डेली कर्रेंट अफेयर्स
प्रधानमंत्री ने देश का सबसे लंबा केबल ब्रिज ‘सुदर्शन सेतु’ का लोकार्पण किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 फ़रवरी को सुदर्शन सेतु (Sudarshan Setu) का लोकार्पण किया था. इस सेतु को ओखा-बेयट द्वारका सिग्नेचर ब्रिज भी कहा जाता है जो देश का सबसे लंबा केबल पुल (ब्रिज) है.
मुख्य बिन्दु
- सुदर्शन सेतु, ओखा मुख्य भूमि और गुजरात में बेयट द्वारका द्वीप को जोड़ने वाला, भारत का सबसे लंबा केबल-आधारित पुल है.
- यह पुल तकनीकी रूप से एक समुद्री लिंक है, जो गुजरात के लिये पहला पुल है, जिसकी कुल लंबाई 4,772 मीटर है, जिसमें 900 मीटर लंबा केबल-आधारित पुल है.
- 980 करोड़ रुपये की लागत से बना यह ब्रिज देवभूमि द्वारका आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक पर्यटन का केंद्र भी बनेगा.
- इसमें फुटपाथ के ऊपरी हिस्से पर सौर पैनल भी लगाए गए हैं, जिससे एक मेगावाट बिजली उत्पन्न होती है.
- बेट द्वारका, केंद्रशासित प्रदेश दीव के बाद गुजरात तट पर दूसरा सबसे बड़ा द्वीप है.
- ‘अटल सेतु’ भारत का सबसे लंबा समुद्री पुल है और साथ ही यह देश का सबसे लंबा पुल भी है.
नई दिल्ली में क्वाड थिंक टैंक फोरम की बैठक आयोजित की गई
क्वाड थिंक टैंक फोरम की बैठक 26 फ़रवरी को नई दिल्ली में आयोजित की गई थी. इस फ़ोरम में भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान, और अमेरिका के विदेश मंत्री शामिल हुए थे.
मुख्य बिन्दु
- भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि क्वाड दुनिया को पांच संदेश देता है. इनमें से सबसे अहम संदेश यह है कि आज के दौर में कोई भी हमारी मर्जी, हमारी इच्छा पर वीटो नहीं लगा सकता.
- जयशंकर ने कहा कि क्वाड वैश्विक ज़रूरतों से फिर से उभरा है. उन्होंने कहा कि क्वाड के चार देश- भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान, और अमेरिका का समूचे विश्व के लिए एक साथ आना बहुत अच्छा है.
- विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने कहा है कि क्वाड चार बड़े जीवंत लोकतंत्रों के लिए एक महत्वपूर्ण और स्थायी मंच बन गया है. ये चारों लोकतंत्र मुक्त और समावेशी हिंद प्रशांत क्षेत्र के पक्षधर हैं.
‘क्वाड’ क्या है?
- ‘क्वाड’ (QUAD) का पूरा नाम Quadrilateral Security Dialogue (QSD) है. यह ‘भारत, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और जापान’ का चतुष्कोणीय गठबंधन है. यह चीन के साथ भू-रणनीतिक चिंताओं के मद्देनजर गठित की गयी है.
- जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया तथा भारत के परामर्श से 2007 में ‘क्वाड’ की शुरुआत की थी. 2008 में ऑस्ट्रेलिया द्वारा इस ग्रुप से बाहर आने के कारण यह संगठन शिथिल पड़ गया था, लेकिन बाद में वह पुन: इस वार्ता में शामिल हो गया.
- 2017 में, इस अनौपचारिक समूह को पुनर्जीवित किया गया ताकि एशिया में चीन के आक्रामक उदय को संतुलित किया जा सके.
- क्वाड संगठन का उद्देश्य इस क्षेत्र में वैध और महत्वपूर्ण हित रखने वाले सभी देशों की सुरक्षा और उनके आर्थिक सरोकारों का ध्यान रखना है.
- क्वाड का विजन ‘free and open Indo-Pacific (FOIP)’ और पूर्व और दक्षिण चीन समुद्र में एक नियम-आधारित समुद्री व्यवस्था है.
तीरंदाजी एशिया कप 2024 का बगदाद में समापन
तीरंदाजी एशिया कप (Archery Asia Cup) 2024 26 फ़रवरी को समापन हो गया. यह प्रतियोगिता इराक के बगदाद में 20 फ़रवरी से खेला जा रहा था.
मुख्य बिन्दु
- इस प्रतियोगिता में भारत ने 9 स्वर्ण, 4 रजत और 1 कांस्य सहित 14 पदक जीते थे. भारत सभी व्यक्तिगत स्पर्धाओं में शीर्ष स्थान के साथ-साथ पुरुष और महिला दोनों कंपाउंड स्पर्धाओं में भी पहले स्थान पर रहा था.
