अंतरराष्ट्रीय तटीय स्वच्छता दिवस, ब्लू फ्लैग प्रमाणन के लिए आठ समुद्र तटों की सिफारिश

प्रत्येक वर्ष सितम्बर माह के तीसरे शनिवार को ‘अंतरराष्ट्रीय तटीय स्वच्छता दिवस’ (International Coastal CleanUp Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य तटवर्ती इलाकों में साफ-सुथरे पर्यावरण के लिए लोगों में जागरूकता फैलाना है.

ब्लू फ्लैग प्रमाणन के लिए देश के आठ समुद्र तटों की सिफारिश

पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने अंतरराष्ट्रीय तटीय स्वच्छता दिवस पर कहा कि ब्लू फ्लैग प्रमाणन के लिए पहली बार देश के आठ समुद्र तटों की सिफारिश की गई है.

ब्लू फ्लैग प्रमाणन क्या है?
किसी भी बीच को ब्लू फ्लैग के रूप में मान्यता वहां मौजूद सुविधाओं, स्वास्थ्य-वर्धक परिवेश और इलाके के विकास को बढ़ावा देने के लिए दी जाती है.
यह प्रमाणन डेनमार्क की एजेंसी द्वारा 33 सख्त मानदंड के आधार पर किया जाता है. ये मानदंड चार प्रमुख वर्गों- पर्यावरण सूचना और शिक्षा, स्नान के लिए जल की गुणवत्ता, पर्यावरण प्रबंधन और संरक्षण तथा समुद्र तट पर सुरक्षा और सेवाओं से संबंधित हैं.

ओडिशा के कोणार्क तट पर चंद्रभागा बीच भारत का पहला बीच है जिसे ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट मिला है. यह ब्लू फ्लैग प्रमाणन प्राप्त करने वाला एशिया का पहला समुद्र तट है.

ब्लू फ्लैग के लिए अनुशंसित समुद्र तट
ब्लू फ्लैग के लिए अनुशंसित समुद्र तटों में गुजरात का शिवराजपुर, दमन और दीव का घोघला, कर्नाटक का कासरकोड और पादुबिदरी, केरल का कप्पाड, आंध्रप्रदेश का रूशीकोंडा, ओडिशा का गोल्डन तथा अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह का राधानगर बीच शामिल हैं.