अनवर इब्राहिम मलेशिया के नए प्रधानमंत्री निर्वाचित हुए हैं. उन्होंने 24 नवंबर को 10वें प्रधानमंत्री के रूप में पद की शपथ ली. श्री अनवर इब्राहिम 1990 के दशक में मलेशिया के उप-प्रधानमंत्री रह चुके हैं.
अनवर इब्राहिम ने 1971 में मलेशिया के मुस्लिम यूथ मूवमेंट (ABIM) की स्थापना की थी. बाद में वह यूनाइटेड मलेशियाई नेशनल ऑर्गनाइजेशन (UMNO) पार्टी में शामिल हो गए और वित्त मंत्री बने थे.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मलेशिया के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम को बधाई दी है. श्री मोदी ने ट्वीट संदेश में कहा कि वे उनके साथ भारत-मलेशिया रणनीतिक साझेदारी और मज़बूत करने के लिए मिलकर काम करने की आशा रखते हैं.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2022-11-26 18:31:122022-11-28 18:52:22अनवर इब्राहिम मलेशिया के नए प्रधानमंत्री निर्वाचित हुए
कासिम जोमार्ट तोकायेव कजाख्स्तान के नए राष्ट्रपति निर्वाचित हुए हैं. कजाख्स्तान में निर्धारित समय से पहले 19 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव कराये गये थे. इस चुनाव में श्री तोकायेव ने 81 प्रतिशत से अधिक वोट जीत दर्ज की है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कजाख्स्तान में राष्ट्रपति चुनाव में जीत के लिए कासिम जोमार्ट तोकायेव को बधाई दी है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2022-11-24 21:12:582022-11-25 21:20:07कासिम जोमार्ट तोकायेव कजाख्स्तान के राष्ट्रपति चुने गए
जापान और अमेरिका ने 10 से 19 नवंबर तक ‘कीन सोर्ड’ (Keen Sword) नाम से एक संयुक्त सैन्य अभ्यास आयोजित किया था. इसका आयोजन दक्षिणी जापान में एक जापानी हवाई अड्डे और उसके आसपास कई अन्य स्थानों पर किया गया था.
मुख्य बिन्दु
इस अभ्यास में जापानी जमीनी, समुद्री और वायु आत्मरक्षा बलों के लगभग 26,000 कर्मी शामिल हुए थे. साथ ही लगभग 10,000 अमेरिकी सैनिक, जिनमें कुलीन ‘अंतरिक्ष बल’ के सैनिक भी शामिल थे.
अभ्यास में बैलिस्टिक मिसाइलों के खतरे का जवाब देना और रक्षा के नए क्षेत्रों जैसे बाहरी अंतरिक्ष और साइबर स्पेस में संचालन शामिल था.
कीन सोर्ड अभ्यास अमेरिका और जापान के बीच प्रत्येक दो वर्ष में आयोजित किया जाता है. यह अभ्यास 1986 से आयोजित किया जा रहा है.
यह अभ्यास क्षेत्र में बढ़ती चीनी आक्रामकता के बीच विश्वसनीय प्रतिरोध का निर्माण करना है. चीन ने सैन्य प्रतिष्ठानों और हवाई क्षेत्रों से लैस कृत्रिम द्वीपों का निर्माण करके लगभग पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपने दावों को मजबूत किया है.
चीन, पूर्वी चीन सागर में जापान द्वारा नियंत्रित द्वीपों की एक श्रृंखला पर अपना दावा करता है. इसके अलावा ताइवान पर सैन्य उत्पीड़न को तेज कर दिया है.
संयुक्त अभ्यास उत्तर कोरिया द्वारा मिसाइल फायरिंग का जवाब देने की तैयारी भी माना जा रहा है. उत्तर कोरिया हाल ही में 30 से अधिक मिसाइल परीक्षण कर चुका है जिसमें एक कोरियाई प्रायद्वीप और जापान के बीच समुद्र में गिरा था.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2022-11-20 17:24:042022-11-21 18:25:05जापान और अमेरिका ने ‘कीन सोर्ड’ संयुक्त सैन्य अभ्यास आयोजित किया
स्विट्जरलैंड ने हाल ही में दुनिया की सबसे लंबी पैसेंजर ट्रेन का परिचालन शुरू किया है. इस ट्रेन को आल्पस की खूबसूरत पहाड़ियों के बीच चलाया जा रहा है. स्विट्जरलैंड सरकार इस ट्रेन को चलाकर दुनियाभर के पर्यटकों को आकर्षित करना चाहती है.
मुख्य बिन्दु
इस ट्रेन की कुल लंबाई 1.9 किलोमीटर है. इसमें 100 डिब्बे और 4550 सीटें हैं और इसको सात ड्राइवर एक साथ चलाते हैं. इससे पहले 1991 में 1.7 किलोमीटर लंबी ट्रेन बेल्जियम में चलाई गई थी.
