फरवरी माह का अंतिम दिन: विश्व दुर्लभ रोग दिवस

प्रत्येक वर्ष फरवरी माह के अंतिम दिन को ‘विश्व दुर्लभ रोग दिवस’ (World Rare Disease Day) के रूप में मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य दुर्लभ बीमारी के प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाना जिनके बारे में ज्‍यादा लोगों को जानकारी नहीं होती. ऐसा इसलिए है क्‍योंकि ये बीमारियां बहुत कम लोगों को होती हैं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार इस समय दुनिया में लगभग 7000 ऐसे रोग हैं जिन्‍हें दुर्लभ माना जाता है. इनमें कुछ जाने-माने नाम हैं: सिस्टिक फाइब्रोसिस, जो श्‍वसन तंत्र और पाचन तंत्र को प्रभावित करता है. हटिन्‍गटन्‍स डिजीज, जो ब्रेन और नर्वस सिस्‍टम को प्रभावित करता है. मस्‍क्‍युलर डिस्‍ट्रॉफी, जो मांसपेशियों को प्रभावित करते हैं.

इंडियन सोसायटी फॉर क्लीनिकल रिसर्च (ISCR) के मुताबिक, भारत में 70 मिलियन और दुनिया भर में 350 मिलियन लोग दुर्लभ बीमारियों के शिकार हैं. 6,000 से ज्यादा अलग-अलग तरह के दुर्लभ और आनुवंशिक रोग (Genetic Diseases) हैं.

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