- तीन बार की ओलंपियन दीपिका कुमारी ने एशिया कप 2024 तीरंदाजी स्टेज -1 विश्व रैंकिंग टूर्नामेंट में महिला व्यक्तिगत रिकर्व वर्ग में स्वर्ण पदक जीता.
- धीरज बोम्मदेवरा ने ओलंपियन तरूणदीप राय को 7-3 से हराकर पुरुष रिकर्व तीरंदाजी का खिताब जीता.
- परनीत कौर ने स्वर्ण पदक हासिल करने के लिए ईरान की फतेमेह हेम्मती को हराया, जबकि पुरुषों के खिताब के लिए प्रथमेश जावकर ने टीम के साथी कुशल दलाल को हराया.
- सिमरनजीत कौर, दीपिका कुमारी और भजन कौर की भारतीय महिला रिकर्व टीम ने फाइनल में करीबी मुकाबले में शूटआउट के जरिए उज्बेकिस्तान को 5-4 से हराकर स्वर्ण पदक जीता.
- धीरज बोम्मदेवरा, प्रवीण रमेश जाधव और तरूणदीप राय की तिकड़ी ने पुरुष रिकर्व टीम के फाइनल में बांग्लादेश को पराजित कर स्वर्ण पदक जीता.
- धीरज और सिमरनजीत ने भी मिश्रित टीम रिकर्व में स्वर्ण पदक अपने नाम किया और फाइनल में दीया सिद्दीकी और मोहम्मद सगोर इस्लाम की बांग्लादेशी टीम को मात दी.
- अदिति स्वामी ने व्यक्तिगत महिला कंपाउंड स्पर्धा में तीसरे स्थान के प्लेऑफ मैच में टीम की साथी प्रिया गुर्जर को हराकर कांस्य पदक जीता.
एशिया कप 2024 तीरंदाजी: भारतीय पदक विजेता
- प्रथमेश जावकर, प्रियांश और कुशल दलाल – स्वर्ण पदक (पुरुष कंपाउंड टीम)
- प्रथमेश जावकर – स्वर्ण पदक (पुरुष कंपाउंड व्यक्तिगत)
- कुशल दलाल – रजत पदक (पुरुष कंपाउंड टीम)
- अदिति स्वामी, प्रिया गुर्जर और परनीत कौर – रजत पदक (महिला कंपाउंड टीम)
- परनीत कौर – स्वर्ण पदक (महिला कंपाउंड व्यक्तिगत)
- अदिति स्वामी – कांस्य पदक (महिला कंपाउंड व्यक्तिगत)
- प्रथमेश जावकर और अदिति स्वामी – स्वर्ण पदक (कंपाउंड मिश्रित टीम)
- धीरज बोम्मदेवरा, प्रवीण रमेश जाधव और तरूणदीप राय – स्वर्ण पदक (पुरुष रिकर्व टीम)
- धीरज बोम्मदेवरा – स्वर्ण पदक (पुरुष रिकर्व व्यक्तिगत)
- तरूणदीप राय – रजत पदक (पुरुष रिकर्व व्यक्तिगत)
- सिमरनजीत कौर, दीपिका कुमारी और भजन कौर – स्वर्ण पदक (महिला रिकर्व टीम)
- दीपिका कुमारी – स्वर्ण पदक (महिला रिकर्व व्यक्तिगत)
- सिमरनजीत कौर – रजत पदक (महिला रिकर्व व्यक्तिगत)
- सिमरनजीत कौर और धीरज बोम्मदेवरा – स्वर्ण पदक (रिकर्व मिश्रित टीम)
सुप्रसिद्ध गायक पंकज उद्धास का निधन
प्रसिद्ध गजल गायक पंकज उधास का 26 फ़रवरी, 2024 को मुंबई में निधन हो गया. वह 72 साल के थे. पंकज उधास को चार महीने पहले ही पैंक्रियाज कैंसर का पता चला था.
श्री उधास ने फ़ारसी, हिंदी, उर्दू, तुर्की और अन्य भाषाओं में सदियों से लिखी गई ग़ज़लें, गीत कविताएँ गाकर भारत और भारतीय प्रवासी लोगों की पीढ़ियों को प्रभावित किया.
उन्होंने एक पार्श्व गायक के रूप में भी काम किया. वे ”ना कजरे की धार, चिट्ठी न कोई संदेश, चांदी जैसा रंग है तेरा, चिट्ठी आई है” जैसे गीतों और गजलों के लिए जाने जाते हैं. उनका जन्म 17 मई, 1951 को गुजरात के जेतपुर में हुआ था.
