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4 दिसंबर: भारतीय नौसेना दिवस

प्रत्येक वर्ष 4 दिसंबर को भारतीय नौसेना दिवस (Indian Navy Day) के रूप में मनाया जाता है. यह दिवस को मनाने का उद्देश्य भारतीय नौसेना की उपलब्धियों और महत्त्वपूर्ण भूमिका की ओर ध्‍यान आकर्षित करना है.

इस वर्ष यानी 2020 के भारतीय नौसेना दिवस का मुख्य विषय (थीम) ‘Indian Navy Combat Ready, Credible and Cohesive’ है.

भारत-पाकिस्तान के बीच 1971 में हुए युद्ध में भारत की विजय का जश्न मनाने के लिए यह दिवस मनाया जाता है. पाकिस्तानी सेना ने 3 दिसंबर को हमारे हवाई क्षेत्र और सीमावर्ती क्षेत्र में हमला किया था. इस हमले ने 1971 के युद्ध की शुरुआत की थी.

पाकिस्तान को मुहतोड़ जवाब देने के लिए ‘ऑपरेशन ट्राइडेंट’ चलाया गया था. भारतीय नौसेना ने ऑपरेशन ट्राइडेंट के दौरान PNS खैबर सहित पाकिस्‍तानी नौसेना के चार पोतों को डुबा दिया था, जिससे सैकड़ों पाकिस्‍तानी नौसैनिक मारे गए थे.

3 दिसम्बर 2020: भोपाल गैस त्रासदी की 36वीं बरसी

मध्य प्रदेश में ‘भोपाल गैस त्रासदी’ (Bhopal gas tragedy) की 36वीं बरसी पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये. यह विश्व की सबसे बड़ी औद्योगिक दुर्घटनाओं में से एक है. इस हादसे की वजह से 2-3 दिसंबर की रात की गिनती देश के इतिहास में काला दिन के तौर पर होती है.

यूनियन कार्बाइड कारखाने में मिथाइल आइसो-साइनाइट गैस का रिसाव

1984 में 2 और 3 दिसम्बर की मध्य रात्रि को यूनियन कार्बाइड कॉर्पोरेशन (यूनियन कार्बाइड) कारखाने में ‘मिथाइल आइसो-साइनाइट गैस’ (Methyl Isocyanate Gas) के रिसने से बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो गयी, जबकि लाखों लोग अभी भी प्रभावित हैं. इस गैस का उपयोग कीटनाशक के तौर पर किया जाता है. यूनियन कार्बाइड संयुक्त राज्य अमेरिका की रसायन और बहुलक बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है.

हादसे का मुख्‍य आरोपी वॉरेन एंडरसन

हादसे की गंभीरता को भांपते हुए मुख्‍य आरोपी और फैक्ट्री के संचालक वॉरेन एंडरसन देश छोड़कर भाग गया. एंडरसन की 29 सितंबर 2014 को उसकी मौत हो गई है. इसके अलावा भोपाल गैस त्रासदी को लेकर आवाज उठाने वाले और पीडि़तों को न्‍याय दिलाने की लड़ाई लड़ने वाले अब्‍दुल जब्‍बार का भी 14 नवंबर 2019 को निधन हो गया. उन्‍हें भारत सरकार ने पद्म-श्री से सम्‍मानित किया था.

3 दिसंबर: अन्तर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस

प्रत्येक वर्ष 3 दिसंबर को अन्तर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस (International Day of Persons With Disabilities) के रूप में मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्‍य दिव्‍यांगों के हितों की रक्षा करना और समाज में हर वर्ग के दिव्‍यांगों की बेहतरी के लिए जागरूकता पैदा करना है.

इस वर्ष यानी 2020 के ‘अन्तर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस’ का मुख्य विषय (थीम) ‘Not all Disabilities are Visible’ है.

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 3 दिसंबर को अन्तर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस मनाने का निर्णय 1992 में लिया था.

दिव्यांग से तात्पर्य

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिसम्बर 2015 में विकलांगों को दिव्यांग कहने की अपील की थी. जो विशेष रूप से सक्षम लोगों की विशेष क्षमताओं की ओर इशारा करता है साथ ही समाज के हर वर्ग से अपील करता है कि वो अपने नज़रिए को सकारात्मक की ओर ले जाएं.

सुगम्य भारत अभियान

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिसंबर 2015 में ‘सुगम्य भारत अभियान’ की शुरूआत की थी. इस अभियान का उद्देश्य दिव्यांग जनों के लिए सार्वभौमिक पहुंच सुनिश्चित करना है.

