मैन पोर्टेबल टैंक रोधी गाइडेउ मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने देश में ही निर्मित कम वजन के ‘मैन पोर्टेबल टैंकरोधी गाइडेड मिसाइल’ (MPATGM) का 11 सितम्बर को सफल परीक्षण किया. यह प्रक्षेपास्त्र आंध्र प्रदेश की कुरनूल रेंज में मैन पोर्टेबल ट्राइपोड लॉन्‍चर से छोड़ा गया. परीक्षण से इस प्रक्षेपास्त्र के सभी मिशन पूरे कर लिए गए हैं. इस परीक्षण से देश में ही निर्मित तीसरी पीढ़ी के मैन पोर्टेबल टैंकरोधी गाइडेड मिसाइल विकसित करने का सेना का रास्ता साफ हो गया है.

मैन पोर्टेबल टैंक रोधी गाइडेउ मिसाइल के सफल परीक्षण की यह तीसरी श्रृंखला है. इस प्रक्षेपास्त्र में उन्नत वैमानिकी सहित अत्याधुनिक इन्फ्रा-रेड इमेजिंग सीकर शामिल किए गए हैं. इस मिसाइल को DRDO तथा भारत डायनामिक्स लिमिटेड द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है.


भारतीय वायुसेना में 8 अपाचे हेलीकॉप्‍टर शामिल किया गया

भारतीय वायुसेना में अमरीका द्वारा निर्मित आठ AH-64E अपाचे हेलीकॉप्‍टर को 3 सितम्बर को शामिल कर लिया गया. इसे वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ की उपस्थिति में पठानकोट वायुसेना केन्‍द्र में शामिल किया गया. ये अपाचे हेलीकॉप्‍टर MI-35 बेड़े का स्‍थान लेगा. इन हेलीकॉप्‍टर को भारतीय वायु सेना की जरूरत के हिसाब से तैयार किया गया है.

AH-64E अपाचे विश्‍व के अत्‍याधुनिक बहु-उपयोगी युद्धक हेलीकॉप्‍टरों में से एक है. भारतीय वायु सेना ने 22 अपाचे हेलीकॉप्‍टरों की खरीद के लिए अमरीकी सरकार और बोइंग लिमिटेड के साथ सितम्‍बर 2015 में समझौता किया था.

चिनूक हेलीकॉप्टर: एक दृष्टि

  • चिनूक एक बहुद्देशीय हेलीकॉप्टर है. इसका निर्माण अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी बोईग ने किया है.
  • यह वर्टिकल लिफ्ट प्लेटफॉर्म हेलीकॉप्टर है, जिसका इस्तेमाल सैनिकों, हथियारों, उपकरण और ईधन ढोने में किया जाता है.
  • यह हैलीकॉप्‍टर शूट फायर एंड फॉरगेट एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल, हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों, रॉकेट और अन्‍य हथियारों से लैस है.
  • यह हेलीकॉप्टर 9.6 टन तक माल ढो सकता है, किसी भी मौसम में दुश्मन पर हमला कर सकता है.
  • युद्ध प्रयासों के अलावा इसका इस्तेमाल मानवीय और आपदा राहत अभियानों में भी किया जाता है.


वायु सेना की शालिजा धामी ने पहली महिला फ्लाइट कमांडर बनने का कीर्तिमान बनाया

भारतीय वायु सेना की विंग कमांडर शालिजा धामी ने फ्लाइंग यूनिट की पहली महिला फ्लाइट कमांडर बनने का कीर्तिमान हासिल किया है. धामी ने हिंडन स्थित वायुसेना के हवाई अड्डे में चेतक हेलीकॉप्टर यूनिट के फ्लाइट कमांडर का पदभार संभाला है. फ्लाइट कमांडर यूनिट की कमान में यह दूसरा पोस्ट है.


