अंटार्कटिका में विश्‍व का सबसे बड़ा बर्फ का पहाड़ ‘A-76’ टूटा

अंटार्कटिका से बर्फ का एक विशाल पहाड़ (हिमखंड) टूटकर अलग हो गया है. यह दुनिया में सबसे बड़ा हिमखंड है. यह हिमखंड 170 किलोमीटर लंबा है और करीब 25 किलोमीटर चौड़ा है. इस हिमखंड के टूटने की तस्‍वीर को यूरोपीय यूनियन के सैटलाइट कापरनिकस सेंटीनल ने ली है.

यह हिमखंड अंटारकर्टिका के पश्चिमी हिस्‍से में स्थित रोन्‍ने ‘आइस सेल्‍फ’ (ice shelves) से टूटा है. यह हिमखंड टूटने के बाद अब समुद्र में स्‍वतंत्र होकर तैर रहा है. इस महाकाय हिमखंड का पूरा आकार 4320 किलोमीटर है. इसे A-76 नाम दिया गया है.

मुख्य बिंदु

  • नैशनल स्‍नो एंड आइस डेटा सेंटर के मुताबिक इस हिमखंड के टूटने से समुद्र के जलस्‍तर में वृद्धि होगी. यह हिमखंड समुद्र के धाराओं की गति को धीमा कर सकता है.
  • अंटारर्कटिका धरती के अन्‍य हिस्‍सों की तुलना में ज्‍यादा तेजी से गरम हो रहा है. अंटारकर्टिका में बर्फ के रूप में इतना पानी जमा है जिसके पिघलने पर दुनियाभर में समुद्र का जलस्‍तर 200 फुट तक बढ़ सकता है.
  • ग्लेशियर के बर्फ की परतें समुद्रस्तर को बढ़ाने से रोकने में बफर का काम करती हैं. जब ये टूटकर गिरती हैं तो ग्लेशियर से महासागर में भारी मात्रा में पानी जाता है. इसका असर पूरी दुनिया के तटीय इलाकों में होता है.
  • अगर वैश्विक तापमान 2 डिग्री सेल्सियस ही बढ़ जाता है तो आधा इलाका खतरे की जद में होगा. जीवाश्म आधारित ईंधन के स्रोतों पर निर्भरता कम करने के लिए 2030 तक का समय है जिससे तापमान में 1.5 डिग्री सेल्सियस बढ़त तक सीमित किया जा सकता है.