यह ट्रेन सुंदर मार्ग अल्बुला/बर्निना से गुजरेगी जो 22 सुरंगों और 48 पुलों के लिए प्रसिद्ध है. वहीं इस पूरी यात्रा में एक घंटे से अधिक का समय लगता है.
अल्बुला/बर्निना को 2008 में यूनेस्को की विश्व धरोहर भी नामित किया गया था और यह स्विट्जरलैंड के सबसे बेहतरीन मार्गों में से एक है.
स्विट्जरलैंड की खूबसूरत वादियां को देखने के लिए हर साल लाखों पर्यटक यहां घूमने आते हैं. जिससे स्विट्जरलैंड की अर्थव्यवस्था को काफी बल मिलता है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2022-11-07 19:06:542022-11-08 15:10:34स्विट्जरलैंड में दुनिया की सबसे लंबी पैसेंजर ट्रेन का परिचालन
इस्राइल में पूर्व प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू पुनः प्रधानमंत्री निर्वाचित हुए हैं. हाल ही में संपन्न हुए इस्राइल के आम चुनावों में उनकी अगुवाई वाली राजनीतिक दल दक्षिणपंथी ‘लिकुड’ ने जीत हासिल की है.
मुख्य बिन्दु
आम चुनावों में 120 सदस्यीय इस्राइल की संसद में नेतन्याहू की ‘लिकुड’ पार्टी ने जीत हासिल की है. नेतन्याहू ने मौजूदा प्रधानमंत्री यार लापिड की ‘येश अतीद’ पार्टी को चुनाव में हराया है. यार लापिड इजरायल में पिछले चार महीने से अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में काम कर रहे थे.
पिछले चार वर्ष से भी कम समय में इस्राइल में यह पांचवां संसदीय चुनाव था. 73 वर्षीय बेन्यामिन नेतन्याहू पिछले 15 वर्ष में पांच बार प्रधानमंत्री चुने गये हैं. नेतन्याहू के नाम देश के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहने का रिकार्ड है.
इजरायल की राजनीति में नेतन्याहू कई वर्षों तक अजेय रहे हैं. उन्हें 2021 में तब झटका लगा जब उन्हें सत्ता से बाहर करने के लिए विभिन्न दलों ने मजबूत गठबंधन बनाकर उन्हें जोरदार टक्कर दी.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2022-11-05 11:55:332022-11-07 12:03:42इस्राइल में बेन्यामिन नेतन्याहू पुनः प्रधानमंत्री निर्वाचित हुए
लुइज़ इनेसियो लुला द सिल्वा (Lula da Silva) ब्राजील के नए राष्ट्रपति निर्वाचित हुए हैं. हाल ही में संपन्न हुए चुनाव में उन्होंने वर्तमान राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो को हराया. लुला द सिल्वा को 50.83 प्रतिशत मत मिले जबकि बोल्सोनारो को 49.17 प्रतिशत मत प्राप्त हुए.
लुला द सिल्वा एक वामपंथी नेता हैं. उन्होंने 2002 और 2010 के बीच दो कार्यकालों के लिए ब्राज़ील के राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था.
लूला की चुनावी जीत के साथ, लैटिन अमेरिका की 6 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं वामपंथी राजनेताओं के नियंत्रण में होंगी. लैटिन अमेरिका क्षेत्र में इससे पहले मैक्सिको में एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर, अर्जेंटीना में अल्बर्टो फर्नांडीज और चिली में गेब्रियल बोरिक, पेरू में पेड्रो कैस्टिलो और कोलंबिया में गुस्तावो पेट्रो की जीत हुई थी.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2022-11-01 19:46:232022-11-03 20:42:20लुला द सिल्वा ब्राजील के नए राष्ट्रपति निर्वाचित हुए
भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बने हैं. इससे पहले उन्हें कंजर्वेटिव पार्टी का निर्विरोध नया नेता चुना गया था. 25 अक्तूबर को बकिंघम पैलेस में किंग चार्ल्स से मुलाकात के बाद उन्होंने औपचारिक रूप से ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कार्यभार संभाल लिया.
मुख्य बिन्दु
निवर्तमान प्रधानमंत्री लिज़ ट्रस ब्रिटेन के इतिहास में सबसे कम अवधि केवल 44 दिन तक प्रधानमंत्री पद पर रहीं.
श्री सुनक ने बोरिस जॉनसन के प्रधानमंत्री पद की दौड़ से नाम वापस लेने के बाद एक अन्य उम्मीदवार पैनी मॉरडॉन्ट को पराजित किया.
श्री ऋषि सुनक ब्रिटेन के पहले अश्वेत प्रधानमंत्री और भारतीय मूल के पहले प्रधानमंत्री होंगे. वे इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति के हैं दामाद हैं.
