7 मई 2022: विश्व एथलेटिक्स दिवस

7 मई 2022 को विश्व एथलेटिक्स दिवस (World Athletics Day) मनाया गया था. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य एथलेटिक्स में युवाओं को भागीदारी करने के लिए प्रोत्साहित करना है.

इस दिवस की तिथि प्रत्येक वर्ष IAAF (International Amateur Athletic Federation) द्वारा निर्धारित की जाती है. इसे सामान्यतः मई महीने में ही मनाया जाता है.

इस वर्ष यानी 2022 में विश्व एथलेटिक्स दिवस की तिथि 7 मई निर्धारित की गयी थी. पहला विश्व एथलेटिक्स दिवस 1996 में मनाया गया था.

एथलेटिक्स क्या है?

एथलेटिक्स मुख्यत: दौड़ने, कूदने, फेंकने और चलने की प्रतियोगिताओं का विशेष संग्रह है. इसके अंतर्गत सामान्य तौर पर ट्रैक और फील्ड, रोड रनिंग, क्रॉस कंट्री रनिंग और रेस वॉकिंग प्रतियोगिताओं को सम्मिलित किया जाता है.

IAAF: एक दृष्टि

IAAF (International Amateur Athletic Federation) फील्ड एथलेटिक्स और ट्रैक के खेल के लिए विश्व शासी निकाय है. इसकी स्थापना 1912 में स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में हुई थी.

5 मई: विश्व स्वच्छता दिवस, 2022 की थीम, संबंधित जानकारी

प्रत्येक वर्ष 5 मई को ‘विश्व स्वच्छता दिवस’ (World Hygiene Day) मनाया जाता है. इस दिवस को ‘विश्व हाथ स्वच्छता दिवस’ (World Hand Hygiene Day) के नाम से भी जाना जाता है.

इस दिन विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के नेतृत्व में एक वैश्विक अभियान चलाया जाता है. इस अभियान का उद्देश्य लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना और स्वास्थ्य देखभाल को प्रोत्साहित करना होता है.

WHO के मुताबिक, अस्पतालों और अन्य स्थानों पर बैक्टीरिया के संचरण को रोकने के लिए हाथों को साफ रखना सबसे महत्वपूर्ण और जरूरी उपाय है. सिर्फ हाथों को साफ रखने से ही कई संक्रमणों को रोका जा सकता है.

विश्व स्वच्छता दिवस 2022 की थीम

इस वर्ष यानी 2022 में विश्व स्वच्छता दिवस का मुख्य विषय (थीम)- ‘सुरक्षा के लिए एकजुट हों: अपने हाथ साफ करें’ (Unite for safety: clean your hands) है.

इस साल अधिकतर देश ‘COVID-19’ बिमारी का सामना कर रहे हैं. इस थीम का चुनाव इस बिमारी की रोक-थाम में जागरूकता बढाने के लिए किया गया है.

5 मई: अंतरराष्ट्रीय मिडवाइफ दिवस

प्रत्येक वर्ष 5 मई को ‘अंतरराष्ट्रीय मिडवाइफ दिवस’ (International Midwives’ Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य गर्भावस्था के दौरान महिला का ख्याल रखने वाली मिडवाइफ के समर्पण को सम्मान देना है. इंटरनेशनल कंफेडरेशन ऑफ मिडवाइव्स ने इस दिवस की शुरुआत 1992 में की थी.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के ताजा रिपोर्ट के अनुसार हर दिन करीब 800 महिलाएं और 8,000 नवजात शिशु गर्भावस्था, जन्म के दौरान या उसके तुरंत बाद होने वाली ऐसी दिक्कतों के कारण मारे जाते हैं, जिनसे उन्हें बचाया जा सकता था.

अंतरराष्ट्रीय मिडवाइफ दिवस 2022 की थीम

इस वर्ष यानी 2022 के अंतरराष्ट्रीय मिडवाइफ दिवस का मुख्य विषय (थीम)- ‘100 साल की प्रगति’ (100 years of progress) है.

मिडवाइफ क्या है?

गर्भावस्था के दौरान महिला और जन्म के बाद कुछ दिनों तक बच्चे का पूरा ख्याल रखने वाली महिलाओं को ‘मिडवाइफ’ (Midwife) नाम दिया गया है.

