भारत-थाईलैंड समन्वित गश्ती ‘इंडो-थाई कॉर्पेट’ आयोजित किया गया

भारत और थाईलैंड के बीच 18 से 20 नवंबर 2020 तक समन्वित गश्ती ‘इंडो-थाई कॉर्पेट’ (Indo-Thai CORPAT) आयोजित किया गया. यह ‘इंडो-थाई कॉर्पेट’ का 30वां संस्करण था, जिसमें दोनों देशों की नौसेनाओं ने हिस्सा लिया.

इस अभ्यास में स्वदेशी रूप से निर्मित मिसाइल कार्वेट भारतीय नौसेना पोत INS करमुक और दोनों नौसेना के डोर्नियर मैरीटाइम पैट्रोल एयरक्राफ्ट के साथ-साथ एक चाओ फ्राया क्लास फ्रिगेट हिज मजेस्टीस थाइलैंड शिप HTMS कराबुरी ने भाग लिया.

Indo-Thai CORPAT क्या है?

भारत और थाईलैंड की नौसेनाएं 2005 से साल में दो बार ‘Indo-Thai CORPAT’ का आयोजन करती है. इसका उद्देश्य अपनी अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा के साथ-साथ हिंद महासागर के इस महत्वपूर्ण हिस्से और वाणिज्यिक शिपिंग और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को सुरक्षित रखना है.

भारत और लक्ज़मबर्ग के बीच वर्चुअल सम्मेलन का आयोजन किया गया

भारत और लक्ज़मबर्ग के बीच हाल ही में वर्चुअल सम्मेलन का आयोजन किया गया था. इस सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जबकि लक्ज़मबर्ग की ओर से वहां के प्रधानमंत्री एचई जेवियर बेटटेल ने हिस्सा लिया.

इस सम्मेलन में हिस्सा लेते हुए दोनों देशों के नेताओं ने भारत और लक्ज़मबर्ग के बीच साझा सिद्धांतों और लोकतंत्र, कानून के शासन तथा मानवाधिकारों के मूल्यों के आधार पर उत्कृष्ट द्विपक्षीय संबंध स्थापित करने पर ज़ोर दिया. दोनों देशों ने व्यापार, वित्त, इस्पात, अंतरिक्ष, आईसीटी और विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाकर द्विपक्षीय समझौतों को और मज़बूत करने पर ज़ोर दिया.

भारत और लक्ज़मबर्ग संबंध

लक्ज़मबर्ग, पश्चिमी यूरोप का देश और यूरोपीय संघ (EU) का संस्थापक सदस्य है. यह पश्चिम और उत्तर में बेल्ज़ियम, पूर्व में जर्मनी और दक्षिण में फ्रांँस के साथ अपनी अंतर्राष्ट्रीय सीमा साझा करता है. लक्ज़मबर्ग भारत और EU के संबंधों को मज़बूती प्रदान करने में रचनात्मक भूमिका अदा कर सकता है.

भारत और लक्ज़मबर्ग के बीच वर्ष 1948 में कूटनीतिक संबंध स्थापित हुए थे. बीते सात दशक से भी अधिक समय में दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में काफी विस्तार हुआ है.

भारत और इटली के बीच द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन आयोजित की गई

भारत और इटली के बीच 6 नवंबर को द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन आयोजित की गई. यह सम्मलेन विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की गयी थी. सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली के प्रधान मंत्री प्रो ग्यूसेप कोंटे ने हिस्सा लिया.

इस बैठक में दोनों नेताओं ने राजनीतिक, आर्थिक, वैज्ञानिक और तकनीकी, अंतरिक्ष और रक्षा सहयोग सहित कई मुद्दों पर चर्चा की. बैठक के दौरान विभिन्न क्षेत्रों जैसे ऊर्जा, मत्स्य पालन, जहाज निर्माण, डिजाइन आदि से संबधित 15 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए.

