QS वर्ल्ड रैंकिंग 2023: IISC बेंगलुरु देश में सर्वश्रेष्ठ और दक्षिण एशिया में उभरता संस्थान

QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग (Quacquarelli Symonds World University Rankings) 2023 हाल ही में जारी की गई थी. यह QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग का 19वां संस्‍करण था. क्यूएस रैंकिंग की सूची में कुल 41 भारतीय विश्वविद्यालयों ने स्थान प्राप्त किया है. इस रैंकिंग के अनुसार, लगातार दसवें वर्ष, MIT को सर्वश्रेष्ठ यूनिवर्सिटी के रूप में सम्मानित किया गया है. इस वर्ष, यूनिवर्सिटी रैंकिंग में कुल 1,029 यूनिवर्सिटी शामिल हैं.

QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2023: मुख्य बिंदु

  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ सांइस (IISC) बेंगलुरु को एक बार फिर देश में सर्वश्रेष्ठ और दक्षिण एशिया में उभरते संस्थान का खिताब मिला है. यह संसथान दुनिया के उच्च शिक्षण संस्थानों में 155वें स्थान पर है. वर्ष 2022 में वह 186वें स्थान पर था.
  • रैंकिंग-2023 में टॉप 200 में IIT बॉम्बे और IIT दिल्ली को भी जगह मिली है. देश में IIT बॉम्बे दूसरे और IIT दिल्ली तीसरे स्थान पर हैं.
  • इस QS वर्ल्ड रैंकिंग में अमेरिका के मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) को लगातार 11वें वर्ष पहले स्थान पर है. यूनाइटेड किंगडम की ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने दूसरा स्थान हासिल किया है, जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका की स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय तीसरे स्थान पर हैं.

QS रैंकिंग का आधार

QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग छह संकेतकों के आधार पर तैयार की जाती है. इनमें शैक्षणिक प्रतिष्ठा, नियोक्ता प्रतिष्ठा, प्रति संकाय उद्धरण, संकाय / छात्र अनुपात, अंतरराष्ट्रीय संकाय अनुपात और अंतरराष्ट्रीय छात्र अनुपात आदि शामिल हैं.

QS रैंकिंग: एक दृष्टि

QS World University Rankings को ब्रिटिश कंपनी Quacquarelli Symonds द्वारा प्रत्येक वर्ष प्रकाशित किया जाता है. QS द्वारा संस्थानों की रैंकिंग जिन मानकों पर की गई, वे हैं- एकेडेमिक, रेपुटेशन, फैकल्टी-स्टूडेंट्स रेशियो, एंप्लॉयर रेपुटेशन, इंटरनेशनल फैकल्टी रेशियो, इंटरनेशनल स्टूडेंट्स रेशियो और साइटेशन/फैकल्टी.

खाद्य सुरक्षा सूचकांक-2021-22: तमिलनाडु बड़े राज्यों में शीर्ष पर

भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने हाल ही में ‘चौथा खाद्य सुरक्षा सूचकांक-2021-22’ (4th Food Safety Index – SFSI) जारी किया था.

  • इस रिपोर्ट में 17 बड़े राज्यों की श्रेणी में तमिलनाडु 82 अंकों के साथ शीर्ष पर है, जबकि गुजरात 77.5 अंकों के साथ दूसरे और महाराष्ट्र 70 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर है.
  • छोटे राज्यों की श्रेणी में गोवा ने अपनी शीर्ष रैंकिंग बरकरार रखी, जबकि मणिपुर और सिक्किम ने दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया.
  • केंद्र शासित प्रदेशों में, जम्मू और कश्मीर पहले स्थान पर है, उसके बाद दिल्ली और चंडीगढ़ का स्थान है.

खाद्य सुरक्षा सूचकांक: एक दृष्टि

  • खाद्य सुरक्षा सूचकांक 2018-19 में शुरू किया गया था. खाद्य सुरक्षा के कई मापदंडों पर राज्यों के प्रदर्शन को मापने के लिए FSSAI द्वारा यह सूचकांक जारी किया जाता है.
  • इस रिपोर्ट में राज्यों को पांच मानदंडों, खाद्य सुरक्षा, मानव संसाधन व संस्थागत आंकड़ों, एक्ट के अनुपालन, खाद्य परीक्षण सुविधा, प्रशिक्षण व क्षमता निर्माण के अलावा उपभोक्ता सशक्तीकरण के आधार पर रैंकिग दी जाती है.

