राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 24 फरवरी को अहमदाबाद के मोटेरा में विश्व के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम का उदघाटन किया. इस स्टेडियम का नाम नरेन्द्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम रखा गया है. राष्ट्रपति ने नव-निर्मित क्रिकेट स्टेडियम में सरदार वल्लभ भाई पटेल स्पोर्टस एन्क्लेव की आधारशिला भी रखी.
नरेन्द्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम: एक दृष्टि
नरेन्द्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम विश्व का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम बन गया है. मोटेरा क्रिकेट स्टेडियम में एक लाख 32 हजार दर्शक बैठ सकेंगे.
इस स्टेडियम में होने वाले डे-नाइट मैचों के लिए एलईडी लाइटिंग से रोशनी की विशेष व्यवस्था की गई है. किसी भी अन्य स्टेडियम में इस्तेमाल हो रही लाइटिंग की तुलना में यहां लगभग आधी बिजली खर्च होगी.
ग्रीन बिल्डिंग सर्टिफिकेशन की गोल्ड रेटिंग से युक्त ये स्टेडियम ईको फ्रेंडली विकास एक अच्छा उदाहरण भी है. ये स्टेडियम विश्व पटल पर अपनी मजबूत पहचान बनाने वाले आज के भारत की आकांक्षाओं और क्षमताओं को प्रदर्शित करता है.
18 एकड़ का एक नया स्पोर्ट्स कॉमप्लेक्स बनेगा. सरदार पटेल स्पोर्ट्स एनक्लेव, नरेन्द्र मोदी स्टेडियम और नारायण पुरा में बनने वाला स्पोर्ट्स कॉमप्लेक्स ये तीनों मिलाकर किसी भी अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धा में खेलने वाले सभी खेलों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने की पूरी व्यवस्था एक ही शहर में एक ही जगह पर हो जाएगी.
स्पोर्ट्स कॉमप्लेक्स में विश्व स्तरीय सभी खेलों की व्यवस्था यहां पर होगी और देश और दुनिया के सभी खेलों के, सभी खिलाडियों को ट्रेनिंग की भी व्यवस्था पर यहां पर होगी.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2021-02-24 23:55:292021-02-25 10:50:48अहमदाबाद के मोटेरा में विश्व के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम का उदघाटन
गुजरात उच्च-न्यायालय की हीरक जयंती मनाई जा रही है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 6 फरवरी को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से हीरक जयंती समारोह को सम्बोधित किया. उन्होंने उच्च-न्यायालय की स्थापना के 60 वर्ष पूरे होने पर एक स्मारक डाक टिकट भी जारी किया.
गुजरात हाईकोर्ट ने एक मई 2020 को अपनी स्थापना के 60 साल पूरे किये थे. प्रधानमंत्री हीरक जयंती समारोह के एक कार्यक्रम मे उपस्थित रहने वाले थे, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण के ज्यादा फैलाव से समारोह रद्द कर दिया गया था.
गुजरात उच्च न्यायलय: एक दृष्टि
गुजरात उच्च न्यायलय की स्थापना 1960 में उस समय के बॉम्बे राज्य में से गुजरात राज्य का गठन किये जाने पर की गई थी. पहले वह अहमदाबाद के निकट नारोल में स्थापित की गई थी. बाद में अहमदाबाद में इनकम टेक्स सर्किल के निकट स्थानांतरित हुई थी. अब 1998 से गुजरात उच्च न्यायलय सोला स्थित बड़े केम्पस में कार्यरत है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2021-02-06 23:55:512021-02-07 16:33:34गुजरात उच्च न्यायालय की हीरक जयंती
काकरापार परमाणु बिजली संयंत्र के तीसरे रिएक्टर (KAPP-3) की शुरूआत 22 जुलाई को हुई. ऊर्जा संयंत्र के इस रिएक्टर की क्षमता 700 मेगावाट की है और यह गुजरात में स्थित है. घरेलू डिजाइन पर आधारित इस रिएक्टर का निर्माण मेक इन इंडिया पहल के तहत किया गया है. यह देश का सबसे बड़ा रिएक्टर है.
KAPP-3 मार्क-4 टाइप कैटिगरी का उपकरण है. जो प्रेशराइज्ड हेवी वाटर रिएक्टर्स (PHWR) डिजाइन का बेहतरीन नमूना है. यह रिएक्टर बेहतरीन सेफ्टी फीचर्स से लैस है. यह रिएक्टर स्टीम जनेरेटर से लैस है, जिसका वजन करीब 215 टन है. अप्रैल 2019 में वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ न्यूक्लियर ऑपरेशंस (WANO) ने KAPP-3 का प्री-स्टार्टअप रिव्यू शुरू किया था.
भारत के पास न्यूक्लियर पावर तकनीक
KAPP-3 की यह उपलब्धि काफी बड़ी मानी जा रही है. इसके परिचालन में आने के बाद भारत उन देशों की कतार में खड़ा हो गया है जिनके पास न्यूक्लियर पावर तकनीक है.