2 दिसंबर: अन्तर्राष्ट्रीय गुलामी उन्मूलन दिवस

प्रत्येक वर्ष 2 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय गुलामी उन्मूलन दिवस (International Day for the Abolition of Slavery) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य मानव तस्करी, बाल श्रम और आधुनिक गुलामी के अन्य रूपों के उन्मूलन के प्रति लोगों में जागरुकता लाना है.

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अन्तर्राष्ट्रीय गुलामी उन्मूलन दिवस को मनाने की शुरुआत 2 दिसंबर 1949 को की थी. इन दिन गुलामी के परंपरागत रूपों जैसे मानव तस्करी, यौन शोषण, बाल श्रम, जबरदस्ती शादी और सशस्त्र संघर्ष के दौरान बच्चों की सेना में जबरन भर्ती के उन्मूलन पर जोर दिया जाता है.

1 दिसम्बर 2020: नगालैंड ने अपना 58वां स्‍थापना दिवस मनाया

प्रत्येक वर्ष 1 दिसम्बर को नगालैंड अपना स्‍थापना दिवस (Nagaland Foundation Day) मनाता है. 1963 में इसी दिन नगालैंड देश का 16वां राज्‍य बना था. भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. एस राधाकृष्णन ने नगालैंड को भारत संघ के 16वें राज्य के रूप में उद्घाटन किया था. इस वर्ष यानी 2020 में इस राज्य ने 58वां स्‍थापना दिवस मनाया.

नागालेंड राज्य: मुख्य तथ्य

  • भारत की आजादी के दौरान नागालेंड असम के अंतर्गत था. 1957 में यह क्षेत्र केंद्रशासित प्रदेश बन गया और असम के राज्‍यपाल द्वारा इसका प्रशासन देखा जाने लगा. उस समय यह ‘नगा हिल्‍स तुएनसांग’ क्षेत्र कहलाता था. 1961 में इसका नाम बदलकर ‘नगालैंड’ रखा गया.
  • नगालैंड भारत का उत्तर-पूर्वी राज्य है जिसकी राजधानी कोहिमा है. यहां आदिवासी संस्कृति अहम है जिसमें स्थानीय त्योहार और लोक गायन काफी महत्वपूर्ण हैं. 2012 की जनगणना के मुताबिक यहां की आबादी 22.8 लाख है. नेफ्यू रियो नगालैंड के वर्तमान मुख्यमंत्री का नाम है.
  • नगालैंड के पूर्व में म्यांमार, उत्‍तर में अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम में असम और दक्षिण में मणिपुर है. इसे ‘पूरब का स्विजरलैंड’ भी कहा जाता है. नागालैंड राज्‍य का क्षेत्रफल 16,579 वर्ग किमी है.
  • असम घाटी की सीमा से लगे क्षेत्र के अलावा इस राज्‍य का अधिकांश क्षेत्र पहाड़ी है. इसकी सबसे ऊंची पहाड़ी का नाम सरमती है जिसकी ऊंचाई 3,840 मीटर है. यह पर्वत शृंखला नागालैंड और म्‍यांमार के मध्य स्थित है.

1 दिसम्बर: विश्व एड्स दिवस

प्रत्येक वर्ष 1 दिसम्बर को विश्व एड्स दिवस (World AIDS Day) मनाया जाता है. यह दिवस इस गंभीर बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से मानाया जाता है.
दुनियाभर में कुल 3.8 करोड़ लोग HIB की चपेट में हैं. HIB एड्स एक वैश्विक स्वास्थ्य चुनौती है जिसे 2030 तक खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है.

इस वर्ष यानी 2020 के विश्व एड्स दिवस का मुख्य विषय (थीम) ‘Global solidarity, shared responsibility’ है.

सबसे पहले विश्व एड्स दिवस को वैश्विक स्तर पर मनाने की शुरूआत अगस्त 1987 में विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) के एड्स की जागरुकता अभियान से जुड़े जेम्स डब्ल्यू बुन और थॉमस नेटर नाम के दो व्यक्तियों ने की थी. 1988 से यह दिवस प्रत्येक वर्ष मानया जा रहा है.

एड्स क्या है?

एड्स, मानव इम्यूनोडिफीसिअन्सी वायरस (HIV) से फैलने वाली बीमारी है. इसका इलाज अभी तक संभव नहीं हो पाया है, लेकिन इससे बचाव संभव है. असुरक्षित यौन संबंध इसकी सबसे बड़ी वजह है. कुछ सावधानियां बरती जाए तो इसे रोका जा सकता है.

इस बीमारी में HIV वायरस व्यक्ति के प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) को प्रभावित करता है. HIV संक्रमण बढ़ता चला जाए तो यह एड्स में बदल जाता है.

विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) के अनुसार वर्ष 2019 में विश्‍वभर में 3.8 करोड लोग HIV से संक्रमित थे. भारत में इस वक्त करीब 21 लाख लोग HIB से संक्रमित है. पिछले एक दशक में भारत में HIB एड्स के नये संक्रमण के मामलों में करीब सत्तर फीसद की कमी आई है. भारत ने वर्ष 1992 में राष्‍ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम की शुरुआत की थी.

1 दिसम्बर 2020: सीमा सुरक्षा बल का 56वां स्‍थापना दिवस

सीमा सुरक्षाबल (BSF) ने 1 दिसम्बर 2020 को अपना 56वां स्‍थापना दिवस (56th Raising Day of the BSF) मनाया. लगभग ढाई लाख कर्मियों वाले इस बल की स्‍थापना 1965 में आज ही के दिन की गई थी. BSF, पाकिस्‍तान और बंगलादेश के साथ लगती भारतीय सीमा का प्रहरी है.

BSF देश की पांच केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में से एक है. यह केन्द्रीय गृह मंत्रालय के नियंत्रण में आता है. BSF विश्व का सबसे बड़ा सीमा सुरक्षा बल है. BSF को पाकिस्‍तान और बंगलादेश के साथ लगती भारतीय सीमा तथा नियंत्रण रेखा में भारतीय सेना के साथ तैनात किया जाता है. BSF को भारतीय क्षेत्रों की ‘रक्षा की पहली दीवार’ का कहा जाता है. इस बल का आदर्श वाक्य ‘जीवन पर्यन्त कर्तव्य’ है.

24 दिसम्बर: राष्‍ट्रीय उपभोक्‍ता दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 24 दिसम्बर को ‘राष्‍ट्रीय उपभोक्‍ता दिवस’ (National Consumer Day) के रूप में मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्‍य उपभोक्‍ता आन्‍दोलन के महत्‍व और उपभोक्‍ताओं के अधिकारों तथा दायित्‍वों के बारे में जागरूक करना है.

इस वर्ष यानी 2019 में ‘राष्‍ट्रीय उपभोक्‍ता दिवस’ का विषय (थीम) ‘उपभोक्ता शिकायत और विवाद के समाधान की वैकल्पिक प्रणाली’ है.

भारत सरकार ने 24 दिसम्बर को राष्‍ट्रीय उपभोक्‍ता दिवस घोषित किया है, क्योंकि भारत के राष्‍ट्रपति ने उसी दिन ऐतिहासिक उपभोक्‍ता संरक्षण अधिनियम, 1986 के अधिनियम को स्वीकारा था. इसके अतिरिक्‍त 15 मार्च को प्रत्‍येक वर्ष विश्‍व उपभोक्‍ता अधिकार दिवस के रूप में मनाया जाता हैं.

उपभोक्‍ता संरक्षण विधेयक-2019

संसद ने 2019 में एक महत्‍वपूर्ण उपभोक्‍ता संरक्षण विधेयक-2019 को अपनी मंजूरी दी थी. इस मंजूरी के बाद यह विधेयक अब अधिनियम बन चुका है जो उपभोक्‍ताओं के अधिकारों को बढ़ावा देने और उनकी रक्षा करने के लिए एक ‘केंद्रीय उपभोक्‍ता संरक्षण प्राधिकरण’ (CCPA) की स्‍थापना करता है.

नया अधिनियम तीन दशक से अधिक पुराने ‘उपभोक्‍ता संरक्षण अधिनियम 1986’ की जगह लिया है. CCPA अनुचित व्‍यापार तरीकों से उपभोक्‍ताओं को होने वाली परेशानियों को रोकने के लिए काम करेगा. यह उत्‍पादों की वापसी और पैसा वापस दिलाने के लिए भी कार्रवाई कर सकता है.

23 दिसम्बर: राष्ट्रीय किसान दिवस, चौधरी चरण सिंह का जन्मदिन

प्रत्येक वर्ष 23 दिसम्बर को भारत में राष्ट्रीय किसान दिवस (National Farmers Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य किसानों के योगदान को सराहना, सम्मान देना और देश में इस अवसर पर किसान जागरूकता को लेकर कार्यक्रम आयोजित करना है.

यह दिवस देश के पांचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जन्मदिन पर मनाया जाता है. उनका जन्म इसी दिन 1902 में हुआ था. चौधरी चरण सिंह खुद एक किसान परिवार से थे. भारतीय किसानों की स्थिति में सुधार लाने का श्रेय उन्हें जाता है. भारत सरकार ने 2001 में किसान दिवस मनाये जाने का निर्णय लिया था.

