशनल हाइवेज ऐंड इंफ़्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन कर रहा है. परियोजना की लागत 133 करोड़ रुपए है.
  • यह पुल भारत के सबरूम (त्रिपुरा) को बांग्लादेश के रामगढ़ से जोड़ता है. इस सेतु के बन जाने के बाद बंगलादेश का चट्टोग्राम बंदरगाह और सबरूम के बीच की दूरी करीव 80 किलोमीटर हो गयी है.
  • ‘मैत्री सेतु’ से भारत के उत्तर पश्चिमी राज्यों तथा बंगलादेश के बीच यातायात को तेज़ी से बढ़ावा मिलेगा. इसके साथ ही त्रिपुरा अब बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह तक पहुंच के साथ ‘गेटवे ऑफ नॉर्थ ईस्ट’ बन जायेगा.

भारत और मॉलदीव ने रक्षा क्षेत्र में पांच करोड़ डॉलर के ऋण समझौते पर हस्‍ताक्षर किए

भारत और मॉलदीव ने रक्षा क्षेत्र में पांच करोड़ डॉलर के ऋण समझौते पर हस्‍ताक्षर किए हैं. ये समझौते मॉलदीव की यात्रा पर गये विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मालदीव के रक्षामंत्री मारिया दीदी के साथ 21 फरवरी को वार्ता के दौरान दिए गये. समझौते पर मॉलदीव के वित्‍त मंत्रालय और भारत के निर्यात-आयात बैंक के बीच हस्‍ताक्षर हुए.

भारत ने मॉलदीव के चौतरफा विकास और सुरक्षा के प्रति वचनबद्धता दोहराते हुए ये समझौते किये हैं. इस समझौते से समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में क्षमता निर्माण में मदद मिलेगी. इस ऋण से हिन्‍द महासागर में रणनीतिक रूप से महत्‍वपूर्ण मालदीव में समुद्री क्षमताओं को बढ़ावा मिलेगा.

डॉक्‍टर जयशंकर ने मालदीव की इस यात्रा के दौरान मालदीव के रक्षामंत्री मारिया दीदी के साथ UTF हार्बर परियोजना समझौते पर भी हस्‍ताक्षर किये. उन्होंने मॉलदीव के राष्‍ट्रपति इब्राहिम मोहम्‍मद सोलिह से भी मुलाकात की और विकास सहयोगी के रूप में भारत की प्रतिबद्धता व्‍यक्‍त की.

सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए भारत और जापान में सहमति

भारत और जापान ने सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (ICT) क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए 15 जनवरी को एक सहमति ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किया है. ऑनलाइन माधयम से आयोजित वार्ता में इस MOU पर इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री रवि शंकर प्रसाद तथा जापान के आंतरिक मामलों और संचार मंत्री ताकेदा रयोता ने हस्ताक्षर किए.

इस सहमति के तहत विशेष रूप से 5G, दूरसंचार संचार सुरक्षा और सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर केबल क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा. दोनों देश स्मार्ट शहर, वंचित इलाकों में ऊंचाई वाले मंचों पर ब्रॉडबैंड, आपदा प्रबंधन और जन सुरक्षा क्षेत्र में भी आपसी सहयोग का विस्तार करेंगे.

भारत और पाकिस्तान ने परमाणु ठिकानों और कैदियों की सूची साझा की

भारत और पाकिस्तान ने 1 जनवरी को अपने-अपने परमाणु प्रतिष्ठानों और कैदियों की सूची का आदान प्रदान किया. इन प्रतिष्ठानों की सूची का आदान-प्रदान नई दिल्ली और इस्लामाबाद में राजनयिक माध्यम से एक साथ किया गया. यह आदान-प्रदान दोनों देशों के बीच परमाणु ठिकानों पर हमले के विरुद्ध समझौते (Agreement on Prohibition of Attacks against Nuclear Installations and Facilities) के तहत किया जाता है.