4 मई: अन्तर्राष्ट्रीय अग्निशमन दिवस

प्रत्येक वर्ष 4 मई को दुनिया भर में अन्तर्राष्ट्रीय अग्निशमन दिवस (International Firefighters’ Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य उन फायर फाइटरों को सम्मान देना है, जो अपनी जान दांव पर लगाकर लोगों और वन्य जीवों की जान आग से बचाते हैं.

इस दिन यूरोप में दोपहर के समय 30 सेकंड तक फायर बिग्रेड के सायरन बजाए जाते हैं. इसके बाद एक मिनट के लिए मौन रखा जाता है, जिसमें फायर फायटरों को सम्मान और धन्यवाद दिया जाता है.

अंतरराष्ट्रीय अग्निशमन दिवस का प्रतीक

अंतरराष्ट्रीय अग्निशमन दिवस का प्रतीक ‘लाल और नीले रंग के दो रिबन’ हैं. जिसमें लाल रंग आग को, और नीला रंग पानी को दर्शाता है.

अंतरराष्ट्रीय अग्निशमन दिवस का इतिहास

अंतरराष्ट्रीय अग्निशमन दिवस को पहली बार 1999 में मनाया गया था, जब ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया स्थित लिंटन की झाड़ियों में आग लगी थी. इस आग को बुझाने गई टीम के पांच सदस्यों की झुलसकर मौत हो गई थी.

अंतरराष्ट्रीय अग्निशमन दिवस के रूप में 4 मई को चुने जाने का मुख्य वजह संत फ्लोरिन (Saint Florian) हैं, जो कि एक संत और फायर फाइटर थे. संत फ्लोरिन की मृत्यु 4 मई को हुई थी. संत फ्लोरिन रोमन बटालियन के कमांडिंग फायरफाइटर्स में से एक था. उन्होंने प्राचीन रोम में एक पूरा जलता हुआ गाँव बचा लिया था.

मई माह का प्रथम मंगलवार: विश्‍व अस्थमा दिवस

प्रत्येक वर्ष मई माह के पहले मंगलवार को ‘विश्‍व अस्थमा दिवस’ (World Asthma Day) मनाया जाता है. इस वर्ष यानी 2022 में यह दिवस 3 मई को मनाया गया. अस्थमा के प्रति जागरूकता एवं शिक्षा हेतु यह दिवस संपूर्ण विश्व में मनाया जाता है.

विश्व अस्थमा दिवस 2022 का विषय

विश्व अस्थमा दिवस 2022 का मुख्य विषय (थीम)- ‘अस्थमा देखभाल में अंतराल बंद करना’ (Closing Gaps in Asthma Care) है.

विश्‍व अस्थमा दिवस का इतिहास

इस दिवस का आयोजन Global Initiative for Asthma (GINA) द्वारा किया जाता है. पहली बार विश्व अस्थमा दिवस वर्ष 1998 में स्पेन के बार्सिलोना में आयोजित पहली विश्व अस्थमा बैठक में मनाया गया था.

अस्थमा क्या है?

अस्थमा को दमा के तौर पर भी जाना जाता है. यह फेफड़ों के वायुमार्ग में सूजन-संबंधी एक लंबे समय तक रहने वाला रोग है. अस्थमा के मरीज को सांस लेने में परेशानी होती है, बहुत ही जल्द सांस फूल जाता है. अस्थमा के सामान्य लक्षणों में घरघराहट, खांसी, सीने में जकड़न और सांस की तकलीफ शामिल हैं.

3 मई: विश्‍व प्रेस स्‍वतंत्रता दिवस

प्रत्येक वर्ष 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस (World Press Freedom Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य दुनिया भर में प्रेस की स्वतंत्रता का मूल्यांकन करना और मीडिया की स्वतंत्रता की रक्षा तथा ड्यूटी के दौरान हमले में जान गंवाने वाले पत्रकारों को श्रद्धांजलि अर्पित करना है.

विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 2022 का विषय

इस वर्ष यानी 2022 में विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस का मुख्य विषय (थीम)- ‘डिजिटल घेरे में पत्रकारिता’ (Journalism under digital siege) है.

विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस का इतिहास

1991 में यूनेस्को की सिफारिश के बाद, संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने दिसंबर 1993 में विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की घोषणा की थी.

