Tag Archive for: Important Days- March

7 मार्च: जन औषधि दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

7 मार्च 2022 को देशभर में ‘जन औषधि दिवस’ के रूप में मनाया गया. प्रधानमंत्री जन-औषधि परियोजना की उपलब्धियों के प्रसार तथा इसे और गति देने के लिए पहली बार 7 मार्च 2019 को ‘जन औषधि दिवस’ मनाया गया था.

योजना का मूल उद्देश्य जेनेरिक दवाओं के बारे में जागरूकता पैदा करना है. जेनेरिक दवाएं अनब्रांडेड दवाएं हैं जो समान रूप से सुरक्षित हैं. वे ब्रांडेड की तुलना में बहुत सस्ती होती हैं.

भारतीय जन औषधि योजना (PMJAY): एक दृष्टि

  • प्रधानमंत्री ‪नरेन्द्र मोदी‬ ने 1 जुलाई 2015 को ‪प्रधानमंत्री जन औषधि योजना की घोषणा की थी.
  • इस योजना में सरकार द्वारा ‘जन औषधि स्टोर’ बनाए गए हैं, जहां उच्च गुणवत्ता वाली जेनरिक दवाईयां (Generic drug) उपलब्ध करवाई जाती है.
  • इन दवाईयों के दाम बाजार मूल्य से 30-50 प्रतिशत कम होते हैं.

जेनेरिक दवा क्या होती है?
जेनेरिक दवा वह दवा है जो बिना किसी पेटेंट के बनायी और वितरित की जाती है. जेनेरिक दवा के फॉर्मुलेशन पर पेटेंट हो सकता है किन्तु उसके सक्रिय घटक (active ingradient) पर पेटेंट नहीं होता. जेनेरिक दवाओं का असर, डोज और इफेक्ट्स ब्रांडेड दवाओं की तरह ही होते हैं.

उदाहरण के तौर पर सामान्य बुखार को कम करने के लिए ‘कॉसिन’ टैब्लेट बहुत पॉपुलर है. कॉसिन टैब्लेट पेरासिटामोल नाम के घटक से बना होता है. कॉसिन की जेनेरिक दवा ‘पेरासिटामोल’ नाम से मौजूद है. लेकिन लोग कॉसिन लेना ही पसंद करते हैं क्योंकि ये बहुत पॉपुलर ब्रांड हो चुका है. इसकी खूब पब्लिसिटी इंटरनेशनल लेवल पर की गई है. वहीं जेनेरिक दवाइयों के प्रचार के लिए कंपनियां पब्लिसिटी नहीं करती.

4 मार्च: राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस

प्रत्येक वर्ष 4 मार्च को देश में ‘राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस’ (National Safety Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य जागरूकता न होने की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकना है. इस साल यानी 2022 में 51वां राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया गया.

4 से 10 मार्च तक ‘राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह’

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के साथ ही 4 से 10 मार्च तक ‘राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह’ (National Safety Week) के रूप में मनाया जाने लगा है. इस सप्ताह के दौरान विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से औद्योगिक दुर्घटनाओं से बचाव के तरीकों से लोगों को अवगत कराया जाता है.

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस और राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह को मनाने की पहल ‘राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद’ (National Safety Council) ने की थी. 4 मार्च के ही दिन भारत में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की स्थापना हुई थी.

राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC): एक दृष्टि

राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की स्थापना 4 मार्च 1966 को मुंबई सोसायटी अधिनियम के तहत हुई थी. यह एक स्वशासी निकाय है जो सार्वजनिक सेवा के लिए गैर-सरकारी और गैर-लाभकारी संगठन के रूप में कार्य करता है. 1972 में इस संगठन ने राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाने का निर्णय लिया था. बाद में इसे नेशनल सेफ्टी सप्ताह के रूप में मनाया जाने लगा.

3 मार्च: विश्व वन्यजीव दिवस

प्रत्येक वर्ष 3 मार्च को ‘विश्व वन्यजीव दिवस’ (World Wildlife Day) मनाया जाता है. वर्ष 1973 में इसी दिन वन्य जीवों और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से संबंधित एक घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किए गए थे.

इस दिवस को मनाने का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर विलुप्त संकटापन्न वन्य-जीवों तथा वनस्पतियों के संरक्षण की दिशा में जागरूकता लाना है.

वर्ष 2022 में इस दिवस का मुख्य विषय (Theme)- ‘पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली के लिए प्रमुख प्रजातियों को पुनर्प्राप्त करना’ (Recovering Key Species for Ecosystem Restoration) है. इसके तहत वनों, वन प्रजातियों और पारिस्थितिक तंत्र सेवाओं की केंद्रीय भूमिका को उजागर करने का प्रयास किया जाएगा ताकि वनों और उसके पास रहने वाले समुदायों के लाखों लोगों की आजीविका को बनाए रखा जाए.