परमाणु प्रतिष्ठानों की सूची संबंधी समझौता: एक दृष्टि

  • पाकिस्तान और भारत के बीच परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमले पर प्रतिबंध संबंधी समझौते के अनुच्छेद-2 के तहत यह सूची साझा की जाती है. इस समझौते के तहत दोनों देश हर वर्ष 1 जनवरी को इस सूची का आदान प्रदान करते हैं.
  • यह समझौता 31 दिसम्बर 1988 में किया गया था और 27 जनवरी 1991 से अमल में है. 1 जनवरी 1992 को पहली बार दोनों देशों ने एक दूसरे को अपने परमाणु प्रतिष्ठानों की सूची सौंपी थी.
  • दोनों देशों ने एक-दूसरे की जेलों में बंद कैदियों की सूची का भी 1 जनवरी को आदान-प्रदान करते हैं. कैदियों की सूची का आदान-प्रदान 21 मई, 2008 को हुए राजनयिक पहुंच संबंधी समझौते के तहत किया जाता है.

भारत और वियतनाम के बीच PASSEX नौसैन्य अभ्यास आयोजित किया गया

भारत और वियतनाम के बीच 26-27 दिसम्बर को PASSEX नौसैन्य अभ्यास आयोजित किया गया. यह अभ्यास दक्षिण चीन सागर में आयोजित किया गया था. इस अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों के बीच नौसैनिक सहयोग को बढावा देना था.

इस अभ्यास में भारतीय नौसेना का जहाज किल्टन मानवीय सहायता के रूप में बाढ प्रभावित लोगों के लिए पंद्रह टन राहत सामग्री लेकर वियतनाम में हो ची मिन्‍ह शहर के न्‍हा रोंग बंदरगाह पहुंचा था. यह सहायता मिशन सागर- तृतीय के तहत दी गयी. इस मिशन के तहत भारत कोविड-19 महामारी के दौरान मित्र देशों को मानवीय और आपदा राहत सहायता देता रहा है.

PASSEX अभ्यास क्या है?

PASSEX (पैसेज) अभ्यास का आयोजन नियमित रूप से भारतीय नौसेना द्वारा अपने मित्र देशों की नौसेनाओं के साथ किया जाता है. इस अभ्यास में एक-दूसरे के बंदरगाहों या समुद्र में किसी निश्चित स्थान पर जाते हैं.

भारत और वियतनाम के बीच वर्चुअल शिखर बैठक आयोजित

भारत और वियतनाम के बीच 21 दिसम्बर को शिखर बैठक आयोजित किया गया. वर्चुअल माध्यम से आयोजित इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और वियतनाम के प्रधानमंत्री नूयेन सुन फुक ने हिस्सा लिया. बैठक के दौरान दोनों नेता आपसी, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श किये.

श्री मोदी ने हिन्‍द्र-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि स्‍थापित करने की बात कही. उन्होंने देश की ‘एक्ट-ईस्ट’ नीति में वियतनाम को अहम कड़ी बताया.

दोनों नेताओं की इस बैठक में भारत-वियतनाम के बीच सात समझौते हुए. ये समझौते रक्षा, वैज्ञानिक अनुसंधान, नवीकरणीय ऊर्जा, परमाणु ऊर्जा, पेट्रो-रसायन और कैंसर उपचार जैसे क्षेत्रों में हैं.

भारत और जापान के बीच छठा संवाद सम्मेलन आयोजित किया गया

भारत और जापान के बीच 21 दिसम्बर को छठा संवाद सम्मेलन (6th India-Japan Samvad Conference) कांफ्रेंस के माध्‍यम से आयोजित किया गया.

भारत-जापान संवाद सम्मेलन की शुरुआत वर्ष 2015 में हुई थी. इस सम्मेलन में अहिंसा और लोकतंत्र की सकारात्‍मक परंपराओं पर आधारित एशिया के भविष्य निर्माण पर चर्चा होती है.

सम्मलेन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पारंपरिक बौद्ध साहित्य और धर्मग्रंथों से संबंधित एक पुस्तकालय के निर्माण का प्रस्ताव रखा. उन्होंने कहा कि यह पुस्तकालय विभिन्न देशों के सभी बौद्ध साहित्य की डिजिटल प्रतियां एकत्र करेगा.