पिछले दो सौ वर्षों में श्री सुनक 42 साल की उम्र में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने वाले सबसे युवा नेता है. वे दो महीने के अंतराल में ब्रिटेन के तीसरे प्रधानमंत्री बनेंगे.
ऋषि सुनक ब्रिटेन के वित्त मंत्री भी रह चुके हैं. कंजरवेटिव पार्टी के नेता रहे ऋषि सुनक ने ऐसे वक्त में ब्रिटेन की सत्ता संभाली है, जब उनका देश आर्थिक तंगहाली के दौर से गुजर रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऋषि सुनक को ब्रिटेन का नया प्रधान मंत्री नियुक्त किए जाने पर बधाई दी है. श्री मोदी ने कहा कि वैश्विक मुद्दों पर वे उनके साथ मिलकर काम करने और रोडमैप 2030 लागू करने को तत्पर हैं.
मंत्रिमंडल का गठन
ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने अपने मंत्रिमंडल का गठन कर लिया है. जेरेमी हंट वित्तमंत्री बने रहेंगे. बेन वॉलेस रक्षामंत्री होंगे जबकि डोमिनिक राब को उप-प्रधानमंत्री और सुएला ब्रेवरमैन को गृह मंत्री बनाया गया है. जेम्स क्लेवर्ली को फिर से विदेशमंत्री बनाया गया है.
प्रधानमंत्री चुनाव में ऋषि सुनक की प्रतिद्वंद्वी रहीं पेनी मोर्डन्ट हाउस ऑफ कॉमन्स की नेता बनी रहेंगी. वे प्रिवी काउंसिल की पीठासीन अधिकारी के रूप में काउंसिल की लॉर्ड प्रेसिडेंट की भूमिका भी निभाएंगी.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2022-10-26 22:18:432022-10-26 22:18:43भारतीय मूल के ऋषि सुनक के ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बने
वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) की बैठक 20-21 अक्तूबर को पेरिस में आयोजित की गई थी. यह बैठक सिंगापुर की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी, जिसमें 200 से अधिक सदस्य देशों ने भाग लिया.
FATF बैठक, अक्तूबर 22: मुख्य बिन्दु
FATF ने पाकिस्तान को अपनी ग्रे-लिस्ट से बाहर कर दिया है. आतंकी वित्त पोषण की वजह से पाकिस्तान को 2018 में इस सूची में शामिल किया गया था.
इस लिस्ट से हटने के बाद अब पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व बैंक, एशियाई विकास बैंक और यूरोपीय यूनियन जैसी संस्थाओं से वित्तीय मदद पाने में आसानी होगी.
FATF ने पहली बार म्यांमार को ‘कार्रवाई के लिए उच्च जोखिम वाले क्षेत्राधिकारों’ में रखा है. इसे FATF की काली सूची भी कहा जाता है.
आतंकवाद और आतंकवादियों के लिए वित्त पोषण पर निपटने में असफल रहने वाले देशों को काली-सूची में रखा जाता है. उत्तर कोरिया और ईरान के बाद म्यामां इस सूची में शामिल होने वाला तीसरा देश है.
FATF ने रूस को अपनी भविष्य की परियोजनाओं में भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया है. यह कदम यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की वजह से उठाया गया है.
फाइनेंशियल ऐक्शन टास्क फोर्स (FATF): एक दृष्टि
FATF पैरिस स्थित अंतर-सरकारी संस्था है. इसका काम गैर-कानून आर्थिक मदद (आतंकी फाइनैंसिंग) को रोकने के लिए नियम बनाना है. इसका गठन 1989 में किया गया था.
वर्तमान में FATF की पूर्ण सदस्यता वाले देशों की संख्या 39 है. सउदी अरब FATF की पूर्ण सदस्यता पाने वाला 39वां देश बना है.
FATF की ग्रे-लिस्ट या ब्लैक-लिस्ट में डाले जाने पर देश को अन्तर्राष्ट्रीय संस्थाओं से कर्ज मिलने में काफी कठिनाई आती है.
भारतीय मूल के सिंगापुर के टी राजा कुमार FATF के वर्तमान अध्यक्ष हैं.
FATF की पूर्ण सदस्यता वाले देश
अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, ब्राजील, कनाडा, चीन, डेनमार्क, यूरोपीय आयोग, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, गल्फ को-ऑपरेशन काउंसिल, हांगकांग, चीन, आइसलैंड, भारत, आयरलैंड, इजरायल, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, लक्समबर्ग, मलेशिया, मैक्सिको, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, नॉर्वे, पुर्तगाल, रूसी संघ, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, स्पेन, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और सऊदी अरब.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2022-10-23 23:37:142022-10-24 18:52:46FATF बैठक: पाकिस्तान ग्रे-लिस्ट से बाहर, म्यांमार काली सूची में शामिल
जापान के प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा हाल ही में ऑस्ट्रेलिया की यात्रा पर थे. इस यात्रा के दौरान जापान के प्रधानमंत्री किशिदा और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अलबानीज ने द्विपक्षीय वार्ता की थी.
