भारतीय नवाचार सूचकांक 2020 जारी, कर्नाटक पहले स्थान पर

नीति आयोग ने 20 जनवरी को एक वर्चुअल कार्यक्रम में ‘भारतीय नवाचार सूचकांक’ (India Innovation Index) 2020 जारी किया था. यह सूचकांक नीति आयोग के उपाध्‍यक्ष डॉक्‍टर राजीव कुमार, आयोग के सदस्‍य डॉक्‍टर वीके सारस्‍वत और मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत की उपस्थिति में जारी किया गया था.

भारतीय नवाचार सूचकांक 2020 में पहले स्‍थान पर कर्नाटक है. सूचकांक में महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर रहा जबकि तमिलनाडु ने तीसरा स्थान प्राप्त किया. उत्तर पूर्व और पहाड़ी राज्यों की श्रेणी में, हिमाचल प्रदेश पहले स्थान पर है और उसके बाद उत्तराखंड और मणिपुर हैं. केंद्र शासित प्रदेशों और छोटे राज्यों की श्रेणी में दिल्ली पहले स्थान पर है जबकि चंडीगढ़ ने केंद्र दूसरा स्थान प्राप्त किया है.

भारतीय नवाचार सूचकांक: एक दृष्टि

नीति आयोग, भारतीय नवाचार सूचकांक में नवाचार को प्रोत्‍साहित करने वाले राज्‍यों और केंद्र शासित प्रदेशों की रैंकिंग करती है. सूचकांक के माध्यम से उन्‍हें उनकी कमजोरियां और ताकत बताकर नीतियों में सुधार के तरीके बताये जाते हैं. इस प्रक्रिया को इस तरीके से डिजाइन किया जाता है, ताकि नवाचार के क्षेत्र में अग्रणी प्रदेशों से बाकी राज्‍यों को सीख मिल सके.

प्रदर्शन के आधार पर तुलना के लिए राज्‍यों और केंद्रशासित प्रदेशों को 17 मुख्‍य राज्‍यों, पूर्वोत्‍तर और पर्वतीय 10 राज्‍यों, 9 शहरी राज्‍यों और केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित किया गया है. राज्‍यों और केंद्रशासित प्रदेशों को परिणाम और शासन प्रणाली के दो व्‍यापक वर्गों के आधार पर अलग-अलग श्रेणियों में रखा गया है.

यह सूचकांक का दूसरा संस्‍करण था. इसका पहला संस्करण अक्‍टूबर 2020 में जारी किया गया था, तब भी कर्नाटक पहले स्‍थान पर आया था.