समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन की 22वीं बैठक आयोजित की गई

शंघाई सहयोग संगठन (SCO) का 22वां शिखर सम्मेलन 2022 उज्‍बेकिस्‍तान के समरकंद में आयोजित किया गया था. इस बैठक में इसके सभी सदस्य देशों के नेताओं और अन्य निमंत्रित अतिथियों ने हिस्सा लिया था. सम्मेलन की अध्यक्षता उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शवकत मिर्जियोयेव ने की थी.

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के प्रयोजन से 15-16 सितम्बर को उज्‍बेकिस्‍तान की यात्रा पर थे. इस यात्रा के दौरान उन्होंने इस सम्मेलन में हिस्सा लिया और इसके इतर कई बहुपक्षीय और द्विपक्षीय बैठकें भी की थी.

22वां SCO शिखर सम्मेलन 2022: मुख्य बिन्दु

  • 22वें SCO शिखर सम्मेलन में समसामयिक, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई. इसके अलावा संगठन में सुधार और विस्‍तार, सुरक्षा की स्थिति, क्षेत्र में विभिन्‍न देशों के साथ भारत के सहयोग, संपर्क को मजबूत बनाने और क्षेत्र में व्‍यापार और पर्यटन को बढ़ावा देने के तरीकों पर विचा-विमर्श हुआ. शिखर सम्मेलन का समापन समरकंद घोषणा पर हस्ताक्षर के साथ हुआ.
  • ईरान ने एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं, ताकि उसे SCO में पूर्ण सदस्यता मिल सके. फिलहाल उसे पर्यवेक्षक का दर्जा हासिल है.
  • उज्बेकिस्तान ने SCO की अध्यक्षता भारत को सौंपी. भारत 2023 में संगठन के अध्यक्ष के रूप में SCO के अगले शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा.
  • बैठक में वाराणसी को वर्ष 2022-2023 के लिए SCO की पहली पर्यटन और सांस्कृतिक राजधानी नामित किया गया. इससे भारत और SCO सदस्य देशों के बीच पर्यटन, सांस्कृतिक और मानवीय आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलेगा.

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की द्विपक्षीय बैठकें

  • प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने SCO की 22वीं बैठक से अलग रूस, उजबेकिस्‍तान, ईरान और तुर्की के नेताओं से मुलाकात की. इन नेताओं के साथ विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग मजबूत करने पर चर्चा हुई.
  • रूस के राष्ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन के साथ बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने खाद्य, ईंधन और उर्वरक संकट जैसे मुद्दों को उठाया. इस अवसर पर रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन, द्पिक्षीय व्‍यापार, रूस के उर्वरकों की आपूर्ति, कृषि में सहयोग, तेल, गैस, परमाणु ऊर्जा और वीजा मुक्‍त पर्यटकों की आवाजाही के मुद्दे उठाए. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को रूस आने का निमंत्रण दिया.
  • भारत-उजबेकिस्‍तान द्विपक्षीय बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और उजबेकिस्‍तान के राष्ट्रपति शावकत मिरजियोयेव ने चाबहार बंदरगाह और अंतरराष्‍ट्रीय उत्‍तर-दक्षिण परिवहन गलियारे के अधिक उपयोग सहित कुछ संभावनाओं का पता लगाने के लिए कनेक्टिविटी को महत्वपूर्ण बताया.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी से मुलाकात की. दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों पर व्यापक चर्चा की और चाबहार बंदरगाह के विकास में प्रगति की समीक्षा की.
  • प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने तुर्की के राष्‍ट्रपति रेसिप तैय्यप अर्दोगन के साथ बातचीत की. बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की और क्षेत्रीय तथा वैश्विक घटनाक्रमों पर चर्चा की.

शंघाई सहयोग संगठन (SCO): एक दृष्टि

SCO की शुरुआत जून 2001 में शंघाई में हुई थी और इसके आठ पूर्ण सदस्य हैं, जिनमें छह संस्थापक सदस्य चीन, कजाखस्तान, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं. भारत और पाकिस्तान इसमें 2017 में पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल हुए थे.

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