भारत ने त्रिस्तरीय न्यूक्लियर प्रोग्राम का विकास किया है. इसने क्लोज्ड फ्यूल साइकल पर आधारित एक तीन चरणों वाला परमाणु कार्यक्रम विकसित किया है जहां एक चरण में इस्तेमाल हुए ईंधन को फिर से प्रोसेस करके अगले चरण के लिए ईंधन बनाया जाता है.
काकरापार एटोमिक पावर स्टेशन: एक दृष्टि
काकरापार एटोमिक पावर स्टेशन (KAPS) गुजरात के सूरत में ताप्ती नदी के किनारे स्थित है. इस प्लांट में तीसरे रिएक्टर (KAPP-3) की शुरूआत 22 जुलाई को की गयी.
पूर्णत: भारत में निर्मित 700 मेगवाट वाले इस प्लांट का विकास और ऑपरेशन न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCIL) ने किया है.
इस प्लांट में 220 मेगावाट के दो और रिएक्टर KAPP-1 और KAPP-2 भी हैं. KAPP-1 की शुरुआत 1993 और KAPP-1 की शुरुआत 1995 में हुई थी. KAPP-3 की शुरुआत के बाद अब KAPP-4 के भी जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है.
गुजरात के गिर वन इलाके में एशियाई शेर (Asiatic Lion) की आबादी में लगभग 29 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. 2015 में हुई आखिरी गिनती के समय गिर के जगंलों में शेर की तादाद 523 थी, वहीं अब बढ़कर 674 हो गई है.
शेरों की आबादी की गिनती गुजरात राज्य के वन विभाग द्वारा हर पांच साल पर की जाती है. 2020 में वन विभाग द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार वर्तमान में राज्य के कुल 674 एशियाई शेरों में 260 मादा, 161 नर, 93 उप-वयस्क और 137 शावक हैं.
जारी आंकड़े के अनुसार राज्य में एशियाई शेरों के प्रवास क्षेत्रफल में भी 36 प्रतिशत वृद्धि हुई है, वर्तमान में राज्य में एशियाई शेरों का प्रवास क्षेत्रफल वर्ष 2015 के 22,000 वर्ग किमी से बढ़कर 30,000 वर्ग किमी तक पहुँच गया है.
एशियाई शेर (Asiatic lion): एक दृष्टि
एशियाई शेर का वैज्ञानिक नाम पैंथेरा लियो पर्सिका (Panthera Leo Persica) है. ये मुख्यतः गुजरात में गिर के जंगलों और जूनागढ़, अमरेली तथा भावनगर ज़िलों के संरक्षित क्षेत्रों में पाए जाते हैं.
एशियाई शेर को ‘भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972’ के तहत अनुसूची-I में रखा गया है. International Union for Conservation of Nature (IUCN) ने एशियाई शेरों को संकटग्रस्त श्रेणी में रखा है.
शेरों की जनगणना (Lion Census)
प्रथम शेर जनगणना 1936 में जूनागढ़ के तत्कालीन नवाब द्वारा कराई गई थी. वन विभाग 1965 से हर पाँच वर्ष पर शेरों की जनगणना करता है. इस वर्ष यानी 2020 में शेरों की जनगणना 5 और 6 जून को पूर्णिमा को की गई. जिसे ब्लॉक काउंट मेथड कहा जाता है. टाइम, GPS लोकेशन, शेर के ग्रुप और उनकी तादाद, रेडियो कॉलर नंबर्स, ई-गुजरात फॉरेस्ट डेटा के आधार पर पूरी गिनती की जाती है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2020-06-11 22:10:462020-06-11 22:10:46गिर वन में एशियाई शेर की आबादी में लगभग 29 प्रतिशत की वृद्धि
अहमदाबाद के मोटेरा में दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम बनाया गया है. इस स्टेडियम का नाम सरदार वल्लभ भाई पटेल स्टेडियम रखा गया है. इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने इस स्टेडियम इसकी पुष्टि की है. इस स्टेडियम का निर्माण BCCI और गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के साथ-साथ राज्य सरकार की मदद से किया गया है. इस क्रिकेट स्टेडियम में 1 लाख 10 हजार दर्शकों की बैठने की क्षमता.
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी उद्घाटन करेंगे
भारत की यात्रा पर आ रहे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस विशाल क्रिकेट स्टेडियम का उद्घाटन 24 फरवरी को करेंगे.
मोटेरा स्टेडियम की जगह सरदार वल्लभ भाई पटेल स्टेडियम
सरदार वल्लभ भाई पटेल स्टेडियम का निर्माण इस जगह पर मोटेरा स्टेडियम पर ही किया गया है. 49 हजार की दर्शक क्षमता मोटेरा स्टेडियम 1982 में बना था. सरदार वल्लभ भाई पटेल स्टेडियम की क्षमता 1 लाख 10 हजार है, जो कि दुनिया के अब तक के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम मेलबर्न क्रिकेट स्टेडियम यानी MCG से भी करीब 10 हजार ज्यादा है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2020-02-17 23:10:402020-02-17 23:10:40भारत का सरदार वल्लभ भाई पटेल स्टेडियम दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम होगा
न्यायमूर्ति नानावटी मेहता आयोग की अंतिम रिपोर्ट 11 दिसम्बर को गुजरात विधानसभा में पेश की गई. यह आयोग 2002 में गुजरात में हुए दंगा में राज्य की भूमिका की जाँच के लिए गठित की गयी थी. गुजरात के गृह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जड़ेजा ने सदन में यह रिपोर्ट पेश की.
