पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का निधन

पूर्व विदेश मंत्री और भारतीय जनता पार्टी की नेता सुषमा स्वराज का 7 अगस्त को निधन हो गया. वह 67 साल की थीं. उनको दिल का दौरा पड़ा था जिसके बाद दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था. गौरतलब है कि सुषमा को काफी पहले से किडनी की समस्या थी। उन्होंने अप्रैल 2016 में किडनी का प्रत्यारोपण भी कराया था। वह मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में विदेश मंत्री थी. वह 7 बार सांसद और 3 बार एमएलए रह चुकी हैं. 1998 में वह दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनी थीं.

सुषमा स्वराज का जन्म 14 फरवरी 1952 को हरियाणा के अंबाला में हुआ था. उन्होंने अंबाला के एसडी कॉलेज और पंजाव विश्वविद्यालय के कानून की पढ़ाई की थी. सुषमा स्वराज ने 1970 में छात्र नेता के रूप में राजनीति में प्रवेश किया था. महज 27 साल की उम्र में उन्होंने जनता पार्टी का हरियाणा में अध्यक्षा का पद संभाला था. सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल सुप्रीम कोर्ट के जाने-माने क्रिमिनल लॉयर हैं.

सुषमा स्वराज 1977 में अंबाला छावनी विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुनी गईं. चौधरी देवी लाल की सरकार में वह श्रम मंत्री बनीं और 25 साल की उम्र में कैबिनेट मंत्री बनने का रेकॉर्ड बनाया था. सन 1990 में सुषमा स्वराज राज्यसभा की सदस्य चुनी गईं और 1996 में लोकसभा चुनावों में वो दक्षिण दिल्ली से 11वीं लोकसभा के लिए सांसद बनीं. सुषमा स्वराज को 1996 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में सूचना और प्रसारण मंत्रालय दिया गया था. सन 1998 में सुषमा स्वराज 12वीं लोकसभा के लिए दोबारा दक्षिणी दिल्ली से चुनी गईं. 2014 में 16वीं लोकसभा में सुषमा स्वराज विदिशा से जीतकर आईं. यूपीए दो सरकार में सुषमा स्वराज विपक्ष की नेता थीं.


कैफे कॉफी डे चेन के संस्थापक वीजी सिद्धार्थ की मौत

कैफे कॉफी डे चेन के संस्थापक वीजी सिद्धार्थ का शव 31 जुलाई को मंगलुरू में नेत्रावती नदी से मिला. वे 30 जुलाई को नेत्रावती नदी के पुल के पास से लापता हो गये थे. उनका शव उल्‍लाल के निकट नदी में मिला. लापता होने के पहले सिद्धार्थ ने अपने आखिरी खत में कई समस्याओं का जिक्र किया था. पत्र में कंपनी को हो रहे नुकसान और भारी कर्ज की बात की गई थी. सिद्धार्थ भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एसएम कृष्णा के दामाद थे.


फिल्म और रंगमंच अभिनेता और लेखक गिरीश कर्नाड का निधन