श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघ की भारत यात्रा
श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघ 20-21 जुलाई को भारत की यात्रा पर थे. भारत और श्रीलंका के राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निमंत्रण पर भारत पहुंचे थे. राष्ट्रपति का कार्यभार संभालने के बाद श्री विक्रमसिंघ की यह पहली भारत यात्रा थी.
मुख्य बिन्दु
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघ ने नई दिल्ली में द्विपक्षीय बैठक की.
- बैठक में दोनों देशों ने आर्थिक सहयोग से जुडे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में पांच महत्वपूर्ण समझौते किये. दोनों देशों के बीच पर्यटन क्षेत्र में सहयोग पर प्रमुख रूप से चर्चा की गई.
- इन समझौते में नवीकरणीय ऊर्जा पर एक समझौता और श्रीलंका के त्रिंकोमाली में आर्थिक विकास परियोजनाओं पर सहयोग शामिल है.
- श्रीलंका में यू.पी.आई. के जरिये लेन-देन के लिए एन.आई.पी.एल. और श्रीलंका पे के बीच समझौता हुआ. इससे दोनों देशों के बीच भुगतान प्रणाली आसान होगी.
- संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान श्रीलंका में भारतीय मूल के तमिलों के लिए 75 करोड रुपयों की विभिन्न परियोजनाओं की घोषणा की गयी.
- श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघ की भारत यात्रा दोनों देशों के बीच मौजूद दोस्ती को मजबूत करेगी और साथ ही सभी क्षेत्रों में सहयोग को और बढावा देने में लाभकारी होगी.
- भारत ने 2022 के श्रीलंका के आर्थिक संकट के दौरान आवश्यक वस्तुओं के लिए मानवीय सहायता के रूप में चार अरब डॉलर प्रदान किया था. श्री
- लंका भारत की नेबरहुड फर्स्ट नीति और विजन सागर यानी क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास में एक महत्वपूर्ण भागीदार है.