प्रेस स्वतंत्रता: मुख्य तथ्य

भारत में एक लोकतान्त्रिक देश है, यहाँ प्रेस (मीडिया) को पूर्ण स्‍वतंत्रता है. भारत में प्रेस की स्वतंत्रता भारतीय संविधान के अनुच्छेद-19 में भारतीयों को दिए गए अभिव्यक्ति की आजादी के मूल अधिकार से सुनिश्चित होती है.

1 मई: अंतर्राष्‍ट्रीय श्रमिक दिवस

प्रत्येक वर्ष 1 मई को अंतर्राष्‍ट्रीय श्रमिक दिवस (International Workers’ Day) के रूप में मनाया जाता है. इसे मई दिवस (May Day) या मजदूर दिवस (Labour Day) के रूप में भी जाना जाता है. इस दिन को मनाने का उद्देश्‍य पूरे विश्‍व में आर्थिक और सामाजिक अधिकारों को प्राप्‍त करने में श्रमिकों के समर्पण के प्रति आभार व्‍यक्‍त करना है.

मजदूर दिवस का इतिहास

अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मज़दूर दिवस मनाने की शुरुआत 1 मई, 1886 को हुई थी. उस दिन अमरीका के मजदूर संघों ने मिलकर निश्चय किया कि वे रोज़ाना 8 घंटे से ज्यादा काम नहीं करेंगे. इसके लिए मज़दूर संघों ने हड़ताल की. इस दौरान शिकागो की हेमार्केट में बम विस्फोट के बाद पुलिस की गोलीबारी में कई मज़दूरों की जान गई.

1889 में अन्तर्राष्ट्रीय समाजवादी सम्मेलन में घोषणा की गई कि हेमार्केट में मारे गये निर्दोष लोगों की याद में 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया जाएगा और इस दिन सभी कामगारों तथा श्रमिकों का अवकाश रहेगा.

भारत के सन्दर्भ में मजदूर दिवस

भारत में लेबर किसान पार्टी ऑफ हिन्दुस्तान ने 1 मई, 1923 को इसकी शुरूआत की थी. हालांकि उस समय इसे मद्रास दिवस के रूप में मनाया जाता था लेकिन अब दुनिया के अन्य देशों की तरह इसे मई दिवस के रूप में ही मनाया जाता है.

1 मई 2022: महाराष्ट्र और गुजरात का 62वां स्थापना दिवस

महाराष्ट्र और गुजरात, प्रत्येक वर्ष 1 मई को अपना स्थापना दिवस (Maharashtra Day and Gujarat Day) मनाते हैं. 1960 में इसी दिन मराठी एवं गुजराती भाषियों के बीच संघर्ष के कारण बम्बई राज्य (बांबे स्टेट) का बंटवारा करके महाराष्ट्र एवं गुजरात नामक दो राज्यों की स्थापना की गई थी. इस वर्ष यानी 2022 में दोनों राज्यों ने 62वां स्थापना दिवस मनाया.

भारत के संसद ने बांबे स्टेट को गुजरात और महाराष्ट्र में विभाजित करने के लिए ‘बॉम्बे पुनर्गठन अधिनियम 1960’ पारित किया था. यह अधिनियम 1 मई 1960 को लागू हुआ था. अधिनियम के तहत जहाँ लोग गुजराती और कच्छी बोलते थे उस क्षेत्र में गुजरात का गठन किया गया. दूसरे क्षेत्र का नाम महाराष्ट्र रखा गया था जहां लोग कोंकणी और मराठी बोलते थे.

भाषाई आधार पर राज्यों का पुनर्गठन

  1. 1960 से महाराष्ट्र एवं गुजरात ‘बांबे स्टेट’ का हिस्सा हुआ करते थे. बॉम्बे में मराठी और गुजराती दोनों भाषाएं बोली जाती थीं. धीरे-धीरे दोनों भाषाओं के लोगों के बीच अलग राज्य की मांग उठने लगी.
  2. 1956 के राज्य पुनर्गठन अधिनियम के तहत कई राज्यों का गठन किया गया. इस अधिनियम के अंतर्गत तेलुगु बोलने वालों को आंध्र प्रदेश, कन्नड़ भाषी लोगों के लिए कर्नाटक राज्य बना, वहीं मलयालम बोलने वालों के लिए केरल और तमिल भाषी लोगों के लिए तमिलनाडु बना.
  3. 1956 के राज्य पुनर्गठन अधिनियम में बॉम्बे के मराठी और गुजराती लोगों को अलग राज्य नहीं मिला. गुजराती और मराठी लोगों ने अलग राज्य की मांग के लिए बॉम्बे में आंदोलन करना शुरू कर दिया.
  4. 1 मई 1960 को बॉम्बे को बांटकर दो राज्य महाराष्ट्र और गुजरात बना दिए गए. अब दोनों राज्य बॉम्बे को अपने राज्य का हिस्सा बनाना चाहते थे. काफी खींचातान के बाद बॉम्बे को महाराष्ट्र की राजधानी बना दिया गया.

