डेली कर्रेंट अफेयर्स
16वां जी-20 शिखर सम्मेलन रोम में आयोजित किया गया
16वां जी-20 शिखर सम्मेलन (16th G20 Summit) 2021 इटली के रोम में 30 से 31 अक्तूबर तक आयोजित किया था. यह बैठक इटली के नेतृत्व में आयोजित किया गया था. इस शिखर सम्मेलन का विषय ‘लोग, पृथ्वी और समृद्धि’ (People, Planet, Prosperity) था.
जलवायु परिवर्तन विषयों पर मुख्य रूप से विचार-विमर्श
इस सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण और सतत विकास के विषयों पर मुख्य रूप से विचार-विमर्श हुआ. सदस्य देशों ने सदी के मध्य तक दुनिया को कार्बन मुक्त करने का वादा किया और धरती के बढ़ते तापमान को डेढ़ डिग्री पर रोकने को सहमती हुई. इसमें कहा गया है कि सदी के मध्य तक नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल किया जाएगा.
जी-20 देशों ने निर्णय लिया है कि वे देश के बाहर कोयले पर निवेश नहीं करेंगे. लेकिन देश के भीतर निवेश पर रोक पर कोई पाबंदी नहीं है.
2009 में यह तय किया गया था कि धनी देश 100 अरब डालर प्रतिवर्ष जलवायु खर्चों से निपटने के लिए देंगे. पहले 2015 में इसे पूरा होना था. फिर 2020 की तारीख रखी गई. अब जी-20 देशों ने इसे 2025 तक पूरा करने की बात कही है.
अन्य मुख्य बिंदु
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस सम्मेलन में भारत की और से हिस्सा लिया था. वह इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्राघी के निमंत्रण पर इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए रोम गये थे. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आठवीं बार इस बैठक में हिस्सा लिया.
- केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल इस सम्मेलन में भारत के शेरपा थे. शेरपा अंतर्राष्ट्रीय शिखर सम्मेलनों में बैठक की तैयारी के लिए राष्ट्राध्यक्ष और शासनाध्यक्ष के प्रतिनिधि होते हैं.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोम में यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के साथ बैठक की. उन्होंने भारत- यूरोप सहयोग के अंतर्गत राजनीतिक तथा सुरक्षा सम्बंधों और व्यापार, निवेश, आर्थिक सहयोग के बारे में समीक्षा की.
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रोम में इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्राघी के साथ प्रतिनिधि मंडल स्तर की वार्ता की. भारत और इटली ने द्विपक्षीय भागीदारी कार्ययोजना 2020-25 की समीक्षा की. दोनों देशों ने ग्रीन कॉरिडोर परियोजनाएं, स्मार्ट ग्रिड, ऊर्जा भंडारण, गैस परिवहन, हरित हाइड्रोजन विकास और जैव ईंधन को बढ़ावा देने में साझेदारी पर सहमति व्यक्त की.
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्पेन के प्रधानमंत्री पैड्रो सांचेज से भेंट की. दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को सुदृढ करने पर विचार किया. श्री मोदी ने जर्मनी की चांसलर एंगेला मर्केल से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों पर बातचीत की और कार्यनीतिक भागीदारी बनाए रखने की प्रतिबद्धता व्यक्त की. प्रधानमंत्री मोदी ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों पर विचार-विमर्श किया.
देश का पहला विध्वंसक युद्धपोत ‘विशाखापट्टनम’ भारतीय नौसेना को सौंपा गया
देश में नौसेना के लिए युद्धपोत बनाने की परियोजना P15B का पहला विध्वंसक युद्धपोत ‘विशाखापट्टनम’ (Y12704) को 31 अक्तूबर को भारतीय नौसेना को सौंप दिया गया. इसके शामिल होने से हिंद महासागर क्षेत्र में भारतीय नौसेना की सामरिक और रणनीतिक क्षमता में बढ़ोतरी होगी.
विशाखापट्टनम युद्धपोत: मुख्य बिंदु
- ‘विशाखापट्टनम’ भारत में निर्मित सबसे लंबा विध्वंसक युद्धपोत है. इसे ‘नौसेना डिजाइन निदेशालय’ ने डिजाइन किया है और निर्माण मुंबई स्थित मझगांव डाक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने किया है. इसका निर्माण स्वदेशी स्टील डीएमआर-249ए से किया गया है. इसकी लंबाई 164 मीटर है और भार क्षमता 7,500 टन है.
- इस युद्धपोत को सुपरसोनिक ब्रह्मोस और बराक समेत सभी प्रमुख मिसाइलों और हथियारों से लैस किया गया है. यह पूर्ण रूप से दुश्मन की पनडुब्बियों, युद्धपोतों, एंटी सबमरीन मिसाइलों और युद्धक विमानों का मुकाबला बिना किसी सहायक युद्धपोत के करने में सक्षम है.
- इसमें समुद्र के नीचे युद्ध करने में सक्षम डिस्ट्रायर, पनडुब्बी रोधी हथियार और सेंसर लगाए गए हैं. साथ ही इसमें हाल माउंटेड सोनार, हमसा एनजी, हेवी वेट टारपीडो ट्यूब लांचर्स, राकेट लांचर्स आदि भी शामिल हैं. यह एक बार में 42 दिनों तक समुद्र में रहने में सक्षम है.