नेपाल ने भारतीय सेना प्रमुख को मानद पद से सम्‍मानित किया

नेपाल ने भारतीय सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे को ‘जनरल ऑफ द नेपाल आर्मी’ के मानद उपाधि से सम्मानित किया है. भारतीय सेना के प्रमुख 4-6 नंवबर तक नेपाल के दौरे पर थे.

नेपाल की राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने 5 नवम्बर को अपने आधिकारिक निवास ‘शीतल निवास’ में आयोजित समारोह में नरवणे को इस सम्मान से सम्‍मानित किया. इस समारोह में नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली सहित दोनों देशों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.

सेना प्रमुखों को सम्मानित करने की परंपरा

भारत और नेपाल द्वारा एक-दूसरे के सेना प्रमुखों को सम्मानित किये जाने की पुरानी परंपरा है. कमांडर-इन-चीफ जनरल केएम करियप्पा पहले भारतीय सेना प्रमुख थे जिन्हें 1950 में इस मानद से सम्मानित किया गया था.

जनवरी 2019 में नेपाली सेना के प्रमुख जनरल पूर्ण चंद्र थापा को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा भारतीय सेना का मानद जनरल से सम्मानित गया था.

24वां मालाबार नौसैनिक अभ्यास विशाखापत्तनम में आयोजित किया गया

भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के बीच मालाबार नौसैनिक अभ्यास (Malabar Exercise) 3-6 नवम्बर को आयोजित किया गया. यह मालाबार अभ्यास का यह 24वां संस्करण था.

अभ्यास 2 चरणों में आयोजित किया जायेगा

यह अभ्यास 2 चरणों में आयोजित किया जा रहा है. पहला चरण विशाखापत्तनम के नजदीक बंगाल की खाड़ी में 3-6 नवम्बर को आयोजित किया गया. इसका दूसरा चरण 17-20 नवंबर के दौरान अरब सागर में होगा.

हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन को नियंत्रित करने का प्रयास

इसे हिंद-प्रशांत क्षेत्र में विस्तारवादी चीन के लिए बड़ा संदेश माना जा रहा है. चीन को मालाबार अभ्यास के उद्देश्य के बारे में संदेह है. उसे लगता है कि यह वार्षिक अभ्यास हिंद-प्रशांत क्षेत्र में उसके प्रभाव को नियंत्रित करने का प्रयास है.

हाल ही में भारत और अमेरिका ने बेसिक एक्सचेंज ऐंड को-ऑपरेशन अग्रीमेंट (BECA) पर दस्तखत किए हैं. इस समझौते के बाद भारत को अब अमेरिका से सैटलाइट डेटा मिल सकेंगे जिससे मिसाइलें और ड्रोन और ज्यादा सटीक निशाना साध सकेंगे.

मालाबार अभ्यास में हिस्सा ले रहे इंडियन नेवी के 5 जहाज

मालाबार नौसैनिक अभ्यास में भारतीय नौसेना के पोत रणविजय, शिवालिक, ऑफ-शोर गश्ती पोत सुकन्या, बेड़े की सहायता करने वाला पोत शक्ति और पनडुब्बी सिंधुराज हिस्सा ले रहे हैं. इसके अलावा अमेरिकी नेवी का जॉन एस मैक्कैन मिसाइल डेस्ट्रॉयर, ऑस्ट्रेलिया का Ballarat युद्धपोत और जापान का डिस्ट्रॉयर हिस्सा ले रहे हैं.

मालाबार अभ्यास: एक दृष्टि

मालाबार अभ्यास की शुरुआत 1992 में हिंद महासागर में भारतीय नौसेना और अमेरिकी नौसेना के बीच द्विपक्षीय अभ्यास के रूप में हुआ था. 2015 में जापान इस अभ्यास का स्थायी भागीदार बना था.

2007 के बाद चारों देशों की नौसेनाएं पहली बार किसी महा नौसैनिक अभ्यास में एक साथ हिस्सा ले रही हैं. भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया क्वाड गठबंधन के सदस्य देश हैं.

