21 अगस्त: विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 21 अगस्त को ‘विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस’ (World Senior Citizen’s Day) मनाया जाता है. यह दिवस बुजुर्गों को सम्मान देने के उद्देश्य से मनाया जाता है.

विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस को आधिकारिक तौर पर संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन द्वारा स्थापित किया गया था. उन्होंने 19 अगस्त, 1988 को इस पर हस्ताक्षर किए थे, जिसे 21 अगस्त को वरिष्ठ नागरिक दिवस के रूप में प्रकट किया गया था. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 अगस्त को विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस के रूप में मनाने की घोषणा 14 दिसंबर 1990 को की थी.


20 अगस्त 2019: पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 75वीं जयंती (सद्भावना दिवस)

राष्ट्र 20 अगस्त 2019 को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को उनकी 75वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित किया. यह दिन साम्प्रदायिक सद्भाव और राष्ट्रीय एकता को बढावा देने के लिए सद्भावना दिवस के रूप में भी मनाया जाता है.

श्री राजीव गांधी 1984 में माता इंदिरा गाँधी की हत्या के बाद देश के छठे प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी. वह 40 वर्ष की उम्र में भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने थे. उन्होंने 1989 तक प्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा की. 21 मई 1991 को लिट्टे उग्रवादियों द्वारा श्रीपेरंबदूर में उनकी हत्या कर दी गई थी. उन्हें 1991 में देश के सर्वोच्च सम्मान भारतरत्न से सम्मानित किया गया था.


19 अगस्त: विश्व फोटोग्राफी दिवस से संबंधित जानकारी

प्रत्येक वर्ष 19 अगस्त को विश्व फोटोग्राफी दिवस (World Photography Day) मनाया जाता है. फोटोग्राफी को शौक के रूप में विकसित करने और दुनिया भर के फोटोग्राफरों को प्रोतसाहित करने के लिए हर साल ये दिवस मनाया जाता है.

फ्रांसीसी वैज्ञानिक द्वारा 1839 ई. में फोटो तत्व की खोज की गई थी. इसी उपलब्धि पर हर वर्ष 19 अगस्त को विश्व फोटोग्राफी दिवस के रूप में मनाया जाता है.


19 अगस्त: विश्व मानवतावादी दिवस से संबंधित जानकारी

प्रत्येक वर्ष 19 अगस्त को ‘विश्व मानवतावादी दिवस’ (World Humanitarian Day- WHD) के रूप में मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य उन मानवीय कर्मियों को उचित सम्मान देना है, जिन्होंने मानव मात्र की सेवा में अपना पूरा जीवन लगा दिया है. इस वर्ष यानी 2019 में WHD का विषय (थीम) Women Humanitarians है.

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2008 में यह दिवस मनाए जाने की शुरूआत की थी. यह दिवस 19 अगस्त को इसलिए मनाया जाता है क्योंकि इस दिन वर्ष 2003 को बगदाद में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय पर बमबारी हुई थी. इस बमबारी में इराक में संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष दूत सर्जियो विएरा डी मेल्लो समेत 22 अन्य मानवतावादी कर्मी मारे गए थे.


15 अगस्त 2019: देशभर में 73वां स्वतंत्रता दिवस मनाया गया

देशभर में 15 अगस्त 2019 को 73वां स्वतंत्रता दिवस मनाया गया. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजधानी दिल्ली में ऐतिहासिक लालकिले की प्राचीर से छठी बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया और राष्ट्र को संबोधित किया.

