Tag Archive for: Agriculture

डॉ एमएस स्वामीनाथन को ‘मुप्पावरप्पु वेंकैया नायडू नेशनल अवार्ड फॉर एक्सीलेंस’ से सम्मानित किया गया

उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक डॉ एम एस स्वामीनाथन को कृषि क्षेत्र में दिए गए उनके विशिष्ट योगदान के लिए 15 जनवरी को ‘मुप्पावरप्पु वेंकैया नायडू नेशनल अवार्ड फॉर एक्सीलेंस’ से सम्मानित किया. इस पुरस्कार की घोषणा हाल ही में हैदराबाद में मुप्‍पावरपु फाउंडेशन की दसर्वी वर्षगांठ के समारोह के दौरान की गई थी. पुरस्‍कार के रूप में 5 लाख नकद और एक प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया.

डॉ स्वामीनाथन देश के कृषि क्षेत्र में योगदान ने एक नई क्रांति का सूत्रपात किया जिसके कारण उन्‍हें हरित क्रांति का जनक कहा जाता हैं. स्वामीनाथन को संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम द्वारा ‘आर्थिक पारिस्थितिकी के जनक’ के रूप में वर्णित किया गया है, क्योंकि उनके योगदान से कृषि क्षेत्र में हरित क्रांति हुई.

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26 नवम्बर: राष्ट्रीय दुग्ध दिवस, वर्गीज कुरियन का जन्मदिन

प्रत्येक वर्ष 26 नवंबर को संपूर्ण देश में ‘राष्ट्रीय दुग्ध दिवस’ (National Milk Day) मनाया जाता है. विश्‍व में यह दिवस 1 जून को जबकि भारत में आज के दिन मनाया जाता है. भारत में राष्ट्रीय दुग्ध दिवस ‘श्वेत क्रांति’ के जनक डॉ. वर्गीज कुरियन के जन्मदिन के अबसर पर मनाया जाता है.

किसी व्यक्ति के जीवन में दूध के महत्व को बताने के उद्देश्य यह दिवस मनाया जाता है. पहली बार यह दिवस इंडियन डेयरी एसोसिएशन (IDA) द्वारा 26 नवंबर, 2014 को मनाया गया था.

डॉ वर्गीस कुरियन: एक दृष्टि

  • डॉ वर्गीस कुरियन को ‘मिल्कमैन ऑफ़ इंडिया’ के नाम से भी जाना जाता है, उन्होंने भारत में डेरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सराहनीय योगदान दिया था. कुरियन ने अमूल ब्रांड की स्थापना एवं सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
  • कुरियन ने ‘ऑपरेशन फ्लड’ में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. ऑपरेशन फ्लड को 1970 में शुरू किया गया था, यह विश्व का सबसे बड़ा डेरी विकास कार्यक्रम था. इस ऑपरेशन के चलते भारत विश्व का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश बन सका.
  • वर्गीस कुरियन को वर्ष 1963 में रमन मैगसेसे पुरस्कार (Ramon Magsaysay Award) से सम्मानित किया गया था. भारत सरकार ने 1999 में देश के दुसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान ‘पद्म विभूषण’ प्रदान किया था.

तमिलनाडु अनुबंध कृषि पर कानून बनाने वाला पहला राज्य बना

तमिलनाडु अनुबंध कृषि पर कानून बनाने वाला पहला राज्य बन गया है. उसने इसके लिए 30 अक्टूबर को कृषि उपज और पशुधन संविदा खेती तथा सेवा अधिनियम (Agricultural Produce and Livestock Contract Farming and Services (Promotion and Facilitation) Act) को मंजूरी दी.

इस कानून के माध्यम से बाज़ार मूल्य में उतार-चढ़ाव होने की स्थिति में किसानों के हितों की रक्षा हो सकेगी. इसके अंतर्गत खरीदारों व किसानों के मध्य हुए समझौते के तहत किसानों को पूर्व-निर्धारित मूल्य का भुगतान किया जाएगा.

विपणन वर्ष 2020-21 के लिए रबी फसलों का न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य में वृद्धि

केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 2020-21 विपणन वर्ष के लिए रबी फसलों का न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य (MSP) बढ़ाने का‍ निर्णय लिया है. गेंहू का एमएसपी 85 रुपए प्रति क्विंटल बढाकर 1925 रुपए कर दिया गया है. अब यह लागत मूल्‍य से 109 फीसदी ज्‍यादा है. इसी तरह चने के न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य में 255 रुपए, जौ के समर्थन मूल्‍य में 85 रुपए, सरसों तेल के समर्थन मूल्य में 255 रुपए और सूरजमुखी के समर्थन मूल्‍य में 270 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है.

विपणन वर्ष 2020-21 के लिए रबी फसलों का MSP

फसलप्रति क्विंटल MSPवृद्धि
गेहूं192585
जौ152585
सरसों4425225
चना4875255
कुसुभ5215270
मसूर की दाल4800325

भारत का प्रथम अंतर्राष्‍ट्रीय सहकारी व्‍यापार मेला नई दिल्‍ली में शुरू हुआ

भारत का प्रथम अंतर्राष्‍ट्रीय सहकारी व्‍यापार मेला 11 अक्टूबर को नई दिल्‍ली में शुरू हुआ. कृषि मंत्री नरेन्‍द्र सिंह तोमर ने इस मेले का उद्घाटन किया. इस मेले में 36 देशों के संगठन भाग ले रहे हैं. इस मेले में भारत की 150 से ज्‍यादा सहकारी समितियां हिस्‍सा ले रही हैं.

तीन दिन का यह मेला सहकारी समितियों के उत्‍पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के बड़े मंच की भूमिका निभाएगा और इससे गांवों और किसानों की समृद्धि बढ़ेगी.