प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के मामले में भारत विश्व में सातवें स्थान पर

व्यापार एवं विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (UNCTAD) की विश्व निवेश रिपोर्ट 9 जून को जारी की गयी थी. इस रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2021 में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) के मामले में भारत विश्व में सातवें स्थान पर रहा. इस दौरान भारत में 45 अरब डॉलर का FDI आया, हालांकि यह 2020 की तुलना में 19 अरब डॉलर कम है.

UNCTAD की विश्व निवेश रिपोर्ट: मुख्य बिंदु

  • भारत ने साल 2020 में 64 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हासिल किया था. यह 2021 में घटकर 45 अरब डॉलर पर आ गया. हालांकि, इसके बावजूद भारत विश्व में सातवें स्थान पर रहा. दक्षिण एशिया मुख्य रूप से भारत से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 43 फीसदी बढ़कर 16 अरब डॉलर रहा.
  • अमेरिका ($ 367 बिलियन), चीन ($ 181 बिलियन), हांगकांग ($ 141 बिलियन), सिंगापुर, कनाडा और ब्राजील के बाद भारत सातवें स्थान पर है. दक्षिण अफ्रीका, रूस और मेक्सिको भी FDI पाने के मामले में टॉप-10 देशों में शामिल हैं.
  • नए अंतरराष्ट्रीय परियोजना वित्त के तहत 108 परियोजनाओं के लिये समझौते हुए, जबकि पिछले 10 साल में इसकी संख्या औसतन 20 थी. सबसे अधिक नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र की 23 परियोजनाओं को लेकर समझौते हुए.
  • बड़ी परियोजनाओं में आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील का 13.5 अरब डॉलर के निवेश से भारत में एक स्टील और सीमेंट कारखाना लगाना तथा सुजुकी मोटर का 2.4 अरब डॉलर के निवेश से एक नए कार मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का निर्माण शामिल है.

राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण 2021 की रिपोर्ट जारी

स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग ने 26 मई को राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (National Achievement Survey) 2021 की रिपोर्ट जारी की. इस रिपोर्ट में देश में तीसरी, पांचवीं, आठवीं और दसवीं कक्षा के छात्रों की तीन वर्षों में सीखने की क्षमता का और स्कूली शिक्षा प्रणाली का व्यापक आकलन किया गया है. इस प्रकार का पिछला सर्वेक्षण 2017 में हुआ था.

राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण 2021: मुख्य बिंदु

  • राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (NAS) 2021 में देश भर के केंद्र और राज्य सरकार के सरकारी स्कूल और निजी स्कूल शामिल को शामिल किया गया था.
  • सर्वेक्षण में कक्षा 3 और 5 के लिए भाषा, गणित और ईवीएस; कक्षा 8 के लिए भाषा, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान और कक्षा 10 के लिए भाषा, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और अंग्रेजी का मूल्यांकन किया गया.
  • इस रिपोर्ट में पंजाब ने कक्षा, तीन, पांच और आठवीं की सभी विषयों में पहला स्थान हासिल किया है. इसके साथ ही पंजाब ने दसवीं कक्षा में गणित में प्रथम स्थान प्राप्त किया. दसवीं कक्षा के अन्य विषयों में गोवा और चंडीगढ़ शीर्ष पर रहा.
  • राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण का उद्देश्य देश में स्कूली शिक्षा प्रणाली की कार्यकुशलता और विद्यार्थियों की सीखने की क्षमता का आकलन करना है. इसके आधार पर विभिन्न स्तरों पर शिक्षा प्रणाली की खामियां दूर करने के लिए उचित कदम उठाए जाते हैं.

यात्रा और पर्यटन विकास सूचकांक में भारत 54वें स्थान पर

विश्व आर्थिक फोरम (WEF) ने हाल ही में यात्रा और पर्यटन विकास सूचकांक (Travel and Tourism Development Index) 2021 जारी किया था. यह यात्रा और पर्यटन संबंधी द्विवार्षिक अध्ययन है जिसमें दुनिया की 117 अर्थव्यवस्थाओं का मूल्यांकन किया गया है. इसमें यात्रा और पर्यटन के क्षेत्र में सतत और लचीले विकास को मुफीद बनाने वाली अर्थव्यवस्थाओं की रैंकिंग की गयी है.