प्रधानमंत्री के संबोधन के मुख्य बिंदु

  • अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35-A हटाकर सरदार वल्लभभाई पटेल के सपनों को साकार करने में अहम कदम उठाया गया. प्रधानमंत्री ने आह्वान किया कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों के सपनों को साकार करना हम सबकी ज़िम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख देश की समृद्धि के लिये प्रेरक बन सकते हैं.
  • प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने 100 लाख करोड़ रुपये आधुनिक बुनियादी ढांचे पर लगाने का फैसला लिया गया है. इससे रोज़गार को भी बल मिलेगा.
  • 70 साल की हमारी विकास यात्रा ने हमें 2 ट्रिलियन इकोनॉमी में हमें पहुंचाया था, लेकिन 2014 से 2019 पांच साल के भीतर-भीतर हम लोग 2 ट्रिलियन से 3 ट्रिलियन पहुंच गई. आने वाले पांच साल में हम 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बन सकते हैं.
  • पेयजल का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार बहुत जल्‍द ‘जल-जीवन मिशन‘ शुरू करेगी, जिसमें साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये से ज्‍़यादा धनराशि खर्च करने का संकल्‍प लिया गया है.


12 अगस्त: अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 12 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस (International Youth Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य युवाओं के मुद्दों और उनकी बातों पर सरकार का ध्यान आकर्षित करना है. इस वर्ष यानी 2019 में अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस का विषय (थीम) “ट्रांसफॉर्मिंग एजुकेशन” है.

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1999 में यह दिवस मनाये जाने का फैसला किया था. अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन पहली बार साल 2000 में किया गया था. संयुक्त राष्ट्र संघ ने 1985 में अंतरराष्ट्रीय युवा वर्ष घोषित किया गया था.


भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक विक्रम साराभाई की एक सौवीं जयन्‍ती मनाई गयी

भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक विक्रम साराभाई की एक सौवीं जयन्‍ती 12 अगस्त 2019 को मनाई गयी. डॉ साराभाई ने देशभर में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) सहित बड़ी संख्‍या में संस्‍थानों की स्‍थापना की.

विक्रम साराभाई: एक परिचय

  • अहमदाबाद में 12 अगस्त 1919 को जन्में विक्रम साराभाई का भारत के अंतरिक्ष विकास कार्यक्रम के विकास में अतुलनीय योगदान है.
  • नवंबर 1947 में उन्होंने अहमदाबाद में भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला (Physical Research Laboratory- PRL) की स्थापना की थी.
  • इन्होंने वर्ष 1962 में भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान समिति (Indian National Committee for Space Research) की स्थापना की, जिसे बाद में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) नाम दिया गया.
  • विक्रम साराभाई को 1962 में शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार मिला. उन्हें 1966 में पद्म भूषण और 1972 में पद्म विभूषण (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया था.
  • ISRO द्वारा भेजा गया चंद्रमा के लिए दूसरे मिशन, चंद्रयान-2 के लैंडर का नाम डॉ विक्रम साराभाई नाम पर ‘विक्रम’ रखा गया है. वर्ष 1973 में चंद्रमा पर एक गड्ढे का नाम उनके नाम पर रखा गया था.
  • डॉ. विक्रम साराभाई का निधन 30 दिसम्बर, 1971 को केरल के तिरुवनंतपुरम में हुआ था.


10 अगस्त: विश्‍व जैव ईंधन दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 10 अगस्‍त को ‘विश्‍व जैव ईंधन दिवस’ मनाया जाता है. इसका उद्देश्‍य पांरपरिक जीवाश्‍म ईंधनों के विकल्‍प के रूप में गैर-जीवाश्‍म ईंधनों के महत्‍व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है. जैव ईंधनों के विभिन्‍न फायदों में आयात निर्भरता में कमी, स्‍वच्‍छ पर्यावरण, किसानों को अतिरिक्‍त आमदनी और रोजगार सृजन शामिल हैं. इस वर्ष यानि 2019 में विश्‍व जैव ईंधन दिवस का विषय (थीम) ‘इस्‍तेमाल किये गये खाद्य तेल से जैव ईंधन का उत्‍पादन करना’ है.

