31 अक्टूबर: सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती, राष्ट्रीय एकता दिवस
प्रत्येक वर्ष 31 अक्टूबर को लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती मनाई जाती है. इस वर्ष यानी 2021 में उनकी 146वीं जयंती मनाई गयी.
वर्ष 2014 से सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिन को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ (National Unity Day) के तौर पर मनाया जाता है. देश में राष्ट्रीय एकता की भावना का संचार करने के उद्देश्य से इस दिन ‘रन फॉर यूनिटी दौड़’ कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात में सरदार पटेल की प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की. गु़जरात के नर्मदा किनारे केवाडिया में बने यह प्रतिमा 182 मीटर ऊंची है, जो कि दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है.
‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ पर्व का आयोजन
सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर नई दिल्ली के इंडिया गेट पर ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ पर्व का आयोजन किया जाता है. इस पहल का उद्देश्य सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के बीच देश की विविधता में एकता को रेखांकित करना है. एक भारत श्रेष्ठ भारत का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 31 अक्तूबर, 2015 को सरदार पटेल की 140वीं जयंती के अवसर पर किया था.
सरदार वल्लभ भाई पटेल: संक्षिप्त परिचय
सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्तूबर 1875 को गुजरात के नाडियाड में हुआ था. वह भारत के लौह पुरूष के रूप में जाने जाते हैं. उन्होंने भारत के साथ पांच सौ से अधिक रजवाड़ों का विलय कराया था. 12 अक्तूबर 1947 को दशहरे के अवसर पर सरदार पटेल ने अखंड भारत की अवधारणा का आह्वान किया था.
सरदार पटेल ने भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री के रूप में सेवा की और गृहमंत्री भी रहे. वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे. भारत गणराज्य के एक संस्थापक के रूप में पटेल ने देश की आजादी के लिए संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.