भारत ने डोपिंग रोधी एजेंसी WADA को 10 लाख डॉलर देने की घोषणा की

भारत ने विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (WADA) के वैज्ञानिक अनुसंधान बजट में 10 लाख डॉलर देने की घोषणा की है. इस प्रस्तावित धनराशि से WADA को आधुनिक स्तर की डोपिंग रोधी परीक्षण और पहचान प्रणाली विकसित करने में मदद मिलेगी. इस पैसे का इस्तेमाल WADA के स्वतंत्र जांच और खूफिया विभाग को मजबूत करने के लिए भी किया जाएगा.

भारत का यह योगदान दुनिया के अन्य देशों की सरकारों के बीच सर्वाधिक है जिसमें चीन, सऊदी अरब और मिस्र भी शामिल हैं. सभी सदस्य देश जितना योगदान देंगे अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) भी उनके बराबर योगदान देगा जिससे कि एक करोड़ डॉलर का कोष तैयार किया जा सके.

विश्व एंटी डोपिंग एजेंसी (WADA) क्या है?

WADA का पूरा नाम World Anti-Doping Agency है. अंतरराष्ट्रीय खेलों में ड्रग्स के बढ़ते चलन को रोकने के लिए बनाई गयी एक विश्वस्तरीय स्वतंत्र संस्था है. अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) ने WADA की स्थापना 1999 में स्विट्जरलैंड के लुसेन में की थी. WADA का मुख्यालय कनाडा के मॉन्ट्रियल में है.

WADA हर साल प्रतिबंधित दवाओं की सूची जारी करता है. खेलों के दौरान इन दवाओं के प्रयोग पर रोक होती है. जांच में दोषी पाये जाने पर खिलाड़ी पर प्रतिबंध लगा सकता है.

विश्व में WADA से मान्यता प्राप्त 35 प्रयोगशालाएं हैं. दिल्ली में स्थित राष्ट्रीय डोप परीक्षण प्रयोगशाला (NDTL) भी WADA से मान्यता प्राप्त एक प्रयोगशाला है. यह विश्व की 34वां प्रयोगशाला है.

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