मुख्य बिन्दु
दोनों नेताओं ने एशिया प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती हठधर्मिता के बीच व्यावहारिक रक्षा सहयोग बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की है.
प्रधानमंत्री किशिदा ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री के साथ संयुक्त घोषणा-पत्र पर हस्ताक्षर किये. इस घोषणा-पत्र में जापान और ऑस्ट्रेलिया ने अंतर्राष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन कर रहे देशों के खिलाफ कार्रवाई करने पर सहमति व्यक्त की.
घोषणापत्र में दोनों प्रधानमंत्रियों ने जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे द्वारा परिकल्पित मुक्त और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के महत्व की पुष्टि की.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2022-10-21 23:37:162022-10-24 18:52:13जापान के प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा की ऑस्ट्रेलिया यात्रा
इराक की संसद ने कुर्द राजनेता अब्दुल लतीफ राशिद को देश के नए राष्ट्रपति के रूप में चुना है. इराक के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने संसद में दो दौर के मतदान के बाद इराकी कुर्द बरहम सालेह को मात दी.
78 वर्षीय राशिद 2003 से 2010 तक इराकी जल संसाधन मंत्री थे.
इराक ने इससे पहले मौजूदा साल में 7 फरवरी से 30 मार्च तक नए राष्ट्राध्यक्ष का चुनाव करने के तीन असफल प्रयास किए थे.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2022-10-17 23:48:332022-10-19 08:56:16कुर्द नेता अब्दुल लतीफ राशिद इराक के नए राष्ट्रपति चुने गए
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने यूक्रेन के चार प्रांतों पर रूस के कब्जे के निंदा प्रस्ताव का अनुमोदन किया है. 143 सदस्यों ने प्रस्ताव के पक्ष में और पांच ने इसके खिलाफ वोट दिया. भारत सहित 35 सदस्यों ने मतदान में भाग नहीं लिया.
महासभा ने सभी देशों से यूक्रेनी प्रांतों को रूसी क्षेत्र के रूप में मान्यता नहीं देने और रूस को राजनयिक तौर पर अलग-थलग करने की अपील की.
केवल चार देशों- सीरिया, निकारागुवा, उत्तर कोरिया और बेलारूस ने मतदान में रूस का साथ दिया.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2022-10-13 20:32:372022-10-14 20:43:45संयुक्त राष्ट्र महासभा ने रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव का अनुमोदन किया
रूस यूक्रेन के उन चार क्षेत्रों का औपचारिक अधिग्रहण करेगा जहां उसने जनमत संग्रह करवाया था. ये क्षेत्र हैं- लुहांस्क, दोनेत्सक, खेरसन और जेपोरिजिया. रूस का दावा है कि इन क्षेत्रों के निवासियों ने रूस के शासन में रहने के पक्ष में मतदान किया है.
मुख्य बिन्दु
रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमीर पुतिन 30 सितम्बर को क्रेमलिन में एक समारोह में यूक्रेन के इन चारों क्षेत्रों के औपचारिक रूप से अधिग्रहण की घोषणा की थी.
क्रीमिया के रूसी कब्जे के आठ साल बाद इन क्षेत्रों पर कब्जा किया गया है. क्रीमिया, एक यूक्रेनी क्षेत्र है जिस पर रूस ने 2014 में कब्ज़ा किया गया था.
इससे पहले, रूस ने इन क्षेत्रों में एक जनमत संग्रह कराया था. रूस के अनुसार इन क्षेत्रों के निवासियों ने औपचारिक रूप से रूस का हिस्सा बनने का समर्थन किया.
यूक्रेन सरकार और पश्चिमी देशों ने जनमत संग्रह को अवैध बताया है और इन क्षेत्रों पर रूसी दावों को कभी मान्यता नहीं देने की बात कही है.
रूस ने यूक्रेन के क्षेत्रों के अधिग्रहण की निंदा करने वाले पश्चिमी देशों के एक प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में वीटो कर दिया. यह प्रस्ताव अमरीका और अल्बानिया ने लाया था. प्रस्ताव में रूस से मांग की गई थी कि वह यूक्रेन से तुरंत अपनी सेनाएं हटायें.
15 देशों की सदस्यता वाली संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने प्रस्ताव पर मतदान किया लेकिन रूस के वीटो करने के कारण यह प्रस्ताव पारित नहीं हो पाया.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2022-10-04 08:48:412022-10-06 09:11:22रूस ने यूक्रेन के चार क्षेत्रों का औपचारिक अधिग्रहण किया, सुरक्षा परिषद में रूस का वीटो