20 दिसंबर, 2013 को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने अपनी 68वीं महासभा में इस दिवस को मनाने की घोषणा की थी.

3 मार्च: विश्व श्रवण दिवस

विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation), प्रत्येक वर्ष 3 मार्च को ‘विश्व श्रवण दिवस’ (World Hearing Day) मनाया जाता है. इस दिवस पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जागरूकता अभियान चलाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्‍य कान की सुरक्षा और बधीरता से बचाव के लिए जागरूकता फैलाना है.

इस वर्ष यानी 2021 में विश्व श्रवण दिवस का विषय ‘जीवन भर सुनने के लिए ध्यान से सुनें’ (To hear for life, listen with care) है.

30 मार्च को राजस्थान दिवस मनाया गया, राजस्थान से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य

प्रत्येक वर्ष 30 मार्च को राजस्थान दिवस (Rajasthan Diwas) मनाया जाता है. 30 मार्च, 1949 में जोधपुर, जयपुर, जैसलमेर और बीकानेर रियासतों का विलय होकर ‘वृहत्तर राजस्थान संघ’ बना था. यही राजस्थान की स्थापना का दिन माना जाता है.

राजस्थान राज्य: एक दृष्टि

  • राजस्थान भारत का क्षेत्रफल के आधार पर सबसे बड़ा राज्य है.
  • इसके पश्चिम में पाकिस्तान, दक्षिण-पश्चिम में गुजरात, दक्षिण-पूर्व में मध्यप्रदेश, उत्तर में पंजाब, उत्तर-पूर्व में उत्तरप्रदेश और हरियाणा है.
  • राज्य का क्षेत्रफल 3,42,239 वर्ग किमी (132139 वर्ग मील) है.
  • 2011 की गणना के अनुसार राजस्थान की साक्षरता दर 66.11% हैं.
  • राजस्थान की राजधानी जयपुर है.
  • विश्व की पुरातन श्रेणियों में प्रमुख अरावली श्रेणी राजस्थान की एक मात्र पर्वत श्रेणी है.
  • पूर्वी राजस्थान में दो बाघ अभयारण्य, विश्व प्रसिद्ध रणथम्भौर एवं सरिस्का हैं और भरतपुर के समीप केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान है, जो सुदूर साइबेरिया से आने वाले सारसों और बड़ी संख्या में स्थानीय प्रजाति के अनेकानेक पक्षियों के संरक्षित-आवास के रूप में विकसित किया गया है.
  • माउंट आबू राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन है. यह समुद्र तल से 1,722 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.
  • विश्वविख्यात दिलवाड़ा मंदिर राजस्थान में स्थित है.
  • भारत का सबसे बड़ा मरुस्थल ‘थार मरुस्थल’ भी राजस्थान में स्थित है. इस मरुस्थल का लगभग 60% हिस्सा राजस्थान में है, परन्तु कुछ भाग हरियाणा, पंजाब, गुजरात और पाकिस्तान के सिंध और पंजाब प्रांतों में भी फैला है.
  • देश की एकमात्र लवणीय नदी ‘लूनी नदी’ राजस्थान में बहती है.
  • राजस्थान में यूनेस्को के तीन विश्व धरोहर स्थल हैं – केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, जंतर मंतर (जयपुर), राजस्थान के पहाड़ी किले (चित्तौड़गढ़, कुम्भलगढ़, रणथम्भोर, अम्बर, जैसलमेर).
  • राजस्थान के कुम्भलगढ़ दुर्ग की दीवार 38 किलोमीटर लम्बी है. इसे चीन की महान दीवार के बाद विश्व की दूसरी सबसे लम्बी दीवार माना जाता है.

राजस्थान के प्रतीक चिह्न

  • राज्य का पशु : ऊंट और चिंकारा
  • राज्य की पक्षी: गोडावण जिसो सोहन चिड़िया, हुकना, गुरायिन वगैरा के नाम से जाना जाता है.
  • राज्य का फूल: रोहिड़ा
  • राज्य का वृक्ष: खेजड़ी

मार्च का अंतिम शनिवार: 15वां अर्थ ऑवर मनाया गया

प्रत्येक वर्ष मार्च के अंतिम शनिवार (last Saturday of March) को ‘अर्थ ऑवर’ (Earth Hour) मनाया जाता है. इस वर्ष 27 मार्च 2021 को पूरे विश्व में अर्थ ऑवर मनाया गया. इसका उद्देश्य ऊर्जा की बचत कर धरती को सुरक्षित रखना है.

