18 नवंबर: राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस

प्रत्येक वर्ष 18 नवंबर को राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस (National Naturopathy Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य भोजन ही केवल चिकित्सा है पर बल देना है. इस दिन लोगों को प्राकृतिक उपचार एवं खान-पान के विषय में जानकारी प्राप्त होगी.

प्राकृतिक चिकित्सा दिवस को मनाये जाने की घोषणा आयुष मंत्रालय ने नवंबर 2018 में की थी. पहला प्राकृतिक चिकित्सा दिवस 2018 में मनाया गया था. आयुष (AYUSH) का पूर्ण रूप Ayurveda, Yoga and Naturopathy, Unani, Siddha and Homeopathy है.

प्राकृतिक चिकित्सा में विभिन्न विधियां आहार चिकित्सा, उपवास चिकित्सा, मिट्टी चिकित्सा, जल चिकित्सा, मालिश चिकित्सा, सूर्य किरण चिकित्सा, वायु चिकित्सा, क्षेत्रीय वनौषधियां का बिना दुष्प्रभाव प्रयोग होता है. इसमें मुख्य उपचार मिट्टी की पट्टी, मिट्टी का स्नान, सूर्य स्नान, गर्म और ठंडा सेक, कटी स्नान, मेहन स्नान, पैर-हाथ का गर्म सेंक, वाष्प स्नान, पूर्ण टब स्नान, रीढ़ स्नान सर्वांग गीली चादर लपेट, छाती की पट्टी, व घुटने की पट्टी, एनिमा, जलनेती, वमन, माथे की पट्टी, पेट की पट्टी रोगानुसार मालिश की क्रियाएं की जाती है.

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