रिपोर्ट में गुजरात सरकार को क्लीन चिट दी गयी है. इसमें कहा गया है कि दंगा संगठित नहीं था और आरबी श्रीकुमार, राहुल शर्मा और संजीव भट्ट जैसे वरिष्ठ अधिकारियों पर लगाये गये आरोप जांच में निराधार पाए गये.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2019-12-11 23:47:092019-12-11 23:52:50न्यायमूर्ति नानावटी मेहता आयोग की अंतिम रिपोर्ट गुजरात विधानसभा में प्रस्तुत की गयी
दुनियाभर में गुजराती समुदाय 28 अक्टूबर 2019 (विक्रम संवत 2076) को नववर्ष ‘बेस्तु वरस’ मनाया. गुजराती कलैंडर विक्रम संवत के अनुसार नव वर्ष कार्तिक महीने की पहली तिथि को मनाया जाता है. बेस्तु-वरस के दिन दूसरों को क्षमा दी जाती है, बुरी स्मृतियों को भुलाया जाता है और नया वर्ष नए जोश और उल्लास के साथ शुरू किया जाता है. गुजरात में, आज के दिन ही व्यावसायिक नए खाता पुस्तकों की शुरुआत करते हैं.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2019-10-28 23:22:272019-10-28 23:22:27गुजराती कलैंडर विक्रम संवत के अनुसार नव वर्ष ‘बेस्तु वरस’ मनाया गया
गुजरात में नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध अपनी उच्चतम स्तर 138.68 मीटर तक पूरा भर जाने की के उपलक्ष्य में राज्य में नमामि देवी नर्मदे महोत्सव मनाया जा रहा है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 17 सितम्बर को नर्मदा जिले में केवडि़या स्थित बांध स्थल का दौरा किया.
सरदार सरोवर बांध की ऊंचाई पिछले पांच वर्षों में 138.68 मीटर तक बढ़ाया गया है. उसके बाद से यह पहली बार है जब 15 सितम्बर को बांध में पानी इसके उच्चतम स्तर 138.68 मीटर तक पहुंचा है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2019-09-17 23:08:482019-09-18 14:37:59सरदार सरोवर बांध उच्चतम स्तर 138.68 मीटर तक भर जाने के उपलक्ष्य पर नमामि देवी नर्मदे महोत्सव मनाया जा रहा है
न्यायमूर्ति विक्रम नाथ ने 10 सितम्बर को गुजरात उच्च न्यायालय के नए मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली. उन्हें राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने गांधीनगर स्थित राजभवन में पद की शपथ दिलाई गयी. गुजरात उच्च न्यायालय में स्थानांतरित किये जाने से पहले न्यायमूर्ति नाथ इलाहाबाद उच्च न्यायालय में न्यायाधीश के रूप में कार्य कर रहे थे.
उच्च न्यायालय में नवंबर 2018 के बाद से ही नियमित मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति नहीं हुई थी, जब मुख्य न्यायाधीश आर सुभाष रेड्डी को सर्वोच्च न्यायालय में पदोन्नत कर दिया गया था. तब से, न्यायमूर्ति अनंत दवे कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य कर रहे थे.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2019-09-10 23:34:072019-09-10 23:34:07न्यायमूर्ति विक्रम नाथ ने गुजरात उच्च न्यायालय के नए मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने 3 अगस्त को राजकोट में ”वहाली डीकरी योजना” का उद्घाटन किया. इस योजना का उद्देश्य स्त्री-पुरूष समानता को बढ़ावा देना है.
वहाली दिकरी योजना में राज्य में जन्म लेने वाली सभी बेटियों को नगद प्रोत्साहन देने का प्रावधान है. इस योजना का मुख्य उदेश्य महिला और पुरुषो की संख्या में संतुलन बनाने के लिए लड़कियों के जन्म दर को प्रोत्साहित करना है. योजना के प्रावधानों के अनुसार चौथी कक्षा में प्रवेश लेने पर लड़की को सरकार की तरफ से 4 हजार रूपया दिया जायेगा. इसी तरह नौवीं क्लास में प्रवेश पर 6 हजार, 18वे साल में उच्च शिक्षा में प्रवेश लेने पर 1 लाख रूपया और फिर शादी के वक्त और 1 लाख रूपया देने का प्रावधान है. इस योजना को कार्यान्वित करने के लिए इस साल के अंदाज पत्र में 133 करोड़ रुपये आबंटित किये जा चुके हैं.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2019-08-03 14:39:542019-08-28 16:14:59गुजरात सरकार ने राजकोट से ”वहाली डीकरी योजना” की शुरुआत की