8 मार्च: अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस, नारी शक्ति पुरस्‍कार 2020

प्रत्येक वर्ष 8 मार्च को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) के रूप में मनाया जाता है. यह दिवस समाज में स्‍त्री-पुरुष समानता लाने, महिलाओं की उपलब्धियां उजागर करने और प्रत्येक क्षेत्र में उनकी भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्‍य से मनाया जाता है.

28 फरवरी 1909 में सोशलिस्ट पार्टी ऑफ अमेरिका ने न्यूयॉर्क में महिला दिवस का ऐलान किया था. संयुक्त राष्ट्र ने 1977 में 8 मार्च को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मंजूरी दी और तब से अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है.

अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2020 की थीम

अभियान (campaign) थीम: EachforEqual
थीम: स्‍त्री-पुरुष समानता की पीढ़ी: महिला अधिकारों का सम्‍मान (I am Generation Equality: Realizing Women’s Rights).

राष्ट्रपति ने 15 महिलाओं को नारी शक्ति पुरस्‍कार प्रदान किए

अंतर्राष्‍ट्रीय महिला दिवस पर 8 मार्च को राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्‍ट्रपति भवन में 15 महिलाओं को नारी शक्ति पुरस्‍कार प्रदान किए. यह भारत में महिलाओं के लिए सर्वोच्च नागरिक सम्मान है. यह राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार महिला सशक्तिकरण, विशेषकर निर्धन और सुविधा वंचित महिलाओं के स‍शक्तिकरण की दिशा में उत्‍कृष्‍ट कार्य करने वाले व्‍यक्तियों, समूहों और संस्‍थानों को प्रतिवर्ष दिया जाता है.

पुरस्‍कार पाने वालों में 103 वर्षीय एथलीट मान कौर, भारतीय वायुसेना की पहली तीन महिला पायलट मोहना सिंह, भावना कांत और अवनी चतुर्वेदी, कृषक पडाला भूदेवी और बीना देवी, शिल्‍पकार आरिफा जान तथा पर्यावरणविद चामी मुर्मू शामिल हैं. साक्षरता परीक्षा में शीर्ष स्‍थान पाने वाली 98 वर्षीय कार्थायिनी अम्‍मा को भी सम्‍मानित किया गया. 105 वर्ष की भागीरथी अम्‍मा पुरस्‍कार प्राप्‍त करने के लिए दिल्‍ली नहीं आ सकीं.

  • 93 साल की उम्र में अपना एथलेटिक करियर शुरू करने वाली 104 साल की एथलीट मान कौर को दौड़ में शानदार प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया.
  • उत्तर प्रदेश के कानपुर की रहने वाली कलावती देवी महिला रानी मिस्त्री हैं. कानपुर और उसके आस-पास के इलाकों में कलावती देवी ने 4,000 से ज्यादा टॉयलेट्स बनाए हैं.
  • लेडी टार्जन नाम से मशहूर झारखंड के राजनगर की रहने वाली चामी मुर्मू भी नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित हुई हैं. जंगलों और प्राकृतिक संपदा संरक्षित रखने के लिए किए गए प्रयासों के लिए चामी मुर्मू को यह सम्मान मिला है.
  • साल 2018 में एयरफोर्स की पहली महिला फाइटर पायलट्स के रूप में तैनात हुईं मोहना जितरवाल, अवनी चतुर्वेदी और भावना कांत को नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
  • मशरूम की खेती, जैविक खेती और जैविक खाद को बढ़ावा देने के लिए ‘मशरूम महिला’ नाम से मशहूर बिहार की बीना देवी को भी सम्मानित किया गया.

नारी शक्ति पुरस्कार: एक दृष्टि

प्रत्येक वर्ष 8 मार्च को ‘अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ के अवसर पर राष्ट्रपति द्वारा महिलाओं, संगठनों और संस्थानों को ‘नारी शक्ति पुरस्कार’ से सम्मानित किया जाता है. यह पुरस्कार 1991 में शुरू किया था. इसमें पुरस्कार स्वरुप 1 लाख रुपये और प्रमाण पत्र दिये जाते है. पुरस्कार की घोषणा महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा इया जाता है.