WEF यात्रा और पर्यटन विकास सूचकांक 2021: मुख्य बिंदु

  • इस सूचकांक में 4.2 अंक के साथ भारत 54वें स्थान पर है. इससे पूर्व भारत 2019 में भारत 46वें स्थान पर था. covid महामारी के कारण भारत की रैंकिंग में गिरावट आई है. हालाँकि, भारत अभी भी दक्षिण एशिया क्षेत्र में सबसे ऊपर है.
  • अमेरिका, स्पेन, फ्रांस, जर्मनी, स्विटजरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, सिंगापुर और इटली इस सूची में क्रमशः शीर्ष दस हैं. अमेरिका के अलावा यूरोप और एशिया प्रशांत क्षेत्र के शीर्ष 10 देशों में जनवरी 2021 की अपेक्षा जनवरी 2022 में अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या में पर्याप्त वृद्धि हुई है.
  • यात्रा और पर्यटन विकास सूचकांक 2021 इस क्षेत्र में प्रतिस्पर्धात्मक सूचकांक के प्रत्यक्ष मूल्यांकन से संबंधित है. इसका प्रकाशन बीते 15 वर्षों से हर दूसरे साल में किया जाता है.

WDMMA वैश्विक वायु शक्ति रैंकिंग रिपोर्ट जारी, भारतीय वायु सेना तीसरे स्थान पर

आधुनिक सैन्य विमान की विश्व निर्देशिका (WDMMA) ने हाल ही में वर्ष 2022 की वैश्विक वायु शक्ति रैंकिंग जारी की थी. इस रिपोर्ट में 98 देशों के वायु सेनाओं की युद्ध शक्ति के मूल्यांकन के आधार पर रैंकिंग की गयी है.

WDMMA वायु शक्ति रैंकिंग 2022:  मुख्य बिंदु

  • इस रैंकिंग रिपोर्ट में भारतीय वायु सेना (IAF)  को चीनी वायु सेना से ऊपर तीसरे स्थान पर रखा गया है. चीनी वायु सेना (पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयर फोर्स) को चौथे स्थान पर है. भारतीय वायु सेना को 69.4 अंक और चीनी वायुसेना को 63.8 अंक दिया गया है.
  • इस रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी वायु सेना (USAF) 242.9 अंकों के साथ शीर्ष स्थान पर है. रूस की वायु सेना को दूसरा स्थान (114.2 अंक) दिया गया है. रिपोर्ट में जापान (58.1 अंक), इजरायल (58.0 अंक) और फ्रांस (56.3 अंक) की वायुसेना क्रमशः पांचवें, छठे और सातवें स्थान पर हैं.
  • यह रैंकिंग वर्ल्ड डायरेक्टरी ऑफ मॉडर्न मिलिट्री एयरक्राफ्ट यानि (WDMMA) ने प्रत्येक वर्ष यह रैकिंग जारी करती है

फोर्ब्स ‘ग्लोबल 2000’ सूची: रिलायंस इंडस्ट्रीज भारत में, और हैथवे विश्व में शीर्ष पर

फोर्ब्स की दुनिया भर की कंपनियों की नवीनतम ‘ग्लोबल 2000’ (Forbes Global 2000) सूची हाल ही में जारी की थी. इस सूची में फोर्ब्स ने वर्ष 2022 के लिए शीर्ष 2,000 कंपनियों की रैंकिंग जारी की है. यह रैंकिंग बिक्री, लाभ, परिसंपत्ति और बाजार मूल्यांकन जैसे मानकों के आधार पर किया गया है. इस सूची में बर्कशायर हैथवे विश्व में जबकि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड भारत में पहले स्थान पर है.

फोर्ब्स की ग्लोबल 2000: एक दृष्टि

  • उद्योगपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड दो पायदान चढ़कर विश्व में 53वें स्थान पर जबकि भारत में पहले स्थान पर पहुंच गई है. इसके बाद 105वें स्थान पर भारतीय स्टेट बैंक, 153वें स्थान पर एचडीएफसी बैंक और 204वें स्थान पर आईसीआईसीआई बैंक है.
  • रिलायंस की अप्रैल 2021 से मार्च 2022 के बीच बिक्री 104.6 अरब डॉलर रही और यह ऐसी पहली भारतीय कंपनी बन गई है जिसका सालाना राजस्व 100 अरब डॉलर से अधिक है. एसबीआई 56.12 अरब डॉलर के बाजार पूंजीकरण के साथ भारत की बड़ी कंपनियों के मामले में दूसरे स्थान पर है.
  • विश्व स्तर पर बर्कशायर हैथवे ने पहली बार शीर्ष स्थान हासिल किया है. चीन का औद्योगिक और वाणिज्यिक बैंक सूची में लगातार नौ वर्षों तक शीर्ष पर रहने के बाद दूसरे स्थान पर आ गया. सऊदी अरब की तेल कंपनी ‘सऊदी अरामको’ ने तीसरा स्थान हासिल किया.

