डेली कर्रेंट अफेयर्स
जापान के जहाज से तेल रिसाव के बाद मॉरीशस ने पर्यावरण आपातकाल की घोषणा की
मॉरीशस ने हाल ही में ‘पर्यावरणीय आपातकाल’ (Environmental emergency) की घोषणा की है. जापानी जहाज से कई टन ईंधन के रिसाव के कारण यह घोषणा की गयी है. मॉरीशस ने इस मुद्दे पर फ्रांस से मदद की अपील की है.
मॉरीशस के पास हिंद महासागर में एक मूंगा चट्टान से जापानी शिप एमवी वाकाशिओ (MV Wakashio) के टकराने के बाद ईंधन लीक होने की वजह से यह पर्यावरण संकट पैदा हुआ. मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने कहा था कि रिसाव के रूप में आई ये आपदा करीब 13 लाख आबादी वाले उनके देश के लिए ‘खतरा’ है जो पूरी तरह से पर्यटन पर निर्भर है.
मॉरीशस की अर्थव्यवस्था काफी हद तक पर्यटन पर निर्भर करता है. 2019 में मॉरीशस ने पर्यटन से 63 अरब मॉरीशस रुपये पर्यटन से कमाए गए थे. यहां की जैव-विवधता, खासकर समुद्री जीवन पूरी दुनिया में मशहूर है. ऐसे में इस पर्यावरण संकट से न सिर्फ जलीय जीवन बल्कि उस पर निर्भर लोगों की आर्थिक स्थिति पर भी खतरा पैदा हो सकता है.
महिंदा राजपक्षे ने श्रीलंका के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली
श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने 9 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली. उन्हें प्रधानमंत्री पद की शपथ राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने दिलावाई.
हाल ही में संपन्न हुए चुनाव में महिंदा राजपक्षे के नेतृत्व में श्रीलंका पीपुल्स पार्टी (SLPP) पार्टी और सहयोगियों को दो तिहाई सीटें पाई थीं. SLPP ने 145 निर्वाचन क्षेत्रों में जीत दर्ज करते हुए अपने सहयोगियों के साथ कुल 150 सीटें अपने नाम कीं जो 225 सदस्यीय सदन में दो तिहाई बहुमत के बराबर है.
महिंदा राजपक्षे इससे पहले 2005 से 2015 तक करीब एक दशक तक राष्ट्रपति रहे हैं. राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने नवंबर में हुए राष्ट्रपति चुनाव में SLPP की टिकट पर जीत दर्ज की थी. गोटबाया राजपक्षे महिंदा राजपक्षे के छोटे भाई हैं.
महिंदा राजपक्षे ने इस साल जुलाई में संसद की राजनीति में 50 वर्ष पूरे किए हैं. वे 1970 में महज 24 साल की उम्र में सांसद निर्वाचित हुए थे. उसके बाद वे दो बार राष्ट्रपति चुने गए और तीन बार प्रधानमंत्री नियुक्त किए गए.
श्रीलंका में दो विपक्षी पार्टियों समागी जना बालावेगया (SJB) और युनाइटेड नेशनल पार्टी (UNP) में UNP बुरी तरह पराजित हुई और उसके नेता तथा पूर्व प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे भी चुनाव हार गये. पार्टी को मात्र एक सीट मिली. UNP से अलग होकर बनी SJB को चुनाव में 54 सीटें मिली हैं और वह मुख्य विपक्षी दल है.
घरेलू रक्षा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए 101 सैन्य उपकरणों के आयात पर रोक की घोषणा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 101 हथियारों और सैन्य उपकरणों के आयात पर 2024 तक के लिए रोक लगाने की 9 अगस्त को घोषणा की. इसका उद्देश्य घरेलू रक्षा उद्योग को बढ़ावा देना है. रोक लगाये गये उपकरणों में हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर, मालवाहक विमान, पारंपरिक पनडुब्बियां और क्रूज मिसाइल शामिल हैं. इस निर्णय से अगले पांच से सात साल में घरेलू रक्षा उद्योग को करीब चार लाख करोड़ रुपये के ठेके मिलने का अनुमान है.
1 लाख करोड़ रुपये के एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनैंसिंग फसिलटी का उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 अगस्त को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 1 लाख करोड़ रुपये के एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनैंसिंग फसिलटी का उद्घाटन किया. केंद्रीय कैबिनेट ने एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड के लिए 1 लाख करोड़ रुपये की मंजूरी दी थी. इस फंड का इस्तेमाल फसल कटाई के बाद कृषि संबंधी इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए किया जाएगा. इसकी मदद से किसानों के लिए कोल्ड स्टोरेज तैयार करना, कलेक्शन सेंटर बनाना, फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाना जैसे काम किए जाएंगे.
