Tag Archive for: Important Days- September

सितम्बर माह का अंतिम बृहस्पतिवार: विश्व समुद्री दिवस

प्रत्येक वर्ष सितम्बर माह के अंतिम बृहस्पतिवार को “विश्व समुद्री दिवस” (World Maritime Day) के रूप में मनाया जाता है. इस वर्ष यानी 2024 में यह दिवस 26 सितम्बर को मनाया गया. इस दिवस के मनाने के उद्देश्य समुद्री सुरक्षा तथा समुद्री उद्योग पर प्रकाश डालना है.

विश्व समुद्री दिवस 2024 की थीम

इस वर्ष विश्व समुद्री दिवस का विषय (थीम) ‘भविष्य की दिशा में आगे बढ़ना: सुरक्षा सर्वप्रथम!’ (Navigating the future: safety first!) है.

पहली बार इस दिवस को 1978 में मनाया गया था. यह दिवस अंतरराष्ट्रीय सामुद्रिक संगठन (IMO) द्वारा मनाया जाता है. IMO की स्थापना संयुक्त राष्ट्र की एक विशिष्ट एजेंसी के रूप में वर्ष 1959 में हुई थी. इसका मुख्यालय लंदन में है.

विश्व का लगभग 80% व्यापार समुद्र के माध्यम से होता है. यह कम लागत वाला परिवहन प्रदान करता है और इस प्रकार सतत समुद्री विकास को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है.

27 सितम्बर: विश्व पर्यटन दिवस से संबंधित जानकारी

प्रत्येक वर्ष के 27 सितम्बर को विश्व पर्यटन दिवस (World Tourism Day) मनाया जाता है. आज के ही दिन 1980 में विश्‍व पर्यटन संगठन (United Nations World Tourism Organization- UNWTO) का संविधान लागू हुआ था. यह दिवस पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया जाता है.

पर्यटन दिवस 2024 का मेजबान देश

संयुक्त राष्ट्र ने जॉर्जिया (Georgia) को इस वर्ष यानि 2024 में पर्यटन दिवस का मेजबान देश चुना है. भारत को 2019 में पर्यटन दिवस का मेजबान देश चुना गया था जिसमें भारत ने पहली बार विश्‍व पर्यटन दिवस का अधिकृत आयोजन किया था.

पर्यटन दिवस 2024 की थीम

पर्यटन दिवस 2024 का मुख्य विषय (थीम)- ‘पर्यटन और शांति’ (Tourism and Peace) है.

पर्यटन दिवस: एक दृष्टि

  • विश्व पर्यटन संगठन का अधिनियम इसी दिन से अस्तित्व में आया था.
  • वर्ष 2019 में विदेश यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या एक अरब 20 करोड़ से अधिक थी जो कि वर्ष 2030 तक यह संख्या एक अरब 80 करोड़ हो जाने का अनुमान है.
  • भारत के पर्यटन की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में करीब 6 फीसदी भागीदारी है.
  • भारत सरकार अपने 7,500 किलोमीटर लंबे तटीय क्षेत्र के साथ ‘क्रूज टूरिज्म’ को बढ़ावा देने की नीति पर जोर दे रही है.

23 सितम्बर: अन्तर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस से संबंधित जानकारी

प्रत्येक वर्ष 23 सितम्बर को अन्तर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस (International Day of Sign Languages) मनाया जाता है. जो लोग सुन या बोल नहीं सकते उनके हाथों, चेहरे और शरीर के हाव-भाव से बातचीत की भाषा को सांकेतिक भाषा (Sign Language) कहा जाता है.

अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस-2024 का विषय (थीम)– ‘सांकेतिक भाषा अधिकारों के लिए साइन अप करें’ (Sign Up for Sign Language Rights) है.

इस दिवस को मनाए जाने का प्रस्ताव विश्व बधिर संघ (World Federation of the Deaf) ने रखा था. सांकेतिक भाषा के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 23 सितम्बर 2018 को सांकेतिक भाषा दिवस घोषित किया था. 2018 में पहली बार यह दिवस मनाया गया था.

21 सितम्बर: अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 21 सितम्बर को अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस (International Day of Peace) मनाया जाता है. इस दिन को शांति के लिए समर्पित किया गया है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय संघर्षों और झगड़ों पर विराम लगाना और शांति के आदर्शों को बढाना है.

अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस 2023 का मुख्य विषय (थीम) ‘शांति की संस्कृति का विकास’ (Cultivating a Culture of Peace) है.