- ‘नौसैनिक युद्धपोत निर्माण परियोजना’ के तहत देश के चार कोनों के प्रमुख शहरों विशाखापट्टनम, मोरमुगाओ, इंफाल और सूरत के नाम पर चार युद्धपोतों का निर्माण किया जा रहा है.
1 नवंबर: मध्य प्रदेश, कर्नाटक, पंजाब, केरल, हरियाणा और छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस
प्रत्येक वर्ष 1 नवंबर को मध्य प्रदेश, कर्नाटक, पंजाब, केरल, हरियाणा और छत्तीसगढ़ अपना स्थापना दिवस मनाते हैं. इन सभी राज्यों का गठन 1 नवंबर को ही हुआ था. मध्य प्रदेश का गठन 1 नवंबर, 1956 को हुआ था. इस वर्ष 2021 में मध्य प्रदेश का 66वां स्थापना मनाया गया. मध्य भारत प्रांत की उस समय दो राजधानियां थीं. पढ़ें पूरा आलेख…»
31 अक्टूबर: सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती, राष्ट्रीय एकता दिवस
प्रत्येक वर्ष 31 अक्टूबर को लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती मनाई जाती है. इस वर्ष यानी 2021 में उनकी 146वीं जयंती मनाई गयी. वर्ष 2014 से सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिन को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ (National Unity Day) के तौर पर मनाया जाता है. पढ़ें पूरा आलेख…»
31 अक्टूबर: विश्व नगर दिवस
प्रत्येक वर्ष 31 अक्टूबर को ‘विश्व नगर दिवस’ (World Cities Day) के रूप में मनाया जाता है. इस वर्ष यानि 2021 के विश्व नगर दिवस की थीम ‘जलवायु लचीलापन के लिए शहरों को अपनाना’ (Adapting Cities for Climate Resilience) है. संयुक्त राष्ट्र ने विश्व नगर दिवस को मनाने का निर्णय 2013 में किया था. पहला विश्व नगर दिवस 2020 में मनाया गया था.
26 अक्टूबर से 1 नवम्बर: सतर्कता जागरूकता सप्ताह
केन्द्रीय सतर्कता आयोग(CVC) प्रति वर्ष ‘सतर्कता जागरूकता सप्ताह’ का आयोजन करता है. इस वर्ष यानी 2021 में यह सप्ताह 26 अक्टूबर से 1 नवम्बर तक आयोजित किया गया था. इसका उद्देश्य लोगों के सहयोग से सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी और सत्यनिष्ठा को बढ़ावा देना है. सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2021 का विषय- ‘स्वतंत्र भारत @ 75: ईमानदारी के साथ आत्मनिर्भरता’ (Independent India @ 75: Self Reliance with Integrity) रखा गया है.
देश-दुनिया: एक संक्षिप्त दृष्टि
सामयिक घटनाचक्र का डेलीडोज
26वां अंतरराष्ट्रीय जलवायु शिखर सम्मेलन ग्लासगो में आयोजित किया जा रहा है
जलवायु परिवर्तन से संबंधित कॉप-26 शिखर सम्मेलन 31 अक्तूबर से 12 नवंबर तक ब्रिटेन के में ग्लासगो में आयोजित किया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस सम्मेलन में हिस्सा लेने ग्लासगो में हैं. इसका आयोजन ब्रिटेन की अध्यक्षता में किया जा रहा है. इसमें 120 से अधिक देशों के राष्ट्राध्यक्ष भाग ले रहे हैं.
1-3 नवम्बर: गंगा उत्सव
1 से 3 नवम्बर तक गंगा उत्सव मनाया जा रहा है. राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन वर्ष 2008 में 4 नवंबर को गंगा नदी को राष्ट्रीय नदी घोषित किए जाने की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में प्रति वर्ष इस उत्सव का आयोजन करता है.
ऑस्ट्रेलिया ने स्वदेशी कोविड रोधी टीके कोवैक्सीन को मंजूरी दी
ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने कोविड रोधी स्वदेशी टीके कोवैक्सीन को अप्रूव्ड टीकों की सूची में शामिल किया है. इस टीके को भारत बायोटेक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के साथ मिलकर तैयार किया था. ऑस्ट्रेलिया सरकार की ओर से कोविशील्ड वैक्सीन को पहले ही मान्यता दी जा चुकी है. ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने फाइजर, मॉडर्ना, जॉनसन एंड जॉनसन, सिनोवैक, सिनोफार्म और भारत बायोटेक के टीकों को भी मंजूरी दी है.
Facebook Inc ने अपना नाम बदलकर Meta Platforms Inc किया
Facebook Inc. ने अपना नाम बदलकर Meta Platforms Inc. कर दिया है. हालाँकि, सोशल नेटवर्क को अभी भी फेसबुक ही कहा जाएगा. कंपनी की रीब्रांडिंग एक वर्चुअल दुनिया को विकसित करने और “कंपनी के एप्स और तकनीकों को एक नए कंपनी ब्रांड के तहत लाने” की बड़ी योजना का हिस्सा है.