20 दिसम्बर: अंतरराष्ट्रीय मानव एकता दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 20 दिसम्बर को पूरे विश्व अंतरराष्ट्रीय मानव एकता दिवस (International Human Solidarity Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों को विविधता में एकता का महत्व बताते हुए जागरूकता फैलाना है.

संयुक्त राष्ट्र ने एकता का संदेश देने के लिए 20 दिसम्बर को ‘अंतरराष्ट्रीय मानव एकता दिवस’ के रूप में मनाये जाने की घोषणा 22 दिसंबर 2005 को की थी.

भारत-बांग्‍लादेश वर्चुअल शिखर बैठक, चिल्‍लाहाटी-हल्‍दीबारी रेलमार्ग का उद्घाटन

भारत और बांग्‍लादेश के बीच 17 दिसम्बर को द्विपक्षीय शिखर बैठक विडियो कांफ्रेंसिंग माध्यम से आयोजित की गयी. इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बांग्‍लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने हिस्सा लिया.

प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्‍लादेश को भारत की पड़ोस पहले नीति में प्रमुख स्‍तम्‍भ बताया है. बैठक में भारत और बांग्लादेश के प्रधानमंत्रियों ने बंग बंधु डिजीटल प्रदर्शनी का संयुक्‍त रूप से उद्घाटन किया.

चिल्‍लाहाटी-हल्‍दीबारी रेल संपर्क का उद्घाटन

दोनों नेताओं ने भारत और बांग्‍लादेश के बीच चिल्‍लाहाटी-हल्‍दीबारी रेल संपर्क का भी उद्घाटन किया. भारत और बांग्लादेश के बीच लगभग 55 वर्ष बाद इस रेल संपर्क को खोला गया है.

हल्दीबाड़ी-चिलाहाटी रेल संपर्क कोलकाता से सिलीगुड़ी के मुख्य मार्ग पर बड़ी लाइन का हिस्सा था. 1965 के युद्ध में दोनों देशों के बीच यह रेल संपर्क बंद कर दिया गया था.

दोनों देशों के बीच छह रेलमार्गों को पुनः शुरू किया जायेगा

दोनों देशों के बीच परिवहन और संपर्क को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दोनों पक्ष उन छह रेलमार्गों को फिर शुरू करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो 1965 से पहले चालू थे.

हल्दीबाड़ी-चिलाहाटी रेल संपर्क के चालू होने के साथ ही पहले से बंद पड़े छह में से पांच रेलमार्गों पर आवाजाही शुरू हो गयी है. दोनों देशों के बीच चालू होने वाले अन्य चार रेल संपर्कों में पेत्रापोल-बिनापोल, गेडे-दरशाना, सिंघाबाद-रोहनपुर और राधिकापुर-बिरोल लाइनें शामिल हैं.

भारत और उज्‍बेकिस्‍तान के बीच वर्चुअल शिखर बैठक, नौ समझौतों पर हस्ताक्षर

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और उज्‍बेकिस्‍तान के राष्‍ट्रपति शफकत मिर्जियोयेव के बीच 11 दिसम्बर को वर्चुअल शिखर बैठक हुई. मध्‍य एशिया के किसी देश के साथ यह भारत की पहली द्विपक्षीय शिखर बैठक थी.

इस बैठक में दोनों नेताओं ने कोविड महामारी के बाद के दौर में भारत और उज्‍बेकिस्‍तान के बीच सहयोग बढ़ाने सहित द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की गयी. बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और उज्बेकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ता से एक साथ खड़े हैं और उग्रवाद, कट्टरवाद तथा अलगाववाद के बारे में दोनों देशों की चिंताएं भी एक जैसी हैं.

दोनों देशों के बीच नौ समझौतों पर हस्ताक्षर

इस बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच सौर ऊर्जा, डिजीटल प्रौद्योगिकी, प्रतिरक्षा एवं सुरक्षा, डॉलर ऋण, साइबर सुरक्षा, सीमा शुल्क, जनसंचार के क्षेत्रों में नौ समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए गए. प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि भारतीय ‘लाइन ऑफ क्रेडिट’ के अंतर्गत कई परियोजनाओं पर विचार किया जा रहा है. भारत और उज्बेकिस्तान के बीच कृषि संबंधी संयुक्त कार्यकारी समूह की स्थापना को प्रधानमंत्री ने एक महत्वपूर्ण और सकारात्मक कदम बताया.