संयुक्त राष्ट्र महासभा में वर्ष 1981 में अन्तर्राष्ट्रीय शांति दिवस का प्रस्ताव रखा गया था. शुरुआत में इस दिन को सितंबर के तीसरे मंगलवार को बनाने के लिए तय किय गया था, इसके बाद 2001 में इसको बदलकर 21 सितंबर को तय किया गया. पहला अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस 1981 में मनाया गया था.

17 सितम्बर: हैदराबाद मुक्ति दिवस, प्रजा पालना दिनोत्‍सवम

17 सितम्बर को ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ (Hyderabad Mukti Divas) मनाया गया. यह दिवस हैदराबाद रियासत के भारतीय संघ में ऐतिहासिक विलय के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. 1948 में इसी दिन निजाम के दमनकारी शासन का अंत हुआ था. ‘ऑपरेशन पोलो’ के नाम से प्रसिद्ध यह दिवस पुलिस कार्रवाई का द्योतक है.

हैदराबाद मुक्ति दिवस: मुख्य बिंदु

  • 1947 में शेष भारत के स्वतंत्र होने के बाद भी, हैदराबाद राज्य के लोगों को स्वाधीनता के लिए और 13 महीने की प्रतीक्षा करनी पड़ी थी.
  • तत्कालीन गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने हैदराबाद राज्य के भारतीय संघ में विलय को वास्तविकता बना दिया. यह तभी संभव हुआ जब भारतीय सेना ने निजाम शासन और उनकी निजी सेना के राजाकारों के खिलाफ पांच दिनों तक पुलिस कार्रवाई की.
  • अभियान के अंत में आसफ जाह वंश के अंतिम निज़ाम, मीर उस्मान अली खान ने 1948 में आज ही के दिन विलय समझौते पर हस्ताक्षर किये.

17 सितम्‍बर को तेलंगाना–प्रजा पालना दिनोत्‍सवम के रूप में मनाने का निर्णय

तेलंगाना सरकार ने 17 सितम्‍बर को तेलंगाना – प्रजा पालना दिनोत्‍सवम के रूप में मनाने का निर्णय लिया है. इसी दिन वर्ष 1948 में भारतीय संघ में हैदराबाद राज्‍य को शामिल किया गया था.

16 सितम्बर 2024: 30वाँ विश्व ओजोन दिवस

प्रत्येक वर्ष 16 सितम्बर को विश्व ओजोन परत संरक्षण दिवस (International Day for the Preservation of the Ozone Layer) मनाया जाता है. इस दिवस के मनाने का उद्देश्य पूरे विश्व में इसके प्रति लोगों में जागरूकता लाना है.

मांट्रियल सन्धि पर हस्‍ताक्षर होने के उपलक्ष्‍य में प्रतिवर्ष 16 सितंबर को यह दिवस मनाया जाता है. 23 जनवरी, 1995 को संयुक्त राष्ट्र संघ की आम सभा में 16 सितंबर को अन्तर्राष्ट्रीय ओजोन परत संरक्षण दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया था. 16 सितम्बर 2024 को 30वाँ विश्व ओजोन दिवस मनाया गया.

वर्ष 2024 का थीम

इस वर्ष यानी 2024 के ओज़ोन परत संरक्षण दिवस का थीम ‘मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल: जलवायु कार्रवाई को आगे बढ़ाना’ (Montreal Protocol: Advancing Climate Action) है.

ओजोन क्या है?

ओजोन एक हल्के नीले रंग की गैस होती है. इस गैस की परत पृथ्वी को सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाती है. ओजोन परत सामान्यत: धरातल से 10 किलोमीटर से 50 किलोमीटर की ऊंचाई के बीच पाई जाती है.

ओजोन परत की खोज साल 1913 में फ्रांस के वैज्ञानिक फैबरी चार्ल्स और हेनरी बुसोन ने की थी. इस गैस में आक्सीजन के तीन परमाणु (O3) होते हैं. यह सूर्य से निकलने वाली पराबैंगनी किरणों के लिए एक अच्छे फिल्टर का काम करती है.

पराबैगनी किरणों (अल्ट्रा वायलेट रेडिएशन) की बढ़ती मात्रा से चर्म कैंसर, मोतियाबिंद के अलावा शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है. यही नहीं, इसका असर जैविक विविधता पर भी पड़ता है और कई फसलें नष्ट हो सकती हैं.

