पद्मश्री उडिया लेखिका बीनापाणी मोहंती का निधन

विख्‍यात उडिया लेखिका पद्मश्री बीनापाणि मोहंती का 24 अप्रैल को निधन हो गया. वह 85 वर्ष की थीं. बीनापाणि का ओडिया साहित्‍य में अमूल्‍य योगदान रहा है. उनकी लोकप्रिय कृतियों का अनुवाद विभिन्‍न भाषाओं में किया गया है.

बीनापाणि ने 100 से अधिक पुस्तकें लिखी हैं. पटादेई, कस्तूरी मृग ओ सबुजा अरण्य, खेला घर, नाइकू रास्ता, बस्त्रहरण और अंधकरारा उनके द्वारा लिखी गईं प्रमुख पुस्तकें हैं.

एक कहानीकार के रूप में उनका साहित्यिक जीवन 1960 में ‘गोटी रतिरा कहानी के प्रकाशन के साथ शुरू हुआ. उनकी पुस्तकों का अंग्रेजी, हिंदी, कन्नड, मलयालम, मराठी और बंगाली में भी अनुवाद किया गया.

पद्मश्री के अलावा वह साहित्य अकादमी पुरस्कार, सरल सम्मान और अतिबादि जगन्ननाथ दास सम्मान से भी सम्मानित की गई हैं.

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