केन्‍द्रीय सशस्‍त्र पुलिस बलों के सभी कर्मियों की सेवानिवृत्ति की आयु 60 वर्ष की गयी

सरकार ने केन्‍द्रीय सशस्‍त्र पुलिस बलों के सभी कर्मियों की सेवानिवृत्ति की आयु 57 वर्ष से बढ़ाकर 60 वर्ष करने का निर्णय किया है. केन्‍द्रीय गृहमंत्रालय ने इससे संबंधित आदेश 19 अगस्त को जारी किया. आदेश के अनुसार चार केन्‍द्रीय सशस्‍त्र पुलिस बलों- केन्‍द्रीय रिजर्व पुलिस बल, सीमा सुरक्षा बल, भारत-तिब्‍बत सीमा सुरक्षा बल और सशस्‍त्र सीमा बल में सिपाही से लेकर कमांडेंट पद तक के कर्मियों की सेवानिवृत्ति की आयु 60 वर्ष किया गया है.


तीनों सेनाओं के शीर्ष स्तर पर ‘चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ’ का नया पद

प्रधानमंत्री ने महत्वपूर्ण फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि अब चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) का नया पद बनाया जायेगा. इस पद के गठन के बाद तीनों सेनाओं (थल सेना, वायुसेना तथा नौसेना) के शीर्ष स्तर पर एक प्रभावी नेतृत्व मिलेगा.

CDS बनाने का उद्देश्य तीनों सेनाओं के बीच बेहतर तालमेल को बनाना है. यह देश का सर्वोच्च सैन्य अधिकारी होगा. वह तीनों सेनाओं को परामर्श प्रदान करेगा। यह अधिकारी प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री के लिए सैन्य सलाहकार का कार्य भी करेगा।

वर्तमान में तीन सेनाओं के प्रमुखों में से सबसे वरिष्ठ को COSC (Chairman of the Chiefs of Staff Committee) नियुक्त किया जाता है. एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ वर्तमान COSC हैं.


भारत ने ‘क्विक रिएक्‍शन सैम’ मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया

भारत ने 4 अगस्त को ‘क्विक रिएक्‍शन सैम’ (QR-SAM) मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया. यह परीक्षण ओडिसा में चांदीपुर परीक्षण केन्‍द्र से किया गया. इस वर्ष इस मिसाइल का यह दूसरा परीक्षण था. पहला परीक्षण 26 फरवरी 2019 को किया गया था.

क्विक रिएक्‍शन सैम (QR-SAM): एक दृष्टि

  • ‘क्विक रिएक्‍शन सैम’ सभी मौसम में जमीन से हवा में मार कर सकने में सक्षम मिसाइल है. इसकी मारक क्षमता 25-30 किमी है.
  • इस मिसाइल का विकास रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) तथा भारत इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स लिमिटेड (BEL) ने संयुक्‍त रूप से किया है.
  • यह अपने मार्ग में आने वाले लक्ष्‍यों का पता लगाने में भी सक्षम है. इस मिसाइल को एक ट्रक के ऊपर कनस्तर में लगाया जा सकता है.
  • यह इलेक्ट्रॉनिक काउंटर सिस्टम से लैस है, जिससे यह शत्रु एयरक्राफ्ट रडार के जैमर के खिलाफ भी जाकर मार कर सकती है.
  • QSRAM का पहला परीक्षण 4 जून, 2017 को हुआ था. इसके बाद 26 फरवरी, 2019 को एक ही दिन दो सफल परीक्षण किए गए थे.


एंटी-टैंक मिसाइल ‘नाग’ के उन्नत वर्जन का सफल परीक्षण

भारत ने परमाणु सक्षम पृथ्वी-2 मिसाइल का सफल परीक्षण किया

भारत ने हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी डिमोन्स्ट्रेटर व्हीकल का परीक्षण किया

अमेरिका ने भारत को हथियारबंद ड्रोन बेचने को मंजूरी दी

नौसेना प्रमुख के रूप में एडमिरल करमबीर सिंह ने कार्यभार संभाला

बीएस धनोआ को चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी का चेयरमेन नियुक्त किया गया