15 सितम्बर: अभियंता दिवस, एम विश्वेश्वरैया की जन्म तिथि

प्रत्येक वर्ष 15 सितंबर को देश में अभियन्ता दिवस (Engineer’s Day) के रूप में मनाया जाता है. भारत सरकार द्वारा 1968 में विश्वेश्वरैया की जन्म तिथि को ‘अभियंता दिवस’ घोषित किया गया था.

विश्वेश्वरैया की जन्म तिथि

यह दिवस भारत के महान अभियन्ता एवं भारतरत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की याद में मनाया जाता है. इसी दिन उनका जन्मदिन है. उनका जन्म 15 सितम्बर को 1860 में मैसूर रियासत में हुआ था, जो आज कर्नाटक राज्य है. उन्हें ‘आधुनिक मैसूर के जनक’ के रूप में जाना जाता है.

एम विश्वेश्वरैया भारत के महान इंजिनियरों में से एक थे, इन्होंने ही आधुनिक भारत की रचना की और भारत को नया रूप दिया. उन्हें आमतौर पर सर एम.वी. के नाम से जाना जाता है.

उन्हें 1955 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया था. किंग जॉर्ज पंचम ने जनता की भलाई के लिए उनके योगदान के लिए उन्हें ब्रिटिश भारतीय साम्राज्य (KCIE) के नाइट कमांडर के रूप में नाइट की उपाधि दी थी.

15 सितम्बर: अन्तर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस से संबंधित महत्त्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 15 सितम्बर को अन्तर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस (International Day of Democracy) के रूप में मनाया जाता है. यह दिवस लोगों के लोकतंत्र को याद रखने का अवसर प्रदान करता है.

अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस 2024 का मुख्य विषय (theme) ‘सभी स्तरों पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता का प्रभावी प्रशासन सुनिश्चित करना’ (Ensuring effective governance of Artificial Intelligence at all levels) है.

अन्तर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस का मुख्य उद्देश्य यह है कि सभी सरकारें नागरिकों के अधिकारों का सम्मान करे और लोगों को लोकतंत्र में महत्त्वपूर्ण और सार्थक भागीदारी का अवसर प्रदान करे.

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2007 में अन्तर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस मनाने के लिए 15 सितंबर का दिन तय किया था. पहली बार वर्ष 2008 में अन्तर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस मनाया गया था.

14 सितंबर: हिंदी दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष के 14 सितंबर को हिंदी दिवस (Hindi Diwas) के रूप में मानया जाता है. 1949 में इसी दिन भारत की संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में लिखी गई हिंदी को भारत गणराज्य की आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया था.

पहला हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 को मनाया गया था. हिन्दी दिवस को पूरे एक सप्ताह तक मनाया जाता है, जिसे हिन्दी पखवाड़ा के नाम से जानते हैं.

भारत में आधिकारिक भाषा के तौर पर हिंदी और अंग्रेजी भाषा का उपयोग किया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में हिंदी का प्रचार-प्रसार करना है.

देश,2024 में, हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाने का 75वां वर्ष (हीरक जयंती) मना रहा है. इस अवसर पर, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए चौथे अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन का आयोजन किया और भाषाओं के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने के लिए भारतीय भाषा अनुभाग का शुभारंभ किया.

हिंदी दिवस: एक दृष्टि

  • संविधान सभा ने 14 सितंबर 1949 को देवनागरी लिपि में हिंदी को राजभाषा बनाने का फैसला किया था.
  • हिन्दी भाषा को अनुच्छेद 343 के अंतर्गत देवनागरी लिपि में 1950 में राष्ट्रभाषा का दर्जा दिया गया.
  • अनुच्छेद 343 (2) के अंतर्गत यह भी व्यवस्था की गई है कि संविधान के लागू होने के समय से 15 वर्ष की अवधि तक, अर्थात वर्ष 1965 तक संघ के सभी सरकारी कार्यों के लिए पहले की भांति अंग्रेजी भाषा का प्रयोग होता रहेगा.
  • संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल 22 भाषाओं में हिंदी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है.
  • 2011 की जनसँख्या के अनुसार 43.63% भारतीय हिंदी भाषा का उपयोग मातृभाषा के रूप में करते हैं.
  • भारत में हिंदी भाषा को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, बिहार, झारखण्ड, मध्य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने पर बोला जाता है.
  • बिहार, देश का पहला राज्य था, जिसने अपनी एकमात्र आधिकारिक भाषा के रूप में हिन्दी को अपनाया.
  • हिन्दी भाषा विश्व में चौथी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है. विश्व के कई अन्य देशों जैसे पाकिस्तान, मॉरिशस, त्रिनिदाद और सूरीनाम में भी हिंदी भाषा बोली जाती है.
  • अंग्रेजी और फीजियन के साथ हिंदी फिजी की भी राष्ट्रीय भाषा है.
  • हिन्दी की पहली कविता प्रख्यात कवि ‘अमीर खुसरो’ ने लिखी थी.
  • 1977 में विदेश मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पहली बार संयुक्त राष्ट्र की आम सभा को हिन्दी में संबोधित किया था.
  • ‘नमस्ते‘ शब्द हिन्दी भाषा में सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाने वाला शब्द है.
  • अमेरिका के 45 विश्वविद्यालय सहित पूरे विश्व के लगभग 176 विश्वविद्यालयों में हिन्दी की पढ़ाई जारी है.

