प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तेजस लड़ाकू विमान में उड़ान भरी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 नवंबर को बंगलूरू में स्वदेशी लड़ाकू विमान ‘तेजस’ में उड़ान भरी थी. इससे पहले उन्होंने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) में विनिर्माण सुविधाओं की समीक्षा भी की थी. प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि कैसे सरकार ने भारत में तेजस के निर्माण व निर्यात को बढ़ावा दिया है.

मुख्य बिन्दु

  • रक्षा क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने में मोदी सरकार ने कई अहम कदम उठाए हैं. इसके तहत एचएएल को 36,468 करोड़ रुपये में 87 एलसीए, एमके-1ए तेजस लड़ाकू विमानों का ऑर्डर मिला है. इनकी आपूर्ति फरवरी 2024 में शुरू होने की उम्मीद है.
  • इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि 2022-23 में भारत का रक्षा निर्यात 15,920 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है. राजनाथ ने इसे उल्लेखनीय उपलब्धि बताया था.
  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसके साथ ही वे एक स्वदेशी डिजाइन और विकसित फाइटर जेट पर उड़ान भरने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बन गए हैं. प्रधानमंत्री मोदी से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 2019 में बेंगलुरु स्थित एचएएल हवाईअड्डे से तेजस लड़ाकू विमान में उड़ान भरी थी. वे स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान में उड़ान भरने वाले पहले रक्षा मंत्री बने थे.
  • अमेरिका की रक्षा क्षेत्र में दिग्गज कंपनी जीई एयरोस्पेस ने प्रधानमंत्री मोदी की हलिया अमेरिका यात्रा के दौरान एमके-2-तेजस के लिए साझा रूप से इंजन बनाने के लिए एचएएल से समझौता भी किया है.
  • एक स्वदेशी डिजाइन और विकसित विमान तेजस वर्तमान में एक जीई 404 इंजन द्वारा संचालित है, जिसे एलसीए एमके II के लिए जीई 414 इंजन में अपग्रेड किया जाएगा.
  • इसे जीई इंजन के साथ 80% प्रौद्योगिकी हस्तांतरण (टेक्नोलॉजी ट्रांसफर) व्यवस्था के साथ भारत में निर्मित किया जाएगा.