विश्वबैंक ने कारोबारी सुगमता की संशोधित रैंकिंग जारी की, भारत 63वें स्थान पर

विश्वबैंक ने आंकड़ों की समीक्षा करने के बाद कारोबारी सुगमता (Ease of Doing Business) की संशोधित रैंकिंग रिपोर्ट जारी की है. इस संशोधित रिपोर्ट में भारत अपनी में रैंकिंग में 14 स्थान का सुधार करते हुए 63वें स्थान पर है. भारत ने पिछले पांच साल (2014- 2019) में इस रिपोर्ट में 79 स्थानों का सुधार किया है.

भारत ने चीन को पीछे छोड़ा

विश्वबैंक द्वारा जारी संशोधित रिपोर्ट के अनुसार भारत ने चीन को पीछे छोड़ दिया है. चीन की रैंकिंग सात अंक गिरकर 85वें स्थान पर पहुंच गई है. अक्तूबर 2017 में जारी की गई 2018 की रिपोर्ट में चीन को 78वें स्थान पर रखा गया था.

कारोबारी सुगमता रैंकिंग 2018 में कारोबार शुरू करने, ऋण प्राप्त करने और कर चुकाने के संकेतकों के आंकड़ों में अनियमितताओं को शामिल रहते चीन को 65.3 अंक दिया गया था. नियमित समीक्षा के बाद चीन को 64.5 अंक हासिल हुए हैं जिससे उसकी रैंकिंग लुढ़की है.

विश्वबैंक ने रैकिंग जारी करने पर रोक लगायी थी

विश्वबैंक ने पिछले पांच साल की कारोबारी सुगमता रैंकिंग की समीक्षा करने का फैसला किया था. साथ ही विश्वबैंक ने इस साल अक्तूबर में आने वाली बिजनेस रैंकिंग लिस्ट पर फिलहाल रोक लगा दी थी.

विश्वबैंक ने यह कदम चार देशों की तरफ से गड़बड़ी करने के शक में उठाया था. ये चार देश हैं चीन, संयुक्त अरब अमीरात अजरबेजान और सऊदी अरब हैं.