वैश्विक खाद्य संकट पर संयुक्त राष्ट्र FAO का रिपोर्ट

वैश्विक खाद्य संकट पर हाल ही में एक वार्षिक रिपोर्ट ‘ग्लोबल रिपोर्ट ऑन फ़ूड क्राइसिस’ (Global Report on Food Crises) 2022 जारी की थी. इस रिपोर्ट में विश्व स्तर पर तीव्र खाद्य असुरक्षा पर चर्चा की गयी है.

यह रिपोर्ट ग्लोबल नेटवर्क अगेंस्ट फ़ूड क्राइसिस (GNAFC) द्वारा जारी की गई है. यह कृषि संगठन (FAO), विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) और अंतर्राष्ट्रीय खाद्य नीति अनुसंधान संस्थान (IFPRI) का सह-प्रायोजित वैश्विक पहल है. इसकी स्थापना वर्ष 2016 में यूरोपीय संघ, FAO और WFP द्वारा की गई थी.

रिपोर्ट के मुख्य बिंदु

  • संघर्ष, जलवायु परिवर्तन और आर्थिक संकट ने लोगों की आजीविका को तबाह कर दिया है, जिससे 2021 में भूख का सामना करने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 193 मिलियन हो गई.
  • वर्ष 2021 में भुखमरी की समस्या का सामना कर रहे 53 देशों में, 193 मिलियन से अधिक लोगों ने तीव्र खाद्य असुरक्षा का अनुभव किया. सबसे अधिक प्रभावित कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, इथियोपिया, यमन और अफगानिस्तान हैं.
  • वर्ष 2020 की तुलना में 2021 में वैश्विक स्तर पर लगभग 40 मिलियन से अधिक लोगों ने संकट या बदतर स्तर पर तीव्र खाद्य असुरक्षा का अनुभव किया.

विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2022: भारत 150वें और नॉर्वे शीर्ष स्थान पर

प्रेस की दिशा-दशा पर नज़र रखने वाली वैश्विक संस्था ‘रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स’ (RWB) ने 3 मई को ‘20वां विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक’ (20th World Press Freedom Index) 2022 जारी किया था. इस सूचकांक में 180 देशों को शामिल किया गया था.

इस सूचकांक में भारत 150वें पायदान पर है. पिछले वर्ष यानी 2021 के विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में भारत 142वें स्थान पर था.

नॉर्वे, डेनमार्क और स्वीडन पहले तीन स्थान पर

इस सूचकांक में नॉर्वे शीर्ष स्थान पर है. नॉर्वे लगातार छठे वर्ष पहले पायदान पर है. सूचकांक में डेनमार्क दूसरे, स्वीडन तीसरे, एस्टोनिया चौथे और फिनलैंड पांचवें पायदान पर है. सबसे निचली रैंकिंग उत्तर कोरिया की है जो 180वें स्थान पर है.

भारत के पडोसी देशों में चीन 175वें, श्रीलंका 146वें, नेपाल 76वें, म्यांमार 176वें, बांग्लादेश 162वें और पाकिस्तान 157वें स्थान पर है.

रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (RWB) क्या है?

‘रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स’ (Reporters Without Borders- RWB) एक गैर-लाभकारी संगठन है जो दुनिया भर के पत्रकारों पर हमलों का दस्तावेजीकरण और सामना करने के लिए कार्य करता है. RWB का मुख्यालय फ्रांस की राजधानी पेरिस में स्थित है.

2021 में वैश्विक सैन्य व्यय पर SIPRI की रिपोर्ट, भारत विश्व में तीसरे स्थान पर

स्वीडन स्थित रक्षा ‘थिंक-टैंक’ सिपरी (Stockholm International Peace Research Institute- SIPRI) ने 2021 में हुए वैश्विक सैन्य व्यय (Global Military Expenditure) पर हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की थी. इस रिपोर्ट के अनुसार पहली बार वैश्विक सैन्य व्यय (Global Military Expenditure) 2000 अरब अमेरिकी डॉलर को पार कर गया है.

