दमन और दीव तथा दादरा और नागर हवेली 26 जनवरी 2020 से एक केन्द्रशासित प्रदेश होंगे
दमन और दीव तथा दादरा और नागर हवेली का 26 जनवरी 2020 को औपचारिक रूप से विलय हो जायेगा. इस तिथि से ये दोनों केन्द्रशासित प्रदेशों का विलय प्रभावी हो जायेगा. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इन दोनों के विलय के लिए 19 दिसम्बर को अधिसूचना जारी की.
लोकसभा और राज्यसभा ने हाल ही में दादरा और नागर हवेली तथा दमन और दीव (केन्द्रशासित प्रदेशों का विलय) विधेयक, 2019 पारित किया था. एकीकृत केन्द्रशासित प्रदेश का नाम ‘दादरा और नागर हवेली तथा दमन और दीव’ होगा. विलय के बाद भी मुम्बई उच्च न्यायालय का विस्तार दादरा और नागर हवेली तथा दमन और दीव केन्द्रशासित प्रदेश तक बना रहेगा.
देश में केन्द्रशासित प्रदेशों की संख्या घटकर आठ हो जाएगी
वर्तमान में देश में जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के केंद्रशासित प्रदेश बनने के बाद देश में कुल नौ केंद्रशासित प्रदेश हैं. दमन और दीव तथा दादरा और नागर हवेली के विलय के बाद इनकी संख्या घटकर आठ हो जाएगी.