अगर इस तरह का कृषि संबंधी इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार होता है तो कोल्ड स्टोरेज में किसान अपनी फसल रख पाएंगे. इससे फसलों की बर्बादी कम होगी और उचित समय पर उचित कीमत के साथ किसान अपनी फसल बेच पाएंगे. फूड प्रोसेसिंग यूनिट लग जाने से भी किसानों का बहुत फायदा होगा और हर साल होने वाले नुकसान से राहत मिलेगी.
आत्मनिर्भर भारत सप्ताह की शुरूआत
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 10 अगस्त को आत्मनिर्भर भारत सप्ताह की शुरूआत की. श्री सिंह ने घोषणा की थी कि भारत 2024 तक परिवहन विमान, हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर, पारंपरिक पनडुब्बियों और क्रूज मिसाइलों सहित 101 हथियारों और सैन्य प्लेटफॉर्म के आयात को रोक देगा. यह कदम घरेलू रक्षा उत्पादन को गति देने के लिए है. रक्षा मंत्री ने कहा कि रक्षा मंत्रालय प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत के आह्वान के अनुरूप स्वदेशी रक्षा विनिर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए अब एक बड़े प्रयत्न के लिए तैयार है.
चेन्नई और पोर्ट ब्लेयर समुद्री ऑप्टिकल फाइबर का शुभारंभ
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चेन्नई और पोर्ट ब्लेयर को जोड़ने वाली 2300 किलोमीटर लंबी समुद्री ऑप्टिकल फाइबर केबल का शुभारंभ किया. उन्होंने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से इसे राष्ट्र को समर्पित किया. द्वीपों के लिए बैंडविड्थ की उपलब्धता अब तक 4 गीगाबाइट प्रति सेकंड हुआ करती थी लेकिन इस परियोजना के चालू होने से अब इसकी क्षमता 400 गीगा बाइट प्रति सेकंड हो जाएगी.
रूस ने तैयार किया दुनिया की पहली कोरोना वायरस वैक्सीन
रूस ने दुनिया की पहली कोरोना वायरस वैक्सीन बना लिया है. रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस वैक्सीन को अपनी मंजूरी दी है. रूस ने ऐलान किया है कि वह 12 अगस्त को इस वैक्सीन का आधिकारिक लॉन्च करेगा. अगर ऐसा होता है तो यह कोरोना महामारी के खिलाफ बनी दुनिया की पहली वैक्सीन होगी.
10 अगस्त: विश्व जैव ईंधन दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी
प्रत्येक वर्ष 10 अगस्त को ‘विश्व जैव ईंधन दिवस’ (World Biofuel Day) मनाया जाता है. इसका उद्देश्य पांरपरिक जीवाश्म ईंधनों के विकल्प के रूप में गैर-जीवाश्म ईंधनों के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है. जैव ईंधनों के विभिन्न फायदों में आयात निर्भरता में कमी, स्वच्छ पर्यावरण, किसानों को अतिरिक्त आमदनी और रोजगार सृजन शामिल हैं.
2020 में विश्व जैव ईंधन दिवस की थीम
भारत में इस वर्ष यानि 2020 में विश्व जैव ईंधन दिवस की थीम (मुख्य विषय) ‘Biofuels Towards Atmanirbhar Bharat’ है.
इस्तेमाल किये गये खाद्य तेल से ‘जैव ईंधन’ का उत्पादन
भारत में खाद्य तेल (कुकिंग ऑयल) का उपयोग विभिन्न चीजों को तलने-भुनने के लिए किया जाता है. ये प्रयुक्त खाद्य तेल (Used Cooking Oil- UCO) या तो पूरी तरह से नष्ट नहीं होता है अथवा पर्यावरण अनुकूल ढंग से इसका निस्तारण नहीं हो पाता है, जिससे नालियां और सीवरेज प्रणालियां जाम हो जाती हैं. भारत सरकार द्वारा वर्ष 2018 में जैव ईंधनों पर जारी राष्ट्रीय नीति में UCO से जैव ईंधन (बायोफ्यूल) का उत्पादन करने की परिकल्पना की गई है.
मौजूदा समय में भारत में हर महीने लगभग 850 करोड़ लीटर हाई स्पीड डीजल (HSD) की खपत होती है. ‘जैव ईंधन पर राष्ट्रीय नीति 2018’ में वर्ष 2030 तक HSD में 5 प्रतिशत जैव डीजल (बायोडीजल) को मिश्रित करने के लक्ष्य की परिकल्पना की गई है. मिश्रित करने के इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हर वर्ष 500 करोड़ लीटर जैव डीजल की जरूरत है.
भारत में लगभग 22.7 mmtpa (2700 करोड़ लीटर) कुकिंग ऑयल का उपयोग होता है, जिनमें से 1.2 mmtpa (140 करोड़ लीटर) UCO को बल्क उपभोक्ताओं जैसे कि होटलों, रेस्तरां, कैंटीन इत्यादि से प्राप्त किया जा सकता है. इससे हर वर्ष तकरीबन 110 करोड़ लीटर जैव डीजल की प्राप्ति होगी.