मुख्य बिंदु

  • 2021 में कुल वैश्विक सैन्य खर्च वास्तविक रूप से 0.7 फीसद बढ़कर 2,113 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया. सबसे ज्यादा रक्षा व्यय करने वाले शीर्ष पांच देशों में क्रमशः अमेरिका, चीन, भारत, ब्रिटेन और रूस थे, जिन्होंने कुल मिलाकर 62 फीसद खर्च किए.
  • यह लगातार सातवां साल था, जब रक्षा खर्च बढ़ा है. साल 2021 में अमेरिकी सैन्य खर्च 801 अरब अमेरिकी डॉलर था, जो 2020 की तुलना में 1.4 फीसद कम है. अमेरिकी सैन्य खर्च साल 2020 में जीडीपी का 3.7 फीसद था, जो 2021 में थोड़ा कम होकर 3.5 फीसद हो गया.
  • चीन सैन्य खर्च के मामले में विश्व में दूसरे नंबर पर है और उसने 2021 में अपनी सेना को अनुमानित 293 अरब अमेरिकी डालर आवंटित किए, जो साल 2020 से 4.7 फीसद अधिक है. रूस का सैन्य खर्च 2021 में 2.9 फीसद बढ़कर 65.9 अरब डॉलर हो गया.

सैन्य खर्च के मामले में दुनिया में तीसरे नंबर पर भारत

भारत का सैन्य व्यय दुनिया में तीसरे नंबर पर था. साल 2021 में भारत का सैन्य खर्च बढ़कर 76.6 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया, जो 2020 के आंकड़ों से 0.9 फीसद अधिक है. भारत का सैन्य खर्च 2020 से 0.9 फीसद और 2012 से 33 फीसद अधिक रहा.

विश्‍व बैंक की रिपोर्ट: भारत में आठ साल में 12.3 प्रतिशत गरीबी घटी

विश्व बैंक ने हाल ही में अपनी नीतिगत शोध-पत्र (पॉलिसी रिसर्च वर्किंग पेपर) जारी किया था. इस रिपोर्ट में भारत में गरीबी के कम हो रहे गरीबी पर चर्चा की गयी है.

विश्‍व बैंक नीतिगत शोध-पत्र 2022: एक दृष्टि

  • इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 2011 की तुलना में 2019 में भारत में गरीबी 12.3 प्रतिशत कम हुई है. साल 2011 में 22.5 प्रतिशत गरीबी थी जो साल 2019 में 10.2 प्रतिशत रह गई.
  • शहरी क्षेत्रों के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी तेजी से कम हुई है. 2011 से 2019 के दौरान ग्रामीण गरीबी में 14.7 प्रतिशत जबकि शहरी गरीबी में 7.9 प्रतिशत की गिरावट आई है.
  • भारत ने चरम गरीबी को लगभग समाप्त कर लिया है. इसके साथ ही देश में 40 वर्षों में उपभोग असमानता अपने न्यूनतम स्तर पर है.
  • छोटे आकार के जोत वाले किसानों ने उच्च आय वृद्धि का अनुभव किया है. वर्ष 2013 और 2019  के दौरान छोटी जोत वाले किसानों की वास्तविक आय में सालाना 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि बड़ी जोत के किसानों की आय में दो प्रतिशत बढ़ोतरी हुई.
  • शहरी क्षेत्रों में रह रहे परिवारों के संदर्भ में गरीबी रेखा प्रति व्‍यक्ति प्रति माह एक हज़ार रुपये और ग्रामीण परिवारों के लिए 816 रुपये निर्धारित की गई है.

ग्लोबल विंड रिपोर्ट 2022: 2021 में लगभग 94 GW विंड एनर्जी क्षमता में वृद्धि

वैश्विक संस्था ग्लोबल विंड एनर्जी कौंसिल (GWEC) ने हाल ही में वर्ष 2022 का वैश्विक पवन रिपोर्ट (Global Wind Report 2022) जारी किया था. रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक पवन उद्योग के मामले में वर्ष 2021 दूसरा सबसे अच्छा वर्ष था. इस दौरान वैश्विक स्तर पर लगभग 94 GW (गीगावाट) विंड एनर्जी का उत्पादन हुआ, जो 2020 के कुल उत्पादन 93.6 GW से केवल 1.8% कम था.

मुख्य बिंदु

  • इस रिपोर्ट में कहा गया है कि नेट-जीरो लक्ष्यों (net-zero goals) को प्राप्त करने के लिए पवन ऊर्जा प्रतिष्ठानों को तेज़ी से बढ़ाने की आवश्यकता है.
  • मौजूदा पवन ऊर्जा उत्पादन क्षमता के आधार पर 2030 तक नेट-जीरो और ग्लोबल वार्मिंग को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने के लक्ष्य को प्राप्त करने में सक्षम नहीं हो पाएगी. 2050 तक नेट-जीरो लक्ष्य को पूरा करने के लिए, वैश्विक पवन ऊर्जा प्रतिष्ठानों को चौगुना करना होगा.