मई माह का प्रथम रविवार: विश्व हास्य दिवस

प्रत्येक वर्ष मई महीने के पहले रविवार को ‘विश्व हास्य दिवस’ (World Laughter Day) मनाया जाता है. इस वर्ष यानी 2022 में यह दिवस 1 मई को मनाया गया. विश्व हास्य दिवस का आरंभ संसार में शांति की स्थापना और भाई-चारे और सदभाव के उद्देश्य से हुई.

विश्व हास्य दिवस की शुरुआत डॉ. मदन कटारिया ने 11 जनवरी 1998 को मुंबई में की थी. मदन कटारिया विश्व हास्य-योग आंदोलन के संस्थापक थे.

हास्य-योग के अनुसार, हास्य सकारात्मक और शक्तिशाली भावना है जिसमें व्यक्ति को ऊर्जावान और संसार को शांतिपर्ण बनाने के सभी तत्व उपस्थित रहते हैं. यह व्यक्ति के विद्युत-चुंबकीय क्षेत्र को प्रभावित करता है और व्यक्ति में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है.

24-30 अप्रैल 2022: विश्व टीकाकरण सप्ताह के रूप में मनाया गया

प्रत्येक वर्ष अप्रैल माह के आखिरी सप्ताह को ‘विश्व टीकाकरण सप्ताह’ (World Immunization Week) के रूप में मनाया जाता है. इसका उद्देश्य हर व्यक्ति को टीका-निवारणीय रोगों के बारे में जागरुकता फैलाना और इन रोगों से बचाव करना है. पहली बार विश्व टीकाकरण सप्ताह 2012 में मनाया गया था.

इस वर्ष यानी 2022 के विश्व टीकाकरण सप्ताह का विषय (थीम) ‘सभी के लिए लंबा जीवन’ (Long Life for All) था.

टीका-निवारणीय रोग: मुख्य तथ्य

  • टीकाकरण, टीका-निवारणीय रोगों जैसे कि ग्रीवा संबंधी कैंसर, डिप्थीरिया, हेपेटाइटिस बी, खसरा, मम्प्स, पर्टुसिस (खांसी), निमोनिया, पोलियो, रोटावायरस अतिसार (डायरिया), रूबेला और टेटनस इत्यादि से होने वाली मृत्यु से सुरक्षित करता है.
  • वर्ष 1988 से पोलियो मामलों में 99% से ज्यादा की कमी आयी है. वर्तमान में तीन देशों (अफगानिस्तान, नाइजीरिया और पाकिस्तान) में पोलियो-स्थानिक हैं. पोलियो वर्ष 1988 में 125 देशों में था.
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने वर्ष 2014 में भारत को पोलियो मुक्त घोषित किया था.
  • टीका (वैक्सीन) के दो भाग होते हैं- एंटीजन (antigen) और एडजुवेंट (adjuvant). एंटीजन बीमारी पैदा करने वाले परजीवी का एक टुकड़ा है. एडजुवेंट शरीर को खतरे के संकेत भेजता है और प्रतिरक्षा प्रणाली को दृढ़ता से प्रतिक्रिया करने में मदद करता है.

भारत में टीकाकरण कार्यक्रम

मिशन इंद्रधनुष: भारत सरकार ने सभी बच्चों और गर्भवती महिलाओं का संपूर्ण टीकाकरण कवरेज प्राप्त करने के लिए दिसंबर 2014 में ‘मिशन इंद्रधनुष’ का शुभारंभ किया था. मिशन इंद्रधनुष के बाद पूर्ण टीकाकरण कवरेज में प्रतिवर्ष वृद्धि 1% से बढकर 6.7% हो गयी.

तीव्र मिशन इंद्रधनुष (IMI): प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने टीकाकरण कार्यक्रम में तेज़ी लाने के लिए 8 अक्टूबर 2017 को तीव्र मिशन इंद्रधनुष का शुभारंभ किया. इस कार्यक्रम के माध्यम से भारत सरकार का उद्देश्य दो वर्ष से कम उम्र के प्रत्येक बच्चों और उन सभी गर्भवती महिलाओं तक पहुंचना है, जो नियमित रूप से टीकाकरण कार्यक्रम के तहत छूट गए हैं.