अर्थ आवर का यह 15वां संस्करण था. इस मौके पर दुनिया के 180 से ज्यादा देशों के लोग 8.30 बजे से 9.30 बजे तक अपने घरों की लाइटें बंद करके ऊर्जा की बचत करते हैं.

अर्थ ऑवर 2021 का मुख्य विषय (थीम) ‘पृथ्वी को बचाने के लिए जलवायु परिवर्तन’ था.

अर्थ ऑवर क्या है?

अर्थ ऑवर लोगों के लिए जलवायु परिवर्तन पर कार्रवाई करने के लिए दुनिया का सबसे बड़ा जमीनी स्तर का आंदोलन है. इस अवसर पर विश्व भर में लोगों को एक घंटे के लिए गैर-आवश्यक उपकरणों की बिजली बंद करने का आवाहन किया जाता है.

अर्थ ऑवर को वर्ष 2007 में वर्ल्ड वाइड फण्ड फॉर नेचर द्वारा शुरू किया गया था. अर्थ ऑवर के द्वारा पर्यावरण सुरक्षा तथा जलवायु परिवर्तन को नियंत्रित करने के प्रति प्रतिबद्धता प्रकट की जाती है.

27 मार्च: विश्व रंगमंच दिवस

प्रत्येक वर्ष 27 मार्च को विश्व रंगमंच दिवस (World Theatre Day) के रूप में मनाया जाता है. यह दिन दुनियाभर में थिएटर कला के महत्व के प्रति लोगों में जागरुकता पैदा करने के उद्देश्य से मनाया जाता है. इस दिवस के दिन जाने-माने रंगकर्मी द्वारा रंगमंच और संस्कृति विषय पर अन्तर्राष्ट्रीय रंगमंच संदेश व्यक्त किया जाता है.

विश्व रंगमंच दिवस को मनाने का प्रस्ताव ‘इंटरनेशनल थियेटर इंस्टीट्यूट’ (International Theatre Institute) द्वारा 1961 में किया गया था. पहला विश्व रंगमंच दिवस 1962 में मनाया गया था. इस वर्ष अन्तर्राष्ट्रीय रंगमंच संदेश फ्रांस की जीन काक्टे ने दिया था. वर्ष 2002 में यह संदेश भारत के प्रसिद्ध रंगकर्मी गिरीश कर्नाड द्वारा दिया गया था.

मार्च माह का दूसरा बृहस्पतिवार: विश्व किडनी दिवस

प्रत्येक वर्ष मार्च माह के दूसरे बृहस्पतिवार को ‘विश्व किडनी दिवस’ (World Kidney Day) मनाया जाता है. इस वर्ष (2021 में) 11 मार्च को यह दिवस मनाया गया. यह वैश्विक स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता अभियान है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य किडनी के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना है.

इस वर्ष विश्व किडनी दिवस का मुख्य विषय (थीम) ‘Living Well with Kidney Disease’ है.

8 मार्च: अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस

प्रत्येक वर्ष 8 मार्च को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) के रूप में मनाया जाता है. यह दिवस समाज में स्‍त्री-पुरुष समानता लाने, महिलाओं की उपलब्धियां उजागर करने और प्रत्येक क्षेत्र में उनकी भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्‍य से मनाया जाता है.

अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2021 की थीम

इस वर्ष के अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस का मुख्य विषय (थीम) ‘महिला नेतृत्वः कोविड काल में विश्व में समान भविष्य की प्राप्ति’ (Women in leadership: Achieving an equal future in a COVID-19 world) है.

अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस का इतिहास

  • अंतर्राष्‍ट्रीय महिला दिवस का विचार सबसे पहले 12वीं सदी में उत्‍तरी अमरीका और यूरोप में श्रम आंदोलनों की गतिविधियों के दौरान उभरा था.
  • अमरीका में पहला राष्‍ट्रीय महिला दिवस 1908 में न्‍यूयॉर्क में वस्‍त्र कामगारों की हडताल के दौरान मनाया गया, जब महिलाओं ने काम की कठिन परिस्थितयों का विरोध किया.
  • 28 फरवरी 1909 में सोशलिस्ट पार्टी ऑफ अमेरिका ने न्यूयॉर्क में महिला दिवस का ऐलान किया था.
  • संयुक्त राष्ट्र ने 1977 में 8 मार्च को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मंजूरी दी और तब से अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है.

7 मार्च: जन औषधि दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

7 मार्च 2021 को देशभर में ‘जन औषधि दिवस’ के रूप में मनाया गया. प्रधानमंत्री जन-औषधि परियोजना की उपलब्धियों के प्रसार तथा इसे और गति देने के लिए पहली बार 7 मार्च 2019 को ‘जन औषधि दिवस’ मनाया गया था.