स्वयं अफगानिस्तान के नेतृत्व में शांति की बहाली

प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक के दौरान कहा कि अफगानिस्तान में शांति की बहाली के लिए एक ऐसी प्रक्रिया की आवश्यकता है जो स्वयं अफगानिस्तान के नेतृत्व, स्वामित्व और नियंत्रण में हो. पिछले दो दशकों की उपलब्धियों को सुरक्षित रखना भी आवश्यक है.

उल्लेखनीय है कि अफगानिस्तान की शांति प्रक्रिया में भारत एक महत्वपूर्ण पक्षकार है. भारत ने अफगानिस्तान में पुनर्निर्माण गतिविधियों में करीब दो अरब डॉलर का निवेश किया है.

फरवरी 2020 में अमेरिका और तालिबान के बीच शांति समझौते पर हस्ताक्षर हुए थे. इस समझौते के तहत अमेरिका, अफगानिस्तान से अपने सैनिक हटा लेगा.

भारतीय और रूसी नौसेना के बीच PASSEX अभ्यास आयोजित किया गया

भारत और रूस के बीच 4-5 दिसम्बर को PASSEX नौसैन्य अभ्यास आयोजित किया गया. इसका आयोजन पूर्वी हिंद महासागर में किया गया था.

इस अभ्यास में रूस की नौसेना ने गाइडेड मिसाइल क्रूजर वर्याग, बड़ा पनडुब्बी-रोधी जहाज एडमिरल पेंटेलेयेव और मध्यम दूरी का महासागरीय टैंकर पचेंगा को तैनात किया था. अभ्यास में भारतीय नौसेना की ओर से स्वदेश निर्मित गाइडेर मिसाइल युद्धपोत शिवालिक और पनडुब्बी-रोधी टोही युद्धपोत कदमत्त अपने अभिन्न हेलिकॉप्टरों के साथ हिस्सा लिया.

इस अभ्यास का मकसद दोनों मित्र देशों की नौसेनाओं के बीच संपर्क बढ़ाना, तालमेल को बेहतर करना और बेहतरीन कार्यप्रणाली को अपनाना है. इस अभ्यास में पनडुब्बी-रोधी और उन्नत युद्ध अभ्यास, हथियारों से फायरिंग, नाविक कला का अभ्यास और हेलिकॉप्टर संचालन शामिल है.

PASSEX अभ्यास

PASSEX (पैसेज) अभ्यास का आयोजन नियमित रूप से भारतीय नौसेना द्वारा अपने मित्र देशों की नौसेनाओं के साथ किया जाता है. इस अभ्यास में एक-दूसरे के बंदरगाहों या समुद्र में किसी निश्चित स्थान पर जाते हैं.

समुद्री सुरक्षा को लेकर भारत, श्रीलंका और मालदीव के बीच त्रिपक्षीय वार्ता

भारत, श्रीलंका और मालदीव के बीच समुद्री सुरक्षा को लेकर 28 नवम्बर को कोलंबो में एक त्रिपक्षीय वार्ता आयोजित किया गया. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने इस वार्ता में भारत का प्रतिनिधित्व किया. इससे पहले इस तरह की बैठक 2014 में नई दिल्ली में हुई थी.

इस वार्ता में श्रीलंका के डिफेंस सेक्रेटरी रिटायर्ड मेजर जनरल कमल गुनारत्ने और मालदीव की रक्षा मंत्री मारिया दीदी और भारत की ओर से अजीत डोभाल ने हिस्सा लिया. श्रीलंका के विदेश मंत्री दिनेश गुणावर्धने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे.

इस त्रिपक्षीय वार्ता में तीनों देशों ने क्षेत्र में वर्तमान समुद्री सुरक्षा वातावरण का जायजा लिया और समुद्री जागरूकता, मानवीय सहायता, आपदा राहत, संयुक्त अभ्यास, क्षमता निर्माण, समुद्री सुरक्षा और समुद्री प्रदूषण के क्षेत्र में आपसी सहयोग पर चर्चा की.