27 फरवरी: विश्व NGO दिवस
प्रत्येक वर्ष 27 फरवरी को ‘विश्व NGO दिवस’ (World NGO Day) मनाया जाता है. NGO, Non-Governmental Organisation का संक्षिप्त रूप है. NGO एक ऐसा संगठन होता है, जो सरकार और व्यवसायी के लाभ के लिए कार्य नहीं करता, बल्कि जनसेवा ही इसका उद्देश्य होता है.
- इस साल एनजीओ दिवस 2024 की थीम ‘सतत भविष्य का निर्माण: सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में गैर सरकारी संगठनों की भूमिका’ (Building a Sustainable Future: The Role of NGOs in Achieving the Sustainable Development Goals) है.
- विश्व NGO दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों को NGO के अंदर सक्रिय रूप से शामिल होने और NGO तथा सार्वजनिक व निजी क्षेत्र दोनों के बीच अधिक सहजीवन को प्रोत्साहित करना है.
- 2010 में बाल्टिक सागर के राज्यों की काउंसिल के ‘NGO फोरम’ के 12 सदस्य राष्ट्रों द्वारा आधिकारिक रूप से इस दिवस को मान्यता दी थी. बाल्टिक सागर के NGO फोरम के सदस्य राष्ट्र बेलारूस, डेनमार्क, एस्टोनिया, फिनलैंड, जर्मनी, आइसलैंड, लटविया, लिथूनिया, पोलैंड, रूस, नॉर्वे और स्वीडन थे.
- संयुक्त राष्ट्र संघ, यूरोपीय संघ के नेताओं और अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों ने 2014 में पहली बार इसे दिवस के रूप में चिह्नित किया था.
27 फरवरी: राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस
27 फरवरी को भारत में राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस (National Protein Day) के रूप में मनाया जाता है. इस दिवस का उद्देश्य प्रोटीन की कमी के बारे में जागरूकता पैदा करना है.
- इस वर्ष यानी 2024 के प्रोटीन दिवस की थीम ‘#प्रोटीन से समाधान’ (#SolveWithProtein) है.
- राष्ट्रीय स्तर की सार्वजनिक स्वास्थ्य पहल, ‘राइट टू प्रोटीन’ ने 27 फरवरी, 2020 को भारत में पहला ‘प्रोटीन दिवस’ मनाया था.
- भारत में प्रोटीन की कमी कई लोगों को प्रभावित कर रहा है. प्रोटीन की आवश्यकता मांसपेशियों के निर्माण के लिए होती है. प्रोटीन त्वचा, बालों और नाखूनों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में भी मदद करता है. कई अध्ययनों ने साबित किया है कि उच्च प्रोटीन आहार से स्थायी वजन कम हो सकता है.
देश-दुनिया: एक संक्षिप्त दृष्टि
सामयिक घटनाचक्र का डेलीडोज
2028-29 तक रक्षा क्षेत्र में 50 हजार करोड़ रुपये के निर्यात लक्ष्य
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि भारत रक्षा क्षेत्र में 50 हजार करोड़ रुपये के निर्यात लक्ष्य 2028-29 तक हासिल कर लेगा. इसी समयावधि में भारत का वार्षिक रक्षा उत्पादन तीन लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की आशा है.
नई दिल्ली में भारत टेक्स 2024 का आयोजन किया जा रहा है
नई दिल्ली में भारत मंडपम में 26-29 तक ‘भारत टेक्स 2024’ का आयोजन किया जा रहा है. इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया. यह कार्यक्रम कपड़ा क्षेत्र में देश का अब तक का सबसे बड़ा वैश्विक आयोजन है. एक सौ से अधिक देश इसमें भाग ले रहे हैं.
WTO का 13वां मंत्रिस्तरीय सम्मेलन अबू धाबी में
विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) का 13वां मंत्रिस्तरीय सम्मेलन 26 से 29 फरवरी तक अबू धाबी, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में आयोजित किया जा रहा है. UAE के विदेश व्यापार राज्य मंत्री डॉ. थानी बिन अहमद अल ज़ायद सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे हैं. भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल कर रहे हैं.
विदेश मंत्री ने UNHRC के 55वें सत्र को संबोधित किया
विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र मानव अधिकार परिषद (UNHRC) के 55वें सत्र को वर्चुअल रूप से संबोधित किया. उन्होंने पिछले वर्ष 7 अक्टूबर को इस्राइल में हमास के आतंकी हमले की कड़ी निंदा की. उन्होंने यह भी कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून का सदैव सम्मान किया जाना चाहिए.