इस्‍तेमाल किये गये खाद्य तेल से ‘जैव ईंधन’ का उत्‍पादन करना
भारत में खाद्य तेल (कुकिंग ऑयल) का उपयोग विभिन्‍न चीजों को तलने-भुनने के लिए किया जाता है. ये प्रयुक्‍त खाद्य तेल (Used Cooking Oil- UCO) या तो पूरी तरह से नष्‍ट नहीं होता है अथवा पर्यावरण अनुकूल ढंग से इसका निस्‍तारण नहीं हो पाता है, जिससे नालियां और सीवरेज प्रणालियां जाम हो जाती हैं. भारत सरकार द्वारा वर्ष 2018 में जैव ईंधनों पर जारी राष्‍ट्रीय नीति में UCO से जैव ईंधन (बायोफ्यूल) का उत्‍पादन करने की परिकल्‍पना की गई है.

मौजूदा समय में भारत में हर महीने लगभग 850 करोड़ लीटर हाई स्‍पीड डीजल (HSD) की खपत होती है. ‘जैव ईंधन पर राष्‍ट्रीय नीति 2018’ में वर्ष 2030 तक HSD में 5 प्रतिशत जैव डीजल (बायोडीजल) को मिश्रित करने के लक्ष्‍य की परिकल्‍पना की गई है. मिश्रित करने के इस लक्ष्‍य की प्राप्ति के लिए हर वर्ष 500 करोड़ लीटर जैव डीजल की जरूरत है.

भारत में लगभग 22.7 mmtpa (2700 करोड़ लीटर) कुकिंग ऑयल का उपयोग होता है, जिनमें से 1.2 mmtpa (140 करोड़ लीटर) UCO को बल्‍क उपभोक्‍ताओं जैसे कि होटलों, रेस्‍तरां, कैंटीन इत्‍यादि से प्राप्‍त किया जा सकता है. इससे हर वर्ष तकरीबन 110 करोड़ लीटर जैव डीजल की प्राप्ति होगी.

8 अगस्त 2019: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की 77वीं वर्षगांठ

8 अगस्त 2019 को ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ (अगस्त क्रांति दिवस) की 77वीं वर्षगांठ मनाई गयी. आज से 77 साल पहले 1942 में आज ही के दिन अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने बंबई अधिवेशन में ‘भारत छोड़ो प्रस्ताव’ को मंजूरी दी थी, इससे स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए एक बड़े आंदोलन का मार्ग प्रशस्त हुआ था.

8 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी ने ब्रिटिश शासन खत्म करने का बिगुल बजाया था. इसकी नींव मुंबई के गोवलिआ टैंक, यानि की अगस्त क्रांति मैदान में रखी गयी थी. क्रिप्स मिशन की असफलता के बाद गांधी जी ने मुंबई में गोवालिया टैंक मैदान में अपने भाषण में ‘करो या मरो’ का आह्वान किया था.

भारत छोड़ो आंदोलन की घोषणा के एक दिन बाद ही महात्‍मा गांधी और अन्‍य कई नेताओं को हिरासत में ले लिया गया था. बड़े नेताओं की गिरफ्तारी के दौरान जयप्रकाश नारायण और राममनोहर लोहिया जैसे दूसरे पंक्ति के नेताओं ने आंदोलन में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई.

भारत छोड़ो आन्‍दोलन में महाराष्‍ट्र के अहमदनगर किले की विशेष भूमिका रही है. भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान बारह प्रमुख राष्ट्रीय नेताओं को इसी किले में कैद कर रखा गया, जिनमें पंडित जवाहरलाल नेहरू भी शामिल थे. यहीं पर उन्होनें अपना लोकप्रिय ‘द डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ ग्रंथ लिखा. सन 2003 में, भारतीय पुरातत्वशास्त्र सर्वेक्षण ने अहमदनगर किले को राष्ट्रीय महत्व का स्मारक घोषित किया.

