15 अक्टूबर को पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती (Dr APJ Abdul Kalam Birth Anniversary) मनाई जाती है. उनकी जयंती को विश्व छात्र दिवस (World Students Day) के रूप में मनाया जाता है, क्योंकि डॉ. कलाम की पहचान एक समर्पित शिक्षक के रूप में थी. संयुक्त राष्ट्र ने इसे दिवस के रूप में मनाने को लेकर अभी तक मान्यता नहीं दी है.
विश्व छात्र दिवस 2022 का थीम ‘शिक्षा के परिवर्तन की शुरुआत शिक्षकों से होती है’ (the transformation of education begins with teachers) है.
डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम: एक दृष्टि
- डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम का पूरा नाम डॉक्टर अबुल पाकिर जैनुल्लाब्दीन अब्दुल कलाम है. उन्हें ‘मिसाइल मैन’ के नाम से भी जाना जाता है.
- उनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 को रामेश्वरम में हुआ था. 27 जुलाई, 2015 को वे IIM शिलॉंग में लेक्चर देने के दौरान दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था.
- उन्होंने अपनी पढ़ाई सेंट जोसेफ कॉलेज त्रिचि से किया था. 1957 में एमआईटी मद्रास से उन्होंने एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग से स्पेशलाइजेशन किया था.
- कलाम ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) में दो दशक तक अपनी सेवाएँ दी. इस दौरान उन्होंने भारत के पहले सैटेलाइट लॉच व्हीकल (SLV111) की शुरुआत की थी.
- इसरो के बाद कलाम ने डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंटल ऑर्गनाइजेशन (DRDO) की जिम्मेदारी ले ली. उन्होंने अग्नि मिसाइल और पृथ्वी मिसाइल के निर्माण और ऑपरेशनल कार्यों में अपना भरपूर योगदान दिया था. इसी कारण उन्हें ‘मिसाइल मैन’ कहा जाने लगा था.
- उन्हें भारत और विदेशों के कुल 48 विश्वविद्यालयों और इंस्टीट्यूट से कई डॉक्टरेट की उपाधि मिल चुकी है. उन्हें 1981 में पद्म भूषण, 1990 में पद्म विभूषण और 1997 में भारत रत्न सम्मान दिया जा चुका है.
- डॉक्टर कलाम देश के 11वें राष्ट्रपति थे. वर्ष 2002 में उन्होंने लक्ष्मी सहगल को हराकर देश के 11वें राष्ट्रपति बने थे.
डॉ. कलाम द्वारा लिखी गयी पुस्तकें
इंडिया 2020, विंग्स ऑफ़ फायर, इग्नाइटेड माइंडस, द लुमिनस स्पार्क्स, मिशन इंडिया, इंस्पायरिंग थॉट्स, इन्डोमिटेबल स्पिरिट, टर्निंग पॉइंट्स, टारगेट 3 बिलियन, फोर्ज योर फ्यूचर, ट्रांसेंडेंस: माय स्पिरिचुअल एक्सपीरियंस विद प्रमुख स्वामीजी, एडवांटेज इंडिया: फ्रॉम चैलेंज टू अपोर्चुनिटी.