16 मार्च: राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

भारत सरकार प्रत्येक वर्ष 16 मार्च को ‘राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस’ (National Vaccination Day) मनाती है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों में टीकाकरण (वैक्सीनेशन) के प्रति जागरूकता फैलाना है. ऐसी कई बीमारियां हैं, जिनका टीकाकरण अगर सही समय पर नहीं किया जाता है, तो वो घातक बीमारी का रूप ले सकती हैं. इस दिन छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं को टीके लगाए जाते हैं.

16 मार्च को ‘पल्स पोलियों अभियान’ की शुरुआत

साल 1995 में पहली बार यह दिवस हमारे देश में मनाया गया था. इसी साल 16 मार्च के दिन भारत सरकार ने देश में ‘पल्स पोलियों अभियान’ की शुरुआत की थी. सरकार ने इस योजना के जरिए देश से पोलियो को खत्म करने का लक्ष्य रखा था. और जब से हर साल पूरे देश में राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस इस दिन मनाया जाने लगा.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 2014 में भारत सहित दक्षिण-पूर्व एशिया के 11 देशों को पोलियो मुक्त देश चोषित था. ये देश हैं- बांग्लादेश, भूटान, इंडोनेशिया, मालदीव, म्यांमार, डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया, नेपाल, श्रीलंका, तिमोर-लेस्ते और थाईलैंड. भारत में पोलियो का अंतिम मामला 2011 में आया था.

विश्व प्रतिरक्षण दिवस 10 नवंबर को

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा प्रत्येक वर्ष 10 नवंबर के दिन दुनिया भर में ‘विश्व प्रतिरक्षण दिवस’ मनाया जाता है. इस दिन WHO से जुड़ी संस्थाओं द्वारा टीकाकरण से जुड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. विश्व में अभी भी ऐसे कई देश हैं, जहां पर लोग टीकाकरण की सुविधाओं से वंचित हैं. WHO इन्हीं लोगों की मदद करने का कार्य करती है.

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