न्यूज़ीलैंड में भारतीय मूल की प्रियंका राधाकृष्णन को मंत्री नियुक्त किया गया

न्यूज़ीलैंड में भारतीय मूल की प्रियंका राधाकृष्णन को मंत्री नियुक्त किया गया है. न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने 3 नवम्बर को उन्हें अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया. ऐसा पहली बार हुआ है कि न्यूज़ीलैंड में भारतीय मूल का कोई व्यक्ति इस पद पर पहुँचा है.

41 साल की प्रियंका न्यूज़ीलैंड में सत्ताधारी लेबर पार्टी की नेता हैं. सितंबर 2017 में प्रियंका लेबर पार्टी से पहली बार सांसद चुनी गईं थीं. प्रियंका ने न्यूज़ीलैंड में घरेलू हिंसा में प्रताड़ित होने वाली महिलाओं और शोषणग्रस्त प्रवासी मज़दूरों के अधिकार के लिए काम किया है.

प्रियंका का जन्म चेन्नई में हुआ था. उन्होंने स्कूल की पढ़ाई सिंगापुर से की थी, इसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए न्यूज़ीलैंड चली गई थीं.

भारत और अमेरिका के बीच 2+2 संवाद आयोजित किया गया

भारत और अमेरिका के बीच 26-27 अक्टूबर को 2+2 (टू प्लस टू) संवाद आयोजित किया गया. यह दोनों देशों में बीच तीसरा 2+2 संवाद था जिसका आयोजन नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस में किया गया था. पहला 2+2 संवाद सितंबर 2018 में नई दिल्ली में और दूसरा 2019 में वाशिंगटन डीसी में आयोजित किया गया था.

इस संवाद में भारत की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जय शंकर ने हिस्सा लिया. अमेरिका का प्रतिनधित्व वहां के विदेश सचिव माइक पोम्पेओ और रक्षा सचिव मार्क ओशो ने किया.

भू-स्थानिक सहयोग के लिए सहयोग समझौते

इस 2+2 संवाद में दोनों पक्षों ने भू-स्थानिक सहयोग (BECA) के लिए बुनियादी विनिमय और सहयोग समझौते पर भी हस्ताक्षर किए, जिससे उनके बीच भू-स्थानिक सहयोग का विस्तार हो सके और भारत की मिसाइल प्रणाली सटीकता में सुधार हो सके. BECA का पूर्ण रूप Basic Exchange and Cooperation Agreement for Geo-Spatial Cooperation है.

NISAR उपग्रह का प्रक्षेपण

इस संवाद में दोनों देशो ने अंतरिक्ष संबंधी जानकारी साझा करने का निर्णय लिया. संवाद के बाद संयुक्त बयान में NASA-ISRO Synthetic Aperture Radar (NISAR) को 2022 तक प्रक्षेपित करने की बात कही गयी.

NISAR दोहरी-आवृत्ति का उपयोग करने वाला पहला रडार इमेजिंग उपग्रह है. इस उपग्रह की दोहरी आवृत्ति का उपयोग रिमोट सेंसिंग और पृथ्वी पर प्राकृतिक प्रक्रियाओं को समझने के लिए किया जाएगा.

भारतीय मूल के वेवल रामकलवान सेशेल्स के राष्ट्रपति चुने गये

भारतीय मूल के वेवल रामकलवान को सेशेल्स का राष्ट्रपति चुना गया है. हाल ही में संपन्न हुए चुनाव में उन्होंने सत्तारूढ़ डैनी फॉरे को हराया. 1977 में स्वतंत्रता के बाद यह पहली बार है जब विपक्ष के उम्मीदवार ने सेशेल्स में चुनाव जीता हो.

वेवल रामकलवान और भारत

वेवल रामकलवान का जन्म सेशेल्स के माहे में हुआ था. उनके दादा भारत के बिहार (गोपालगंज) से थे. रामकलवान भारत को सेशेल्स का प्रमुख भागीदार मानते हैं.

