NASA के पार्कर सोलर प्रोब ने पहली बार शुक्र ग्रह से आ रही आवाज रिकॉर्ड की

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के पार्कर सोलर प्रोब ने शुक्र ग्रह से आ रही आवाज और रेडियो सिग्नल को रिकॉर्ड किया है. यह आवाज शुक्र के ऊपरी वातावरण से आ रही थी.

नासा ने पार्कर सोलर प्रोब को सूरज का अध्ययन करने के लिए भेजा था. सूरज की परिक्रमा करते हुए जब यह प्रोब शुक्र के ऊपर से गुजरा तो उसने इस भयंकर आवाज को सुना.

पार्कर सोलर प्रोब ने इस आवाज को शुक्र के करीब से तीसरी बार उड़ने के दौरान 11 जुलाई 2020 को रिकॉर्ड किया था. उस समय पार्कर प्रोब और शुक्र के बीच की दूरी मात्र 832 किलोमीटर ही थी. इससे पहले भी पार्कर प्रोब ने शुक्र के करीब से दो बार उड़ान भरी थी, लेकिन इतनी नजदीकी से कभी भी नहीं गुजरा था.

पार्कर सोलर प्रोब: एक दृष्टि

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने ‘पार्कर सोलर प्रोब’ अंतरिक्षयान को सूरज के बाहरी कोरोना के बारे में अध्ययन करने के लिए 2018 में लॉन्च किया था. इस प्रोब को नासा का ‘गोडार्ड स्पेस सेंटर’ संचालित कर रहा है.

यह प्रोब हर चक्कर के दौरान सूरज के नजदीक जाने की कोशिश कर रहा है. 2025 तक इस प्रोब को सूरज के 4.3 मिलियन मील की दूरी तक पहुंचाने का प्लान है. अगर इस प्रोब ने सूरज की गर्मी को बर्दाश्त कर लिया तो इसे और नजदीक तक पहुंचाया जाएगा.

शुक्र ग्रह

धरती की जुड़वा बहन कहे जाने वाले शुक्र ग्रह से आ रहे प्राकृतिक रेडियो सिग्नल से मिली आवाज की जांच से इस ग्रह के वातावरण के बारे में और अधिक जानकारी मिल सकती है. शुक्र को सौर मंडल का सबसे गर्म ग्रह माना जाता है क्योंकि सूरज से अधिक नजदीक होने के कारण बुध का वायुमंडल नष्ट हो चुका है. जिस कारण वह उष्मा को अवशोषित नहीं कर पाता है.

नासा के अनुसार, पृथ्वी और शुक्र दोनों जुड़वा दुनिया हैं. ये दोनों ग्रह पहाड़ी, समान आकार और संरचना के हैं. लेकिन, दोनों का रास्ता शुरू से ही अलग है. शुक्र में एक चुंबकीय क्षेत्र की कमी होती है. इसकी सतह का तापमान इतना ज्यादा होता है कि सीसा भी पिघल जाए. इस ग्रह का अध्ययन करने के लिए भेजा गया स्पेसक्राफ्ट भी गर्मी बर्दाश्त नहीं कर पाता है.

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