12 सितंबर: दक्षिण-दक्षिण सहयोग के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस

संयुक्त राष्ट्र, प्रत्येक वर्ष 12 सितम्बर को दक्षिण-दक्षिण सहयोग के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day for South-South Cooperation) मनाया जाता है. यह दिवस हाल के वर्षों में दक्षिण क्षेत्रों में स्थित देशों द्वारा किए गए आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक विकास के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है.

1978 में ‘विकासशील देशों के बीच तकनीकी सहयोग’ (TCDC) पर वैश्विक दक्षिण (Global South) का सम्मेलन ब्यूनस आयर्स में आयोजित किया गया था.

इस सम्मेलन में दक्षिण-दक्षिण सहयोग के मुख्य स्तंभों में से एक ‘ब्यूनस आयर्स कार्य योजना’ (BAPA) को अपनाया गया था. यह कार्य योजना विकासशील देशों के बीच तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देने और कार्यान्वित करने के लिए था.

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने ऐतिहासिक ब्यूनस आयर्स की घोषणा को मान्यता देते हुए 12 सितंबर को दक्षिण-दक्षिण सहयोग के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाने का प्रस्ताव अपनाया था.

क्या है दक्षिण-दक्षिण सहयोग?

10 सितम्बर: विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस

प्रत्येक वर्ष 10 सितम्बर को दुनियाभर में विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस (World Suicide Prevention Day) मनाया जाता है. आत्महत्या की बढ़ती प्रवृत्ति पर रोकथाम लगाने एवं इस समस्या के प्रति लोगों में जागरुकरता लाने के उद्देस्य से यह दिवस मनाया जाता है.

विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस 2024 का थीम ‘आत्महत्या की कहानी बदलना’ (Changing the Narrative on Suicide) है, जो आत्महत्या और इसकी वजहों के बारे में खुलकर बात करने के महत्व पर प्रकाश डालता है, ताकि इसके मामलों को कम करने में मदद मिल सके. WHO ने इस थीम को साल 2024 से 2026 तक के लिए चुना है.

WHO ने 2004 में औपचारिक रूप से इसे दिवस के रूप मे मान्यता दी थी. इसे पहली बार 10 सितंबर, 2003 को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के सहयोग से इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर सुसाइड प्रिवेंशन (IASP) की एक पहल के रूप में चिह्नित किया गया था.

WHO का अनुमान है कि 8 लाख लोग हर साल आत्महत्या से मर जाते हैं, यानि हर 40 सेकेंड में एक व्यक्ति आत्महत्या से मरता है. इससे 25 गुना लोग आत्महत्या का प्रयास भी करते हैं.

8 सितंबर: अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 8 सितम्बर को दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस (International Literacy Day) के रूप में मनाया जाता है. इसका उद्देश्य व्यक्तिगत, सामुदायिक और सामाजिक रूप से साक्षरता के महत्व पर प्रकाश डालना है.

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 2024 का विषय (थीम) ‘बहुभाषी शिक्षा को बढ़ावा देना: आपसी समझ और शांति के लिए साक्षरता’ (Promoting multilingual education: Literacy for mutual understanding and peace) है.

17 नवम्बर 1965 को युनेस्को ने 8 सितम्बर को अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के रूप में मनाये जाने की घोषणा की थी. पहला अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 8 सितम्बर 1966 में मनाया गया था.

2011 की जनगणना के अनुसार, भारत में कुल 74.04% जनसँख्या साक्षर हैं. पिछले दशक (2001-11) की तुलना में इसमें 9.2% की वृद्धि हुई.