कतर की अदालत ने हिरासत में बंद सभी आठ पूर्व भारतीय नौसेनिकों को रिहा किया

कतर की अदालत ने हिरासत में बंद सभी आठ पूर्व भारतीय नौसैनिकों को 12 फ़रवरी को रिहा कर दिया. ये सभी लोग अक्टूबर 2022 से कतर की जेल में बंद थे.

मुख्य बिन्दु

  • जिन भारतीयों को गिरफ़्तार किया गया था उनमें कमांडर (रिटायर्ड) पूर्नेंदु तिवारी, कैप्टन (रिटायर्ड) नवतेज सिंह गिल, कमांडर (रिटायर्ड) बीरेंद्र कुमार वर्मा, कैप्टन (रिटायर्ड) सौरभ वशिष्ठ, कमांडर (रिटायर्ड) सुग्नाकर पकाला, कमांडर (रिटायर्ड) अमित नागपाल, कमांडर (रिटायर्ड) संजीव गुप्ता, और सेलर रागेश शामिल थे.
  • इन पर कथित तौर पर कतर के सबमरीन प्रोग्राम की जासूसी करने का आरोप था. इन आठ लोगों को जासूसी का दोषी पाया गया था और मौत की सज़ा सुनाई गई थी.
  • गिरफ़्तार किए गए भारतीयों पर दोहा में काम कर रहे एक सबमरीन प्रोजेक्ट की संवेदनशील जानकारियाँ इसराइल से साझा करने का आरोप है. ये भारतीय दाहरा ग्लोबल टेक्नोलॉजीज़ एंड कंसल्टिंग सर्विसेज़ में काम करते थे.
  • भारत ने इससे पहले इन भारतीयों को मिली मौत की सज़ा के ख़िलाफ़ दोहा में अपील भी दायर की थी. भारत की ओर से कूटनीतिक हस्तक्षेप के बाद जनवरी में इन लोगों के मृत्युदंड को लंबी कैद में बदल दिया गया था. और अब रिहा कर दिया गया है.
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