भारत छोड़ो आन्‍दोलन का आरम्भ मुंबई में करने के पश्चात महात्मा गांधीजी को हिरासत में लेकर पुणे के आगा खान पॅलेस में रखा गया. उनके साथ उनकी पत्नी कस्तुरबा तथा उनके नीजी सचिव महादेव देसाई भी थे. इस दौरान कस्तुरबा तथा देसाई का यहीं पर देहान्त हुआ, उनकी समाधियां आगा खान पॅलेस में स्थित है.


7 अगस्त: राष्ट्रीय हथकरघा दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस (National Handloom Day) मनाया जाता है. 7 अगस्त 2019 को 5वां राष्ट्रीय हथकरघा दिवस है. इस दिवस का उद्देश्य हथकरघा उद्योग के महत्व एवं आमतौर पर देश के सामाजिक आर्थिक योगदान में इसके महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना और हथकरघा को बढ़ावा देना, बुनकरों की आय को बढ़ाना और उनके गौरव में वृद्धि करना है.

5वें राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के मुख्य कार्यक्रम का आयोजन ओडिशा के भुवनेश्वर में किया गया. भुवनेश्वर को वहां की हथकरघा की समृद्धि संस्कृति के कारण मुख्य कार्यक्रम स्थल के रूप में चुना गया था.

हथकरघा दिवस मनाने के लिए 7 अगस्‍त का दिन भारतीय इतिहास में विशेष महत्‍व का होने के कारण चुना गया है. इसी दिन 1905 में स्‍वदेशी आंदोलन शुरू हुआ था. इसी दिन कोलकाता के टाउनहॉल में एक महा जनसभा में स्वदेशी आंदोलन की औपचारिक रूप से शुरुआत की गई थी. भारत सरकार ने इसी की याद में हर वर्ष 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के रूप में घोषित किया था. पहला राष्ट्रीय हथकरघा दिवस 2015 में मनाया गया था.


1-7 अगस्त: विश्व स्तनपान सप्ताह से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष अगस्त के पहले सप्ताह में विश्व स्तनपान सप्ताह (World Breastfeeding Week- WBW) मनाया जाता है. इसका उद्देश्य स्तनपान को प्रोत्साहन तथा समर्थन है. स्तनपान बच्चे के जीवन और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण व कम लागत वाला प्रयास है. यह दिवस UNICEF, WHO और उनके सहयोगी संस्थाओं द्वारा मनाया जाता है. पहला विश्व स्तनपान सप्ताह 1992 में World Alliance for Breastfeeding Action (WABA) द्वारा मनाया गया था.

इस वर्ष (2019) के स्तनपान सप्ताह का विषय (theme) है- ‘माता-पिता को सशक्त बनाना, स्तनपान को सक्षम करना’ (Empower Parents, Enable Breastfeeding).


6 अगस्त: हिरोशिमा दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 6 अगस्त को हिरोशिमा दिवस (Hiroshima Day) और जापान में शांति दिवस के रूप में मनाया जाता है. जापान के हिरोशिमा पर इसी दिन में परमाणु बम गिराया गया था. इसे मानव इतिहास में काला दिन भी कहा जाता है. इसे दिवस के रूप में इसलिए मनाया जाता है, ताकि दुनिया इस तबाही से कुछ सीख ले.

हिरोशिमा दिवस: मुख्य तथ्यों पर एक दृष्टि

  • अमेरिका दुनिया का इकलौता देश है, जिसने मानव इतिहास में सबसे बड़ा नरसंहार करने वाले परमाणु बमों का इस्तेमाल किया है.
  • द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अमेरिका ने 6 अगस्त 1945 को जपान के हिरोशिमा नामक नगर में ‘लिटिल बॉय’ नामक यूरेनियम गिराया था. यह बम उस समय का सबसे शक्तिशाली बम माना जाता था.
  • हिरोशिमा को तबाह करने के बाद अमेरिका ने 9 अगस्त 1945 को नागासाकी पर ‘फैट मैन’ नामक प्लूटोनियम बम गिराया.