प्रधानमंत्री की UAE और कतर यात्रा: अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13-14 फ़रवरी तक संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की यात्रा पर थे. प्रधानमंत्री मोदी की उनके कार्यकाल में 7वीं UAE की यात्रा थी.

UAE यात्रा: मुख्य बिन्दु

  • UAE के इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ द्विपक्षीय बैठक की थी.
  • बैठक में दोनों नेता भारत और UAE के बीच सामरिक साझेदारी आगे बढाने तथा मजबूत करने पर चर्चा किए और आपसी हित के क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान हुआ.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने ‘विश्‍व सरकार शिखर सम्‍मेलन’ (World Governments Summit) 2024 में भाग लिए और संबोधित किए. भारत विश्व सरकार शिखर सम्मेलन में सम्मानित अतिथि देश था.
  • अपने संबोधन में उन्होंने भारत और UAE के बीच मजबूत होते द्विपक्षीय संबंधों का उल्लेख करते  हुए कहा कि UAE भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार और सातवां सबसे बड़ा निवेशक है.
  • उन्होंने नवाचारी मार्केट प्‍लेस भारत मार्ट का वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ किया. इस मार्केट प्‍लेस का उद्देश्‍य दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए वैश्विक स्‍तर पर भारतीय उत्पादों का प्रदर्शन करना है.
  • प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने संयुक्त अरब अमीरात में उनके सम्मान में आयोजित कार्यक्रम ‘अहलन मोदी’ में भारतीय समुदाय को संबोधित किया था.

अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  ने इस यात्रा के दौरान अबू धाबी में बने पहले हिंदू मंदिर ‘बोचासनवासी अक्षर पुरूषोत्तम स्वामीनारायण संस्था’ (BAPS) का उद्घाटन किया था.
  • इस मंदिर निर्माण के लिए जमीन प्रधानमंत्री मोदी के पिछले दौरे के दौरान मिली थी. इसके बाद मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हुआ.
  • इस मंदिर के लिए कुल जमीन अपनी 27 एकड है, साढे तेरह एकड में मंदिर है और साढे तेरह एकड में पार्किंग है.

कतर की राजधानी दोहा के लिए प्रस्थान

  • संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा संपन्न होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी 14 फ़रवरी को कतर की राजधानी दोहा गए थे.
  • यात्रा के दौरान श्री मोदी कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद के साथ द्विपक्षीय बैठक किए थे. इस बैठक में द्विपक्षीय, क्षेत्रीय तथा वैश्विक मुद्दों पर बातचीत हुई.
  • बैठक में दोनों देशों की अर्थव्‍यवस्‍थाओं के महत्‍वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा हुई। प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद सीमित चर्चा में आर्थिक सहयोग, निवेश, ऊर्जा साझेदारी, अंतरिक्ष सहयोग, शहरी बुनियादी ढांचे, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और लोगों के बीच संपर्क जैसे कई विषयों पर विचार किया गया.