21 मार्च : नस्लीय भेदभाव के उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस

प्रत्येक वर्ष 21 मार्च को नस्लीय भेदभाव के उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day for the Elimination of Racial Discrimination) मनाया जाता है. यह दिवस नस्लवाद को रोकने के महत्व पर प्रकाश डालने के उद्देश्य से मनाया जाता है.

इस दिन ने विश्व स्तर पर लोगों को नस्लवाद और नस्लीय भेदभाव के खिलाफ अपनी आवाज को मजबूत करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. यह नस्लवाद के खिलाफ बोलने वालों के लिए एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए भी मनाया जाता है.

1960 में, इसी दिन, दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद पास कानूनों के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन में पुलिस ने गोलियां चलाईं थी, जिसमें 69 लोगों की मौत हो गई थी और 180 घायल हो गए थे.

21 मार्च: विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस

प्रत्येक वर्ष 21 मार्च को विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस (World Down Syndrome Day) मनाया जाता है. इसका उद्देश्य डाउन सिंड्रोम के प्रति लोगों को जागरूक करना है. यह दिवस वर्ष 2012 से संयुक्त राष्ट्र द्वारा मनाया जा रहा है.

डाउन सिंड्रोम एक अनुवांशिक बीमारी है. इस बीमारी से बच्चे का मानसिक विकास रुक जाता है. जन्म लेने वाले प्रति 1000 बच्चों में से एक बच्चे में डाउन सिंड्रोम की समस्या आती है.

डाउन सिंड्रोम वाले शिशुओं में एक अतिरिक्त गुणसूत्र (chromosome) होता है जिसे क्रोमोसोम 21 कहा जाता है. यह शरीर के साथ-साथ बच्चे के मस्तिष्क के विकास को बदल देता है.

ऐसे बच्चे की नाक सामान्य रूप से चपटी, झुकी हुई आंखें, छोटी गर्दन व छोटे कान, मुंह से बाहर निकलती रहनेवाली जीभ, चौड़े हाथ, अपेक्षाकृत छोटी अंगुलियां व छोटे हाथ-पैर और कद छोटा हो जाता है.

वहीं, कई बच्चों के कान में संक्रमण, सुनने में कमी, आंखों में कमजोरी, दिल में विकृति, थायराइड, एनीमिया, आंतों में अवरोध, मोटापा आदि की शिकायतें सामने आती हैं.

21 मार्च: अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 21 मार्च को विश्व भर में ‘अन्तर्राष्ट्रीय वन दिवस’ (International Day of Forests) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य वन संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है.

इस वर्ष यानी 2024 में इस दिवस का विषय (Theme) ‘वन और नवाचार: बेहतर दुनिया के लिए नए समाधान’ (Forests and Innovation: New Solutions for a Better World) है.

21 दिसंबर, 2012 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रतिवर्ष 21 मार्च को यह दिवस मनाने की घोषणा की थी. पहली बार अन्तर्राष्ट्रीय वन दिवस 21 मार्च, 2013 को मनाया गया था.

21 मार्च को उत्तरी गोलार्ध में वसंत विषुव (Vernal Equinox) और दक्षिणी गोलार्ध में शरद ऋतु विषुव (Autumnal Equinox) होने के कारण यह दिन अन्तर्राष्ट्रीय वन दिवस के रूप में चिह्नित किया गया.

20 मार्च को विश्‍व गोरैया दिवस मनाया गया

प्रत्येक वर्ष 20 मार्च को विश्‍व गोरैया दिवस (World Sparrow Day) मनाया जाता है. इस पक्षी के संरक्षण और इनके बारे में जागरूकता बढाने के लिए यह दिवस मनाया जाता है. इस प्रजाति की संख्‍या में तेजी से कमी को देखते हुए इस दिवस का महत्‍व और बढ जाता है.

विश्‍व गोरैया दिवस 2024, का मुख्य विषय (थीम)- ‘गौरैया: उन्हें चहकने का मौका दें!’ (Sparrows: Give them a tweet-chance!) है.

कीटनाशकों के बढते उपयोग, भवन निर्माण शैली में बदलाव और घरों से बगीचे समाप्त हो जाने के कारण पिछले कुछ वर्षों में गोरैया की संख्‍या तेजी से घटी है. इसके अलावा मोबाइल और टीवी टावर से होने वाला र‍ेडिएशन भी इनकी संख्या घटने का मुख्‍य कारण है.

20 मार्च: अन्तर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 20 मार्च को अन्तर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस (International Happiness Day) मनाया जाता है. यह दिवस लोगों के जीवन में खुशी के महत्व को चिह्नित करने के उद्देश्य से मनाया जाता है.

इस वर्ष यानी 2024 के अन्तर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस का विषय (theme)- ‘खुशियों के लिए पुनः जुड़ना: लचीले समुदायों का निर्माण’ (Reconnecting for Happiness: Building Resilient Communities) है.