28 अप्रैल: विश्व कार्यस्थल स्वास्थ्य एवं सुरक्षा दिवस

प्रत्येक वर्ष 28 अप्रैल को दुनियाभर में ‘विश्व कार्यस्थल स्वास्थ्य एवं सुरक्षा दिवस’ (World Day for Safety and Health at Work) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य कार्यस्थलों पर कर्मकारों के सुरक्षा एवं स्वास्थ्य की ओर ध्यान आकर्षित करना है.

2022 का मुख्य विषय (थीम)

इस वर्ष यानी 2022 में विश्व कार्यस्थल स्वास्थ्य एवं सुरक्षा दिवस का मुख्य विषय (थीम) ‘Workplace Stress: a collective challenge’ है.

अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO): एक दृष्टि

  • विश्व कार्यस्थल स्वास्थ्य एवं सुरक्षा दिवस को मनाये जाने की घोषणा अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) ने की थी. इसे प्रतिवर्ष 2003 से मनाया जा रहा है.
  • ILO संयुक्त राष्ट्र की एकमात्र त्रि-पक्षीय संस्था है. यह श्रम मानक निर्धारित करने, नीतियाँ को विकसित करने एवं सभी महिलाओं तथा पुरुषों के लिये सभ्य कार्य को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रम तैयार करने हेतु 187 सदस्य देशों की सरकारों, नियोक्ताओं और श्रमिकों को एक साथ लाता है.
  • ILO की स्थापना 29 अक्टूबर 1919 को की गयी थी. इसका मुख्यालय स्विट्ज़रलैंड के जिनेवा में है. इसके कुल 187 सदस्य हैं.

26 अप्रैल: विश्‍व बौद्धिक सम्‍पदा दिवस

प्रत्येक वर्ष 26 अप्रैल को विश्‍व बौद्धिक सम्‍पदा दिवस (World Intellectual Property Day) मनाया जाता है. इसी दिन 1970 में विश्व बौद्धिक संपदा संगठन की स्थापना के लिए समझौता लागू हुआ था. इस दिवस को मनाये जाने का उद्देश्य बौद्धिक संपदा के अधिकारों (पेटेंट, ट्रेडमार्क, औद्योगिक डिजाइन, कॉपीराइट इत्यादि) के प्रति लोगों को जागरूक करना है.

बौद्धिक संपदा क्या है?

मानव बुद्धि से निर्मित रचनाएं बौद्धिक संपदा कहलाती है, जिन्हें छूकर महसूस नहीं किया जा सकता. इनमें मुख्य रूप से कॉपीराइट, पेटेंट और ट्रेडमार्क शामिल हैं. इनके अलावा ट्रेड सीक्रेट्स, प्रचार अधिकार, नैतिक अधिकार और अनुचित प्रतिस्पर्द्धा के खिलाफ अधिकार भी इसमें शामिल हैं.

विश्‍व बौद्धिक सम्‍पदा दिवस 2022 का विषय

इस वर्ष यानी 2022 के विश्व बौद्धिक सम्पदा अधिकार दिवस का मुख्य विषय (थीम)– IP and Youth: Innovating for a Better Future है.

विश्‍व बौद्धिक सम्‍पदा दिवस का इतिहास

संयुक्त राष्ट्र के विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (WIPO) ने वर्ष 2000 में प्रतिवर्ष 26 अप्रैल को इस दिवस को मनाने की घोषणा की थी.

विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (WIPO)

WIPO की स्थापना 1967 में हुई थी. इसका कार्य बौद्धिक संपदा अधिकारों की रक्षा तथा संवर्द्धन करना है. वर्तमान में भारत सहित इसके कुल 191 सदस्य देश हैं. इसका मुख्यालय जिनेवा, स्विट्जरलैंड में है. भारत 1975 में WIPO का सदस्य बना था.

राष्ट्रीय बौद्धिक सम्पदा अधिकार नीति

भारत ने राष्ट्रीय बौद्धिक सम्पदा अधिकार नीति 2016 में स्वीकार की थी. जिसका मुख्य उद्देश्य बौद्धिक सम्पदा अधिकारों के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है.