22 दिसंबर: राष्ट्रीय गणित दिवस, महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन का जन्मदिन

प्रत्येक वर्ष 22 दिसंबर को ‘राष्ट्रीय गणित दिवस’ (National Mathematics Day) के रूप में मनाया जाता है. यह दिवस महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के जन्मदिन पर मनाया जाता है. इसी दिन 1887 में श्रीनिवास रामानुजन का जन्म ईरोड नगर (तमिलनाडु) में हुआ था. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य गणित के शिक्षकों और छात्रों को इस विषय को आसान बनाना और लोगों के बीच इसकी लोकप्रियता बढ़ाना है.

वर्ष 2012 में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने श्रीनिवास अयंगर रामानुजन की 125वीं वर्षगाठ के मौके पर उनके जन्मदिन को ‘राष्ट्रीय गणित दिवस’ के रूप में घोषित किया था. पहला ‘राष्ट्रीय गणित दिवस’ 22 दिसंबर 2012 को मनाया गया था.

श्रीनिवास रामानुजन ने किसी भी तरह की कोई औपचारिक शिक्षा नहीं ली थी लेकिन उन्होंने अपने जीवन में ऐसी-ऐसी खोजें कीं कि बड़े-बड़े गणितज्ञ हतप्रभ रह गए. रामानुजन ने 12 साल की उम्र में त्रिकोणमिति में महारत हासिल कर ली थी और बिना किसी की सहायता के खुद से कई प्रमेय (Theorems) भी विकसित किए.

20 दिसम्बर: अंतरराष्ट्रीय मानव एकता दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 20 दिसम्बर को पूरे विश्व अंतरराष्ट्रीय मानव एकता दिवस (International Human Solidarity Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों को विविधता में एकता का महत्व बताते हुए जागरूकता फैलाना है.

संयुक्त राष्ट्र ने एकता का संदेश देने के लिए 20 दिसम्बर को ‘अंतरराष्ट्रीय मानव एकता दिवस’ के रूप में मनाये जाने की घोषणा 22 दिसंबर 2005 को की थी.

19 दिसंबर: जानिए क्या है गोवा मुक्ति दिवस, गोवा से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य

प्रत्येक वर्ष 19 दिसंबर को गोवा अपना मुक्ति दिवस (Annexation of Goa) मनाता है. भारत के आजाद होने के 14 साल बाद तक भी गोवा पुर्तगाली शासन के अधीन रहा था. 19 दिसंबर, 1961 को गोवा को पुर्तगालियों से आजाद कराया गया था. इस उपलक्ष्य में प्रत्येक वर्ष इस दिन गोवा में मुक्ति दिवस मनाया जाता है.

भारतीय संसद ने 1963 में 12वें संविधान संशोधन पारित कर गोवा को भारत में आधिकारिक रूप से शामिल किया था. इस संविधान संशोधन के द्वारा गोवा, दमन व दिउ तथा दादरा व नगर हवेली को केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया गया था. 1987 में गोवा को दमन व दिउ से अलग करके एक पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया.

गोवा स्थापना दिवस
प्रत्येक वर्ष 30 मई को गोवा अपना स्थापना दिवस मनाता है. यह दिवस गोवा को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. 1987 में इसी दिन गोवा को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला था.

गोवा से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य

  • गोवा क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का सबसे छोटा और जनसंख्या के हिसाब से चौथा सबसे छोटा राज्य है.
  • गोवा पहले पुर्तगाल का एक उपनिवेश था. पुर्तगालियों ने गोवा पर लगभग 450 सालों तक शासन किया.
  • इस शहर पर मार्च 1510 में अलफांसो-द-अल्बुकर्क के नेतृत्व में पुर्तगालियों का आक्रमण हुआ.
  • 1815 से 1947 तक गोवा में अंग्रेजों का शासन रहा.
  • आजादी के समय अंग्रेजों की दोहरी नीति व पुर्तगाल के दबाव के कारण गोवा पुर्तगाल को हस्तांतरित कर दिया गया.
  • भारतीय सेना ने 2 दिसंबर को ‘गोवा मुक्ति’ अभियान शुरू कर दिया. वायु सेना ने 8 और 9 दिसंबर को पुर्तगालियों के ठिकाने पर अचूक बमबारी की.
  • इस तरह 19 दिसंबर, 1961 को तत्कालीन पुर्तगाली गवर्नर मैन्यू वासलो डे सिल्वा ने भारत के सामने समर्पण समझौते पर दस्तखत कर दिए.
  • गोवा में चुनाव हुए और 20 दिसंबर, 1962 को श्री दयानंद भंडारकर गोवा के पहले निर्वाचित मुख्यमंत्री बने.
  • वर्ष 1967 में वहां जनमत संग्रह हुआ और गोवा के लोगों ने केंद्र शासित प्रदेश के रूप में रहना पसंद किया.
  • बाद में 30 मई, 1987 को गोवा को पूर्ण राज्य का दर्जा दे दिया गया और इस प्रकार गोवा भारतीय गणराज्य का 25वां राज्य बना.