इतिहास

संयुक्त राष्ट्र ने 12 जुलाई 2012 को यह दिवस मनाने की घोषणा की थी. इस दिवस को मनाने का प्रस्ताव समाज सेवी, कार्यकर्ता और संयुक्त राष्ट्र के विशेष सलाहकार रहे जेमी इलियन की कोशिशों का परिणाम था. पहला अन्तर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस 20 मार्च 2013 को मनाया गया था.

16 मार्च: राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

भारत सरकार प्रत्येक वर्ष 16 मार्च को ‘राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस’ (National Vaccination Day) मनाती है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों में टीकाकरण (वैक्सीनेशन) के प्रति जागरूकता फैलाना है.

ऐसी कई बीमारियां हैं, जिनका टीकाकरण अगर सही समय पर नहीं किया जाता है, तो वो घातक बीमारी का रूप ले सकती हैं.

16 मार्च को ‘पल्स पोलियों अभियान’ की शुरुआत

साल 1995 में पहली बार यह दिवस हमारे देश में मनाया गया था. इसी साल 16 मार्च के दिन भारत सरकार ने देश में ‘पल्स पोलियों अभियान’ की शुरुआत की थी. सरकार ने इस योजना के जरिए देश से पोलियो को खत्म करने का लक्ष्य रखा था. और जब से हर साल पूरे देश में राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस इस दिन मनाया जाने लगा.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 2014 में भारत सहित दक्षिण-पूर्व एशिया के 11 देशों को पोलियो मुक्त देश घोषित किया था. ये देश हैं- बांग्लादेश, भूटान, इंडोनेशिया, मालदीव, म्यांमार, डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया, नेपाल, श्रीलंका, तिमोर-लेस्ते और थाईलैंड. भारत में पोलियो का अंतिम मामला 2011 में आया था.

विश्व प्रतिरक्षण दिवस 10 नवंबर को

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा प्रत्येक वर्ष 10 नवंबर के दिन दुनिया भर में ‘विश्व प्रतिरक्षण दिवस’ मनाया जाता है. इस दिन WHO से जुड़ी संस्थाओं द्वारा टीकाकरण से जुड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. विश्व में अभी भी ऐसे कई देश हैं, जहां पर लोग टीकाकरण की सुविधाओं से वंचित हैं. WHO इन्हीं लोगों की मदद करने का कार्य करती है.

15 मार्च: विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 15 मार्च को विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस (World Consumer Rights Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य उभोक्ताओं या ग्राहकों को उनके हितों के लिए बनाए गए उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम और उसके अंतर्गत आने वाले कानूनों की जानकारी देना है.

विश्व उपभोक्ता दिवस 2024 का मुख्य विषय (थीम) ‘उपभोक्ताओं के लिए निष्पक्ष और जिम्मेदार एआई’ (Fair and Responsible AI for Consumers) है.

उपभोक्ता अधिकार दिवस का इतिहास

पहली बार अमेरिका में रल्प नाडेर ने उपभोक्ता आंदोलन की शुरुआत की थी, जिसके फलस्वरूप 15 मार्च 1962 को अमेरिकी कांग्रेस में तत्कालीन राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी ने उपभोक्ता संरक्षण पर पेश किए गए विधेयक पर अनुमोदन किया था. 15 मार्च, 1983 को पहली बार यह दिवस मनाया गया था.

भारत में उपभोक्ता आंदोलन

भारत में उपभोक्ता आंदोलन की शुरुआत 1966 में मुंबई से हुई थी. 1974 में पुणे में ग्राहक पंचायत की स्थापना के बाद अनेक राज्यों में उपभोक्ता कल्याण हेतु संस्थाओं का गठन किया गया और यह आंदोलन बढ़ता गया.

राष्ट्रीय उपभोक्ता संरक्षण दिवस

हर साल 24 दिसंबर को भारत में राष्ट्रीय उपभोक्ता संरक्षण दिवस भी मनाया जाता है. भारत में इसी दिन (24 दिसंबर को) वर्ष 1986 में ‘उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम’ लागू हुआ था. भारत में राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस पहली बार 24 दिसंबर 2000 को मनाया गया था.

मौजूदा केन्द्र सरकार ने उपभोक्ताओं के अधिकारों की रक्षा एवं विवादों के समय पर निपटान के लिए ‘उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम- 1986’ की जगह ‘उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम-2019’ लागू किया है. नए अधिनियम के तहत केन्द्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण के गठन का भी प्रावधान है. प्राधिकरण के पास उपभोक्ता अधिकार, अनुचित कारोबार और भ्रामक विज्ञापनों से संबंधित मामलों की जांच का अधिकार है.

मार्च माह का दूसरा बृहस्पतिवार: विश्व किडनी दिवस

प्रत्येक वर्ष मार्च माह के दूसरे बृहस्पतिवार को ‘विश्व किडनी दिवस’ (World Kidney Day) मनाया जाता है. इस वर्ष (2024 में) 14 मार्च को यह दिवस मनाया गया. यह वैश्विक स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता अभियान है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य किडनी के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना है.