2018 में भारत और सेशेल्स, ऐज़मप्शन आइलैंड के एक हिस्से पर एक संयुक्त सैन्य सुविधा बनाने के लिए सहमत हुए थे. सेशेल्स में इस सुविधा को लेकर विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं.

सेशेल्स द्वीपसमूह

सेशेल्स हिंद महासागर में 115 द्वीपों का एक द्वीपसमूह है. यह 1976 तक ब्रिटिश उपनिवेश था. सेशेल्स‌ देश की राजधानी विक्टोरिया है.

सेशेल्स के सभी 115 द्वीपों का क्षेत्रफल लगभग 459 वर्ग किलोमीटर है. माहे (mahe) देश का सबसे बड़ा द्वीप है. जिसका क्षेत्रफल 157 वर्ग किलोमीटर है, और इसी द्वीप पर राजधानी विक्टोरिया स्थित है. यहां की कुल आबादी लगभग 1 लाख है.

भारत-श्रीलंका सैन्य अभ्‍यास ‘स्‍लीनैक्‍स 2020’ श्रीलंका के त्रिंकोमाली में आयोजित किया गया

भारत और श्रीलंका के नौसेना का वार्षिक अभ्‍यास ‘स्‍लीनैक्‍स (SLINEX) 2020’ का आयोजन 19 से 21 अक्टूबर तक श्रीलंका के त्रिंकोमाली में किया गया. यह SLINEX-20 का 8वां संस्करण था. इस अभ्‍यास में नौसेना बेड़े के कमांडिंग फ्लैग आफिसर सहित श्रीलंका की नौसेना के कर्मचारीयों ने हिस्सा लिया.

SLINEX नौसैन्य अभ्यास: एक दृष्टि

SLINEX नौसैन्य अभ्यास भारत और श्रीलंका के नौसेनाओं के बीच प्रत्येक वर्ष आयोजित किया जाता है. इसका उद्देश्य दोनो नौसेनाओं के बीच परस्पर सहयोग, आपसी तालमेल में सुधार करना है.

भारत ने म्यांमार की नेवी को किलो क्लास सबमरीन देने की घोषणा की

भारत ने म्यांमार की नेवी को किलो क्लास सबमरीन (पनडुब्बी) देने की घोषणा की है. म्यांमार का यह पहला सबमरीन होगा. भारत म्यांमार को किलो क्लास सबमरीन ‘INS सिंधुवीर’ देगा. किलो क्लास डीजल-इलेक्ट्रिक आक्रमण पनडुब्बी है जिसका पूर्ववर्ती सोवियत संघ में डिजाइन और निर्माण किया गया था. इसे इंडियन नेवी इस्तेमाल कर रही थी.

चीन के बढ़ते प्रभाव को कम करने के लिए महत्वपूर्ण

म्यांमार पर चीन के बढ़ते प्रभाव को कम करने के लिहाज से भारत का यह कदम काफी महत्वपूर्ण है. दरअसल, चीन अपनी पुरानी पनडब्बियों को म्यांमार को बेचना चाहता था. इससे पहले, बांग्लादेश ने चीन से 2 पुराने सबमरीन खरीदे थे. इसी तरह श्रीलंका, बांग्लादेश, मालदीव, म्यांमार जैसे भारत के पड़ोसी देशों को भी चीन आर्थिक मदद के नाम पर अपने प्रभाव में करने की कोशिश करता रहा है.

म्यांमार-भारत संबंध

म्यांमार भारत के रणनीतिक पड़ोसियों में एक है और भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के साथ इसकी 1640 किलोमीटर लंबी सीमा लगती है. पिछले कुछ वर्षों से दोनों देशों के बीच रिश्ते काफी मजबूत हुए हैं. भारत ने म्यांमार में सित्वे पोर्ट का निर्माण किया है. दोनों देशों के बीच सैन्य क्षेत्र में भी लगातार सहयोग बढ़ा है. दोनों देशों की सेनाएं विद्रोही समूहों के खिलाफ जॉइंट ऑपरेशन चला चुकी हैं.

