IMF ने विश्व आर्थिक आउटलुक रिपोर्ट जारी किया

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने हाल ही में विश्व आर्थिक आउटलुक रिपोर्ट (World Economic Outlook Report) 2020 जारी किया था. इस रोपोर्ट के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:

  • कोरोनावायरस लॉकडाउन के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था 2020 में यह 3% तक संकुचित होगी. ब्रिक्स राष्ट्र के बीच भारत की विकास दर सबसे धीमी होगी. यह चार वर्षों में भारत की सबसे कम वृद्धि है.
  • श्रीलंका के बाद दक्षिण एशिया में COVID-19 महामारी से भारत की अर्थव्यवस्था सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है. 2020 में, भारत में उपभोक्ता मूल्य 9% बढ़ेगा, जबकि 2021 में इसमें 3.7% वृद्धि होगी.
  • 2021 में भारतीय अर्थव्यवस्था में तेज आर्थिक सुधार होगा. भारत की GDP 2021 में 8.8% तक बढ़ेगी.
    IMF ने 2020 में एक गहरी वैश्विक मंदी का अनुमान लगाया है. इसने वैश्विक वृद्धि दर के -4.4% रहने का अनुमान लगाया है.

वर्ल्ड इकॉनोमिक आउटलुक रिपोर्ट क्या है?

वर्ल्ड इकॉनोमिक आउटलुक रिपोर्ट IMF द्वारा प्रकाशित की जाती है. इस रिपोर्ट में आर्थिक गतिविधि, रोज़गार मुद्रास्फीति, कीमत, विदेशी मुद्रा और वित्तीय बाज़ार, बाहरी भुगतान, वित्त पोषण तथा ऋण पर वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के विकास का विश्लेषण प्रस्तुत किया जाता है.

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष: एक दृष्टि

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष या अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund- IMF) अपने सदस्य देशों की वैश्विक आर्थिक स्थिति पर नज़र रखने का काम करती है. यह अन्तर्राष्ट्रीय विनिमय दरों को स्थिर रखने के साथ-साथ विकास को सुगम करने में सहायता करता है.

IMF की स्थापना 1944 में हुई थी. इसका मुख्यालय वाशिंगटन डी सी में है. वर्तमान में इसकी प्रमुख क्रिश्टालीना जार्जीवा हैं. इसके सदस्य देशों की संख्या 189 है. 2016 में नौरु गणराज्य IMF का 189वांँ सदस्य बना था.