इस वर्ष विश्व किडनी दिवस 2024 का मुख्य विषय (थीम) ‘सभी के लिए किडनी स्वास्थ्य – समान पहुंच को आगे बढ़ाना’ (Kidney Health for All – Advancing equitable access) है.

8 मार्च: अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस

प्रत्येक वर्ष 8 मार्च को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) के रूप में मनाया जाता है. यह दिवस समाज में स्‍त्री-पुरुष समानता लाने, महिलाओं की उपलब्धियां उजागर करने और प्रत्येक क्षेत्र में उनकी भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्‍य से मनाया जाता है.

अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2024 की थीम

इस वर्ष के अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस का मुख्य विषय (थीम) ‘महिलाओं में निवेश करें: प्रगति को गति दें’ (Invest in women: Accelerate progress) है.

अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस का इतिहास

  • अंतर्राष्‍ट्रीय महिला दिवस का विचार सबसे पहले 12वीं सदी में उत्‍तरी अमरीका और यूरोप में श्रम आंदोलनों की गतिविधियों के दौरान उभरा था.
  • अमरीका में पहला राष्‍ट्रीय महिला दिवस 1908 में न्‍यूयॉर्क में वस्‍त्र कामगारों की हडताल के दौरान मनाया गया, जब महिलाओं ने काम की कठिन परिस्थितयों का विरोध किया.
  • 28 फरवरी 1909 में सोशलिस्ट पार्टी ऑफ अमेरिका ने न्यूयॉर्क में महिला दिवस का ऐलान किया था.
  • संयुक्त राष्ट्र ने 1977 में 8 मार्च को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मंजूरी दी और तब से अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है.

4 मार्च: राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस, राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह

प्रत्येक वर्ष 4 मार्च को देश में ‘राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस’ (National Safety Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य जागरूकता न होने की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकना है. इस साल यानी 2024 में 53वां राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया गया.

4 से 10 मार्च तक ‘राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह’

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के साथ ही 4 से 10 मार्च तक ‘राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह’ (National Safety Week) के रूप में मनाया जाने लगा है. इस सप्ताह के दौरान विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से औद्योगिक दुर्घटनाओं से बचाव के तरीकों से लोगों को अवगत कराया जाता है.

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस और राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह को मनाने की पहल ‘राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद’ (National Safety Council) ने की थी. 4 मार्च के ही दिन भारत में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की स्थापना हुई थी.

राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC): एक दृष्टि

राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की स्थापना 4 मार्च 1966 को मुंबई सोसायटी अधिनियम के तहत हुई थी. यह एक स्वशासी निकाय है जो सार्वजनिक सेवा के लिए गैर-सरकारी और गैर-लाभकारी संगठन के रूप में कार्य करता है. 1972 में इस संगठन ने राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाने का निर्णय लिया था. बाद में इसे नेशनल सेफ्टी सप्ताह के रूप में मनाया जाने लगा.

3 मार्च 2024: विश्व वन्यजीव दिवस

प्रत्येक वर्ष 3 मार्च को ‘विश्व वन्यजीव दिवस’ (World Wildlife Day) मनाया जाता है. वर्ष 1973 में इसी दिन वन्य जीवों और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से संबंधित एक घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किए गए थे.

इस दिवस को मनाने का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर विलुप्त संकटापन्न वन्य-जीवों तथा वनस्पतियों के संरक्षण की दिशा में जागरूकता लाना है.

वर्ष 2024 में इस दिवस का मुख्य विषय (Theme)- ‘लोगों और ग्रह को जोड़ना: वन्यजीव संरक्षण में डिजिटल नवाचार की खोज’ (Connecting People and Planet: Exploring Digital Innovation in Wildlife Conservation) है. इसके तहत वनों, वन प्रजातियों और पारिस्थितिक तंत्र सेवाओं की केंद्रीय भूमिका को उजागर करने का प्रयास किया जाएगा ताकि वनों और उसके पास रहने वाले समुदायों के लाखों लोगों की आजीविका को बनाए रखा जाए.

20 दिसंबर, 2013 को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने अपनी 68वीं महासभा में इस दिवस को मनाने की घोषणा की थी.

3 मार्च 2024: विश्व श्रवण दिवस

विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation), प्रत्येक वर्ष 3 मार्च को ‘विश्व श्रवण दिवस’ (World Hearing Day) मनाया जाता है. इस दिवस पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जागरूकता अभियान चलाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्‍य कान की सुरक्षा और बधीरता से बचाव के लिए जागरूकता फैलाना है.

इस वर्ष यानी 2024 में विश्व श्रवण दिवस का विषय ‘बदलती मानसिकता: आइए कान और सुनने की देखभाल को सभी के लिए वास्तविकता बनाएं!’ (Changing mindsets: Let’s make ear and hearing care a reality for all!) है.