योजना का मूल उद्देश्य जेनेरिक दवाओं के बारे में जागरूकता पैदा करना है. जेनेरिक दवाएं अनब्रांडेड दवाएं हैं जो समान रूप से सुरक्षित हैं. वे ब्रांडेड की तुलना में बहुत सस्ती होती हैं.

भारतीय जन औषधि योजना (PMJAY): एक दृष्टि

  • प्रधानमंत्री ‪नरेन्द्र मोदी‬ ने 1 जुलाई 2015 को ‪प्रधानमंत्री जन औषधि योजना की घोषणा की थी.
  • इस योजना में सरकार द्वारा ‘जन औषधि स्टोर’ बनाए गए हैं, जहां उच्च गुणवत्ता वाली जेनरिक दवाईयां (Generic drug) उपलब्ध करवाई जाती है.
  • इन दवाईयों के दाम बाजार मूल्य से 30-50 प्रतिशत कम होते हैं.

जेनेरिक दवा क्या होती है?
जेनेरिक दवा वह दवा है जो बिना किसी पेटेंट के बनायी और वितरित की जाती है. जेनेरिक दवा के फॉर्मुलेशन पर पेटेंट हो सकता है किन्तु उसके सक्रिय घटक (active ingradient) पर पेटेंट नहीं होता. जेनेरिक दवाओं का असर, डोज और इफेक्ट्स ब्रांडेड दवाओं की तरह ही होते हैं.

उदाहरण के तौर पर सामान्य बुखार को कम करने के लिए ‘कॉसिन’ टैब्लेट बहुत पॉपुलर है. कॉसिन टैब्लेट पेरासिटामोल नाम के घटक से बना होता है. कॉसिन की जेनेरिक दवा ‘पेरासिटामोल’ नाम से मौजूद है. लेकिन लोग कॉसिन लेना ही पसंद करते हैं क्योंकि ये बहुत पॉपुलर ब्रांड हो चुका है. इसकी खूब पब्लिसिटी इंटरनेशनल लेवल पर की गई है. वहीं जेनेरिक दवाइयों के प्रचार के लिए कंपनियां पब्लिसिटी नहीं करती.

4 मार्च: राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस

प्रत्येक वर्ष 4 मार्च को देश में ‘राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस’ (National Safety Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य जागरूकता न होने की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकना है. इस साल यानी 2021 में 50वां राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया गया.

4 से 10 मार्च तक ‘राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह’

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के साथ ही 4 से 10 मार्च तक ‘राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह’ (National Safety Week) के रूप में मनाया जाने लगा है. इस सप्ताह के दौरान विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से औद्योगिक दुर्घटनाओं से बचाव के तरीकों से लोगों को अवगत कराया जाता है.

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस और राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह को मनाने की पहल ‘राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद’ (National Safety Council) ने की थी. 4 मार्च के ही दिन भारत में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की स्थापना हुई थी.

राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC): एक दृष्टि

राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की स्थापना 4 मार्च 1966 को मुंबई सोसायटी अधिनियम के तहत हुई थी. यह एक स्वशासी निकाय है जो सार्वजनिक सेवा के लिए गैर-सरकारी और गैर-लाभकारी संगठन के रूप में कार्य करता है. 1972 में इस संगठन ने राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाने का निर्णय लिया था. बाद में इसे नेशनल सेफ्टी सप्ताह के रूप में मनाया जाने लगा.

3 मार्च: विश्व वन्यजीव दिवस

प्रत्येक वर्ष 3 मार्च को ‘विश्व वन्यजीव दिवस’ (World Wildlife Day) मनाया जाता है. वर्ष 1973 में इसी दिन वन्य जीवों और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से संबंधित एक घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किए गए थे.

इस दिवस को मनाने का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर विलुप्त संकटापन्न वन्य-जीवों तथा वनस्पतियों के संरक्षण की दिशा में जागरूकता लाना है.

वर्ष 2021 में इस दिवस का मुख्य विषय (Theme)- ‘वन और आजीविका: मानव और पृथ्‍वी का सतत विकास’ (Forests and Livelihoods: Sustaining People and Planet) है. इसके तहत वनों, वन प्रजातियों और पारिस्थितिक तंत्र सेवाओं की केंद्रीय भूमिका को उजागर करने का प्रयास किया जाएगा ताकि वनों और उसके पास रहने वाले समुदायों के लाखों लोगों की आजीविका को बनाए रखा जाए.

20 दिसंबर, 2013 को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने अपनी 68वीं महासभा में इस दिवस को मनाने की घोषणा की थी.