भारत और जापान के बीच द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास ‘JIMEX-2020’ आयोजित किया गया

भारत और जापान के बीच द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास ‘JIMEX-2020’ 26-28 सितंबर को आयोजित किया गया. दोनों देशों के बीच इस सैन्य अभ्यास का यह चौथा संस्करण था जिसे उत्तरी अरब सागर में आयोजित किया गया.

JIMEX 2020 में दोनों देशों के बीच उच्च स्तर की अंतर-संचालन और संयुक्त परिचालन कौशल का प्रदर्शन किया गया. दोनों नौसेनाओं में एक बहुआयामी सामरिक अभ्यास का आयोजन किया गया जिसमें वेपन फायरिंग, क्रॉस डेक हेलीकाप्टर संचालन, पनडुब्बी रोधी और वायु युद्ध अभ्यास शामिल थे.

इस सैन्य अभ्यास में भारतीय नौसेना की ओर से युद्धपोत चेन्नई, तेग, तर्कश और बेड़े के टैंकर दीपक को शामिल किया गया था. जापान की ओर से युद्धपोत कागा और इकाज़ूची ड्रिल में जापान का प्रतिनिधित्व किया.

भारत-जापान JIMEX 2020: एक दृष्टि

यह अभ्यास भारतीय नौसेना और जापानी समुद्री आत्म-रक्षा बल (JMSDF) के बीच 2012 से द्विवार्षिक रूप से आयोजित किया जाता है. पिछला JIMEX अक्टूबर 2018 में विशाखापत्तनम तट पर आयोजित किया गया था.

हरित रणनीतिक साझेदारी के लिए भारत और डेनमार्क में सहमति

भारत और डेनमार्क ने ‘हरित रणनीतिक साझेदारी’ के लिए अपने संबंधों को प्रगाढ़ बनाने का फैसला किया है. इसका मकसद नवीकरणीय ऊर्जा, पर्यावरण, अर्थव्यवस्था, जलवायु परिवर्तन तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में सहयोग के महत्वपूर्ण विस्तार के लिए रूपरेखा तैयार करना है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन के बीच डिजिटल द्विपक्षीय शिखर बैठक में यह निर्णय लिया गया. इस दौरान उन्होंने काफी अरसे से लंबित भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौता, कोविड -19 महामारी की चुनौती और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं पर इसके प्रभाव पर भी विचार-विमर्श किया.

दोनों नेताओं के इस बैठक में पुरुलिया में हथियार गिराए जाने के मामले में प्रमुख आरोपी किम डेवी का मुद्दा भी उठा और इस बात पर सहमति बनी कि इस मामले के शीघ्र हल के लिए दोनों पक्षों के अधिकारी संपर्क में रहेंगे. भारत इस मामले में मुकदमे का सामना करने के लिए डेनमार्क से डेवी के प्रत्यर्पण की मांग करता रहा है.

दोनों नेताओं की वार्ता में ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण, जल, अर्थव्यवस्था, सतत शहरी विकास, व्यापार, जहाजरानी, खाद्य, कृषि और जीवन विज्ञान जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर सहमति बनी. दोनों पक्षों ने यूरोपीय संघ और भारत के बीच एक महत्वाकांक्षी, निष्पक्ष तथा पारस्परिक रूप से लाभप्रद व्यापार और निवेश समझौते के लिए काम करने की प्रतिबद्धता जतायी.

दोनों प्रधानमंत्रियों ने भारत-डेनमार्क जल प्रौद्योगिकी गठबंधन के जरिए जल क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए इच्छा व्यक्त की. इनमें जलापूर्ति, अपशिष्ट जल उपचार, सीवरेज प्रणाली, उपचारित अपशिष्ट जल का पुन: उपयोग, जल प्रबंधन आदि शामिल हैं.